Sathiya book and story is written by डॉ. शैलजा श्रीवास्तव in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Sathiya is also popular in फिक्शन कहानी in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
साथिया - उपन्यास
डॉ. शैलजा श्रीवास्तव
द्वारा
हिंदी फिक्शन कहानी
दिल्ली की एक शानदार सोसाइटी का एक आलीशान बंगला। यह बंगला है जाने माने बिजनेस में अरविंद चतुर्वेदी का जहां पर अरविंद चतुर्वेदी अपनी पत्नी साधना और दोनों बेटे अक्षत और ईशान के साथ रहते हैं।
ईशान ने नेशनल यूनिवर्सिटी से बिजनेस मैनेजमेंट का कोर्स किया है और अरविंद के साथ बिजनेस ज्वाइन कर लिया है।
जबकि अक्षत लॉ करने के बाद मजिस्ट्रेट की तैयारी कर रहा है और उसे पूरी उम्मीद है कि इस बार वह सेलेक्ट हो ही जाएगा।
इसी घर में अरविंद के दोस्त की बेटी मानसी भी रहती है। जिसके पेरेंट्स की सालों पहले डेथ हो गई थी और जिसकी जिम्मेदारी अरविंद और साधना ने ले ली थी। वह उसे भी अक्षत और ईशान की तरह ही प्यार करते हैं।
मानसी देखने मे बेहद खूबसूरत है और अक्षत की खास दोस्त भी।
दिल्ली की एक शानदार सोसाइटी का एक आलीशान बंगला। यह बंगला है जाने माने बिजनेस में अरविंद चतुर्वेदी का जहां पर अरविंद चतुर्वेदी अपनी पत्नी साधना और दोनों बेटे अक्षत और ईशान के साथ रहते हैं। ईशान ने नेशनल ...और पढ़ेसे बिजनेस मैनेजमेंट का कोर्स किया है और अरविंद के साथ बिजनेस ज्वाइन कर लिया है। जबकि अक्षत लॉ करने के बाद मजिस्ट्रेट की तैयारी कर रहा है और उसे पूरी उम्मीद है कि इस बार वह सेलेक्ट हो ही जाएगा। इसी घर में अरविंद के दोस्त की बेटी मानसी भी रहती है। जिसके पेरेंट्स की सालों पहले डेथ हो
उत्तर प्रदेश.... उत्तर प्रदेश के देहात में बसा एक गांव। जहां पर अवतार सिंह की हवेली है। जहां पर अवतार सिंह अपनी पत्नी और कुछ नौकरों के साथ रहते हैं। अवतार सिंह की एक इकलौती बेटी है नेहा जो ...और पढ़ेबेहद ही प्यारी है मुंबई में रहती है। उसका एमबीबीएस खत्म हो चुका है और अब वो जॉब करती है। इसी गाँव में रहते है गजेंद्र ठाकुर। उनके परिवार मे उनकी पत्नी एक बेटा निशांत और बेटी नियति है। इसके अलावा उनके छोटे भाई सुरेंद्र भी उनके साथ रहते है जिनका एक बेटा है सौरभ और बेटी आव्या। गजेंद्र और
उत्तर प्रदेश.... उत्तर प्रदेश के देहात में बसा एक गांव। जहां पर अवतार सिंह की हवेली है। जहां पर अवतार सिंह अपनी पत्नी और कुछ नौकरों के साथ रहते हैं। अवतार सिंह की एक इकलौती बेटी है नेहा जो ...और पढ़ेबेहद ही प्यारी है मुंबई में रहती है। उसका एमबीबीएस खत्म हो चुका है और अब वो जॉब करती है। इसी गाँव में रहते है गजेंद्र ठाकुर। उनके परिवार मे उनकी पत्नी एक बेटा निशांत और बेटी नियति है। इसके अलावा उनके छोटे भाई सुरेंद्र भी उनके साथ रहते है जिनका एक बेटा है सौरभ और बेटी आव्या। गजेंद्र और
गजेंद्र सिंह का घर रात का समय। पुरा घर गहरी नींद मे था सिर्फ नियति जाग रही थी। उसकी नजर अपनी घडी पर थी। जैसे ही रात के साढे बारह बजे नियति धीरे से उठकर गैलरी की एक अलमारी ...और पढ़ेरखे डब्बा वाले फोन ( लैंडलाइन) फोन के पास आई। अंधेरे में टटोल के उसने उस डिब्बे के निचले हिस्से से गोल पहिया घुमाकर उसकी घंटी बिल्कुल कम कर दी और धड़कते दिल से फोन को देखने लगी। पांच मिनट बाद हल्की सी घण्टी बजी तो नियति ने झट से फ़ोन उठाया। "हैलो..!" नियति बोली और फिर इधर उधर देख
सुबह सुबह सांझ का हॉस्टल। सांझ का फोन पर मेसेज आया तो सांझ ने फोन उठाकर देखा शालू का मैसेज था "तबियत ठीक नही है सांझ तो आज यूनिवर्सिटी नही आ रही हुँ।" " ठीक है ध्यान रख अपना। ...और पढ़ेआती हुँ शाम को मिलने।" सांझ ने कहा और रेडी होकर यूनिवर्सिटी के लिए निकल गई। यूनिवर्सिटी के गेट पर पहुंची ही थी कि नजर अपनी बाइक से टेक लगाए खड़े अक्षत पर गई। ब्लैक ट्राउजर पर डेनिम् की ब्लू शर्ट, पहने अक्षत बेहद आकर्षक लग रहा था आज अक्षत के हाथ में फिर से उसकी वो छोटी सी स्केच