The Download Link has been successfully sent to your Mobile Number. Please Download the App.
You are welcome to the world of inspiring, thrilling and motivating stories written in your own language by the young and aspiring authors on Matrubharti. You will get a life time experience of falling in love with stories.
1. लक्ष्य निर्धारणलक्ष्य निर्धारण जीवन की दिशा और उद्देश्य को स्पष्ट करता है, जि...
फ़िल्म जगत में जब कोई हीरो या हीरोइन "नंबर एक" की कुर्सी पर काबिज़ होते हैं तो उ...
बजरंग बत्तीसी – समीक्षा व छंद 4 बजरंग बत्तीसी के रचनाकार हैं महंत जानकी दास जी ।...
*वाणी पर नियंत्रण की महत्ता*एक छोटे से गाँव में एक बूढ़ा आदमी रहता था। वह आदमी अप...
भाग- १ फाल्गुन की सुबह जब सूर्य निकलने वाला हो और उसकी तरुण रतनारी क्षितिज...
एक टुकड़ा आसमानबटलर ने फूलों का एक बुके लाकर समीर को दिया। समीर ने कार्ड निकाल...
१) दो मछलियों बहोत दिनो के बाद दो मछलीयॉं मिली । आपस में बात कर रही थी । एक कह र...
इस अध्याय में दो कथाओं का वर्णन है :(१) बाबा किस प्रकार श्रीमान् देव की माँ के य...
...Episode#2 फ्लैट नंबर 505सारिका के फोन पर फिर से उसी नंबर से कॉल आयी।फोन के दू...
अध्याय 8: रहस्यों का आश्रय हवा ने बारिश की खुशबू को ले लिया क्योंकि व्हिस्कर्स...
में और मेरे अहसास भाग-१ *** ईश्क में तेरे जोगन बन गई lआज राधा जोगन बन गई ll *** गरघर कीदीवार केकर्णहोतेकोई घरखड़ाना होता ll *** काटे नहीं कटता एक पल यहां lकैसे कटेगी एक उम्र भला यहा...
हर सुबह की किरण में, अब हमें एक डर सा लगता है, नन्हीं आँखों में सवालों का अंधेरा सा झलकता है। हर हंसी में एक क़ीमत है, हर ग़म में एक ग़मगीन पल, लेकिन कभी किसी ने सोचा है, ये नन्...
रहने दे मोहब्बत में डूबने को, ऐ परिंदे आसमाँ के...ये दरिया है नादान, बेमौत मारा जाएगा || ~ याद आता है ~ मैं, तू और वो हंसी वक्त, याद आता है...मेरा मुस्कुराना, तेरा शर्मा जाना, याद...
मानव सभ्यता के इतिहास में पंचमहल धरती का अपना एक अनूठा गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। पूर्व सताब्दियों के साथ अष्टमी सताब्दी भी नवीन अनुभूति के, कई पन्ने पलटती दिखीं है।महाकवि भवभूत...
सपने बुनते हुएकभी सुना था उसने सपने मर जाने से मर जाता है समाज आज सपने बुनते हुए भावी समाज के वह बुदबुदाया'चोर को चोर कहना ही काफी नहीं है'दो बार और फुसफुसाकर कहा पर तीसरी...
१. स्त्रीत्व पूछता हूं मैं जग से आज ललकार कर क्या करते हो संदेह तुम उस अद्वितीय फनकार पर हस्तक्षेप इस श्रृष्टि की रचना में मुझे बताओ तुम करते किस अधिकार पर क्यों क...
आह्वान प्रेम का1. तेरी यादों को मैं कितना भुलाऊं,बेझिझक चली आती है चाहे मैं बुलाऊं या न बुलाऊं और हाल दिल का तुझे मैं क्या बताऊं अब रहा नहीं जाता, तुझसे मिलने का बेसब्री से दिल चाह...
भाग1यह कृति मन से उपजी हुई भावनाएँ है जिसे काव्य के रूप में अर्थ दिया गया है। इस संग्रह में विभिन्न् विषयों वाले काव्यों का संकलन है। यह आवश्यक नहीं है कि मेरी सभी भावनाओं से आप सब...
एक लड़की फेसबुक पर मिली थी कमेंट्स के जरिए बातें चली थी। वह मुझे पोस्ट पर कमेंट्स करती और मैं उसकी पोस्ट कमेंट्स देता था । एक दिन कमेंट्स मैसेज में बदल गए मैसेज मैसेज में ही बातें...
खबर नहीं शायद तुम्हे तेरे मेरे प्यार के पल वो अहसास गुजर रहे खबर नहीं तुम्हे शायद मगर ख्वाब प्यार के बिखर रहे है तुम्हे अहसास नहीं बहुत कुछ बदल रहा है रहते थे जिस अंदाज हम पहल...
लॉग इन करें
लॉगिन से आप मातृभारती के "उपयोग के नियम" और "गोपनीयता नीति" से अपनी सहमती प्रकट करते हैं.
वेरिफिकेशन
ऐप डाउनलोड करें
ऐप डाउनलोड करने के लिए लिंक प्राप्त करें
Copyright © 2025, Matrubharti Technologies Pvt. Ltd. All Rights Reserved.
Please enable javascript on your browser