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Featured Books

राणा By Shakti

1राणा राणा एक बहुत बहादुर व्यक्ति था। पढ़ा लिखा भी वह काफी था । लेकिन वह एक गरीब परिवार से था। तलवार का वो धनी था। यह कहानी है मुगल काल की। राणा की सगाई हो रखी थी उसे समय की प्रथा...

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द्वारावती - 40 By Vrajesh Shashikant Dave

40“केशव, क्या तुम बता सकते हो कि इस बंद मुट्ठी में तुम्हारे लिए क्या है?” केशव की विचार यात्रा गुल के शब्दों से भंग हो गई। “कहो गुल, कैसी हो?”“यह क्या बात हुई? यह प्रश्न कैसा?”“यह...

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वंश - भाग 10 By Prabodh Kumar Govil

दस सुष्मिताजी अपने आवास के बाहरी कक्ष में पन्द्रह-बीस लोगों के साथ बैठी दूरदर्शन देख रही थीं। 'खोये हुए व्यक्तियों’ की सूचना चल रही थी। टी.वी. के पर्दे पर सामने जब एक गुम...

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उन्हीं रास्तों से गुज़रते हुए - भाग 22 By Neerja Hemendra

भाग 22 आजकल प्रातः नित्यकर्म से निवृत्त हो, नहा धोकर ताऊजी बाहर बारामदे में तख़्त पर बैठ जाते। वहीं चाय-नाश्ता इत्यादि करते हैं। वहीं बैठे-बैठे दोपहर का भोजन भी करते हैं। सड़क से आते...

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नकल या अक्ल - 26 By Swati

26 प्यार   सुनील अब ट्रैन में चिल्लाते हुए इधर उधर भागने लगा, “ मेरी बीवी ट्रैक के नीचे  आ गई,  मेरी बीवी को बचाओ!”  लोग उसे चैन  खींचने की सलाह  देने लगें। मगर जिस डिब्बे में वो थ...

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बड़ी माँ - भाग 9 By Kishore Sharma Saraswat

9 आचार्य दीवान चन्द जी ने स्नातकोतर की उपाधि प्राप्त कर ली थी। इसलिए उच्च कक्षाओं के छात्रों को पढ़ाने का कुछ उत्तरदायित्व भी उन्हें सौंप दिया गया था। परन्तु जितना आनंद और संतोष उन्...

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फागुन के मौसम - भाग 32 By शिखा श्रीवास्तव

सभी बड़ों के बाद जब यश, तारा, अंजली, अविनाश, राघव और जानकी खाना खाने बैठे तब बातचीत के दौरान यश ने राघव से कहा, "भाई ऐसा है कि कल सुबह ठीक ग्यारह बजे तुम दशाश्वमेध घाट पहुँच जाना।"...

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Shadow Of The Packs - 6 By Vijay Sanga

एक तरफ जहां जंगल मे उस आदमखोर जानवर को पड़ने मे नाकामयाब होने और कुछ पुलिस वालो की जान जाने को लेकर कमिशनर साहब जोसेफ गोम्स और पवन कुमार को झाड़ने मे लगे हुए थे। वहीं दूसरी तरफ विक...

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शोहरत का घमंड - 89 By shama parveen

आलिया को देख कर आर्यन के घर में सभी के होश उड़ जाते है। तब आर्यन के डैड आलिया से बोलते हैं, "आलिया क्या है ये सब और आज तुम ऑफिस क्यो नहीं आई"।तब आर्यन बोलता है, "डैड आप ये कैसी बात...

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सत्या के लिए - भाग 1 By Pradeep Shrivastava

भाग -1 प्रदीप श्रीवास्तव वह उस बार में रोज़ ही देर शाम को बैठ कर घंटे भर तक व्हिस्की पीती है, जो शहर का एक ठीक-ठाक बार कहा जाता है। जगह ज़्यादा बड़ी होने के कारण शान्ति से देर तक बैठ...

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जेहादन - भाग 5 (अंतिम भाग) By Pradeep Shrivastava

भाग -5 इस उद्देश्य के लिए धर्मान्तरण के साथ-साथ लैंड-जिहाद को भी चलाने में जी-जान से जुटे हुए हैं। इसके लिए देश को मज़ारों, मस्ज़िदों, मदरसों, क़ब्रिस्तानों से पाट देने का अभियान प्रच...

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ताश का आशियाना - भाग 43 By Rajshree

एक बनाया गया चक्रव्यूह एक वक्र(curve) जो कहीं जाकर रुक ही नहीं रहा था और बीचो बीच बनाया गया एक बिंदु।उस डूडल के नीचे लिखा गया था, चक्रव्यूह में फंसा अर्जुन। तीन राक्षस जिनके बड़े ब...

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युवा किंतु मजबूर - पार्ट 2 By Lalit Kishor Aka Shitiz

चुनाव का नतीजा आ चुका था, खाने के पैकेट और मोबाइल बांटने वाली पार्टी जो सत्ता में थी, उसे हार का सामना करना पड़ा। विपक्षी दल ने मंदिर और धर्मस्थलों के नाम पर वोट बटोर कर अपनी सरकार...

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रुबिका के दायरे - भाग 4 (अंतिम भाग) By Pradeep Shrivastava

भाग -4 “भ्रम फैला भी लेकिन लाचित ने अपनी बुद्धिमत्ता, रण-कौशल से ब्रह्मपुत्र नदी युद्ध में भी मुग़ल सेना को कुचल कर रख दिया। मुग़लों ने हार मानते हुए लिखा ‘महाराज की जय ह...

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प्यार हुआ चुपके से - भाग 29 By Kavita Verma

शिव और अजय ने रति को ओंकारेश्वर के हर मन्दिर में तलाशा, पर उन्हें रति कहीं नही मिली। थककर शिव नर्मदा नदी के किनारे एक घाट पर आकर बैठ गया। तभी अजय दो दोने लेकर वहां आया और शिव की बग...

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तू भी सताया जायेगा ! - भाग - 3 By Shalini Chaudhary

जय श्री कृष्णा ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने,प्रणतः क्लेश नाशाय गोविंदाय नमो नमः।हे फैमिली आशा है की आप सब को मेरा ये नया प्रयास पसंद आ रहा होगा। कहानी के हर मोड़ का मजा ले, औ...

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रिबर्थ ऑफ़ डेविल - 7 By Sanju

क्लास में अभी सब एक दूसरे से बातें कर रहे थे कि तभी अचानक से साइलेंट हो जाता है।परी - अचानक साइलेंट क्यों हो गया?.मोहित - प्रोफेसर जो वापस आ गए हैं परी ने कहा आई जो मैंने उनके कार...

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गैंगस्टर का सनकी इश्क - 6 By Sanju

मुंबई......हेडकॉटर पुलिस स्टेसन......एक बड़े से रुम के अंदर प्रोजेक्टर चल रहे थे तस्वीर.... 'एक पुलिस ऑफिस था जिसका नाम आकाश मितल था' वो अपने साथियो से कह रहा था आप देख सकते...

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स्वयंवधू - 9 By Sayant

मैं इतना भयभीत हो गयी थी कि, "क..क-क...ब...", मेरे शब्द निकल नहीं रहे थे। ऐसा था जैसे किसीने मेरी ज़बान सिल दी थी।"चिंता मत करो हमने पूरी रात जाँच-पड़ताल की। यह कैमरे और माइक्रोफोन...

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कहन - सुनन By Deepak sharma

सितम्बर का दूसरा शनिवार है। माँ और बाबूजी के कमरे में बिस्तर के बगल में बैठी बहन माँ से कह रही है, ’’इस मालिश और व्यायाम से आप बहुत जल्दी फिर से पहले की तरह नहाने लगेंग...

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राणा By Shakti

1राणा राणा एक बहुत बहादुर व्यक्ति था। पढ़ा लिखा भी वह काफी था । लेकिन वह एक गरीब परिवार से था। तलवार का वो धनी था। यह कहानी है मुगल काल की। राणा की सगाई हो रखी थी उसे समय की प्रथा...

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40“केशव, क्या तुम बता सकते हो कि इस बंद मुट्ठी में तुम्हारे लिए क्या है?” केशव की विचार यात्रा गुल के शब्दों से भंग हो गई। “कहो गुल, कैसी हो?”“यह क्या बात हुई? यह प्रश्न कैसा?”“यह...

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वंश - भाग 10 By Prabodh Kumar Govil

दस सुष्मिताजी अपने आवास के बाहरी कक्ष में पन्द्रह-बीस लोगों के साथ बैठी दूरदर्शन देख रही थीं। 'खोये हुए व्यक्तियों’ की सूचना चल रही थी। टी.वी. के पर्दे पर सामने जब एक गुम...

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उन्हीं रास्तों से गुज़रते हुए - भाग 22 By Neerja Hemendra

भाग 22 आजकल प्रातः नित्यकर्म से निवृत्त हो, नहा धोकर ताऊजी बाहर बारामदे में तख़्त पर बैठ जाते। वहीं चाय-नाश्ता इत्यादि करते हैं। वहीं बैठे-बैठे दोपहर का भोजन भी करते हैं। सड़क से आते...

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26 प्यार   सुनील अब ट्रैन में चिल्लाते हुए इधर उधर भागने लगा, “ मेरी बीवी ट्रैक के नीचे  आ गई,  मेरी बीवी को बचाओ!”  लोग उसे चैन  खींचने की सलाह  देने लगें। मगर जिस डिब्बे में वो थ...

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बड़ी माँ - भाग 9 By Kishore Sharma Saraswat

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फागुन के मौसम - भाग 32 By शिखा श्रीवास्तव

सभी बड़ों के बाद जब यश, तारा, अंजली, अविनाश, राघव और जानकी खाना खाने बैठे तब बातचीत के दौरान यश ने राघव से कहा, "भाई ऐसा है कि कल सुबह ठीक ग्यारह बजे तुम दशाश्वमेध घाट पहुँच जाना।"...

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भाग -4 “भ्रम फैला भी लेकिन लाचित ने अपनी बुद्धिमत्ता, रण-कौशल से ब्रह्मपुत्र नदी युद्ध में भी मुग़ल सेना को कुचल कर रख दिया। मुग़लों ने हार मानते हुए लिखा ‘महाराज की जय ह...

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शिव और अजय ने रति को ओंकारेश्वर के हर मन्दिर में तलाशा, पर उन्हें रति कहीं नही मिली। थककर शिव नर्मदा नदी के किनारे एक घाट पर आकर बैठ गया। तभी अजय दो दोने लेकर वहां आया और शिव की बग...

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