फिक्शन कहानी कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Fiction Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cu...Read More


Categories
Featured Books
  • यशस्विनी - 8

    " यार गोपी, अभी कौन पटाखे चलाता है। अभी तो शाम ही हुई है। जब रात होगी ना, तो पटा...

  • रंग है रवाभाई !

    यह उस समय की बात है, जब धरती का अमृत और इंसानियत का जल अभी तक सूखा नहीं था।विक्र...

  • कपूत

    चोरी तो हो चुकी थी,कोई एक लाख का सोने का हार ऐसे ही कहीं रख के भूल नहीं जाता,और...

शोहरत की कीमत - 1 By बैरागी दिलीप दास

"शोहरत की कीमत / The Price of Fame"  Chapter 1: सपना Indore से / A Dream from Indore> **"स्टार बनने का सपना तो बहुत लोगों ने देखा है, लेकिन उस सपने की कीमत सिर्फ कुछ ही जानते हैं.....

Read Free

सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 11 By Kaushik Dave

"सौंदर्य एक अभिशाप !"(भाग-11)राजकुमारी चित्रा को यह जानकर थोड़ी जलन होती है कि सूरज सिंह लता से प्यार करता है।राजुकरी चित्रा...ओह.. तो भाई प्यार करता है? राजकुमारी नहीं या कोई और?...

Read Free

बाजी किसी ने प्यार की जीती या हारी - 5 (अंतिम भाग ) By S Sinha

  बाजी किसी  ने प्यार की जीती या हारी  5  Last Part 5 -   बाजी किसी  ने प्यार की जीती या हारी   नोट - पिछले अंक में आपने कि अमित और रीना दोनों की शादी होती है और उन्हें एक बेटी होत...

Read Free

यशस्विनी - 8 By Dr Yogendra Kumar Pandey

" यार गोपी, अभी कौन पटाखे चलाता है। अभी तो शाम ही हुई है। जब रात होगी ना, तो पटाखे चलाने में मजा आएगा।"" मेरे पास बहुत बड़ा दनाका बम है।" गोपी ने कहा।" मेरी मां भी राकेट लेकर आ रही...

Read Free

समुंद्र के उस पार - 2 By Neha kariyaal

"मैं उन्हें जानता हूं... और ये भी जानता हूं कि वो अब कहां रहते हैं।"ये सुनकर तृषा की आंखों में चमक दौड़ गई - उसने रवि से पूछा क्या तुम मुझे वहां ले चलोगे।'हां' रवि ने कहा च...

Read Free

रंग है रवाभाई ! By Chaudhary Viral

यह उस समय की बात है, जब धरती का अमृत और इंसानियत का जल अभी तक सूखा नहीं था।विक्रम संवत 1966 का चैत्र महीना था, स्थान था सौराष्ट्र।आसमान से मानो फूल बरस रहे हों। भावनगर के गोहिलवाड़...

Read Free

सन्नाटे की आवाज़ - एक बेरोज़गार युवा की अनसुनी दास्तान By Rizwan

️ "सन्नाटे की आवाज़" – एक बेरोज़गार युवा की अनसुनी दास्तान️ "सन्नाटे की आवाज़" – एक बेरोज़गार युवा की अनसुनी दास्तान कमरे में पंखा चल रहा था, लेकिन हवा में घुटन थी। दोपहर के ढाई बज...

Read Free

बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 12 By Maya Hanchate

recapपिछले चैप्टर में हम यह पढ़ते हैं कि किस तरह कपाड़िया  हाउस में शिवाय का वेलकम होता है और उसके आने की खुशी में पार्टी रखी जाती है। दूसरी तरफ शिवाय की बहन पालकी शिवाय से नाराज ह...

Read Free

इश्क की लाइब्रेरी। - 5 By Maya Hanchate

चैप्टर 5 दूसरी मुलाकातहमने पिछले चैप्टर में यह जाना की माया को जॉब मिल गई है यह बात अपनी फैमिली और फ्रेंड्स को बताती है दूसरी तरफ रोहन इंद्रजीत कों माया की सारी इनफार्मेशन बता देता...

Read Free

कपूत By JITENDRIYA

चोरी तो हो चुकी थी,कोई एक लाख का सोने का हार ऐसे ही कहीं रख के भूल नहीं जाता,और चोरी हुई भी तो मायके में। उर्मिला बहुत परेशान थी,ससुराल से मिला सोने का हार शादी के दो साल बाद ही गा...

Read Free

फोकटिया - 4 By DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR

आत्म-साक्षात्कार — जो खोया, वही अब पहचान बना   फोकटिया: लेखक: धीरेन्द्र सिंह बिष्ट   शोर जब थमता है, तब अंदर की आवाज़ें साफ़ सुनाई देने लगती हैं। कमल से हुई दूरी, उसके झूठ, और फिर...

Read Free

जग्या लॉस्ट हिज़ वीरा - भाग 2 By Jagmal Dhanda

अब तक -->                  कर्नल के घर का नौकर रामफल कर्नल की बेटी आशा का तकीया लेकर दु‌कान पर जाता है। जहाँ से उसे डांट-फटकार कर भगा दिया या जाता है। फिर कर्नल के घर जब रामफल आता...

Read Free

काठगोदाम की गर्मियाँ - 5 By DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR

हल्दी, संगीत और एक पुराना नाम सुबह का सूरज आँगन पर ठीक वैसे ही चमक रहा था जैसे कनिका के चेहरे पर हल्की-सी बेचैनी। घर में हल्दी की रस्म का शोर था। दीवारों पर पीला रंग, कोने में ढोलक...

Read Free

आखिरी आलिंगन By Shivangi Pandey

 लिखने से पहले मैं आपसे माफी चाहूंगी क्योंकि मेरे पास शब्दों की गहराई इतनी ज्यादा नही है ना ही गहरा अनुभव, न ही यात्रा वृतांत। यह अपने इर्द गिर्द भटकती भावनाओं को समेट पाने की एक क...

Read Free

प्यार की जीत - 5 By Kishanlal Sharma

क्या यह उचित होगा।और लीला गहरे सोच में पड़ गयी।अरुण बोला"माँ अगर तू चाहेगी तो तेरी पसन्द की लड़की से शादी कर लूंगा।""और सोच की दुनिया से बाहर निकलते हुए लीला बोली,"मैं तेरी माँ हूं,...

Read Free

शैलवंती के तहखाने का रहस्य - 2 By Sunil Bambhaniya

२. परग्रही आँखें ग्यारह साल पहले…      महान शैलवंती साम्राज्य कई युद्ध का सामना कर चूका था। शैलवंति के मुख्य द्वार के आगे की रणभूमि कई खेले जाने वाले युद्ध की गवाही देती थी। रणभूमि...

Read Free

Lunar Blood - 5 By Sameer Kumar

गुफा की अँधेरी गहराई से, एक आदिम चीख निकली जिसने रात के सन्नाटे को चीर दिया। यह कोई साधारण आवाज़ नहीं थी; यह धरती की कोख से उमड़ती हुई एक शक्ति की गर्जना थी, एक ऐसे प्राणी के जन्म...

Read Free

स्वयंवधू - 56 By Sayant

इसमें धुम्रपान और शराब का सेवन है। लेखक इसे प्रोत्साहित नहीं करता। साथ ही, इसमें हिंसा, खून-खराबा और कुछ जबरन संबंध भी शामिल हैं। पाठकगण कृपया विवेक से पढ़ें।अपराध स्वीकार है- नर्स...

Read Free

Eclipsed Love - 9 By Day Dreamer

वो स्पोर्ट्स कार इतनी तेज़ी से उछलकर सड़क पर आकर रुकी  थी कि उसके टकराने से सड़क पर हल्की सी चिंगारियाँ उठ गईं। टायरों की जलने की महक हवा में फैल गई। ऐसा लगा मानो ज़मीन काँप उठी हो...

Read Free

पतझड़ के बाद - एक सच्चा इंतजार - 5 By Neha kariyaal

अगर ज़िंदगी में सब कुछ आसानी से मिलने लगे, तो हम कभी किसी चीज़ की असली कीमत नहीं समझ पाएंगे - न ही खुशी की, और न ही दुःख की। प्रकृति हमें हमेशा सिखाती है कि किसी के जाने से कुछ नही...

Read Free

शोहरत की कीमत - 1 By बैरागी दिलीप दास

"शोहरत की कीमत / The Price of Fame"  Chapter 1: सपना Indore से / A Dream from Indore> **"स्टार बनने का सपना तो बहुत लोगों ने देखा है, लेकिन उस सपने की कीमत सिर्फ कुछ ही जानते हैं.....

Read Free

सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 11 By Kaushik Dave

"सौंदर्य एक अभिशाप !"(भाग-11)राजकुमारी चित्रा को यह जानकर थोड़ी जलन होती है कि सूरज सिंह लता से प्यार करता है।राजुकरी चित्रा...ओह.. तो भाई प्यार करता है? राजकुमारी नहीं या कोई और?...

Read Free

बाजी किसी ने प्यार की जीती या हारी - 5 (अंतिम भाग ) By S Sinha

  बाजी किसी  ने प्यार की जीती या हारी  5  Last Part 5 -   बाजी किसी  ने प्यार की जीती या हारी   नोट - पिछले अंक में आपने कि अमित और रीना दोनों की शादी होती है और उन्हें एक बेटी होत...

Read Free

यशस्विनी - 8 By Dr Yogendra Kumar Pandey

" यार गोपी, अभी कौन पटाखे चलाता है। अभी तो शाम ही हुई है। जब रात होगी ना, तो पटाखे चलाने में मजा आएगा।"" मेरे पास बहुत बड़ा दनाका बम है।" गोपी ने कहा।" मेरी मां भी राकेट लेकर आ रही...

Read Free

समुंद्र के उस पार - 2 By Neha kariyaal

"मैं उन्हें जानता हूं... और ये भी जानता हूं कि वो अब कहां रहते हैं।"ये सुनकर तृषा की आंखों में चमक दौड़ गई - उसने रवि से पूछा क्या तुम मुझे वहां ले चलोगे।'हां' रवि ने कहा च...

Read Free

रंग है रवाभाई ! By Chaudhary Viral

यह उस समय की बात है, जब धरती का अमृत और इंसानियत का जल अभी तक सूखा नहीं था।विक्रम संवत 1966 का चैत्र महीना था, स्थान था सौराष्ट्र।आसमान से मानो फूल बरस रहे हों। भावनगर के गोहिलवाड़...

Read Free

सन्नाटे की आवाज़ - एक बेरोज़गार युवा की अनसुनी दास्तान By Rizwan

️ "सन्नाटे की आवाज़" – एक बेरोज़गार युवा की अनसुनी दास्तान️ "सन्नाटे की आवाज़" – एक बेरोज़गार युवा की अनसुनी दास्तान कमरे में पंखा चल रहा था, लेकिन हवा में घुटन थी। दोपहर के ढाई बज...

Read Free

बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 12 By Maya Hanchate

recapपिछले चैप्टर में हम यह पढ़ते हैं कि किस तरह कपाड़िया  हाउस में शिवाय का वेलकम होता है और उसके आने की खुशी में पार्टी रखी जाती है। दूसरी तरफ शिवाय की बहन पालकी शिवाय से नाराज ह...

Read Free

इश्क की लाइब्रेरी। - 5 By Maya Hanchate

चैप्टर 5 दूसरी मुलाकातहमने पिछले चैप्टर में यह जाना की माया को जॉब मिल गई है यह बात अपनी फैमिली और फ्रेंड्स को बताती है दूसरी तरफ रोहन इंद्रजीत कों माया की सारी इनफार्मेशन बता देता...

Read Free

कपूत By JITENDRIYA

चोरी तो हो चुकी थी,कोई एक लाख का सोने का हार ऐसे ही कहीं रख के भूल नहीं जाता,और चोरी हुई भी तो मायके में। उर्मिला बहुत परेशान थी,ससुराल से मिला सोने का हार शादी के दो साल बाद ही गा...

Read Free

फोकटिया - 4 By DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR

आत्म-साक्षात्कार — जो खोया, वही अब पहचान बना   फोकटिया: लेखक: धीरेन्द्र सिंह बिष्ट   शोर जब थमता है, तब अंदर की आवाज़ें साफ़ सुनाई देने लगती हैं। कमल से हुई दूरी, उसके झूठ, और फिर...

Read Free

जग्या लॉस्ट हिज़ वीरा - भाग 2 By Jagmal Dhanda

अब तक -->                  कर्नल के घर का नौकर रामफल कर्नल की बेटी आशा का तकीया लेकर दु‌कान पर जाता है। जहाँ से उसे डांट-फटकार कर भगा दिया या जाता है। फिर कर्नल के घर जब रामफल आता...

Read Free

काठगोदाम की गर्मियाँ - 5 By DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR

हल्दी, संगीत और एक पुराना नाम सुबह का सूरज आँगन पर ठीक वैसे ही चमक रहा था जैसे कनिका के चेहरे पर हल्की-सी बेचैनी। घर में हल्दी की रस्म का शोर था। दीवारों पर पीला रंग, कोने में ढोलक...

Read Free

आखिरी आलिंगन By Shivangi Pandey

 लिखने से पहले मैं आपसे माफी चाहूंगी क्योंकि मेरे पास शब्दों की गहराई इतनी ज्यादा नही है ना ही गहरा अनुभव, न ही यात्रा वृतांत। यह अपने इर्द गिर्द भटकती भावनाओं को समेट पाने की एक क...

Read Free

प्यार की जीत - 5 By Kishanlal Sharma

क्या यह उचित होगा।और लीला गहरे सोच में पड़ गयी।अरुण बोला"माँ अगर तू चाहेगी तो तेरी पसन्द की लड़की से शादी कर लूंगा।""और सोच की दुनिया से बाहर निकलते हुए लीला बोली,"मैं तेरी माँ हूं,...

Read Free

शैलवंती के तहखाने का रहस्य - 2 By Sunil Bambhaniya

२. परग्रही आँखें ग्यारह साल पहले…      महान शैलवंती साम्राज्य कई युद्ध का सामना कर चूका था। शैलवंति के मुख्य द्वार के आगे की रणभूमि कई खेले जाने वाले युद्ध की गवाही देती थी। रणभूमि...

Read Free

Lunar Blood - 5 By Sameer Kumar

गुफा की अँधेरी गहराई से, एक आदिम चीख निकली जिसने रात के सन्नाटे को चीर दिया। यह कोई साधारण आवाज़ नहीं थी; यह धरती की कोख से उमड़ती हुई एक शक्ति की गर्जना थी, एक ऐसे प्राणी के जन्म...

Read Free

स्वयंवधू - 56 By Sayant

इसमें धुम्रपान और शराब का सेवन है। लेखक इसे प्रोत्साहित नहीं करता। साथ ही, इसमें हिंसा, खून-खराबा और कुछ जबरन संबंध भी शामिल हैं। पाठकगण कृपया विवेक से पढ़ें।अपराध स्वीकार है- नर्स...

Read Free

Eclipsed Love - 9 By Day Dreamer

वो स्पोर्ट्स कार इतनी तेज़ी से उछलकर सड़क पर आकर रुकी  थी कि उसके टकराने से सड़क पर हल्की सी चिंगारियाँ उठ गईं। टायरों की जलने की महक हवा में फैल गई। ऐसा लगा मानो ज़मीन काँप उठी हो...

Read Free

पतझड़ के बाद - एक सच्चा इंतजार - 5 By Neha kariyaal

अगर ज़िंदगी में सब कुछ आसानी से मिलने लगे, तो हम कभी किसी चीज़ की असली कीमत नहीं समझ पाएंगे - न ही खुशी की, और न ही दुःख की। प्रकृति हमें हमेशा सिखाती है कि किसी के जाने से कुछ नही...

Read Free