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Reading stories is a greatest experience, that introduces you to the world of new thoughts and imagination. It introduces you to the characters that can inspire you in your life. The stories on Matrubharti are published by independent authors having beautiful and creative thoughts with an exceptional capability to tell a story for online readers.
चाहत की खुशियों का संसार तब बिखर गया जब उसकी शादी के दिन ही वह विधवा हो गई। चाहत...
तीस साल की दिव्या, श्वेत साड़ी में लिपटी एक ऐसी लड़की, जिसके कदमों में घुंघरू थे,...
इस कहानी के सभी पात्र काल्पनिक है इसका किसी जीवित, जंतु, मानव संसाधन से कोई लेना...
Author note :hiiiii dosto यह एक नोवल जैसे ही लिखी गई मेरे खुद के द्वारा बनाई गयी...
शहर की शाम को और भी खूबसूरत बना रही थी।भीगी सड़कों पर स्ट्रीटलाइट्स की रोशनी मोत...
PART — 1 :सूरज हमेशा से एक साधारण लड़का था—दिल का सच्चा, बातें कम और एहसास...
एक बार की बात है—निलेश, जय और पार्थ देर रात निलेश के घर पर पार्टी कर रहे थे। पार...
सर्दियों की हल्की धूप अहमदाबाद की सड़कों पर अपनी सुनहरी रेखाएँ बिखेर रही...
किसी किताब में मैने पढा था कि जीवन का रहस्य आपके विचार हैं। यदि आप यह सम...
रात का राजा भाग 1️ लेखक: राज फुलवरे---अध्याय 1 — सूर्य की छाया में अंधकारराज्य क...
रूम में जाकर एकांश वृंदा को सुला देता है। और वसे जाने लगता है पर वृंदा एकांश का हाथ पकड़ लेती है और निंद में बड़बड़ाती है।वृदां :- कर लो न एकांशहा तेरे बाप का क्या जाता है। एकांश...
जीवन के रंग लेखक: विजय शर्मा एरीशब्द संख्या: लगभग १५००गाँव था छोटा-सा, नाम था रंगपुर। नाम के मुताबिक़ गाँव रंगों से भरा हुआ था। खेतों में सरसों पीली, गेहूँ सुनहरी, आम के बाग हरे,...
कोचिंग क्लर्क की ट्रैनिंग मे हम कुल 15 लोग थे।इनमें से हम 9 लड़के अनुकम्पा के आधार पर आए थे जो अलग अलग मंडल से थे।और 6 प्रमोटी थे जो क्लास4 से पदोन्नत होकर ट्रेनिंग में आये थे।इन 6...
PART — 3 : माहीं की आंखों में डर था…वो पहले वाली माहीं नहीं थी —जो हँसती थी, खिलखिलाती थी, खुद को हसीन समझती थी।आज वो असुरक्षित थी… टूटी हुई… और सबसे बड़ी बात —पछताई हुई।...
बस धीरे-धीरे विजय चौकड़ी की ओर बढ़ी। अवनी ने खिड़की से बाहर देखा, सड़क के किनारे छोटे-छोटे कैफे, आधुनिक इमारतें, और दूर से IT कंपनी की गगनचुंबी इमारतें दिखाई देने लगीं। हर म...
बेज़ुबानलेखक राज फुलवरेसुबह की हल्की धूप शहर की सड़कों पर बिखरने लगी थी। चाय की थड़ियों पर भाप उड़ते कुल्हड़ों की महक थी, आँखों में नींद लिए लोग अपने-अपने काम पर निकल रहे थे। इसी भ...
मुंबई शहर के एक कोर्ट में एक लड़की रजिस्ट्रार के कमरे के बाहर बैठी थी। तभी कमरे के अंदर से किसी आदमी की आवाज आती हैं।आदमी " मिस जिया शर्माकमरे के बाहर बैठी लड़की आवाज सुन तुरंत कमर...
शायरी सुनाते वक्त आकाश की आंखों के कोनेभीग गए अपने प्यार को यूं किसी ओर का होता देख पाना इतना भी आसान नहीं होता,अपनी ही आंखों के सामने अपने प्यार को किसी ओर का होते हुए देखना अपनी...
अध्याय 3 – भूतिया कॉइनअगले दिन दोपहर लगभग 1:00 PMस्थान: जयपुर स्टेशन मुंबई से आई ट्रेन जैसे ही सीटी मारते हुए जयपुर स्टेशन पर रेंगकर रुकी, अविन ने अपनी प्लास्टिक की बोतल उठाई, बैग...
तभी साहिल उसकी बात बीच में ही काट देता है और बोलता है कि;साहिल - सिमरन प्लीज, ऐसे ना बोला करो! अब तो तुम्हे खोने के खयाल से ही डर लगता है। चलो तुम्हे एक चीज बताता हुं, और फिर साहिल...
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