इंतजार प्यार का - उपन्यास
Unknown Writer
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
आज इंपीरियल कॉलेज के सामने काफ़ी सारी और महंगी कार की लाइन लगी हुई थी| आज कॉलेज का पहला दिन और प्रवेश का दिन था इसी बजाह से काफ़ी सारे बच्चे आज आए थे। यहाँ के काफ़ी सारे बचे ...और पढ़ेपरिवार से बेलोंग करने के बजाह से सब के पास अपना अपना पर्सनल कार हां बाइक था या फिर उन्हे अपने ड्राइवर कार में छोडने के लिए आए थे वहां पर काफी सारे स्टूडेंट डोनेशन देकर कॉलेज में पढ़ने के लिए आए थे। क्यूं की इम्पीरियल कॉलेज इंडिया की बेस्ट कॉलेज मेयो से एक हे। और इज कॉलेज में दुसरे देश के स्टूडेंट्स पढ़ने डोनेशन देकर आते
आज इंपीरियल कॉलेज के सामने काफ़ी सारी और महंगी कार की लाइन लगी हुई थी| आज कॉलेज का पहला दिन और प्रवेश का दिन था इसी बजाह से काफ़ी सारे बच्चे आज आए थे। यहाँ के काफ़ी सारे बचे ...और पढ़ेपरिवार से बेलोंग करने के बजाह से सब के पास अपना अपना पर्सनल कार हां बाइक था या फिर उन्हे अपने ड्राइवर कार में छोडने के लिए आए थे वहां पर काफी सारे स्टूडेंट डोनेशन देकर कॉलेज में पढ़ने के लिए आए थे। क्यूं की इम्पीरियल कॉलेज इंडिया की बेस्ट कॉलेज मेयो से एक हे। और इज कॉलेज में दुसरे
सनाया आज डेनिम जींस के साथ एक ब्लू कलर के क्रॉक-टॉप पेहनी हुई थी जिसमे वो एक काफ़ी सुंदर लग रही थी वो कार से उतरने के बाद अपना बुक लेकर अपने अपने दोस्तों के पास चली जाती हे ...और पढ़ेवहन से कॉलेज के प्रशासनिक कार्यालय के और जाने लगते हे अपने आई कार्ड को जारी करने के लिए। सनाया अपने दोस्तों के साथ बात करते हुए ही administrative office के और चलीजती हे और फिर वहां से अपने बेस्ट फ्रेंड तान्या को अपना कार्ड भी लेकर आने को बोलती
तो दो मिलके वहन से खोज अभी जन सुरु करते हे। और आरव को धूलने लगती हे। वो पहले कॉलेज कॉरिडोर फिर कैंपस ऐसे करते हुए पुरे कॉलेज में धुँते हे लेकिन उनको आरव नहीं मिलता हे फिर दोनो ...और पढ़ेलाइब्रेरी में धुंडने जाते हे लेकिन उनको तो मिला हिन वहीं सनाया भगवान की प्रार्थना करते हुए बोलती हे की प्लीज गॉड उसे मेरे साथ एक बार मिलवा दो प्लीज। जब वो उन लोगों को पुस्तकालय में भी नहीं मिला हे तो तान्या सनाया को बोलती हे की यार इसको धुंते हुए बोलती हे की यार क्या ये बंदा कहां
आरव पूरे कॉलेज का टॉपर है। और full scholarship के साथ कॉलेज में एडमिशन लिया हे वही सनाया कॉलेज की सेकेंड टॉपर हे। जिस बजाह से दोनो की सीट एक दसरे के आस पास हे |सनाया को शर्मिंगी महसूस ...और पढ़ेरही थी आरव के ऐसे रिक्वेस्ट करने से। तो वह थोद गुसे से आरव से बोलती है कि, “ मिस्टर आरव राजपूत आपकी ये बुक जिसको अपने मेरे पास चोद दिया था वह ले लीजिए और रही बात यहां beith ने कि तो में आपको बता दूं कि मेरी आपके ऊपर कोई भी इंटरेस्ट नहीं है। मुझे ये सीट मिला
तो सब लोग एक दम से जाकर उसके गले लग जाते और सब मिलके एक साथ एक टाईट ग्रुप हुग करते है। और फिर सब लोग अलग होते है और तभी सबको उसके पहले के काम के लिए और ...और पढ़ेदर की काम के लिए काफी गुस्सा अता है। और सब मिलके उसको लेता कर मुक्को और लातो की बरसात करने लगे। आरव भी कुछ नहीं किया और उनको अपने ऊपर जितना गुस्सा है निकाल ने देता है। थोड़ी देर बाद सब लोग जब थक गए तब जाकर उसको chodte है। फिर उसको उठाते है मर मारने के Bajah से
वहां बैठ कर सब लोग थोड़ी देर बात चीत करना शुरू कर देते है। सब लोग आरव को पूछते है कि वो क्या कर रहा था इतने दिनों तक और कहां था। लेकिन आरव उन सबके बातों को इग्नोर ...और पढ़ेहुए सब से बोलता है कि आज कि पार्टी मेरी और जिसको जो भी आर्डर करना है करो आज बिल में पे करूंगा बोलता है और वहां से सब लोगों के लिए आर्डर लेने चला जाता है उसके चले जाने के बाद वहां पर सनाया आती है सनाया को वहां पर देख कर सब की चेहरे पे स्माइल आजती है।
आरव अब सबकी और घुर घुर कर देख रहा था और उसके घूरने से सब लोग थोड़ा उन कंफर्टेबल हो रहे थे। और सब लोग अपना मुंह बंद करके बैठे हुए थे जैसे कि कोई उनका मुंह सिल दिया ...और पढ़ेऔर वो कुछ भी नहीं बोल पा रहे है। आरव अब कुछ बोलने के लिए अपना मुंह खोल कर कुछ बोलने वाला हीं था कि तभी उसके पीछे से एक लड़की अति है और उससे टकरा जाती है। और आरव के पीठ के ऊपर गिर जाती है। जिस वजह से आरव जाकर सीधे टेबल पे रखे खाने पे गिर जाता
तभी सूरज अपने जगह से खड़े हो कर सनाया के पास जाकर अपने हाथ उसके कंधे पर रख कर उसको कुछ बोलने के लिए बोलता है। लेकिन सनाया उसकी बातों को इग्नोर करके बस हस्ती हीं जा रही ...और पढ़ेलेकिन इस बार सूरज ने थोड़ा जोर से सनाया को हिलाया जिस वजह से सनाया अपना हसी को कंट्रोल करते हुए अपना सर हैं में हिलती ने और सूरज जाकर अपने सीट में बैठ जाता है। और फिर सनाया से बोलता है कि सनाया प्लीज ये सस्पेंस रखना बंद करो और मुझे सब सच सच बताओ तुम हस क्यूं रही हो।
वहीं कुछ लड़के अभी अभी अपना नया गैंग बना कर हर किसी को डरा धमका कर अपना काम करवाते थे या फिर दूसरों कि मजाक बना रहे थे जब उनको पता चल कि डेविल्स वापस अगाए तो उनका डर ...और पढ़ेमारे बुरा हाल था और वो लोग डर के मारे थर थर कांप रहे थे। क्यों की दिल्ली का हर स्टूडेंट आरव और डेविल गैंग के बारे में जानता था और उसको सब के सब डरते थे। और उसका खोप इतना था कि टीचर भी उसके सामने काफी डरते थे। इसी वजह से कोई भी बिना किसी बात का उन
डेविल गैंग सारे के सारे बुरे काम जों इनके सामने हो उसके विरोध में खड़े होते थे। और हमेशा सही का साथ देते थे। चाहे उनके सामने कोई भी खड़े हो लेकिन ये लोग किसी से भी बिल्कुल भी ...और पढ़ेडरते है। जिस के Bajah से इनसे दिल्ली सारे स्टूडेंट्स गैंगस्टर और प्रोफेसर भी इनसे डरते है और कोई भी इनसे बिना मतलब के पंगा नहीं लेना चाहते है। लेकिन आज से तकरीबन 1 साल पहले कुछ रिसन के Bajah से वो पांचवा बंदा इनको चोड कर चला गया था जिस bajah से इनकी पॉवर थोड़ा कम हो गया था
वहीं उनसे कुछ हीं दूर खड़ा हुआ आरव जब ये सुना तो उसकी पूरे के पूरे तन बदन में आग लग गई। और जिस वजह से उसका गुस्से का पारा भी हाई हो चुका था। ये सब सुन ने ...और पढ़ेदेखने के बाद आरव गुस्से से आगे बढ़ने लगता है लेकिन तभी वो देखता है कि उनमें से एक लड़का हवा में उड़ते हुए जाकर कुछ हीं दूर पर गिरता है। सब लोग अब सनाया को घुर कर देखने लगते है। वहीं आरव भी सनाया को घूरने लगता है। क्यूं की ये चीज इतना अनेक्सपेक्टेड था कि कोई भी ऐसी
वहीं आरव के चार दोस्त मिलकर कैंटीन में बैठ कर बात कर रहे थे। वो लोग वहां पर बैठ कर आरव को मनाने के लिए जो भी प्लान बनाए थे उसके बारे में बात कर रहे थे। उन होने ...और पढ़ेआरव को काफी बार कॉन्टैक्ट करने की कोशिश भी किए लेकिन उसने उन सबको इग्नोर कर दिया। उन्होंने एक एक करके काफी बार आरव को कॉल किया मैसेज की लेकिन आरव ने किसी का भी कोई भी जवाब नहीं दिया। उन होने उसके साथ मिलने की काफी कोशिश की लेकिन आरव ने उन कोशिशों को सक्सेस होने नही दिया जब
तो उसके बाद सब लोग मिलकर सोफे पर बैठते हे और थोड़ी देर तक बातचीत करते है। बात चीत करने के बाद सूरज सबसे बोलता है की चलो यार सब शॉट out हो गया तो चलो पहले की तरह ...और पढ़ेकरते है तो सब हां बोलते तो नैना और सूरज मिलकर किचन की और चले जाते। वहां से जाने के 15 min बाद वो सब के लिए चिकन बिरियानी और चिल्ड बीयर लेके आते है। और सब बैठ कर बिरियानी और चिल्ड बीयर की मजा उठाने लगते है। ऐसे हीं थोड़ी देर के बाद आरव सब से बोलता है की
आर्यन के मुंह से पूरी की पूरी बात सुनने के बाद सिर्फ आरव ही नहीं बल्कि वहां उस रूम में खड़े हुए हर कोई एकदम दंग होकर आर्यन की ओर देख रहे थे। वह लोग आर्यन को बस अविश्वास ...और पढ़ेनजर से घूर रहे थे। क्योंकि आर्यन ने प्लान ही कुछ ऐसा बनाया था। और वही उस प्लान के ऊपर विश्वास करना हर किसी के लिए एक तरह से इंपॉसिबल था क्योंकि एक कॉलेज का स्टूडेंट कभी भी एक लड़के को किडनैप करने के लिए इतना शातिर और इतना खतरनाक प्लान कभी बना नहीं सकता था। लेकिन फिर भी उन
आरव सबको बताता है की क्या यार तुम लोग इतने जल्दी भूल जाओगे मुझे उम्मीद नहीं थी। उसकी बात सुन ने के बाद सब सोचने लगते है। सब को सोचता हुआ देख कर आरव सबसे बोलता हे की बाइक ...और पढ़ेतो सबके अंकों में चमक आजाति हे। और सब लोग जल्दी से आरव को हां बोल देते है। और यह भी देख कर खुश हो जाते हैं कि उनका पुराना आरव अब फिर वापस आ रहा है। और यह देखकर उनके आंखों में आंसू भी आ जाता है फिर सब लोग खुद को संभालते हुए और सूरज सबसे बोलता है
वहीं सनाया आज क्लास रूम में आने के बाद आरव को न देख कर शॉक हो जाती है क्यूं की उसको आरव के दोस्तों ने बताया की आरव बहुत कम हीं क्लास मिस करता है। तो उसको लगता है ...और पढ़ेजरूर आज आरव का तबियत खराब होगा ये सोच कर उसको अच्छा नहीं लगता है। तो वो अपना फोन निकाल कर बिक्रम को कॉल करती है। और कॉल करने के बाद उसको पूछती है कि आरव आज कॉलेज क्यों नहीं आया क्या उसकी तबीयत खराब हुई है क्या। तो विक्रम उसे बताता है कि वह और आरव और उसके
फिर वो उनको लेकर वापस वही जगह पर आ गया जहां पर एक्सीडेंट हुआ था। लेकिन अब तक वहां पर काफी सारे लोग भी घेर के खड़े हो गए थे। पुलिस भी अब तक वहां पर अगयि थी फिर ...और पढ़ेउन लोगो के बयान लेती है उसके बाद उन चोरों से उनकी चोरी की गई सामान को उन कपल को देती है। देने के बाद वो लोग आरव को thank you बोलते हे। और उन चोरों को लेकर चले गए। फिर आरव भी अपने सारे दोस्तों के साथ मिलकर दिल्ली के लिए निकल जाता है और वो लोग 8:30 बजे
आरव और उसके दोस्त दादाजी के मुंह से यह बात सुनने के बाद और भी ज्यादा शौक हो जाते हे। दादा जी ये सब को देखते हे लेकिन उन होने सब को इग्नोर करते हुए टाइगर अपने पास बुला ...और पढ़ेजिस वजह से वह दादाजी के पास आ जाता फिर आर्यन भी डरते हुए दादाजी के पास आ जाता है। और वो दादाजी से बोलता हे की सॉरी दादाजी मुझे याद नहीं रहा था लेकिन प्लीज मुझे माफ कर दीजिए आगे से ऐसी गलती फिर कभी नहीं होगी। यह सुनने के बाद भी दादाजी उसको कुछ नहीं बोलते और फिर
नाश्ता करने के बाद सब लोग फिर से जाकर सोफे पर बैठ जाते हैं फिर तभी वहां आरव सबसे बोलता है कि यार चलो अब कॉलेज का टाइम हो गया है। जल्दी जाना भी है तो सब लोग हां ...और पढ़ेहैं। और वहां से जाने लगते हे। और तभी दादी आरव के पास आकर उसे एक पेंडेंट देती है और उससे बोलती है कि आते रहना बेटा इतने दिन तक तो दूर रहा अब आते रहना और यह बोल कर उसको गले लगा लेते और उनकी आंखें कभी नम थी। आरव भी उनके गले लग जाता हे। और वो भी
तभी विक्रम और सूरज जा कर उसको वहां से उठाकर लाते हैं। फिर उसको साइड में शांति से बैठाते हे। तभी आदित्य वहां से खड़ा होता है। वो खड़े होते समय थोड़ा लड़खड़ा भी रहा था। वो खड़ा होते ...और पढ़ेगुस्से से बोलता हैं की तुमने मुझे पिटवा के बिल्कुल भी अच्छा नहीं किया सनाया अब देखो मैं क्या करता हूं। और कौन है वह क्या तुम्हारा बॉयफ्रेंड है जो तुम्हे प्रपोज करने पर इतना गुस्सा हो गया। वो अब इतना ही बोला था कि आरव उसकी बात सुनने के बाद और भी ज्यादा गुस्सा हो जाता हे और गुस्से
आप लोगों ने पिछले एपिसोड में पढ़ा था कि कैसे सनाया सबके सामने आरव को अपना बॉयफ्रेंड कहकर इंटरव्यूज करवाती है। इंट्रोड्यूस कराने के बाद सब लोग आरव की ओर गुस्सा डर और जलन की भावना से देख रहे ...और पढ़ेवही कुछ स्टूडेंट मिलकर अरब के खिलाफ प्लान बनाने लगे थे। वही आरव के दोस्त भी उन दोनों के रिश्ते के बारे में जानकर पूरी तरह से शॉक हो गए। आरव को सनाया ने खींचकर बाहर लेकर उससे कुछ बात करती और उसको पूरी सचाई बता देती है। उसके बाद अरब भी अपने दोस्तों को सारी सच्चाई बता देता है।
तो यह सुनने के बाद सनाया के फेस में एक स्माइल आ जाती है और वो रावी को thank you bolti हे। लेकिन कुछ ही पल बाद उसकी स्माइल भी उसके फेस चली जाती है और उसकी जगह एक ...और पढ़ेने ले लिया था। यह देखकर रावी भी पूरी तरह से शौक और जाति और उस पूछती है कि क्या हुआ तो इतनी दुखी क्यों हो गई तो सनाया उसको विक्रम की बातों के बारे में बता दिए तो रावी भी यह सुनकर शौक हो जाती है। अभी बोल दिया तूने सच का विक्रम भाई ने बोला है तो उसके
सीनियर्स में से काफी लड़के जब सनाया को देखे तो उनके आंखों में चमक अगायी। और उनमें से एक लड़का जो की दिखने में अच्छा था और इसके कपड़ो को देख कर कोई भी बता सकता था की वो ...और पढ़ेअमीर परिवार का बचा हे। उसने जाकर सनाया को प्रपोज कर दिया ये देखने के बाद सब शॉक हो जाते हे। लेकिन आरव गुस्से से आग बबूला हो जाता हे। वहीं सनाया ने उसको रिजेक्ट कर दिया जब ये बाकी सीनियर्स देखे तो अनकोन भी सनाया को प्राइस करने के लिए आगे बढ़े। लेकिन जब उनको पता चला कि वह
वही वो सनाया को बीच रास्ते में से एक सुनसान कोने से अपने कुछ दोस्तों के साथ पकड़ कर उसको गाड़ी में लेटा कर ले जाते है। थोड़ी देर बाद तक जब सनाया वहां नहीं आई। तो रावी को ...और पढ़ेगड़बड़ लगा। तो वह जाकर वॉशरूम चेक किया तो उसको सनाया नहीं मिली। तो उसने वहां के आस पास एरिया में सनाया को ढूंढी लेकिन जब उसको सनाया नहीं मिली तो उसने पूरे के पूरे हॉल में और गार्डन में देखने लगी लेकिन जब उसको सनाया नहीं मिली। तो उसने जल्दी से जाकर आरव के दोस्तों को यह बात बताई
विक्रम को और भी ज्यादा गुस्सा आता है और गुस्से में अपना हाथ टेबल पर पटक ते हुए बोलता है। कॉलेज वाले केसा सिक्योरिटी देते हैं। उनके कॉलेज के अंदर से ही किसी को अगवा करके ले जाते है। ...और पढ़ेकिसी को भी कुछ पता नहीं चलता। तो सूरज विक्रम को शांत करवाते हुए बोलता है विक्रम तू शांत हो जा। कल हम इस बारे में प्रिंसिपल से बात कर लेंगे तो अब ज्यादा गुस्सा मत हो सूरज की बात सुनने के बाद विक्रम थोड़ी देर के लिए शांत हो जाता है। और फिर बोलता हां कल जाकर उस प्रिंसिपल
सर विक्रम ने जो भी कहा सच है। मेने खुद अभी पता लगाया उसने कुछ पैसों के लालच में आकर उसको कुछ मिला कर दे दिया था जिस वजह से उसको uneasy फील हो रहा था और उसके सर ...और पढ़ेदर्द होने लगता है। और आपको पता ही ये काम किसने किया हे तो प्रिंसिपल सर ने उससे पूछा की कौन तो पियून उनको बोलता हे की ये सब आदित्य ने किया हे। ये सुन ने के बाद प्रिंसिपल सर शॉक हो जाते हे। क्यों की उनकी और आदित्य के पापा के बीच काफी अच्छे रिलेशन हे। और वो खुद
तभी सूरज का साथ देते हुए नैना भी बोलती है हां यार विक्रम सच बता क्या तू उस लड़की को जानता है। और मुझे लगता है सूरज जिस वजह से जिस तरीके से मुझे बोला उससे लगता है कि ...और पढ़ेउस लड़की से प्यार करने लगा और वो भी तगड़े वाला। यह सुनकर विक्रम को और भी ज्यादा शौक हो जाता है। और अब उसको गुस्सा आने लगा। क्यूं की वो अपने दोस्त की ये उड़ती हुई सोच को सुन कर अपना सर देवर में भिड़ा देना चाहता था। और वो अब गुस्सा होते हुए बोलता है कि तुम लोग
बिक्रम ऐसे खयालों में खोए हुए देखकर सब लोग शौक हो जाता है। क्योंकि ऐसा बहुत कम बार हुआ है कि विक्रम किसी खयालों में इतनी बुरी तरह से डूब गया था कि किसी के बुलाने पर भी कुछ ...और पढ़ेनहीं देता। तो आरव उठता है और विक्रम के पीठ में एक जोरदार मुका मारता है। जिस वजह से विक्रम अपने होश में आ जाता है। और इसके मुंह से एक चिक निकाल जाति हे। और होश में आने के बाद वो चिलाते हुए बोलता है की किसने मारा मुझे। तो सब लोग उसको पीछे मुड़ कर देखने को बोले।
तो विक्रम जल्दी से अपना बात बदलते हुए बोलता है कि चलो यहां से हमें बहुत सारे शॉपिंग करनी जल्दी करो वरना हम लोगों को टाइम नहीं होगा। लेकिन कोई भी उसके बातों पर 1% भी ध्यान नहीं देता ...और पढ़ेबस मेघा की और घूरने लगते हैं। वह लोग आज उस सच्चाई को जाने बिना वहां से नहीं जाने वाले थे वही सब मेघा ने देखा कि वह चारों ओर से घिरी हुई है। तो उसने मन ही मन में सबको सच्चाई बताने का प्लान किया और सब को सब कुछ सच सच बता दिया सच बात सुनने के बाद
वहीं सूरज फिर करहाते हुए sirisa के पास जाता है। और उसको स्माइल के साथ बाय बोलती हे। लेकिन तभी sirisa उसको बोलती हे लगता हे की काफी जोर से लगी हे। तुम्हे प्लीज अपना खयाल रखना और घर ...और पढ़ेअपना मरहम पट्टी करलेना ये सुन ने के बाद सूरज का फेस पूरी तरह से लाल हो जाता हे। और उसको काफी शर्मिंदगी फील होती है। लेकिन sirisa को उसको ऐसे देख कर काफी क्यूट लग रहा था। जिस बजह से खुद को रोक नहीं पाती है। और सूरज के गाल में किस कर देती हे। ये देख कर सूरज
वह उसी शॉक की स्थिति में ही आरव से पूछता है की। आरव यार तू यहां क्या कर रहा है। तुझे तो ट्रिप पे जाना था। तो आरव भी अपना शौक से बाहर आते हुए उससे बोलता है अरे ...और पढ़ेमैं तो बोला था ना मैं ट्रिप जा रहा हूं। और ये लोग मेरे दोस्त हे जिनके साथ में जा रहा हूं क्या तू नही देख सकता। तो सिसिर भी चारो तरफ देखता हे। और आरव के दोस्तों को देख कर समझ जाता हे की आरव सच बोल रहा हे। तो शिशिर की आंखों में चमक आ जाती है और
सूरज बिक्रम के मुंह से माफी मांगना सुन कर उसको कुछ नहीं कहता हे। और सीधे जाकर कार में बैठ जाता है। वहीं ये चीज जब बिक्रम ने देखा तो उसने एक राहत की सांस लेता हे। और फिर ...और पढ़ेघूर कर मेघा की और देखने लगता हे। थोड़ी देर बार वो भी कार में जाकर बैठ जाता हे। फिर मेघा भी जाकर कार में बैठ जाती हे। कार को बिक्रम आगे बढ़ाने लगता है। थोड़ी देर आगे जाने के बाद बिक्रम मेघा की और देखने लगता हे। जो की अभी भी अपना सर नीचे किए हुए बैठी हुई थी।
और वैसे ही सुबक ते हुए मेघा नैना से बोलती है क्यों दी क्यों मेरे साथ ऐसा होता है हमेशा भगवान मेरे से मेरी सबसे प्यारे चीज या फिर जिस चीज को में अपने दिल से चाहती हू उसे ...और पढ़ेहमेशा क्यों दूर कर देता है। जब मैं बची थी तब भी मुझे मेरी मां से दूर कर दिया। जब मुझे मेरी मां की जरूरत थी। पापा ने मुझे उस वक्त संभाला था। फिर जब में बड़ी हुई तब मुझे मेरी पापा से भी दूर कर दिया। अब जब मैं किसी को प्यार भी करने लगी तभी भी वह मुझे
लेकिन फिर जब उसने मेघा के मुंह से सुना कि वह उस को पसंद करती है। तो उसको काफी khusi मेहसूस होता है। लेकिन जब उसने मेघा के मुंह से आखिरी की बात सुन तो वो काफी निराश हो ...और पढ़ेऔर खुद पर गुस्सा होता है। फिर अपने बिहेवियर के बारे में सोच कर काफी अफसोस करने लगा। लेकिन फिर वो कुछ प्लान सोचने लगा की केसे मेघा को मनाया जाए और उसको अपने दिल के बात बता कर उसकी मुंह से उसकी दिल की बात बुलवानी होगी। और यह सब सोचते वक्त उसके फेस में एक बहुत बड़ी सी
वही थोड़ी देर बाद मेघा भी अपने आप को फ्रेश कर कर रूम के अंदर आ जाती हे। और देखती हे की नैना अभी भी उसकी हीं वेट कर रही हे तो वो जल्दी से उसके पास जाती हे। ...और पढ़ेफिर बोलती हे की, “ आप सोई नहीं सो जाइए और कल क्या आप को घूमने नहीं जाना हे क्या फिर सब लोग बोलेंगे की फिर से लड़कियां लेट करती हे। ” तो नैना उसको कुछ नही कहती बस उसकी और देखती हे। और वो देखती हे की मेघा आपने आप को संभाल ने के लिए किस तरह से झूंज
तो सब लोग उन लोगों की तरफ और भी अजीब भरी नजरों से देखने लगते हैं। तो इस बार आर्यन थोड़े गुस्से से पूछता है कि क्या हुआ हमें बताओगे भी। तो नैना खड़ी होती है। और उन दोनो ...और पढ़ेऔर थोड़ी अजीब नजर से घूरते हुए पूछती हे कि तुम लोगों ने हमें कुछ बताया क्यों नहीं। ये सुनने के बाद लोगों को से शौक लगता है। क्योंकि उन लोगों को क्या बताना है वह लोग कुछ खुद नहीं जानते थे। तो वो लोग उसकी और और भी ज्यादा कंफ्यूज नजर से देखते हुए बोलते हे की क्या ।
लेकिन फिर भी उनको कुछ समझ नहीं आता हे फिर वो उन लोगों को समझते हुए और पूरी बात को एक्सप्लेन करते हुए बोलता हे की वो बात ये हे की,“ यहां पर बहुत ज्यादा संख्या में बंदर रहते ...और पढ़ेजिस कारण इस प्राचीन मंदिर को बंदरों का मंदिर भी कहा जाता है। यहां पर रहने वाले बंदर मंदिर के परिसर में ही घूमते रहते हैं, मगर वो कभी भी यात्रियों को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। आप यहां पर जाकर इन बंदरों को खाना भी खिला सकते हैं, इन बंदरों के लिए ये जगह बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है।” तभी
उसकी मुंह से इतनी सारी बात सुन ने के बाद सबके मुंह से पानी बह रहा था। जब उसने अपना बोलना खतम किया तभी वो उन सबसे खाना शुरू करने को बोलता हे। तो सब लोग एक एक कर ...और पढ़ेअपना खाना खाना शुरू कर दिए। खाना को खाते वक्त उन सबके फेस में स्माइल दिल्ली जाति हे। 30 मिनट बाद उन सबका खाना खत्म हो गया था। सब लोग एक एक कर के वहां से उठ कर हाथ धोने लगे। फिर खाना का बिल पे करने के बाद वहां से बाहर चले गए। बाहर जाने के बाद सूरज बोलता
येसे हीं बात करते हुए वो लोग आमेर fort पहुंच गए तभी क्षण सब को बताता हे की आप लोग जल्दी से जाकर लाइन में खड़े होइए और में आप सबको अंदर की काफी सारे चीज़ों के बारे में ...और पढ़ेवाला हूं तो जल्दी से चलिए। तो सब लोग जल्दी से उसके पीछे पीछे वहां पर चले जाते। पवन के पास एक स्पेशल पास था जो की सिर्फ हिस्ट्री इंस्टीट्यूट में पढ़ाई करने वाले बच्चे जो की यहां पर गाइड के काम करते हे उनको हीं दिया जाता हे। उसके पास दिखाने के बाद उन लोगों को जल्दी से अन्दर
सब लोग एक एक कर ले वहां से निकल ने लगे। पवन के साथ बाकी सारे लोग भी वहां से निकल कर नीचे जाने लगे। नीचे जाने के बाद सब लोग बाहर की और जाने लगे लेकिन तभी सनाया ...और पढ़ेवहां पर किसी को देख लिया जिसको देखने के बाद वो काफी ज्यादा शॉक हो गई। और उसकी पर वहीं पर जम हीं गए और वो आगे बढ़ हीं नहीं लाई बस आगे की और देखने लगी। वहीं उसको इस तरह से रुकते हुए देख कर सब लोग उसकी और कंफ्यूज हो कर देखने लगे और फिर वो जिसको और
तो वो उनकी सवाल सुन के उनकी और देखने लगी। फिर उनको जवाब देते हुए बोलती है वह पापा हम यहां पर अपने दोस्तों के साथ आए थे। और हम लोग भी यहां पर तकरीबन 4 से 5 दिन ...और पढ़ेलिए आए थे। क्योंकि हमारा कॉलेज का छुट्टी था। और हम घूमने का प्लान बना रहे थे। तो हम लोग राजस्थान घूमने का प्लान बनाया और यहां पर आ गए। तो उसके पिताजी खुश होते हुए बोलते हैं तो फिर कहां है तुम्हारे वह दोस्त और हमें भी मिलवाओ अपने दोस्तों से और तुम कहां रह रही हो। तो वह
वही उनके पास में ही खड़े बाकी सब यानी कि राजा जी और सनाया और दीवान साहब सिरीशा और मेघा बस उन पांचों को घूरे ही जा रहे थे। यह देखकर वह लोग gun को वही वहां पर फेंक ...और पढ़ेहैं। और उन लोगों के पास आ जाते हैं। और बोलते हैं फिक्र मत कीजिए अब सब सेफ है। इतना बोलने के बाद वह लोग उन लोगों को गाड़ी में जाने के लिए बोलते हैं। तो कोई भी आगे नहीं जाता बस उन लोगों को घूरे हीं जा रहे थे। फिर आरव उन सब से बोलता है, कि जल्दी से