फिक्शन कहानी कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Fiction Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cu...Read More


Categories
Featured Books
  • युवा किंतु मजबूर - पार्ट 4

    दो महीने बीत चुके थे राकेश अब फिर से बेरोजगार हो चुका था। सब्जी के व्यापार में घ...

  • नागेंद्र - भाग 2

    अवनी अपने माता-पिता के साथ उसे रहस्यमई जंगल में एक नाग मंदिर के सामने बैठी हुई थ...

  • किरन - 2

    उसके दिन गुजर रहे थे। सफेद रंग का टी-शर्ट और नीली जीन्स उसके पसंदीदा कपड़े। उलझे...

नागिन और रहस्यमयि दुनिया - 10 By Neha Hudda

मोहनलाल ने पत्र को ध्यान से देखा और सोचा कि कहीं कुछ शब्द तो पढ़े जा सकते हैं। उसने पत्र को देखा और धीरे-धीरे-धीमे शब्दों को पढ़ा।मैं...मित्र.... नागराज... मेरी पत्नी नागलोक... नाग...

Read Free

नक़ल या अक्ल - 62 By Swati

62 कोचिंग   मधु उस पर चिल्लाकर बोली, हरीश क्या कर रहे हो?  हरीश  ने गुस्से में  दाँत  भींचते  हुए कहा,   क्या बात है, जब भी बुलाता हूँ कोई न कोई बहन बना देती है।    डॉक्टर ने मुझे...

Read Free

रावी की लहरें - भाग 23 By Sureshbabu Mishra

गुबार   “पापा आ गए, पापा आ गए।" कहते हुए दिवाकर के दोनों बच्चे दिवाकर से लिपट गए। " आज बड़ी देर कर दी आने में।" दिवाकर की पत्नी बोली । दिवाकर ने कुछ जवाब नहीं दिया और गु...

Read Free

युवा किंतु मजबूर - पार्ट 4 By Lalit Kishor Aka Shitiz

दो महीने बीत चुके थे राकेश अब फिर से बेरोजगार हो चुका था। सब्जी के व्यापार में घाटा लगने की वजह से उसने दुबारा धंधे का नहीं सोचा। इधर किशोर बनारस में वहाँ के प्रसिद्ध लेखक प्रशांत...

Read Free

स्वयंवधू - 20 By Sayant

मैं सोफ़े पर हमारे बीच तीन हाथ की दूरी बनाकर बैठ गयी, आमतौर पर यह डेढ़ हाथ की दूरी होती थी। वहाँ पहेली भी चिंतित होकर आ गई और मुझे खुश करने के लिए म्याऊँ-म्याऊँ करने लगी और मेरी गो...

Read Free

नागेंद्र - भाग 2 By anita bashal

अवनी अपने माता-पिता के साथ उसे रहस्यमई जंगल में एक नाग मंदिर के सामने बैठी हुई थी जहां पर उसकी शादी एक सांप के साथ होने वाली थी। वक्त पर वह साफ तो नहीं आया था लेकिन एक दूसरा किंग क...

Read Free

किरन - 2 By Veena

उसके दिन गुजर रहे थे। सफेद रंग का टी-शर्ट और नीली जीन्स उसके पसंदीदा कपड़े। उलझे हुए बालों में बंधीं पोनी टेल उसे जंचती है। ऐसा उसके भाई और होने वाले पति, राज का मानना था। साधारण क...

Read Free

Resident Night - 11.59 By Harsh Pal

प्रस्तावना अंतरा इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ। मालदा, पश्चिम बंगाल। 17 जून1998। उस रात फिज़ा की कैफियत कुछ अजीब ही थी। मूसलाधार बारिश ने आमों का शहर कहे जाने वाले मालदा की सड़कों को रा...

Read Free

लालच कहूँ या लाचारी By Shweta pandey

लघु कथासुबह के 10 बजे थे, सबके ऑफिस और कॉलेज जाने का वक्त था ये , मैं रोज की तरह ही बस का इंतेज़ार कर रही थी कॉलेज जाने के लिए , की तभी मेरी ध्यान एकाएक सामने लगी भीड़ पर जाती है,मुझ...

Read Free

प्यार बेशुमार - भाग 7 By Aarushi Thakur

"काव्या....," ममता जी ने काव्या को चुप करवाते हुए कहा ।सोनिया ने कहा, "वैसे इसे देख कर लग नहीं रहा की ये तुम्हारी फ्रेंड है । आई मीन लुक at हर कैसे बहन जी टाइप कपड़े पहने है ।"अब आग...

Read Free

बियोंड वर्ड्स : अ लव बॉर्न इन साइलेंस - भाग 13 By Dev Srivastava Divyam

   रात का समय,  नेशनल हाईवे,   सिद्धांत ने अपने सिर पर हाथ रख कर कहा, " ओ भाई साहब, हो गया बंटाधार ! "   निशा ने कहा, " कुछ कहा तुमने ! "   सिद्धांत ने कहा, " नहीं, नहीं, मैम ! कृप...

Read Free

मैं तो ओढ चुनरिया - 62 By Sneh Goswami

  मैं तो ओढ चुनरिया    62   पूरी रात मैं आज के घटनाक्रम पर विचार करती रही । बिना किसी कसूर के मिली गालियां । फिर घड़ी मिल जाने पर खुशी । हमारे घर तो छोटी से छोटी चीज भी किसी के लिए...

Read Free

Shadow Of The Packs - 20 By Vijay Sanga

पृथ्वीराज की बात सुनकर रूक्मणी उसकी बात समझने के बजाय और गुस्से मे आ गई। “आपने विक्रांत को ये तो बता दिया की इस लड़की को ठीक किया जा सकता है! पर तुमने विक्रांत को ये बताया की इस लड...

Read Free

नागिन और रहस्यमयि दुनिया - 10 By Neha Hudda

मोहनलाल ने पत्र को ध्यान से देखा और सोचा कि कहीं कुछ शब्द तो पढ़े जा सकते हैं। उसने पत्र को देखा और धीरे-धीरे-धीमे शब्दों को पढ़ा।मैं...मित्र.... नागराज... मेरी पत्नी नागलोक... नाग...

Read Free

नक़ल या अक्ल - 62 By Swati

62 कोचिंग   मधु उस पर चिल्लाकर बोली, हरीश क्या कर रहे हो?  हरीश  ने गुस्से में  दाँत  भींचते  हुए कहा,   क्या बात है, जब भी बुलाता हूँ कोई न कोई बहन बना देती है।    डॉक्टर ने मुझे...

Read Free

रावी की लहरें - भाग 23 By Sureshbabu Mishra

गुबार   “पापा आ गए, पापा आ गए।" कहते हुए दिवाकर के दोनों बच्चे दिवाकर से लिपट गए। " आज बड़ी देर कर दी आने में।" दिवाकर की पत्नी बोली । दिवाकर ने कुछ जवाब नहीं दिया और गु...

Read Free

युवा किंतु मजबूर - पार्ट 4 By Lalit Kishor Aka Shitiz

दो महीने बीत चुके थे राकेश अब फिर से बेरोजगार हो चुका था। सब्जी के व्यापार में घाटा लगने की वजह से उसने दुबारा धंधे का नहीं सोचा। इधर किशोर बनारस में वहाँ के प्रसिद्ध लेखक प्रशांत...

Read Free

स्वयंवधू - 20 By Sayant

मैं सोफ़े पर हमारे बीच तीन हाथ की दूरी बनाकर बैठ गयी, आमतौर पर यह डेढ़ हाथ की दूरी होती थी। वहाँ पहेली भी चिंतित होकर आ गई और मुझे खुश करने के लिए म्याऊँ-म्याऊँ करने लगी और मेरी गो...

Read Free

नागेंद्र - भाग 2 By anita bashal

अवनी अपने माता-पिता के साथ उसे रहस्यमई जंगल में एक नाग मंदिर के सामने बैठी हुई थी जहां पर उसकी शादी एक सांप के साथ होने वाली थी। वक्त पर वह साफ तो नहीं आया था लेकिन एक दूसरा किंग क...

Read Free

किरन - 2 By Veena

उसके दिन गुजर रहे थे। सफेद रंग का टी-शर्ट और नीली जीन्स उसके पसंदीदा कपड़े। उलझे हुए बालों में बंधीं पोनी टेल उसे जंचती है। ऐसा उसके भाई और होने वाले पति, राज का मानना था। साधारण क...

Read Free

Resident Night - 11.59 By Harsh Pal

प्रस्तावना अंतरा इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ। मालदा, पश्चिम बंगाल। 17 जून1998। उस रात फिज़ा की कैफियत कुछ अजीब ही थी। मूसलाधार बारिश ने आमों का शहर कहे जाने वाले मालदा की सड़कों को रा...

Read Free

लालच कहूँ या लाचारी By Shweta pandey

लघु कथासुबह के 10 बजे थे, सबके ऑफिस और कॉलेज जाने का वक्त था ये , मैं रोज की तरह ही बस का इंतेज़ार कर रही थी कॉलेज जाने के लिए , की तभी मेरी ध्यान एकाएक सामने लगी भीड़ पर जाती है,मुझ...

Read Free

प्यार बेशुमार - भाग 7 By Aarushi Thakur

"काव्या....," ममता जी ने काव्या को चुप करवाते हुए कहा ।सोनिया ने कहा, "वैसे इसे देख कर लग नहीं रहा की ये तुम्हारी फ्रेंड है । आई मीन लुक at हर कैसे बहन जी टाइप कपड़े पहने है ।"अब आग...

Read Free

बियोंड वर्ड्स : अ लव बॉर्न इन साइलेंस - भाग 13 By Dev Srivastava Divyam

   रात का समय,  नेशनल हाईवे,   सिद्धांत ने अपने सिर पर हाथ रख कर कहा, " ओ भाई साहब, हो गया बंटाधार ! "   निशा ने कहा, " कुछ कहा तुमने ! "   सिद्धांत ने कहा, " नहीं, नहीं, मैम ! कृप...

Read Free

मैं तो ओढ चुनरिया - 62 By Sneh Goswami

  मैं तो ओढ चुनरिया    62   पूरी रात मैं आज के घटनाक्रम पर विचार करती रही । बिना किसी कसूर के मिली गालियां । फिर घड़ी मिल जाने पर खुशी । हमारे घर तो छोटी से छोटी चीज भी किसी के लिए...

Read Free

Shadow Of The Packs - 20 By Vijay Sanga

पृथ्वीराज की बात सुनकर रूक्मणी उसकी बात समझने के बजाय और गुस्से मे आ गई। “आपने विक्रांत को ये तो बता दिया की इस लड़की को ठीक किया जा सकता है! पर तुमने विक्रांत को ये बताया की इस लड...

Read Free