में और मेरे अहसास

(383)
  • 670k
  • 30
  • 228.5k

में और मेरे अहसास भाग-१ *** ईश्क में तेरे जोगन बन गई lआज राधा जोगन बन गई ll *** गरघर कीदीवार केकर्णहोतेकोई घरखड़ाना होता ll *** काटे नहीं कटता एक पल यहां lकैसे कटेगी एक उम्र भला यहां ll *** बादलो ने फिर सेनशा किया लगता है lघंटों गरजते रहे परबरस ने का नाम ना लिया ll *** प्यार से छेडने में मजा आ गया lहाथ से छेड़ में मज़ा आ गया ll *** चांदनी रात में हुस्न को रूठा देख lजाम से छेड़ में मज़ा आ गया ॥ *** आसमान में चाँद निकला है lआज मेरा चाँद निखरा है lहुस्न

नए एपिसोड्स : : Every Sunday

1

कशिश

कशिश (दर्शिता बाबुभाई शाह) - कविता संग्रह पढ़िए हिंदी कविताएँ... ...और पढ़े

2

आरजू

जैसे चलना, बसना, सजना ये मशीन की तरह अपने आप बनते कर्म हो गए है दूसरी और सोचो आदमी जैसे किसीके लिए या अपने आप के लिये यह सबकुछ नहीं कर रहा है, फिर भी कर्म कर रहा है इन काव्यों में वक्त की गुमनाम ख़ामोशी किसी जहर से कम नहीं अजनबी शहर में आदमी अपना मकान ढूंढने की जुर्रत कैसे कर सकता है वक्त का परायापन आदमी को हर बार मात कर देता है ये शहर भी उससे बात नही करता, जो रस्ते भी अपनी जिद पर अड़े हैं, और फिर भी एक आदमी सारी उम्र अजनबी शहर में घर ढूंढता रहता है दर ब दर ...और पढ़े

3

चांदनी रात

1 - रात गुमसुम 2 - मखमली आवाज 3 - पंखी 4 - नाम 5 - बंधन 6 - शिक्षा 7 - मौसम 8 - पत्थरो 9 छांव 10 - धूप 11 - भारत 12 - जिंदगी 13 - परदों 14 - मुलाकात 15 - प्यार 16 - दर्द का रिस्ता 17 - आस 18 - प्रेम की भूखी 19 - तेरी यादें 20 - वजह 21 - ग़ज़ल 22 - चांदनी रात ...और पढ़े

4

में और मेरे अहसास

में और मेरे अहसास भाग-१ ईश्क में तेरे जोगन बन गई lआज राधा जोगन बन ll गरघर कीदीवार केकर्णहोतेकोई घरखड़ाना होता ll काटे नहीं कटता एक पल यहां lकैसे कटेगी एक उम्र भला यहां ll बादलो ने फिर सेनशा किया लगता है lघंटों गरजते रहे परबरस ने का नाम ना लिया ll प्यार से छेडने में मजा आ गया lहाथ से छेड़ में मज़ा आ गया ll चांदनी रात में हुस्न को रूठा देख lजाम से छेड़ में मज़ा आ गया ॥ आसमान में चाँद निकला है lआज मेरा चाँद निखरा है lहुस्न ...और पढ़े

5

में और मेरे अहसास - 2

में और मेरे अहसास भाग २ खुद को खुद की कबर मे देखता हूं lफिर मे तेरी नजर में हूं ll *** एक लम्हा तो गुजरता नहीं lलोग कैसे सदियों इतजार करते हैं ll *** रिसता दिल काहोना चाहिए नाकि मजबूरी का l प्यार दिल सेहोना चाहिए नाकि मजबूरी से ll *** ढूढ़ना है तोअंदर ढूढ़बाहर कुछना मिलेगा l *** खामोशी में शोर छुपा होता है lमौन में भी शोर छुपा होता है ll *** ढूंढना नहीं चाहते उसे फिर ।से मिलने की उम्मीद नहीं करते ll *** दर्द देने वाले अपने ही होते हैं lबेगानों को परवाह भी ...और पढ़े

6

मे और मेरे अह्सास - 3

मे और मेरे अह्सास (3) अकेले है फिर भी व्यस्त्त रहते हैं lअपने आप मे ही मस्त रहते हैं दिल्लगी कर ने आया है वो lजिंदगी मेरी बन गया है वो ll दिल की धड़कन मे रहते हो lकिसी के नहीं सिर्फ मेरे हो ll तुज से मिलने के अंगिनत बहाने है पास मेरे lतू भी तो बात करने के लिए हरपल तैयार है ll दिल के दरवाजे खोल दो lआज खुलके तुम हस दो ll वक़्त का खेल है सब lबस यही खेल हम नहीं खेलते ll पतंग मे याद लिखकरखुदा कोवॉट्सअपभेजा ...और पढ़े

7

मे और मेरे अह्सास - 4

मे और मेरे अह्सास (4) सफर मे चल पड़े है lयकी है हमे पहचानमिल ही जाएगी ll *** गर वादा करता है lकि तू ताउम्र खुश रहेगा lतेरे लिए टेड़ी बननामुजे ताउम्र मंजूर है ll *** दिल की धड़कनों मे रहते हो lजिस्मों की दूरी कोई माईने नहीं रखती ll *** किसी का वेलेंटाइनहोना किस्मत की बात है llइस लिए खुद केवेलेंटाइन खुद ही बनो ll *** इतने नादा नहीं है किखामोशी तेरी समज ना पाए lबस थोड़ी दुनियादारीबीच मे आ जाती है ll *** एक ही रोजगार रह गया है lतुजे हरपल चाहते रहना है ll *** स्नेहेस्वर ...और पढ़े

8

मे और मेरे अह्सास - 5

मे और मेरे अह्सास (5) आप हम से नजर को मिला लीजिये lजाम नजरो से हमको पीला दीजिये ll काटा चुभने ना पाए पांव मे lफूल ही फूल राह मे खिला दीजिये ll है मना मीठा हमे पीने को सुनो lघुट दो पीकर शहद मीला दीजिये ll *** सफर मे चल पड़े है lयकी है हमे पहचानमिल ही जाएगी ll *** गर तू वादा करता है lकि तू ताउम्र खुश रहेगा lतेरे लिए टेड़ी बननामुजे ताउम्र मंजूर है ll *** दिल की धड़कनों मे रहते हो lजिस्मों की दूरी कोई माईने नहीं रखती ll *** किसी का वेलेंटाइनहोना किस्मत ...और पढ़े

9

मे और मेरे अह्सास - 6

मे और मेरे अह्सास भाग- ६ किताबों ने मीटिंग रखीं है lगूगल की छुट्टी करने को ll ----------- निगाहों बयान होता है वो है इश्क lइशारों से बयान होता है वो है इश्क ll ----------- उसकी गली से क्या गुजरे lचहरे के तेवर ही बदल दिये ll ----------- आंख झुकी हुई है lसाँस रुकी हुई है ll मुलाकात हो गई lदिलकी बात हो गई ll ----------- पतंग मे व्हाट्सप्प लिख कर भेजा है lआज खुदा को मेने मेसेज लिख भेजा है ll ----------- मन पतंगा उड़ा उड़ करे lप्रीत संगे उड़ा उड़ करे ll ----------- तुम्हारी याद क्या लिख ...और पढ़े

10

में ओर मेरे अहसास - 7

में ओर मेरे अहसास भाग-७ घर में सब कैद है लोग मेरे शहर के lपिंज मे बंध है मेरे शहर के ll साँस लेने से भी डर गया है इन्सांन lदेख के दंग है लोग मेरे शहर के ll जिंदा रहने की कोई वज़ह भी नहीं है lस्वयं से तंग है लोग मेरे शहर के ll ****** तस्वीर देख कर जी नहीं भरता lरुबरु मिले तो कोई बात बने ll ****** इन्सांन सिर्फ कठपुतली है खुदा की lवो जब चाहे जैसे चाहे खेल लेता है llखुद को तीसमारखाँ ना समज तू lसब से बड़ा उपरवाला है lसब की दौर ...और पढ़े

11

मे और मेरे अह्सास - 8

मे और मेरे अह्सास (8) जब उसकी आवज सुनता हूं lबेहोशी के आलम से लौट आता हूं llजब उसकी की महक आती है lउसे महसूस करने दौड़ा जाता हूं llवो क्या शै खुदा ने बनाई है lदेखकर उसे दिलों दिमाग लुटाता हूं ll ******* सुर कुदरत के है निराले सुन जरा lखेल कुदरत के है निराले देख जरा ll ******* खुदा भी आज रूठ कर बैठा है lमंदिर - मस्जिद बंध कर बैठा है llइंसानो के बीच तो दूरी रखनी है lखुदा भी दूर जाकर के बैठा है ll ******* कितना आसाँ है कहना ये पल गूजर जायेगा lकितना ...और पढ़े

12

मे और मेरे अह्सास - 9

मे और मेरे अह्सास भाग - ९ बहाना ना बनाना दूर जाने के लिये lचले जाना गर जाना चाहो से ll ******** चले जाना था तो बताकर जाते lफिरसे प्यार थोड़ा जताकर जाते ll ******** सितारे थे यहाँ के, वो सितारे आसमाँ के बन गये lनजारे थे यहाँ के, वो नजारे आसमाँ के बन गये ll ******** माँ पूरी दुनिया मे एक इन्सां है lजो कभी ना बुरा बोलेगी lना मेरा बूरा सोचेंगी lना मेरे बारे में बूरा सुन सकेगी lमेरे लिए हमेशा दुआ करेगी lमेरे लिए ही हसेगी, रोयेगी, जीएगी lवो इन्सां है मेरी प्यारी प्यारी l "माँ ...और पढ़े

13

मे और मेरे अह्सास - 10

मे और मेरे अह्सास भाग- १० **** बात को भुलाना आसाँ होता lयाद को भुलाना आसाँ होता ll चांदनी डूबी हुई महकती lरात को भुलाना आसाँ होता ll नशीली निगाहों से पिया हुआ lजाम को भुलाना आसाँ होता ll ******************** दिल की बात बताने का आसां ज़रिया है ये शायरी lदेख लोगों का हाल ए दिल बता देती है ये शायरी ll ******************** कुछ तो है दर्मिया जिस पे पड़दा है । वर्ना नजरमें आपकी कुछ बात होती है ll ******************** हाथ छुटे भी तो रिश्ते नहीं टूटा करते lजिस्मोंकी दूरीसे रिश्ते नहीं टूटा करते ll ******************** किसी को ...और पढ़े

14

मे और मेरे अह्सास - 11

मे और मेरे अह्सास भाग-११ आँख से बरस रहीं हैं बारिसे lकिस ने की है धूप मे साजिसे ll की आश लगाए बेठे है lजाने कब पूरी होगी ख्वाइशे ll ******* आज प्यार की बारिश होने वाली है lजाम-ए-इश्क की बारिश होने वाली है ll ******* गुस्सा आता है कि वो बिना वज़ह के गुस्सा है lप्यार आता है कि वो बिना वज़ह के गुस्सा है l ******* मे और मेरे अह्सास ही काफी है जीने के लिए lफूल गुलाबी रंग का ही काफी है देने के लिए ll ******* वो मेरा नसीब है lजो मेरे करीब है ll ...और पढ़े

15

मे और मेरे अह्सास - 12

मे और मेरे अह्सास भाग- १२ उदास मत हो lजी ले जिंदगी ll वो लम्हें ना रहे हैं lये ना रहेगे ll तू जी रहा था जैसे lफिरसे जिएगा वैसे ll ******************* माना विपदा हें बड़ी lदम घुट रहा है बहोत l फिजाओ मे सन्नाटा lवक़्त सहम गया है ll एक साँस पे दुसरी lहर साँस है भारी ll ****************** जो आपकी खुशीके लिए हरपल जीता हो lउसका हाथजीवन मेंकभी ना छोड़ना ll **************** भीगने का अह्सास काफी नहीं lआज भीगने भिगोने को आये हैं ll **************** दुनिया में तू किसी का lबेटा, भाई, दोस्त, पिता, पति है lपर ...और पढ़े

16

मे और मेरे अह्सास - 13

मे और मेरे अह्सास भाग-13 आदमी खुद को जान लेता हैं lये जग उस को पहचान लेता है ll शुरुआत जोरदार होने से कुछ नहीं होता lजीत ने का हौसला बरकरार रहेना चाहिये ll ************************************ स्थिर और एकाग्र मन ही योग है lसाफ और सच्चा हृदय योग है ll ************************************ ह्रदय समंदर जैसा विसाल रखो lजहा मे खुद की बड़ी मिसाल रखो ll ************************************ ए खुदा तू मेरे पापा जैसा बन lमेरे मांग ने से पहले वो lमेरी प्यारी चीज़ो से मेरी lजोली भर देते हैं ll ************************************ जिंदगी का सफर आसाँ नहीं है lहौसला बढ़ाने की कोशिश कर ...और पढ़े

17

मे और मेरे अह्सास - 14

मे और मेरे अह्सास भाग -14 जाम पे जाम पीए जा रहे हैं lशाम का नाम लिए जा रहे ll ******************************************* *शाम है जाम है और क्या चाहिये**काम है दाम है और क्या चाहिये* ठाम है नाम है और क्या चाहिए ll गाभ है राम है और क्या चाहिए ll ******************************************* प्यार जिंदा रखो lयार जिंदा रखो lछोटी सी जिंदगी lदिल जिंदा रखो ll ******************************************* पीने को दरिया भी पी जाए ग़र तुम कहो तो lखाने को ज़हर भी खा ले ग़र तुम कहो तो ll ******************************************* आज फिर यादों ने डेरा डाला है lपीना मना है फिर भी ...और पढ़े

18

मे और मेरे अह्सास - 15

मे और मेरे अह्सास भाग 15 दुनिया की जंजीर तोड़कर आजा lप्यार के बंधन मे बंधकर आजा ll ********************************************************************* पे बाते करना अच्छा लगाता है lपर नज़रे तुझे देखने को तरस गई है l ********************************************************************* मिट्टी से बना है, मिट्टी में मिल जाएगा lगुरूर छोड़ दें,और जहां को सुहाना बना ll ********************************************************************* तेरी वफ़ा का जिक्र किसी से ना करूंगी lकही ख़फ़ा तू ना हो, खुदा ना करे मुझसे ll ********************************************************************* खुद पे भरोसा lखुद का हौसला lखुद की शक्ति lआसमाँ की बुलंदी lको छूने के लिए lपहेली शर्त है ll ********************************************************************* मनाने वाला हो तो रूठना lजगाने वाला ...और पढ़े

19

मे और मेरे अह्सास - 16

मे और मेरे अह्सास भाग -16 आधीसे ज्यादा जिंदगी सीखनेमे निकल जाती है lआधी से जिंदगी क्या सीखा समझने जाती हैं ll ******************************************************* वक़्त का ही खेल है सब lना जाने क्या हो कब lकुछ नहीं समज आता तब lदेखते रहते हैं तमाशा तब ll ******************************************************* आधी अधूरी थी तुज से मिलने से पहले lकान्हा तूने 'माँ' कह कर पूर्ण कर दिया ll ******************************************************* सुकून की जिंदगी तलाश में निकले हैं lफ़कीर की जिंदगी तलाश में निकले हैं ll ******************************************************* कोई खजाना ही हाथ लग जाये कहीं lनशीब की जिंदगी तलाश में निकले हैं ll ******************************************************* l कल दिवाने ...और पढ़े

20

मे और मेरे अह्सास - 17

मे और मेरे अह्सास 17 चुप चुप से महफ़िल में बेठे है वो lजाम पे जाम पिया है, चुप वो ll ************************************************ सब कुछ सह लेगे हम lतेरी कमी ना सहेंगे हम ll ************************************************ आज भी उनको देखने की उम्मीद मे जीते हैं lजिनको यहां से गुज़रे हुए एक जमाना हुआ है ll ************************************************ खुदा ने इंसा के दिल की बात रख ली lइन्सां इन्सां के बीच दूरिया कर दी ll ************************************************ नसीब का ही खेल है सब lतकदीर मे नही, दिल में है ll ************************************************ वक़्त सब का आता है lआज तेरा कल मेरा है ll ************************************************ कर्ण ...और पढ़े

21

मे और मेरे अह्सास - 18

मे और मेरे अह्सास 18 छोड़कर जाने वालो का इन्तजार नहीं करते हैं l सच्ची मुहब्बत करने वाले नहीं जाते हैं ll ********************************************************* कही कोई करता होगा मेरा इंतजार lवही सोच सोच के दिल रुक गया है ll ********************************************************* न दिन को चैन, न रात को आराम होगा lयही बात सोच के दिल थम गया है ll ********************************************************* बात करते रहेना चाहिये lयाद करते रहेना चाहिये ll ********************************************************* कही भुला ना दे प्यार को lदस्तक देते रहेना चाहिये ll ********************************************************* मातृ भाषा कोई भी हो आपकी lकविता मे स्पष्टता होनी चाहिए ll ********************************************************* बेख़बर थे दिल की धड़कनों से ...और पढ़े

22

मे और मेरे अह्सास - 19

मे और मेरे अह्सास 19 मुहब्बत दर्द भी है और दवा भी देती है lकिसको क्या मिला मुकद्दर की है ll ****************************************** दर्द देने वाला मरहम लगाने भी ना आया lइंतजार में उनके हम मर ही गये कब के ll ****************************************** कल तक सीने से लगाये रखते थे हरदम lआज जान से गुज़र गये फिर भी खामोश हैं ll ****************************************** अच्छा है वक़्त रहते पता चला कि उन्हें हम से शिकायत है lहम तो यही सोचकर चुप थे कि उन्हें हम सेमुहब्बत है ll ****************************************** शोख था जिन्हें बात छुपाने का lआज दुनियाभर मे ढिंढोरा पीटते है ll ****************************************** ...और पढ़े

23

मे और मेरे अह्सास - 20

मे और मेरे अह्सास शब्द के सहारे जी रहा है कवि lकलम के सहारे जी रहा है कवि ll मुशायरों मे वाह वाह क्या हुईं?ग़ज़ल के सहारे जी रहा है कवि ll ***************************************** खुद से ज्यादा तुमसे प्यार किया है lरब से ज्यादा तुमसे प्यार किया है ll ***************************************** तेरी जरा सी दूरी सह नहीं सकते हैं lहद से ज्यादा तुमसे प्यार किया है ll ***************************************** जज्बातों की कदर करना शिख लो lखुशी को जाहिर करना है चीख लो ll ***************************************** चार दिन मांग के लाए थे जीने के लिए lदो मनाने मे और दो इंतजार मे काटी ll ...और पढ़े

24

मे और मेरे अह्सास - 21

मे और मेरे अह्सास हमारी हल्कि सी नाराजगी से तुम्हारा दिल बैठ जाता है lसोचों ग़र तुम से दूर जायेगे तो क्या हाल होगा ll ******************************************* तुम से जुड़ी हुई हर शै से मुहब्बत है lहमे सिर्फ़ तुम से मुहब्बत हैll ******************************************* अनजाने से रिश्ते मे बंधे हुए हैं lमनचाहे से रिश्ते मे बंधे हुए हैं ll ******************************************* युग युगांतर से तरसे हुए हैं lपहचाने रिश्ते मे बंधे हुए हैं ll ******************************************* करुणा के साथ सब से मिला करो lप्यार के साथ सब से मिला करो ll ******************************************* किसी के दुख में करुणा होती है lतो उसे प्यार और ...और पढ़े

25

मे और मेरे अह्सास - 22

चल री सखी काना संग खेले रास lचल री राधा काना संग खेले रास ll छोड़ एकतारा छोड़ भजन तू lचल री मीरा काना संग खेले रास ll वृन्दावन में रास खेले काना मस्त मगन lचल री गोपी काना संग खेले रास ll ऑनलाइन गरबा खेले चल री राधा lकाना गोपी संग खेले चल री राधा ll घर बाहर निकलना मना है lकाना दूर मथुरा मे बसा है lआज तो रास तो खेलेंगे ही lऑनलाइन रास खेले चल री राधा ll सोसियल डिस्टेंस रखना है lकिसीको छुना भी मना है lआज तो झूम पे खेलना है lऑनलाइन गरबा ...और पढ़े

26

मे और मेरे अह्सास - 23

दिल के दर्दो का इलाज । जाम में मिलता नही ॥ ************************************************* मेरे इश्क का अंदाजा नहीं है lसागर की कोई नाप सका है भला ll ************************************************* इलाजे - दर्दे - मोहब्बत का मेरे कौन करेगा lयहां सब इश्क के मारे है, होश मे कौन लाएगा ll ************************************************* नई सुबह का इंतजार मत करो lजागो उठो और नई शुरुआत करो ll ************************************************* मेरे सपनों के साथी तुम ही हो lजो तुम मे अदा है, किसी मे नहीं ll ************************************************* दिल को ना तुम मेरे तड़पाओ lअब तो सिर्फ मेरे बन जाओ ll ************************************************* ...और पढ़े

27

मे और मेरे अह्सास - 24

होश तुम्हें पा लिया है lफ़ायदा किया है ll होश खो रहे हैं lजाम जो पिया है ll पा लिया है lहोठो को सिया है ll दूर तुम क्या गये ?सब्र खो दिया है ll साथ तेरे मेने llहर लम्हा जिया है ll जिंदगी मौत खुद आती नहीं है जिंदगी के सामने lलो खुदा भी झुक गया है बंदगी के सामने ll गूँजता है शोर खामोशीओ का फिजाओ मे lपल दो पल भी टिक सके ना दिल्लगी के सामने ll आदमी खुद बन गया है जानवर जैसा देखो lजानवर की क्या तुलना आदमी के सामने ll ...और पढ़े

28

मे और मेरे अह्सास - 25

अकेला ही नहीं साथ तुम्हारे चलना है lआगाह ये है तो अंजाम भी अच्छा है ll खुदा पर कर दिल ए नादा lहर काली रात के बाद होता सवेरा है ll *********************************************** अपनों की खुशी के लिए खुश रहते हैं lजाने वाले कभी लौटकर नहीं आते हैं ll *********************************************** प्यार जी भरके तुजे करता रहा हूँ lरोज जी के फ़िर रोज मरता रहा हूँ ll *********************************************** है किसीकी दुआओं का असर देख lअब ग़मे ज़हर पीकर बचता रहा हूँ ll *********************************************** सिद्दत से मुलाकात के इंतजार में lसाथ तन्हाइयों से लड़ता रहा हूँ ll ...और पढ़े

29

मे और मेरे अहसास - 26

दिल की सजावत हो तुम lआँखों की चमक हो तुम ll हाल दिल का कौन समझेगा lबातों की जान तुम ll ******************************************* एक रोज़ रंग लाएगी फ़ाक़ा मस्ती अपनी lएक रोज़ गिनती होगी दिवानों मे अपनी ll ******************************************* टूटा हुआ जरूर हू, बिखरा नहीं हू lजुदा हुआ जरूर हू, बिछड़ा नहीं हू ll प्यार के मामले में नादाँ ही ठहराया lलुटा हुआ जरूर हू, बिखरा नहीं हू l बात अंजाम तक नामुमकिन हो गई है lरूठा हुआ जरूर हू, बिखरा नहीं हू ll ******************************************* एक वो ग़ालिब थे,जीने से पहले मर गये lएक हम हैं मरने ...और पढ़े

30

मे और मेरे अहसास - 27

हाथो की लकीरों मे नहीं है lउसका दिल में टैटू गया है ll **************************************************** छोटी छोटी बातों मे मत दुखाया कीजिए lहर बार जान को तुम यू मत जलाया कीजिए ll **************************************************** सलीक़ा होता है पीने का महफ़िल मे दोस्तों सुनो lदिल बहलाने के लिए कुछ जाम बचाया कीजिए ll **************************************************** खुश होना और खुशी का दिखावा करना हुन्नर होता है lदिल की बातें दिल में ही छुपाने रखना हुन्नर होता है ll **************************************************** प्यार की डोरी से बंधकरबहुत दूर नीले आसमान मेंउड़ना चाहतीं हू l खुली हवा में मौजूदमीठी तरंगें सांसों मेंभरना चाहतीं ...और पढ़े

31

में और मेरे अहसास - 28

वफ़ा पे मेरी गर एतमाद हो तो इंतजार करना l कभी मेरी वफ़ाओ का शायरी मे ज़िक्र करना ll ************************************* हस्ते हुए चहरे को देख धोखा खा गए l अंदर तो धगधगता लावा उबल रहा था ll ************************************* एकाएक उनसे मुलाकात हो गई l फ़िर आखों से शुरू बारिश हो गई ll ************************************* इतनी भी क्या बाते होती है रोज रोज? आज क्यों घर लौटते ही शाम हो गई? ************************************* जान कहते हुए प्यारी जान हो गई l तेरे आने से जिंदगी रोशन हो गई ll ************************************* प्रेम ...और पढ़े

32

में और मेरे अहसास - 29

ढ़ाई को ढाई रहने दो l ना कम ना ज़्यादा होने दो ll बीत गया सो बीत गया दिल का चैन ना खोने दो ll सिख लो हंसाना खेलना l प्यार में जीने दो सोने दो ll ********************************* दुआ करो इश्क मुकम्मल जो जाए l रश्क करने वाले बस देखते रह जाए ll रिस्तों मे उलझ गये हैं जिंदगी अब l कहे तो किसे कहे, जाए तो कहां जाए ll ********************************* रिश्ता ग़र दिल से है l तो परवरिश भी उसकी दिल से कीजिए ll ********************************* गुलाबों सी महकती रहे तू ...और पढ़े

33

में और मेरे अहसास - 30

वादा साथ रहने का नहीं lउम्रभर साथ निभाने का था llकल की किसको ख़बर lउम्रभर हाथ पकडने का था ****************************************** तेरी खामोशी ने बेचैनी बढ़ा दी है lमेरी इंतजारी और बढ़ती जाती है ll ****************************************** शायद महसूस कर सको खामोशी को तुम lमेरा कुछ बोलना अब कहा गवारा है तुम्हें ll ****************************************** जिंदगी तेरा कर्ज उतार रहा हू lजितने चाहें इन्तहा लेले llकोई कसर ना छोड़ना lकल फ़िर हो ना हो ll ****************************************** दिल और दिमाग की कशमकश में lलो दिल की जीत हुईं llहर बार दिमाग नाकाम हो जाता है ...और पढ़े

34

में और मेरे अहसास - 31

दूरिया तुम्हारी ख्वाइश थी lहमने तो सिर्फ़ हुक्म माना है ll ***************************************** ख्वाबो मे भी नहीं सोचा था हसीं तोहफ़ा पाया है ll ***************************************** ख्वाब हक़ीक़त बन गया है lबाद मुद्दतों के साथ मिला है ll ***************************************** होली के रंग में रंगना चाहती हूं lतेरे ही रंग में रंगना चाहती हूं ll ***************************************** तेरे इश्क में जोगन बन गई lप्रीत के रंग में रंगना चाहती हूं l ***************************************** इश्क ए जाम आँखों से पिया है ll तुम क्या जानो नशा प्यार का lकभी किया है नशा प्यार का ll आँखों से पिया करते ...और पढ़े

35

में और मेरे अहसास - 32

गर ख्यालो पे रोक लगा दोगे lतो जुबान अपनेआप मौन रहेगी ll *********************************************** याद ने तेरी जीने का हौसला दिया lप्यार ने तेरे जीने का हौसला दे दिया ll रफ्ता रफ्ता यू बढ़ गई हमारी हिम्मत lतेरी नज़रों से पीने का हौसला दे दिया l *********************************************** दिल एक खिलौना बन गया है lमनचलो का हाथा बन गया है ll *********************************************** दिल की महफिल में दिल बहलाने आये हैं lनज़रों से जाम पीकर झूम जाने आये हैं ll *********************************************** अब तेरी तस्वीर से दिल ना बहलेगा lतुझे जी भर के देखने दिवाने आये हैं ll कशिश ...और पढ़े

36

में और मेरे अहसास - 33

आहिस्ता बात रखा करो lसुनने वाले सुन लेगे lसमझने वाले समज लेगे ll ********************************************** आशिकी ये फिर ना मिलेगी lजिंदगी ये फिर ना दोबारा मिलेगी ll ********************************************** बड़े नाजुकना अंदाज न रखो ए हुश्नो वालो lयहां हर नई सुबह नई चुनौती लेके आती है ll ********************************************** आज का ये पल है खुशी से जीवन जी ले यार कलरहे ना रहे lकल की फ़िक्र छोड़ आज को तू जी ले यार कलरहे ना रहे ll ********************************************** रात मुरादों भरी काट रहे हैं आहिस्ता आहिस्ता lऔर घूंघट मे बाते हो रहीं हैं आहिस्ता आहिस्ता ll ...और पढ़े

37

में और मेरे अहसास - 34

हारी हुई बाज़ी हम जीत कर दिखा देगे lतुम्हें और खुद को मुस्कुराना सिखा देगे ll सुबह और शाम से दुआएँ कर के lतेरी तक़दीर मे खुशियो को लिखा देगे ll बहोत हों चुकी नादानी सुनो नादाँ जान lजल्द ही तुझे दुनियादारी सिखा देगे ll ************************************* मेरी खामोशीया की तुम वजह मत पुछो।मेरी मासूमियत की तुम वज़ह मत पूछो ll ************************************* मेरी हर सोच मे आप की सोच होती है lबेवजह मेरी आंखे रोज बेपनाह रोती है ll मिलन की तड़प इस तरह बढ़ जाती है lतेरी ही तस्वीरें देख देखकर सोती है ll जुदाई के ...और पढ़े

38

में और मेरे अहसास - 35

बोल सखी, आज तुम्हे कयां तोहफा दुं?तुम्हारे लिए मे ही खूबसूरत तोहफ़ा हूं ll जान से भी ज़्यादा प्यार हैं तुझे lआज तू जो कहें तो जाँ तुझ पे लुटा दुं? तेरी हर अदा पे जान निसार है सुन lतेरे सजदे मे चांद तारे भी बुला दुं? मेरी हर खुशी तुज से ही है जानम lतुझे सहलाने बाहों का मेरी झूला दुं? मेरे नन्हें से फरिश्ते,मेरे दुलारे आज lचांदनी रात मे लोरी सुना के सुला दुं? ********************************************** कीतनी फरीयादे है,यादे है,फीर भी मे खामोश हुं।बाहर से ढीला दिखता हुं, पर अंदर से बाहोश हुंll होश वालो के ...और पढ़े

39

में और मेरे अहसास - 36

बडा संगदिल मुजे मेरा महेबुल मिला lफ़िर भी किस्मत से नहीं है कोई गिला ll बेइंतिहा बेपनाह चाहत के भी lआज क्यूँ नीखरा है हीना का रंग पीला? अभी तो आए हो, और अभी जाना हैं lतूने दिल की गहराई से दिया हैं हिला ll सुहानी हसी मिलन की चांदनी रात में lनशीली आँखों का नूर हो गया है निला ll बिन बताए चल दिये हाथ छुड़ा कर lतूने किस अंदाज से लिया है सिला ll४ -६-२०२१ ***************************************************** मेरी तन्हाईयो की मुजसे वजह ना पुछो lमेरी बेवफाइयों की मुजसे वजह ना पुछो ll मुहब्बत मे दिल की गहराईयो ...और पढ़े

40

में और मेरे अहसास - 37

काग़ज़ पर लहू की सियाही से लिखीं हुईं lअनोखी भावनाओ को क़हती है कविताएं ll दिल के ज़ख्मों से है कविताएं lआँख के अश्रुओ से क़हती है कविताएं ll काग़ज़ पर लहू की सियाही से लिखीं हुईं lअनोखी भावनाओ को क़हती है कविताएं ll ******************************************** अजनबी कभी अजनबी नहीं रहते हैं l ******************************************** हम से दुर जाना है तो चले जाव सनम lपास आना चाहो तो चले आव सनम lll ******************************************** जिंदगी रंगीन होनी चाहिये lबंदगी संगीन होनी चाहिये ll डोलती है दुनिया पर है शर्त की lसुरिली भी बीन होनी चाहिये ll जिंदगी का ...और पढ़े

41

में और मेरे अहसास - 38

बात रूह की करो lजान बेज़ान सी है ll ************************************** कोई मगरूर है, तो कोई यहा मशहुर है खामोश हैं, तो कोई वहा मजबूर है ll ************************************** जिस चमन मे महफ़ूज़ समजा था ख़ुद को llवहीं चमन को वीरा करके चला गया है ll ************************************** ये इश्क़ नहीं आसान इतना जान ले तू lआंसूओ का दरिया है इतना मान ले तू ll ************************************** समझाने की कोशिशों की हद आ जाए lतब सब कुछ ख़ुदा के भरोसे पे छोड़ दो ll ************************************** कमबख्त मौत भी कहां इतनी जल्द आती है lवो तो तड़पा तड़पा के ...और पढ़े

42

में और मेरे अहसास - 39

दर्द भले ही साँसे हों lअब इस को होंसला जीने का बनाओ ll ********************************** ददँ हमारी सांसे है, तुम ही बताओ मैं केसे भुलुं?कौन कमबख्त कहता है भूल जाओ, पर दुखी न हों ll ********************************** दर्द को दोस्त बनाया है तो दोस्ती निभाओ सनम lकभी कभी दोस्त दर्द दे जाते हैं, पर दुखी न हों ll वादा करो याद करो तो मुस्कराते हुऐ करोगे lभूल न पाओ तो कोई बात नहीं, पर दुखी न हों ll याद हमारी तरह किया करो बिना उदासी के lभूल ने को कहां कह्ते है बस, पर दुखी न हों ll पल ...और पढ़े

43

में और मेरे अहसास - 40

सीने में दफन यादो का मेला है lकई सदियों से दिल ने जेला है ll दिन तो गूजर जाता जेसे तैसे lशाम ढले अब लगता ठेला है ll आज फिर बाढ़ आई निगाहों में lसो गालों पे अश्कों का रेला है ll दर्द का साया ऐसे लिपटा है कि lदेख भीतर रूह तक फैला है ll हमेशा नाखुश रहीं हैं मुहब्बत lप्यार गुरु दर्द उसका चेला है ll ************************************** में अपने गमो मेऔर गम मुजमे खुश है।खुशीया ही अब मुजसे थोडी नाखुस है।| ************************************** बड़े चाव से गुज़रे गली से उनकी तो lमुद्दतों के बाद दीदार ए यार ...और पढ़े

44

में और मेरे अहसास - 41

आज बारिस के साथ आंखे भी बरसने लगी lयाद आने के साथ आंखे भी छलकने लगी ll कुछ ज्यादा लंबे हो गये हैं जुदाई के साल lदिलोदिमाग के साथ आंखे भी तरसने लगी ll डाकिया के हाथ में खत को देख कर lधड़कनों के साथ आंखे भी धड़कने लगी ll एक अर्सा गुज़र गया है आहट नहीं सुनी lदीवारों के साथ आंखे भी तड़पने लगी ll रिसता रूह से रूह का जुड़ा हुआ है lआत्मा के साथ आंखे भी मचलने लगी ll ********************************************* मेरी हर ख्वाईश हो तुम lदिल की फर्माइश हो तुम ll नजरोसे दूर हो जब ...और पढ़े

45

में और मेरे अहसास - 42

न पुछो हमसे की महोब्बत मे वो कीतना खयाल रखती है।लाखो की भीड मे भी वो मेरा सबके सामने पुछती है। मुझे देखकर ना वक़्त देखती है, ना वक़्त का तकाज़ा देखती है lभरी महफिल मे भी वो मेरा सबके सामने हाल पुछती है। मेरा नाम सुनते ही गाल शर्म से लाल हो जाते हैं आज भी और lउम्र के इस दौर मे भी वो मेरा सबके सामने हाल पुछती है। हर अदा निराली, हर बात पे मीठी सी मुस्कान दिया करना lशर्मो हया के पर्दे मे भी वो मेरा सबके सामने चाल पुछती है। बेपनाह बेइंतिहा मुहब्बत मे ...और पढ़े

46

में और मेरे अहसास - 43

शरारत मुहब्बत बन गई है lशराफत इनायत बन गई है ll तुम्हारी याद मे लिखीं हुईं lदैनन्दिनी रवायत बन है ll ************************************* दिन तो गूजर जाता है lरात काटे नहीं कटती ll खंजर की तरह चुभती है lयाद टाले नहीं टलती ll ************************************* हर शाम सुहानी नही होती lकभी पुरी कहानी नही होती।l जैसे सबाब की उम्र नहीं होती lवैसे शराब पुरानी नहीं होती ll मुहब्बत कभी भी हो जाती है lहर इश्क को जवानी नही होती। कई दिल फैक होते हैं जहा मे lहर मुहब्बत रूहानी नहीं होती ll मिलने की तड़प हद से बढ़े तो lमुलाकात ...और पढ़े

47

में और मेरे अहसास - 44

चलो चलते है निद की नगरी lचलो देखे सपनों की नगरी ll ********************************* हुश्नण को बे-पर्दा देख चाँदको सूझी है आज lमुहब्बत की इन्तहा देख चाँदको शरारत सूझी है आज ll ********************************* उम्रभर वफ़ा निभाने के लिए lबहोत सब्र की ज़रूरत होती है ll ********************************* सुबह की चाय उतनी ताजगी नहीं देती lजितना के उनका गुड़ मॉर्निंगताजगी से भर देता है ll ********************************* ये लम्हे ये पल याद रहेगे lजिंदगी भर छल याद रहेगे ll मुट्ठी में कैद कर लू इसे lआज है कल याद रहेगे ll प्यार भरे पल बीत जाएगे lकल थे बेकल ...और पढ़े

48

में और मेरे अहसास - 45

यादों में बसाना है अकेले अकेले l तुझ से मिलना है अकेले अकेले ll खुले आसमाँ मे आज है l गले से लगाना है अकेले अकेले ll ********************************* जो एहसास लिख नहीं पाए l वो अनकहे लब्ज समज जाए ll काश मिलन की तडप यू बढ़े l बिना बुलाए पास दौड़ आए ll काफी देरसे कौआ बोल रहा है l काश कासिद उनका संदेशा लाए ll इसी लम्हे के इंतजार में जीते हैं l वो राहों मे खड़े हो बाहें फैलाए ll हर दिन खुशगवार बन जाए ग़र l आज ...और पढ़े

49

में और मेरे अहसास - 46

तेरी आरजु, तेरी ईबादत, तेरा ही खयाल है। महोब्बत मे सिफँ महोब्बत का मलाल है।l तेरी चाहत, तेरी तेरा ही इंतजार है l महोब्बत मे सिफँ महोब्बत का कमाल है ll तेरी खुशी, तेरी पसंद, तेरा ही सरोकार है l महोब्बत मे सिफँ महोब्बत का जबाव है ll तेरी यादे, तेरी मरज़ी, तेरा ही कारोबार है l महोब्बत मे सिफँ महोब्बत का बबाल है ll तेरी बाते, तेरी रातें, तेरा ही हवालात है l महोब्बत मे सिफँ महोब्बत का लगाम है || १२-१२-२०२१ ------------------------------------------------ हर इंसान को ख़ुद का आसमाँ चाहिएं ...और पढ़े

50

में और मेरे अहसास - 47

आरज़ू मेरी इस तरह मुकम्मल हुईं l याद उनकी दीदार ए यार दे गईं ll *********************** लम्हा हर पल हर वक्त मैं ग़ज़ल लिखता हूँ l हिमाकत तो देख इबादत मैं ग़ज़ल लिखता हूँ ll मौसम की तरह बदलते देखा है हसीनो को l बेवफा ओ की मुहब्बत मैं ग़ज़ल लिखता हूँ ll *********************** दुनियावाले क्या कहेगे परवाह नहीं l अब किसी के डर से मोड़ेगे राह नहीं ll बस एक बार दीदार ए यार हो जाए l दिल मे इस के सिवाय कोई चाह नहीं ll अजनबी जहाँ ...और पढ़े

51

में और मेरे अहसास - 48

प्रीत की रीत निभा लेना lउम्रभर एसे ही साथ देना ll जाने की बात की और lभीग गये क्यूँ नैना ll एक ही दिन न मिले तो lकाटे नहीं कटती रैना ll जरा सी बात दिल पे ली lउदास सी रहती है मेना ll बह ने को तैयार होती है lसदा आंसूओ की सेना ll१७-१-२०२२ ********************************** मौन रहकर वार करते हैं lवही गहरी चाल चलते हैं ll सच्चाई की राह चलने वाले lखुदा से कभी नहीं ड़रते हैं ll उच्ची उड़ान भरने के लिए lख्वाब जगते हुए देखते हैं ll घने अँधेरों रहते हैं फिरभी lउम्मीद के दिये ...और पढ़े

52

में और मेरे अहसास - 49

चलो एक बार फिर से बचपन में चले जाते हैं lहर पल हर लम्हा चैन ओ सुकून की साँस हैं ll ******************************** जिंदगी रुक गई साँसें चलतीं रहीं lउम्मीदों के धागे से सिलती रहीं ll रोज रोज ख्वाइशे निकलती रहीं lयूही रात भर शमा पिघलती रहीं ll देख दुनिता दिल की जलती रहीं llदर्द से तरबतर फिर भी पलती रहीं ll ******************************** गीत किसी और का लिखा गाऊं कैसे?बसंत मे ख़ुद के मन को हरषाउं कैसे? ******************************** कम नहीं अहसान कद्रदानों के देख lहै निशाने पर हम कमानो को देख ll सामना कर रहे हैं, वार ...और पढ़े

53

में और मेरे अहसास - 50

इश्क की पाती आई है lआंख मे पानी लाई है ll सालों से अनकही हुईं lबात दिल की समाई ll मिरी दिल बहलाने के लिए lख़ुद की तस्वीर बनाई है ll पढ़ते ही उसे तू मुस्कुराए lअलंकारों से उसे सजाई है ll प्यारे तोहफ़े का प्रतीक lगुलाबी रिबन लगाई है ll२४-२-२०२२ **************************** देख दिल से बगावत हो गयी है।मुझे तुझसे मुहब्बत हो गयी है। किसी के भी काम के ना रहे lमुहब्बत में हालत हो गयी है ll आवज सुनें बिना चैन नहीं lफोन की आदत हो गयी है ll प्यार मे हद से गूजर गये lमुझ से ...और पढ़े

54

में और मेरे अहसास - 51

तुम तो मेरी जान हो lममता का मेरी मान हो ll आशीर्वाद मे खुदा का lमुझे दिया वरदान हो जिंदगी की पतझड़ मे lबगिया का हरा पान हो l -------------------------------------------------- में प्रीत के रंग मे रंगने लगी lचुनरिया मे रंग भरने लगी ll जन्मो जन्म साथ रहने के लिए lपिया के ढांचे में ढ़लने लगी ll मिलन की घड़ीया नजदीक हैं lसजना के लिए सजने लगी ll जैसे पंख मिल गये हों आज lखुशी के ख्वाबों में उड़ने लगी ll मदहोशी के आलम में सखी lआंखे सुबह शाम जगने लगी ll१५-३-२०२२ -------------------------------------------------- जिंदगी में खुबियाँ बहुत है ...और पढ़े

55

में और मेरे अहसास - 52

जलन आफताब की सुहानी लगी lजलन माहताब की रूहानी लगी ll एक दूसरे पर जान न्यौछावर lप्यार की कहानी लगी ll **************************** दिल की धड़कन मदहोश हो गईं हैं lनज़रे चार होते ही होश खो रहीं हैं ll **************************** जिंदगी ने मोहताज बना के छोड़ दिया lजिंदगी तो दी जीने का आनंद ले लिया ll तक़दीर मे जो लिखा है वो पाया है सो lआंसूं छुपाके हस्ते हस्ते ग़म पी लिया ll जीने का हौसला और ज़ज्बा देखो हमारा lना कोई शिकायत, ना कोई गिला किया ll कर्मों का फल है सुख और दुःख बस यही lखुदा ...और पढ़े

56

में और मेरे अहसास - 53

जवान दिखने के जिंदा शौक़ रख lदुनियावालो के सामने रौब रख ll सब के साथ मिलझुल कर रह lदिल ख़ुदा का तू खौफ़ रख ll ********************************** अच्छे कर्म सना बन गयाश्राप भी दुआ बन गया ll मुहब्बत मे मिला हुआ lदर्द भी दवा बन गया ll इश्क ने सालो से की हुई lबेवफाई अदा बन गया ll कई युगों से तलाश थी वो lतेरा प्यार जहा बन गया ll आज रूठे हुए यार का lमौन भी सदा बन गया ll१६-४-२०२२सना – प्रार्थना ********************************** इश्क रज़ा है lइश्क़ क़ज़ा है ...और पढ़े

57

में और मेरे अहसास - 54

आश टूट रहीं हैं ख्वाइशों की lसाजिश हैं आझमाईशो की ll बड़ी मुद्दतों के बाद मिले है तो lलंबी है फ़रमाइशों की ll रेत सा तपिश हो गया है दिल मेरा lइंतज़ार हैं प्यार की बारिशों की ll हाथ-पाँव में बेड़ियाँ बंदिशों कीं lक्यूँ परवाह करे नालिशों की? कुछ खटक रहा है महफिल में lथोड़ी सी कमी है आराइशों की ll३-५-२०२२ नालिशों -फ़रियादोंआराइशों – सजावटों ************************************ आज नामा उनका आएगा lआखों मे सैलाब लाएगा ll दास्ताने मुहब्बत पढ़कर lदिल चैन सुकून खोएगा ll अह्सास ए कशमकश से lजाने कब आराम पाएगा? बेआरामी का नामा लेकर lकसीदा वापस ...और पढ़े

58

में और मेरे अहसास - 55

मैं नारी हूँ , अपराजिता हूँ l न झुकुंगी, न रुकूंगी, न रोउंगी, न डरूँगी l हौसलों के साथ कदम बढाउंगी l कोई जंजीरें मेरे पाँव बाँध नहीं सकतीं l कोई तूफ़ाँ, कोई आँधी मुझे नहीं रोक सकती l न थकुंगी न हार मानूंगी, लक्सय पाऊँगी l रण में रणचंडी, घर में बच्चों की माँ बनुँगी ll हाँ मैं नारी हूँ, अपराजिता ही बनी रहूँगी ll १७-५-२०२२ ******************************* धूप में पेड़ की छाया में रुकना है l आज सूर्य के ताप को भूलना है ll क़ायनात मे किसी से डरना नहीं l सिर्फ़ ख़ुदा के ...और पढ़े

59

में और मेरे अहसास - 56

खुदाया मेरी कब्र पे गुलाब चढ़ाने न आया करो lदिल मे दफन किये हुए अह्सास जिंदा हो जाते हैं *************** तेरा ज़िक्र मेरी रूह तक को हिला देता है lतेरी फ़िक्र मेरी रूह तक को हिला देती है l इस तरफ़ नाता जुड़ गया है जमनोमनं का lतुझसे दूर होने का ख्याल मेरी जान लेती है l कल क्या होगा मेरे जाने के बाद इस वास्ते lतेरी लिए एक एक साँस सजोए समेटी है ll१९-५-२०२२ *************** फ़िर उसी बेवफ़ा पे मरते हैं lदिलों जान निसार करते हैं ll कभी भी बावफा हो न सकें वो lआज वफ़ा ...और पढ़े

60

में और मेरे अहसास - 57

नहीं भूला पा रहे हैं प्यार भरी वो बातेँ lरह रह कर याद आती सुहानी वो रातें ll कई से तलाश रहे थे तस्वीरें जो lवक्त के तैख़्ने मे छुपी प्यारी वो यादें ll चाहें तन मन से कितने ही दूर जाओ lन तोड़ पाएगे खून से बंधे वो धागे ll खुली फ़िज़ाओं मे साथ गुनगुनाए हुए lसदियों तलक गूंजते रहेगे वो गाने ll तानसेन ने गाई और गुनगुनाई हुईं lआज भी सुनाई देती है वो ताने ll२-६-२०२२ ******************************* आज भी बचपन की यादें आँखों में झूलती lबाबुल की वो गलियाँ भुलाये नहीं भूलती ll माँ की प्यारी ...और पढ़े

61

में और मेरे अहसास - 58

यादों के पन्नों में हिसाब लिखे हैं lवादों के पन्नों में सैलाब लिखे हैं ll बहोत निकले मेरे अरमान lग़ालिब ने शेर लाजवाब लिखे थे ll ******************************* खुशी से गुनगुनाता हैं ये हसीन मौसम lप्यारा गीत सुनाता हैं ये हसीन मौसम ll बारिस की रिमझिम बूँदों की रागिनी lराग मल्हार गाता हैं ये हसीन मौसम ll महफिल में मुसलसल ग़ज़ल चल रहीं हैं lशमा नशीला बनाता हैं ये हसीन मौसम ll कभी जो ख्वाबों में देखा करते थे lचैन-सुकूं लाता हैं ये हसीन मौसम ll अजीब सी खुमारी छाई है फ़िजा में lगुलाबी कहलाता हैं ये हसीन मौसम ...और पढ़े

62

में और मेरे अहसास - 59

आँखों से छाया हैं पागलपन lसाफ़ दिख रहा है दीवानापन ll अपनों ने गैरों का चोला पहना lहर कही है बेगानापन ll सब अपनी मस्ती में जी रहे हैं lढूंढते हैं जहाँ मे अब अपनापन ll बेगाने और अजीब हो गये लोग lकिसे सीखाए हम सयानापन ll३०-६-२०२२ ******************************* आज जिंदगी मंज़िल से भटक गई lप्यार की नैया साहिल से भटक गई ll इस मतलबी और लालची क़ायनात में lन्याय की दोर आदिल से भटक गई ll चुप बैठने का वक्त हाथ से निकल गया lरूह मे तितलियां तिल से भटक गई ll बड़ी से बड़ी कुठि पल में ...और पढ़े

63

में और मेरे अहसास - 60

तस्सवुर मे आया करो lआके फ़िर न ज़ाया करो ll जूठा दिलासा दे देकर यू lजी को न जलाया ll गर दिल से चाहते हो तो lइश्क़ को जताया करो ll ******************************** सुनो तो सही क्या कहता है मन lबेशुमार आवाज़े सहता है मन ll जिंदगी जीने को सब-कुछ lबिना मरजी के ढहता है मन ll सदा ही मुस्कराता रहता है lचाहा अनचाहा गहता है मन ll दिलों दिमाग को बहला कर lवक्त की धारा में बहता है मन ll हमेशा उसकी ही सुनो सदा lसच्ची बातें कहता है मन ll रेज़ा रेज़ा हो जाता है पर lफिर ...और पढ़े

64

में और मेरे अहसास - 61

दिल की बात छिपाये काले अक्षर lप्यारे रिसते निभाये काले अक्षर ll जूठा वादा, जूठा दिलासा व् आश lदिनमे दिखाये काले अक्षर ll मुहब्बत की वादियों में सहलाने lमीठे प्यारे गीत गाये काले अक्षर ll१-८-२०२२ ****************************** दोस्तों के साथ बिताये पल याद है lबीते लम्हे याद करके दिल शाद है ll यारो से मिलों की दूरी होते हुए भी lदिल की दुनिया आज भी आबाद है ll बचपन की प्यारी तस्वीरों देखकर lसालो से मिरे दिन रात आल्हाद है ll अ लल्ड मस्ती के ख़ज़ाने संजोये है lगम से आज़ाद थे और आज़ाद है ll जिंदगी की साँझ ...और पढ़े

65

में और मेरे अहसास - 62

मौत की है तलब सखी l जिंदगी ने रुलाया बहुत ll मोहब्बत के लिए लोगों के ll सामने झुकाया बहुत ll गर जिंदगी एसी भी होती है l चलो जी लेते हैं हसते हसते ll किस्मत की बात है मिलना l दिल में किसी से सदा बसना ll प्यार में कैसे भूल जाए वो l आँखों से दिल ने उतरना ll बहुत अच्छा लगता है सखी l हमसफर का साथ चलना ll २३-८-२०२२ ************************** आओ मिलकर एक बने l साथ रहने के सपने बुने ll दो दिल एक जान है हम ...और पढ़े

66

में और मेरे अहसास - 63

1. प्यार व् उम्मीद तुमसे है lहुईं नज़र चार जबसे है ll पगला और दिवाना दिल lपहेली बार देखा है ll सच मानो प्यारी ग़ज़लों मे lअल्फ़ाज़ नशीले लबसे है ll नहीं डर रहा किसीका lजबसे राबता रबसे है ll हुस्न ने पर्दा जो उठाया lचाँद शर्मिदा अबसे है ll मुकदस है तेरा चहेरा lप्यारी सुबह तुमसे है ll आबिदा हो गई हो सखी lदुआ की बारिस नभसे है ll१-९-२०२२आबिदा - तपस्विनी 2. खुलकर मुस्कुराए जमाना गुजर गया lजुदाई की बात से वजूद बिखर गया ll पल हर के लिए भी दूर नहीं जाएगे lहररोज मिलने के वादे से ...और पढ़े

67

में और मेरे अहसास - 64

1. दिल चाहे बेपन्हा चाहूँ तुझे lहर गीतों में मेरे गाऊँ तुझे ll आगे बढ़ने का हौसला बढ़ाने lहर हरपल सराहूँ तुझे ll यारो का यार समझते हैं lसच्चे मन से निबाहूँ तुझे ll खुशी से झूम उठे तनमन lमनचाहा गीत सुनाऊँ तुझे ll सखी ख़ुदा से दुआ करके lसबका लाडला बनाऊँ तुझे ll सर आँखों में बिठाकर आज lजी चाहे दुनिया दिखाऊँ तुझे ll शिद्दत से दिल की ख्वाहिश कि lराजा जानी कहके बुलाऊँ तुझे ll१६-६-२०२२ 2. तेरा मिलना शुभ शगुन था lदिल तुझे देखने में मगन था ll सालों से नसीब हुआ ये लम्हा lबाद मुद्दतों के ...और पढ़े

68

में और मेरे अहसास - 65

1.आज कहे धरा आकाश सुने lअमर प्रेम का अटूट सेतु बने ll दो जीस्त एक जान बनाकर lदौनों ही ही दिशा चुने ll प्यार की डोरी से बंधकर lदौनों ही उड़े आसमाँ छूने ll एक दूसरे से जुड़े होकर lचार आँखे एक सपना बुने ll जिये जी भरकर और जीने दे lसखी जिंदगी का मज़ा लुटे ll३०-९-२०२२ 2.हर जगह हर शय में तू ही है lमेरी नज़र से देख कहा नहीं है ll रेजे रेजे, पता पता, फ़िजा में lज़मीं और आसमाँ तू सभी है ll ज़माने भर में घूम के देखा lअंदर बाहर तू हर कहीं है ll ...और पढ़े

69

में और मेरे अहसास - 66

1.जूठ की जिंदगी जिनी आती नहीं lसच्च कहने की फ़ितरत जाती नहीं ll 2.आशा की सिर्फ़ एक किरण है गाओ खुशी की सहर है ll प्यारभरे पल जितने मिले जी lप्यार बिना जिंदगी सिफर है ll यकीन रखो बात पर जरा lसाहिल से मिलती लहर है ll चराग़-ए-हौसला बना रहे lहर लम्हा रहती नज़र है ll चैन सुकून से जी रहे हो lसच्ची चाहत का असर है१९-१०-२०२२3.प्यार की तलाश में दर-ब-दर भटक रहे हैं lजरा सा अंदाजा मिला और अटक रहे हैं ll जब से मुहब्बत में चैन ओ सुकून मिला है lतब से कीसी की आँखों में खटक ...और पढ़े

70

में और मेरे अहसास - 67

1.प्यार की कहानी कोई समझ ना पाया lहुश्न की जवानी कोई समझ ना पाया ll अश्क आँखों के कभी दिखाई दिये llदिल की जुबानी कोई समझ ना पाया ll सखी उम्रभर शरारे दिल में सुलगते रहे lअधूरी जिंदगानी कोई समझ ना पाया ll बड़े चाव से भेजी थी इधरउधर से ढुढ़के lआखरी निशानी कोई समझ ना पाया ll गमों के घेरों में भी मुस्कुराना नहीं छोड़ा lप्यार की रवानी कोई समझ ना पाया ll३१-१०-२०२२ 2.आंखों के इशारे समझ सको तो समझ लो lप्यार भरा दिल परख सको तो परख लो ll१-११-२०२२ 3.मुस्कराकर दर्द को छिपाने लगे हैं lबचे कूचे ...और पढ़े

71

में और मेरे अहसास - 68

1.चरणों की धूल का शुक्रिया lप्यारे से फूल का शुक्रिया ll इश्क़ ने प्यार से भेजा हुआ lफूल साथ का शुक्रिया ll माफ हैं अनजाने में की हुई lहसीन सी भूल का शुक्रिया ll बड़ी सिद्दत से वफ़ा ने की lसखी बेवफाई का शुक्रिया ll१६-११-२०२२ 2. पर्दा उठ गया lराज़ खुल गया ll इन्तझार में ही lदिन ढल गया ll लम्हा हाथों से lयू निकल गया ll हसीन हुश्न देख lहिजाब जल गया ll दीदार ए यार से lसुकून मिल गया ll प्यारी बातों से lउफान टल गया ll बेपनाह मुहब्बत में lदिवाना पल गया ll चाहत थी जिस ...और पढ़े

72

में और मेरे अहसास - 69

1. आज निशा याद ले आई lकैसे भूलेंगे वो है हरजाई ll बेवफा को आवाज न देगे lन बुलाएंगे है खाई ll१-१२-२०२२ 2.चांद बादलों से निकल आया lजगमगाती रोशनी साथ लाया ll निशा को भर दिया सितारों से lआँखों ही में सारी रात जगाया ll२-१२-२०२२ 3.बेपन्हा मुहब्बत की है lजिंदगी इनायत की है ll गुस्ताखी भी कह सकते हो lइश्क़ की इबादत की है ll दिल क्यूँ न फिदा हो जाए lबात तो नफ़ासत की है ll लिखावट की तहज़ीब देख lलिखाई सराफत की है ll एतबार रख खुद पे सखी lजीत सदा सदाकत की है ll३-१२-२०२२नफ़ासत - सुंदरतासदाकत ...और पढ़े

73

में और मेरे अहसास - 70

खुदा की रज़ामंदी चाहिये lवफ़ा की रज़ामंदी चाहिये llपर्दा उठाकर हुस्न को देखने lलज्जा की रज़ामंदी चाहिये llरूख हवा मोड़ने के लिए lफिज़ा की रज़ामंदी चाहिये llबहन को घुमाने ले जाने को lजिजा की रज़ामंदी चाहिये llगोपी के साथ रासलीला हो lकृष्णा की रज़ामंदी चाहिये ll१६-१२-२०२२ ख़्वाहिशों की चिड़िया उड़ चली l आज़ मंजिल की ओर बढ़ चली llलाख कोशिश के बाद नाकामी lदेर तक तकदीर से लड़ चली llआँखों में अश्क, हाथो में जाम lसाजन की गलियों से मुड़ चली llदुनिया की चालाकी से थककर lखुद अपनों के साथ जुड़ चली llमहबूबा की याद आते ही सखी lआँखों ...और पढ़े

74

में और मेरे अहसास - 71

बेवफा के प्यार में आज तक में पागल हूँ l ख़ुद ही बंदी हूँ अब तलक में पागल हूँ आखें बंधकर बेपनाह इश्क़ किया है l इसमे सूबा नहीं बिना शक में पागल हूँ ll वक्त के साथ सब आके निकल गये l जहा थी वहीं ही गई रुक में पागल हूँ ll हर बार समझोता किया गया है l हालत के आगे गई झुक में पागल हूँ ll नादां मुहब्बत पे एतबार कर बैठी l सखी सुनो अब बकबक में पागल हूँ ll १-१-२०२३ शौख तो देखो नवाबी है l बस यही एक ...और पढ़े

75

में और मेरे अहसास - 72

गम में भी मुस्कुराना सीख लो lदर्दीले रिसते निभाना सीख लो ll प्यारी सी मीठी सी मुस्कान lहोठों पर सीख लो ll नज़रों से घायल करने नशा lआँखों में चढ़ाना सीख लो ll अपनों के अपने लोगों के lदिल जीत जाना सीख लो ll दुनियासे हटके पहचान बनाके lअहमियत कराना सीख लो ll भीड़ मे मोती सी माला जैसे lखुद जगह बनाना सीख लो ll रूठ जाए ग़र जान से प्यारा lमुहब्बत से मनाना सीख लो ll१६-१-२०२३ चाहे कुछ भी हो मोहब्बत बनाये रखना lअच्छे लोगों की सोहबत बनाये रखना ll बेशुमार चाहते बटोरते आए हैं नादाँ पे ...और पढ़े

76

में और मेरे अहसास - 73

परिश्रम को इबादत समज l कामयाबी इनायत समज ll कई तरह के इन्सां यहां l क़ायनात हकीहत समज जीस्त तंदुरुस्त रख सदा l खुदा की सखावत समज ll १-२-२०२३ जिंदगी में अपना किरदार निभा लो l जीवन की बगिया खुशी से सजा लो ll जाने पाला पल वापिस नहीं आता l जिंदगानी में हर लम्हे का मजा लो ll भरोसा रख बनाने वाले पर सखी l सीने में जीने का जुनून जगा लो ll १-२-२०२३ माता पिता करो जतन माता पिता का तन मन धन से l तुम्हें कुछ लायक बनाया तन ...और पढ़े

77

में और मेरे अहसास - 74

हर्फ़-ओ-नवां से तरन्नुम बनता है lबनके गीत महफिलों में सजता है ll रहगुज़र-ए-जीस्त में हमराह मिले lतो रूह में सा भरता है ll जब मुहब्बत में नजदीकियां बढ़े तब lदिल में धड़कनों को जिंदा करता है ll रिसता गहरा हो जाता है और यूही lसखी मेल मिलाप से प्यार झरता है ll गीत ग़ज़लों में रवानी आ ही जाती है lतब दिल से दिल को सुकून मिलता है llहर्फ़-ओ-नवां - अक्षर और आवाज़१५-२-२०२३ आबगीना है वजूद सभल जा बिखर न जाए कहीं lआज इंतजार के मारे दम ही निकल न जाए कहीं ll चारागर ही सीतमगारो की सिखला मे ...और पढ़े

78

में और मेरे अहसास - 75

प्यार खो चुका है जरा ढूंढ के लाओ lदुनिया ही उजड़ चुकी है देखो आओ ll चैन ओ सुकून ही ले गया जाने वाला lसखी सात दरिया पार जाना पडे जाओ ll जिंदगी जीने का मकसद देदो हमदर्द lदिल मुराद पूरी करके लाखो दुआ पाओ ll वादियों में लहरादो बुलंद आवाज़ आज lवापिस बुलाने गीत सुरीला कोई गाओ ll परिंदे की तरह दूर आसमान में उड़ो ना lलौट के आ जाओ इतना भी ना सताओ ll१-३-२०२३ तमन्नाएँ मुझे आजाद कर दो lसखी उम्मीदों आबाद कर दो ll अरसा होगा चैन से जीए हुए lनई सुबह का आगाज़ कर दो ...और पढ़े

79

में और मेरे अहसास - 76

दिल की कलम से लिखो l शायर की जुबां से कहो ll हरएक पल जीभर जियो l रोज के साथ बहो ll आसां नहीं है जिंदगी जीना l अब खुदा की मरज़ी सहो ll क़ायनात में खुशियाँ हैं छिपी l जहां भी रहो बस खुश रहो ll जिंदगी को जिंदादिली से लो l खुद को खुदा के दिल में रखो ll प्रिये महफिलों में ना घुमा करो l पीना है तो जाम नजरों से पियो ll १६-३-२०२३ अपनी बर्बादी का जश्न मना रहा हूँ l तेरी बेवफाई तुझे ही दिखा रहा हूँ ll ...और पढ़े

80

में और मेरे अहसास - 77

नववधू नववधू सी धरती खिली है lहर कहीं हरियाली लिली है ll देर से ही सही कई दिन बाद मौसम आज गुलाबी है ll रंगों की सजावट न्यारी ही है lदेख सरसों की खेत पीली है ll सूरज की किरनों की वजह lआकाश में बदली नीली है ll महादेव की बात ही निराली lशंकर को पसंद बिली है ll१-४-२०२३ पैग़ाम मुद्दतों के बाद पैगाम आया है lआज फ़िर एप्रिलफुल बनाया है ll प्रियतम के आने की खबर से lजूठा ही सही सुकून पाया है ll साथ साथ चलने के लिए लो lआज दो क़दम आगे बढ़ाया है ll वक़्त ...और पढ़े

81

में और मेरे अहसास - 78

कृष्ण के रंग में रंग गई राधा रानी lप्रीत के रंग में रंग गई राधा रानी ll साथ न पर भी साथ जन्मों का lजीत के रंग में रंग गई राधा रानी ll सुबह शाम बासुंरी सुनाये एक नाम lगीत के रंग में रंग गई राधा रानी ll युग युगांतर कृष्णा के हृदय में रहीं lनीत के रंग में रंग गई राधा रानी ll मनमीत मनमोहन चितचोर सखी lमीत के रंग में रंग गई राधा रानी ll१-५-२०२३ ये कैसी आजादी जो पंख काट दिये lअब एसी जिंदगी जिये तो कैसे जिये ll करने को आसान सुबह शाम को lबारहा ...और पढ़े

82

में और मेरे अहसास - 79

वो एक चहरा जो आज तक नहीं भूल सके l पर्दों का पहरा जो आज तक नहीं भूल सके ढ़ेर सारे प्यार के बदले जो तूने दिये हुए हैं l वो घाव गहरा जो आज तक नहीं भूल सके ll तपता सहरा जो आज तक नहीं भूल सके ll बादल गरज़ा जो आज तक नहीं भूल सके ll आँखों से बरसा जो आज तक नहीं भूल सके ll प्यार तो है मगर कुछ कमी है l यार तो है मगर कुछ कमी है ll कजरारी आँखों से छलकता l जाम तो है मगर ...और पढ़े

83

में और मेरे अहसास - 80

सुख का सूरज लेके आई है सुबह,नई उमंगे नया सवेरा लाई है सुबह. इंतज़ार था जिस पाती का हरपल,साजन खबर लाई पुरवाई है सुबह. कई सालों से हाथों न आई हुईं थीं,बात दिल की आज सुनाई है सुबह. मुस्कराती इठलाती बहलती सखी,जैसे गई थी वैसे ही लौटाई है सुबह. भोर को प्रफुल्लित करने बाली मधुर,प्यारी बांसुरी सुनाने बुलाई है सुबह.१-६-२०२३ नीद मेरी उड़ा गया है कोई,साथ मुझे चुरा गया है कोई. प्यार की बेड़ियों में जकड़,मुहब्बत लुटा गया है कोई. उदासियों के बादल हटाकर,हँसना सिखा गया है कोई. पास आकर जन्मों की सखी,दूरिया मिटा गया है कोई. हसीन चहरे ...और पढ़े

84

में और मेरे अहसास - 81

सोच रहा हूँ किस और जिन्दगी ले जा रही हैक्या चैन और सुकून की साँस भी पा रहीं हैं जाने वाले मुड़कर कभी भी नहीं लौटातेउदासी रात और दिनों की नींदे खा रहीं हैं तन्हाइयों में इस लिए नहीं रहना चाहते किसखी साथ अपने यादों के बवंडर ला रहीं हैं सब को खबर हो गई है वीरानियों की तोदिल बहलाने हवाएं मधुर नगमें गा रहीं हैं आजकल तबियत खास्ता रहने लगी हैमहफ़िलों में रातभर जागने की ना रहीं हैं१६-६-२०२३ खुली फिज़ाओ में क्या हम मिलेगे कभी ?अपने प्यार के क्या गुल खिलेंगे कभी ? दिल की कश्ती डूब चुकी ...और पढ़े

85

में और मेरे अहसास - 82

शुक्रराना अदा करते हैं साथ निभाने काबहोत शुक्रिया पर वक्त साथ बिताने का कई बार इज़हार करते सदियाँ गूजरती देते कि समय रहते प्यार जताने का हम रूठ ने माहिर नहीं, या तुम चालक होमान गये, खूब आता है तरीका मनाने का लगता है कुछ ज्यादा ही प्यार उमड़ रहा हैबहाना ढूंढते रहते हैं हरपल गले लगाने का लोग है कुछ न कुछ तो कहते रहेगे हमेशाइतना भी डर न रखा करो सखी ज़माने का१-७-२०२३ रास्ते हों प्यार के आसानी से जिन्दगी गुज़र जाती हैमनचाहा हमसफ़र मिल जाने से जिंदगी सँवर जाती है खून के रिश्ते में ताकत होती ...और पढ़े

86

में और मेरे अहसास - 83

आँखों की बारिश में भीगना चाहते हैंयादों की बारिश में भीगना चाहते हैं राह ए जिंदगी में कहानी दिल दबीवादों की बारिश में भीगना चाहते हैं इश्क़ ए आरज़ू है चांदनी नितरतीरातों की बारिश में भीगना चाहते हैं बड़ी फुर्सत में आए हैं महफिल मेंरागों की बारिश में भीगना चाहते हैं हुश्न की मौजूदगी में सुकून से आजसाज़ों की बारिश में भीगना चाहते हैं सखी खूबसूरत और सच्चे प्यार केतानों की बारिश में भीगना चाहते हैं१६-७-२०२३ मोगरे की कली सी कमसिन होमुहब्बत की नगरी का पुलिन हो मिलन की ख्वाहिश करते हैं रोजफूल से भी ज़्यादा तुम हसिन हो ...और पढ़े

87

में और मेरे अहसास - 84

जन्म मरण का खेल है जिंदगीसुन बन्दे ख़ुदा की करले बंदगी हथेलियाँ खाली होती है जाते वक्तजीवन में हो तो रख सादगी बहुत कुछ पीछे छूट रह जाता हैहर पल हर लम्हे में भरले ताजगी सुबह शाम चलते ही रहते हैं सबदिन गिरते रहे हैं जैसे कि पातगी जितना हो सके प्यार करेगे सखीअब रोक नहीं पायेगे दिल की लगी१-८-२०२३ नीव राम मंदिर की स्थापना का संकेत हैलोगों की ईश्वर के प्रति भावना का संकेत है सारे फ़रिश्ते बन गये हैं एक दूसरे के साथदिल से की हुईं पूजा ओ अर्चना का संकेत है दुनिया को शांति और सुकून ...और पढ़े

88

में और मेरे अहसास - 85

रेत का महल बसाया था l खूबसूरत आशियाना था ll साथ साथ जीने के लिए l अरमानो से था ll देखने वाले भी रश्क करे l बड़े चाव से सँवारा था ll मुहब्बत की निशानी में l संगेमरमर लगाया था ll फरिश्तों ने आकर सखी l पाकीज़गी से बनाया था ll १६-८-२०२३ बचपन के दिन सुहाने थे l वो सच्चे और रूहाने थे ll चाहत चांद को पाने की l हसी परियों के ज़माने थे ll बारिस में काग़ज़ की नाव l खिलोने को गले लगाते थे ll हसीं ...और पढ़े

89

में और मेरे अहसास - 86

मैं और मेरे कृष्णा कृष्ण की दिवानी बांसुरी आज दिवाना बना रहीं हैं lकृष्णा की आश में वन उपवन से सजा रहीं हैं ll कुछ ज़ख्म सयाने हो गये हैं कि दर्द भी नहीं देते lसोए हुए बैचेन और बैखोफ अरमान फ़िर जगा रहीं हैं ll बेपन्हा बेइंतिहा प्यार में पागल और दिवानी होकर lप्रिये को रिझाने वो होठों से लग के दिल लगा रहीं हैं ll अनगिनत छेद ही छेद अंदर और बाहर होते हुए lफासला कम करने खुद को खुद के भीतर समा रहीं हैं ll फ़िज़ाओं में मदमस्त बहलाने वाली सुरावली छेड़ कर lसखी को मुहब्बत ...और पढ़े

90

में और मेरे अहसास - 87

मैं और मेरे कृष्णा कृष्ण की दिवानी बांसुरी आज दिवाना बना रहीं हैं l कृष्णा की आश में वन सुरों से सजा रहीं हैं ll कुछ ज़ख्म सयाने हो गये हैं कि दर्द भी नहीं देते l सोए हुए बैचेन और बैखोफ अरमान फ़िर जगा रहीं हैं ll बेपन्हा बेइंतिहा प्यार में पागल और दिवानी होकर l प्रिये को रिझाने वो होठों से लग के दिल लगा रहीं हैं ll अनगिनत छेद ही छेद अंदर और बाहर होते हुए l फासला कम करने खुद को खुद के भीतर समा रहीं हैं ll फ़िज़ाओं में मदमस्त ...और पढ़े

91

में और मेरे अहसास - 88

ये कैसा हसीन गुनाह करना चाहते हो l क़ायनात को फिरदौस बनाना चाहते हो ll सब को अपने दिल वाला ना समझ l सखी खुद से ही खुद को हराना चाहते हो ll बड़े बेईमान, पढ़े लिखे, खुदगर्ज, मतलबी l जहां को इंसानियत से सजाना चाहते हो ll एक बार मेरी जुबां से मेरी दास्तान सुनो तो l काटों के बीच गुलाबो को लगाना चाहते हो ll दिलों की क़दर नहीं रहीं एक पैसे की भी l पल में अदा बदले उसे क्या बताना चाहते हो? १-१०-२०२३ आंखों से जाम पीला दो l थोड़ी ...और पढ़े

92

में और मेरे अहसास - 89

नील गगन ने बहुत कुछ सिखा दिया l उदास मुखड़े को हसना सिखा दिया ll पूनम की मिलन रात में सखी ने l मुहब्बत का शीतल जाम पिला दिया ll जिंदगी तो मुसलसल एक सफ़र है l हमराही बनाकर साथ निभा दिया ll दिलों जान से चाहत लुटाते आ रहे हैं l खामोशी से पलकों को बिछा दिया ll जानते हैं वज़ह तड़प ओ तरस की तो l जुदाई के पलों का हिसाब गिना दिया ll १६-१०-२०२३ महफिल में खुशियों के बादल छाने लगे हैं l इश्क़ ने कहा कि वो नज़्म गाने ...और पढ़े

93

में और मेरे अहसास - 90

ख्वाहिशो का वास्ता तुमसे ही है l मुकम्मल मंजिले रास्ता तुमसे ही है ll तुम्हें महसूस करना ही है सुनो l जिवन की डगर खास्ता तुमसे ही है ll रुक गया है सफ़र क्यूँ तुम पर l इत्तफाक से पास्ता तुमसे ही है ll पास मेरे अब बचा ही क्या है अब l जिंदगी की दास्ता तुमसे ही है ll सब्जी रोटी से रात दिन गुजरते थे l आज मजेदार नास्ता तुमसे ही है ll १-११-२०२३ दुनिया मेरा दिवानापन देख दंग रह गई l सभल सभलकर रहना इशारों में कह गई ll सारा ...और पढ़े

94

में और मेरे अहसास - 91

इश्क़, मुहब्बत, जरूरत, आदत जो भी कहो l बेपन्हा ओ बेइंतिहा सी चाहत जो भी कहो ll गर वक्त मिले तो निकाला करो जरा l दीदार से मिल जाती है राहत जो भी कहो ll तड़प और तरस हमेशा से चाहत की रहीं हैं l जो भी प्यार से दोगे उसे दावत जो भी कहो ll इश्क ने ये क्या जादू कर दिखाया है देखो तो l दवा से या दुआ से मिले ताकत जो भी कहो ll प्यार ओ अपनेपन की जो धारा बहती है उसे l नदी, दरिया, समंदर या सागर जो भी ...और पढ़े

95

में और मेरे अहसास - 92

दिलवाला प्यार बेशुमार करता है l इज़हारे इश्क बार बार करता है ll खुश रहने की भरपूर कोशिश l मिलन के लम्हें यादगार करता है ll सखी आशिक की बेपन्हा बेइंतिहा l मुहब्बत का ए - तिबार करता है ll सुबह शाम हरदम प्यार में पगला l खुद सबसे दर किनार करता है ll दरया ए दिल में जब दिखता है तो l दिलबरा पर जाँ-निसार करता है ll अपने आप को पिंजरे में बँध करके l यादों के सफ़र में शिकार करता है l १-१२-२०२३ जादू मुहब्बत का चल गया l अनजाने ...और पढ़े

96

में और मेरे अहसास - 93

यमुना तट पर कृष्णा रास खेले राधा संग l सखी सहियर कृष्णा रास खेले राधा संग ll में प्रेम दीवानी सुधबुध बिसराके l गोप गोपियाँ कृष्णा रास खेले राधा संग ll १६-१२-२०२३ पागल होकर जाम पी रहे हैं l अपनी ही धुन में जी रहे हैं ll जैसे भी हो बस जी लेते हैं l फटा हुआ जिगर सी रहे हैं ll रूठ के बैठ न जाए कहीं वो l बात कहने से भी बी रहे हैं ll अक्खड़ कर चलने वाले देख l जो जहां थे वहाँ ही रहे हैं ll ...और पढ़े

97

में और मेरे अहसास - 94

नया साल आया खुशियां मनाओ l आज घर आँगन फूलों से सजाओ ll नव स्फूर्ति भर दो नव भरो l खूबसूरत रंगबिरंगी रंगोली रचाओ ll नये साल के स्वागत के लिए आओ l होठों पर हसी मुस्कराहट लगाओ ll होगीं हर उम्मीद पूरी आशा रहो l हृदय में हज़ारों अरमान जगाओ ll आने वाला हर लम्हा सुकून लायेगा l खुशी और उमंगों के दीप जलाओ ll १-१-२०२४ खुशी में भी आँखों से बहता पानी है l जी ले मौज से जिन्दगी दुनिया फानी है ll हर घड़ी जिन्दगी रूप बदल सामने आती l ...और पढ़े

98

में और मेरे अहसास - 95

सर्दी के दिन अपना रंग दिखाने लगे हैं l लोग घरों में बंध रह दिन बिताने लगे हैं ll सारे बदन को ठंडा किया बेदर्दी मौसम ने l ठिठुरते है फ़िर भी साथ निभाने लगे हैं ll सूरज आंख मिचोली खेले परेशान हैं लोग l ऊनी स्वेटर, मफ़लर पहनो सिखाने लगे हैं ll हाथ और पैर ठिठुर गये हैं ठंड की वजह से l जहां देखो वहां गर्म चाय को पिलाने लगे हैं ll बाहिर ठंडी घर में भी ठंडी जैसे हो कोहराम l सर्दी के दिन भैया भीतर से हिलाने लगे हैं ll १६-१-२०२४ ...और पढ़े

99

में और मेरे अहसास - 96

हुश्न की खूबसूरती आज जी भर के देखते हैं l नज़रे बचाके महफिल में ठहर के देखते हैं ll किस्मत पर भरोसा है दीदार ए यार होगा l चलो थोड़ा सा और इंतजार कर के देखते हैं ll काश खिड़की पर आ जाए खुली साँस लेने l एक बार फ़िर से गली से गुज़र के देखते हैं ll भीतर की खूबसूरती को देखने के लिए अब l नजरों में समाकर दिल में उतर के देखते हैं ll रहम खाकर एक झलक दिखलाने आ जाए l आज बड़े अरमान से सामने घर के देखते हैं ll ...और पढ़े

100

में और मेरे अहसास - 97

बेरोजगारी ओ महगाई का प्रश्न तो खड़ा है l जवाब देने जाओ तो मसला बहुत बड़ा है ll में कोई नहीं जो आवाज़ उठाएंगे कि l जहा देखो पूरा सिस्टम मुकम्मल सड़ा है ll बिना रिश्वत के कोई रोज़गार नहीं मिलता l उपर से लेकर नीचे तक भ्रष्टाचार जड़ा है ll भूख के मारे लाचार नौजवान मज़दूर बने l दुनिया का हर पढ़ा लिखा इन्सां रड़ा है ll कानून की जानकारी नहीं है देश वासी को l मुकम्मल कायदा बस नाम का ही दड़ा है ll सभी अपने आप की समस्याओ में डूबे ...और पढ़े

101

में और मेरे अहसास - 98

मन्नत के धागों से ख़ुदा को मनाना छोड़ दिया l अपने और अपनों के लिए सताना छोड़ दिया ll अँधेरों से न घबराना, किसीसे आश भी नहीं रखते l छोटी छोटी बातों को दिलसे लगाना छोड़ दिया ll बेवजह सोच के परेशान नहीं रहना ओ करना l रूठे हुए को मनाके प्यार को जताना छोड़ दिया ll एकतरफ़ा बेनामी रिश्तों को निभाते नहीं रहेना l हर लम्हा हर पल की खबरें बताना छोड़ दिया ll लोगों को खुश रखने की नाकाम कोशिश करके l आज़माके समझाने के साथ ज़माना छोड़ दिया ll १-३-२०२४ फागुन ...और पढ़े

102

में और मेरे अहसास - 99

पिंजरा सोने का पिंजरा हैं फिर भी पंछी उदास हो रहा है l खुले आसमाँ की तरह मुकम्मल कहा है ll सुना सुना लम्हा लम्हा सुने सुने रात और दिन कि l अभी तक दरिया जीतना पानी निगाहों से बहा है ll बड़े से आलीशान बंगले में कई विचित्र प्राणी की l भीड़ में रहते हुए उसने अकेलेपन का दर्द सहा है ll उड़ने की मज़ा कब ले सकेंगा वहीं सोचता है वो l सुकून ए साँस जंगलों की हवा बहती हो वहा है ll बैगानो की बस्ती में आ बसा है वो जीना ...और पढ़े

103

में और मेरे अहसास - 100

टूटी हुई उम्मीदों का घाव सबसे गहरा होता है l गुज़रा हुआ प्यारा वक़्त वहीं पे ठहरा होता है जाए तो कहां जाए पल भर की खुशी के लिए l कहीं पर भी जाओ ज़माने का पहरा होता है ll जानों दिल की लंबी सी जुदाई के दिनों में l जीने के वास्ते ख्वाबों का सहरा होता है ll दो पल की छोटी सी मुलाकात के अरमान से l गुलाब की तरह खिला हुआ चहरा होता है ll न सुनने वाली बात सुन लेता है कैसे भी l गलतफहमि मत रहो के समय बहरा होता ...और पढ़े

104

में और मेरे अहसास - 101

विश्व के लिए सर्व मंगल की कामना करो l प्रार्थना ओर अर्चना से दिन शुरू करो ll जगत भीड़ भारी कहीं खो ना जाओ l माधव के साथ रहके हाथ पकड़े रखो ll निरंतर कृपा बरस रहीं हैं आसमाँ से l आशीर्वाद से जिन्दगी में शांति भरो ll देखने वाला सब कुछ देख रहा है तो l अलौकिक एवं अदृश्य शक्ति से डरो ll आख़िर हर पल का हिसाब देने पड़ेगा l किसीका भी चैन ओ सुकूं ना हरो ll १६-४-२०२४ राम जन्म का पर्व निराला l आओ मिल झूल के मनाये l ...और पढ़े

105

में और मेरे अहसास - 102

दिल की क़ायनात के नेता बन गये हों l इश्क़ की महफिल आबाद कर गये हों ll मिलने का नतीज़ा ये हुआ है कि l रूह का पटारा अरमानों से भर गये हों ll दूसरों की जिन्दगी में ताकझाँक करनेवाले l पड़ोसीओ का चैन ओ सुकूं हर गये हों ll जीवन की नैया डूबने लगती है जब के l निगाहों से जरा सा जो दूर गर गये हों ll मुहब्बत की मौसमी बारिस हुई तो l प्यार और अपनेपन से तर गये हों ll १-५-२०२४ देश भ्रष्टाचार में फस गया है l भ्रष्टाचारियों से ...और पढ़े

106

में और मेरे अहसास - 103

दुनिया कठपुतली का मेला हैं l जिन्दा रहने के लिए झमेला हैं ll करोड़ों इंसानों की भीड़ में यहां हर आदमी अकेला हैं ll सब ने लुका छुपी का खेल l एकदूसरे के साथ खेला हैं ll हसी खुशी से जिये जाओ l जीवन ईश्वर का डेला हैं ll ना जाने कब खत्म हो जाए l तन साँस लेने का थेला हैं ll मन की डोर खींचकर रखो l नसनस में प्यार का रेला हैं ll नचाने वाला ऊपर बैठा है l जीभर के जीने की बेला हैं ll १६-५-२०२४ शांत मन ...और पढ़े

107

में और मेरे अहसास - 104

दिल की बातेँ होंठों पर आ गई तो क़यामत आ जाएंगीं l राज़ की बातेँ होंठों पर आ गई क़यामत आ जाएंगीं ll ग़र जाहिर हो गये जज़्बात ओ दिल तो कहाँ छुपोगे l रात की बातेँ होंठों पर आ गई तो क़यामत आ जाएंगीं ll पिछले दिनों मुलाक़ात में बहुत रंगीन वक्त गुज़रा l साथ की बातेँ होंठों पर आ गई तो क़यामत आ जाएंगीं ll महफ़िल में आमने सामने बैठकर निगाहों से पीए हुए l जाम की बातेँ होंठों पर आ गई तो क़यामत आ जाएंगीं ll मोहब्बत की आगोश में घिर कर ...और पढ़े

108

में और मेरे अहसास - 105

मुस्कान होंठों पे सजाए रखना l जिगर में हौसला बनाए रखना ll एकतरफ़ा ही सही सिद्दत से l के रिसते निभाए रखना ll ग़मों से भरी जिंदगी में हर पल l मुहब्बत का जाम पिलाए रखना ll १६-६-२०२४ मौसम की पहली बारिस गिरते ही बिखर जाता हूँ l फिर यादों की बौछार आते ही संभल जाता हूँ ll आशिक बनकर बदनाम हो गया हूँ फ़िर भी आज l ख़्यालों में उनके एक तबस्सुम से निखर जाता हूँ ll पवन की लहरकी उनकी मदमाती अह्सास ले आई l फ़िज़ाओं में खुशबु की महक से सँवर ...और पढ़े

109

में और मेरे अहसास - 106

प्यार भरा प्रेम पत्र लिखने में वक्त तो लगता हैं l कच्ची कलियों को खिलने में वक्त तो लगता ll टूट के चाहा हो जिसे उस ज़ालिम की दूरी में l चाक जिगर को सिलने में वक्त तो लगता हैं ll लहरों से लड़ने का हुनर सीख रहे हैं अभी तो l कश्ती साहिल से मिलने में वक्त तो लगता हैं ll आसमानों से उतारने का इरादा है तो सुन ले l सितारों का तेज़ झिलने में वक्त तो लगता हैं ll बाद मुद्दतों के ख़ुद को सम्भाला है आज मैंने l मुकम्मल जगह से ...और पढ़े

110

में और मेरे अहसास - 107

जिंदा लाश को लम्बी उम्र की दुआ मत देना l मुकम्मल सजा मिली है फ़िर सजा मत देना ll टूटे धागे, समझौते के टाके यही तो है जिंदगी l विपदा की घड़ियों में कभी भी दगा मत देना ll मोहब्बतें टूटने के बाद बेवफा आशिक प्यारी l मुलाकातों वाली राज की बातेँ बता मत देना ll प्यार की आदत हो गई है जीना मुहाल हुआ l जाते हैं दूर पीठ पीछे से अब सदा मत देना ll सुनो जाना चाहते हो तो चुपचाप चले जाना l अब आशिकी को रुस्वा सरे आम बना मत देना ll ...और पढ़े

111

में और मेरे अहसास - 108

श्रद्धा भाव से जीवन जीना आसान हो जाता हैं l दुःख के दिनों में हंसने का हौसला लाता हैं यकीन रख ख़ुदा देगा छप्पड़ फाड़ कर देगा l सुख, समृद्धि, चैन औ सुकून की साँसें पाता हैं ll सुन कर्म किये जा फ़ल की तमन्ना किये बग़ैर l विश्वास करके जो भी काम कर उसमें फाता हैं ll उभरा हर एक बार इक नया इंसान बनकर l तन की मिट्टी का अलौकिक शक्ति से नाता हैं ll अपने आप में जीने का ज़ज्बा ए जुनून बढ़ा l क़ायनात में तो हर कोई पवित्र होकर आता ...और पढ़े

112

में और मेरे अहसास - 109

सुहाना नशीला मौसम दिल को बहका रहा हैं l रंगबेरंगी फ़ूलोंका गुलदस्ता मन बहला रहा हैं ll लाखों पल रहीं हैं सदियों से आज l जिगर में तमन्नाओं का चमन महका रहा हैं ll मुख्तसर सी बात है हमदर्द के प्यारे हाथों से l जरा सा छूने लेने से अंग अंग दहका रहा हैं ll संवर कर रहते हैं बेपन्हा बेइंतिहा प्यार में l जुदाई की बातों से आज क्यूँ तड़पा रहा हैं? कुछ ज्यादा ही एहमियत दे दी है इश्क़ को l एक नज़र देखने को ज़ालिम तरसा रहा हैं ll १६-८-२०२४ पावस ...और पढ़े

113

में और मेरे अहसास - 110

उजड़े हुए शहरो में आशियाना न ढूंढ़ा कर l इन्सानों के चहरों को नजदीक से पढ़ा कर ll होगा देखा जायेगा कल की चिता छोड़कर l जीए जा मस्ती में फ़िक्र को हवा में उड़ा कर ll मुक़द्दर में सुहानी सुबह है यही सोचकर आज l चरागों को बुझाकर चैन की नींद लिया कर ll ख़्वाबीदा हसरतों को दरख़्तों से उड़ा कर l अपनी ही दुनिया में मौज मस्ती में रहा कर ll वक्त का क्या भरोसा कितनी साँसे बची है तो l गिले शिकवे भूलकर सबसे हँसकर मिला कर ll १-९-२०२४ ज़मीं से ...और पढ़े

114

में और मेरे अहसास - 111

निगाहों से पीने में मना नहीं ज़ाम पर निषेध क्यूँ? अदाओं से पीने में मना नहीं ज़ाम पर निषेध रफ़्ता रफ़्ता बहकता गया रस्म ए चमन आज फ़िर l फ़िज़ाओं से पीने में मना नहीं ज़ाम पर निषेध क्यूँ? खुली हवाओं में गेसुओं को झटका कर निकलती l बहारों से पीने में मना नहीं ज़ाम पर निषेध क्यूँ? गुमसुम हो गए है आज कल अल्फाज़ मिरे जाने क्यूँ? सदाओं से पीने में मना नहीं ज़ाम पर निषेध क्यूँ? बोलने के तरीक़े पर वारी गई है महफ़िल कीदुनिया l गजलों से पीने में मना नहीं ज़ाम ...और पढ़े

115

में और मेरे अहसास - 112

ख्वाइशों का समंदर बहुत दूर तक फेला हुआ हैं l एक आरज़ू ने ज़मीं से लेकर अर्श को छुआ ll एक हुस्न है जिसने सबकुछ आज लुटा हुआ है l देख जज़्बातों का जहाज बीच समंदर में डुबा हैं ll चहरे पर ज़ख्म दिखते नहीं है वर्ना रो देते आप l कसम से मुकम्मल मोहब्बत के नाम पर लुटा हैं ll नांव किनारों पर ही खिसका करती है सभल जा l जिस नाविक पर भरोसा था वो यक़ीन टुटा हैं ll जिंदगी का मुक़द्दर सफ़र दर सफ़र करती रहती l किस तरह कहे कैसे कहा ...और पढ़े

116

में और मेरे अहसास - 113

जीवन के कोरे काग़ज़ को पढ़ सको तो पढ़ो l चंद लम्हों की मीठी यादे भर सको तो भरो घटों लगाएं हुए हैं सजने सवरने में साजना l खूबसूरती की तारीफ़ कर सको तो करो ll कोई किसी के संग उम्र भर साथ नहीं रहता l खुद पर खुद की तरह मिट सको तो मिटो ll बहुत कठिन है किसी को अपना बनाना तो l खुद की परछाईं को जित सको तो जितो ll दुनिया को जिस बेश में चाहिये उस तरह l आज दिखावे के लिए दिख सको तो दिखो ll अब कभी ...और पढ़े

117

में और मेरे अहसास - 114

क़ायनात में दिलों से नफ़रतों को मिटाते चलो l प्यार मोहब्बत के धर धर दिये जलाते चलो ll की अपनी मुसीबत अपना फ़साना है l जीनेकी राह दिखे वो फ़साना गुनगुनाते चलो ll अश्कों में तबस्सुम ओ होंठों पे तरन्नुम लेके l सदाकत की राह पर चल हौंसला बढ़ाते चलो ll खुद की क़िस्मत पर गुरूर अच्छा नहीं होता l साथ सभी के क़दम से क़दम मिलाते चलो ll लोग चले जाते है प्यार अमर रहता है हमेशा l जिंदगी की राह में आतेजाते मुस्कराते चलो ll १-११-२०२४ जिंदगी आसान हो जाती है जब ...और पढ़े

118

में और मेरे अहसास - 115

जुबान खामोश हैं पर कलम बोलती हैं l हृदय में उठते लब्जों को खोलती हैं ll दिल की सुनके दिल की कहतीं है l वो सदाकत का साथ देकर डोलती हैं ll उमड़ते भावों ओ उर्मि को किताबों में l लिखने से पहले शब्दों को मोलती हैं ll खुद ही न्यायालय की खुर्शी में बैठकर l न्याय को लिखते वक्त अक्षर तोलती हैं ll अपने अरमान और जज्बातों को लेकर l ही बेज़ान कोरे काग़ज़ को टटोलती हैं ll १६-११-२०२४ नाराज है पर इतना मलाल नहीं हैं l आँखें रोने की बजह से लाल ...और पढ़े

119

में और मेरे अहसास - 116

दिलबर दिलबर की आँखों के इशारे को ना समझे वो अनाड़ी हैं l समझकर भी ना समझी का दिखावा वो खिलाड़ी हैं ll लहजा समझ में आ रहा है कुछ कुछ बात करने का l अब पलभर में बदलते हुए मौसम की रवानी बतानी हैं ll केवल लिहाज़ रखने के लिए मुस्कराहट ही बेहतर है l फिझाओ के मिजाज के हिसाब से अब कहानी बनानी हैं ll खुद को खुद के वास्ते आज झाड़ कर ले आए हैं l नाजुक लम्हों में हाथ पकड़कर कहीं हुई बात निभानी हैं ll यादों के ज़ख्म की सिलाई-कटाई ...और पढ़े

अन्य रसप्रद विकल्प