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63=== डाइनिंग टेबल के ठीक सामने उनके मम्मी-पापा की तस्वीर लगी हुई थी...
ज़ालेरॉन के गायब होते ही गुफा में अजीब सी शांति छा गई। अग्निरत्न अब शांत था, लेक...
_____________________ अपने शहर पर मुझे गर्व होता है। बेहद शांतिप्रिय, इतना की यह...
**"इंतज़ार की दास्तान"** *(एक प्रेम कहानी)* उत्तर प्रदेश के छोटे से गाँव **धनप...
महाभारत की कहानी - भाग-३० राजसूय यज्ञ के विषय में श्रीकृष्ण और युधिष्ठिरादि की स...
शाम का वक्त था। अमित अपनी पत्नी से: " मई अभी रेटायर्मेंट लेने का सोच में हूँ.. अ...
रात जो कभी खत्म नहीं होती – भाग 2सिर्फ एक खेल? या उससे भी ज्यादा?सान्या के कदमों...
अध्याय 52 “इन्होंने कोई गलती नहीं की है सर…इन्हें भी कैद करे...
मन की गूंज, न सुनाई देती है कभी,पर यह भीतर से आती है, कभी चुपके से, कभी तीव्र।हर...
...!!जय महाकाल!!...अब आगे...!!कुछ ही देर में इंगेजमेंट शुरू होने वाली थी.....सात...
क्रांति एक ऐसी लड़की थी जिसे ऊपर वाले ने वह उपहार दिया था जो हर किसी के भाग्य में नहीं होता। वह बहुत ही तेज दौड़ती थी। वह जब भी टीवी पर लड़कियों या फिर लड़कों को हॉकी खेलते देखती, उ...
ये कहानी पूरी तरह से मेरी कल्पना पर आधारित है ये कहानी पूरी तरह से मेरी कल्पना पर आधारित है अगर इस कहानी या इसके किसी भी पात्र से आपको भावनात्मक रूप से ठेस पहुंचाती हैं तो मैं क्षम...
अनामिका एक मध्यम वर्गीय परिवार की बहुत ही खूबसूरत लड़की थी। उसके पापा अरुण और मम्मी वैभवी ने सीमित साधनों में भी उसे बड़े ही लाड़-प्यार से पाला था। वह सिविल इंजीनियर थी, उसने ख़ूब...
प्रिया के घर के सामने वाले खाली घर में महीनों से सन्नाटा पसरा था। उस घर के आँगन में धूल से नहाये हुए पत्ते, हवा के साथ यहाँ से वहाँ उड़ते नज़र आते थे। जगह-जगह पत्तों के छोटे-छोटे ढ...
माँ के आहार-विहार व विचारों से गर्भस्थ शिशु पोषित व संस्कारित होता है। जगत में कुछ भी असम्भव नहीं है। प्रत्येक गर्भवती महिला अपने यहाँ श्रीरामचन्द्रजी, श्रीकृष्ण, अर्जुन, महात्मा ब...
आज की कविता का टॉपिक थोड़ा सा नाजुक है, ये औरत के लिए है जिन्हे अक्सर ये समझाया जाता है की इतना तो चलता है। एक औरत एक लड़की ने नई जॉब ली है, यहां उसके लिए तो पूरा ऑफिस स्टाफ उसक...
नवंबर का दूसरा सप्ताह बस जाने ही वाला था। मौसम बहुत सुहावना हो रहा था। लेकिन मेरा मन बड़ा अशांत था। थका-थका सा, अपना स्ट्रॉली बैग खींचता हुआ ट्रेन की एक बोगी में चढ़ गया। कई सीटों पर...
नुसरत मिठाई का डिब्बा लिए हुए के.पी. साहब के चैंबर के सामने पहुँची। अर्दली कुर्सी पर बैठा मोबाईल में व्यस्त था। नुसरत ने उससे पूछा, “साहब बैठे हैं क्या?” अर्दली ने एक दृष्टि मि...
शहर का सबसे बड़ा वृद्धाश्रम जिसका नाम कुटुम्ब है,जहाँ बहुत से वृद्धजन रहते हैं,उनमें महिलाएंँ और पुरुष दोनों ही शामिल हैं,सभी हँसी खुशी उस आश्रम में रहते हैं,किसी वृद्ध महिला को उसक...
जल्दी करो बहुत देर हो रही है पाता नहीं सुबह से क्या कर रहे थे जो अब इतना समय लग रहा है अरे आज ही हमें बारात लेकर निकलना है,,, और कितना समय लगाओगे जल्दी करो सुबह समझा रहीं हूं अपनी...
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