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Part 3 — पहली डेट… पहला एहसास पहली मुलाक़ात के बाद दोनों के बीच बातों का सिलस...
अभी तक आपने पढ़ा कि अनुराग और अनन्या का विवाह मंत्रों और सात फेरों के साथ संपन्न...
⭐ भाग 9 — हिस्सा 1राधा अब सिर्फ़ शहर में एक नौसिखिया रिपोर्टर नहीं रही थी।उसने म...
अध्याय 17- विज्ञान, धर्म और सभ्यता का अंधकार और जीवन का सत्यविज्ञान, धर्म और सभ्...
सुनील दत्त के मुंह से यह बात निशा की आंखों में आंसू निकल आए,,,,यह देखकर सुनील दत...
गांव में उस रात अजीब सन्नाटा था. हवा बिना वजह ठंडी हो गई थी और घरों के किवाड़ ऐस...
(मन्नत ! छोटा सा था पर बहुत ही सुंदर था, आसपास पेड़- पौधे बहुत सारे लगे हुए थे,...
चारों तरफ डरावनी ख़ामोशी फैली हुई थी…मानो पूरी दुनिया अचानक साँस रोककर सो गई हो।...
Chapter 10: सफर की शुरुआतपिछले अध्याय में:Draxon और Kevin, Old Kaifon के साथ, Da...
गोकुलधाम सोसायटी के सभी सदस्य एक दिन पिकनिक पर दूर किसी जगह घूमने निकलते हैं। सभ...
एक भयानक खोज दिल्ली की पुरानी लाइब्रेरी, जहां धूल से भरे शेल्फ़ और पन्नों की हल्की महक थी, रिया का पसंदीदा ठिकाना था। 22 साल की रिया, इतिहास की छात्रा थी, और उसे लगता था कि हर पुर...
खामोश पेंटिंग की पहली साँस पुरानी गली की वह कला-दुकान हमेशा की तरह उस शाम भी आधी अँधेरे में डूबी हुई थी। बाहर बारिश की हल्की बूँदें पत्थरों से टकरा रही थीं और अंदर हवा में पुरान...
हिमालय की ढलानों पर रात पूरी तरह उतर चुकी थी। देवदार के घने जंगल के बीच बने छोटे-से कैम्प में एक अलाव जल रहा था, जिसकी लपटें सबके चेहरों पर नारंगी रोशनी बिखेर रही थीं। ठंडी हवा तम्...
(हॉरर ) गांव नरकटिया के दक्षिण कोने में एक पुराना पीपल का पेड़ था, जिसके नीचे कोई नहीं जाता था। उसकी शाखाएं आसमान से बातें करती थीं, और हवा से फुसफुसाती थीं। लोग कहते थे, “वो पी...
मुंबई की रातें— जो कभी हज़ारों सपनों की धड़कन हुआ करती थीं, वे अब अविन अविनाशी चौहान के लिए किसी रोमांच से नहीं, बल्कि एक खामोश मजबूरी से भरी थीं। यह नवंबर की उमस भरी रात थी; मरीन...
कुछ प्रेम कहानियाँ ज़मीन पर शुरू होकर आसमान में बिखर जाती हैं। कुछ, मौत के बाद भी नहीं मिटती है । ये कहानी है एक ऐसे प्यार की, जो अधूरा रह गया… और एक ऐसी रूह की, जो अब अधूरी नही...
एक पुराने, खामोश से मदरसे में बरसों से एक गहरा राज़ छुपा हुआ था। उसी राज़ की तलाश में एक दिन एक लड़का वहाँ पहुँचता है। शुरू में मदरसा बिल्कुल साधारण लगता है, मगर जैसे ही वह अंदर की...
पुराने समय की बात है जब घने जंगलों के नाम से ही गांव के लोग कांप जाते थे. रात होते ही पेड़ों के बीच ऐसी सरसराहट सुनाई देती थी जैसे कोई अदृश्य चीज जमीन को खुरचती हुई घूम रही हो. हवा...
एक बार की बात है—निलेश, जय और पार्थ देर रात निलेश के घर पर पार्टी कर रहे थे। पार्टी खत्म होने के बाद जय और पार्थ अपने-अपने घर के लिए निकल पड़े। जय तो अपने घर पहुँच गया, लेकिन पार्थ...
अध्याय 1 — दर्पण का पहला दर्शन संग्राम टूर्स अँड ट्रॅव्हल्स… नाम तो छोटा था, मगर मेरे लिए ये मेरे सपनों की शुरुआत थी। अभी कुछ ही हफ्ते हुए थे जब मैंने अपनी नई चार पहिया गाड़ी...
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