Intezar Pyaar ka - 31 books and stories free download online pdf in Hindi

इंतजार प्यार का - भाग - 31

वह उसी शॉक की स्थिति में ही आरव से पूछता है की। आरव यार तू यहां क्या कर रहा है। तुझे तो ट्रिप पे जाना था। तो आरव भी अपना शौक से बाहर आते हुए उससे बोलता है अरे यार मैं तो बोला था ना मैं ट्रिप जा रहा हूं। और ये लोग मेरे दोस्त हे जिनके साथ में जा रहा हूं क्या तू नही देख सकता। तो सिसिर भी चारो तरफ देखता हे। और आरव के दोस्तों को देख कर समझ जाता हे की आरव सच बोल रहा हे। तो शिशिर की आंखों में चमक आ जाती है और वह थोड़ी राहत भरी सांस लेता है। फिर आरव से बोलता है अरे यार आरव प्लीज। मेरी बहन भी तुम लोगों के साथ ट्रिप जा रही है तो इसका जरा ख्याल रखना प्लीज। तो आराम भी पहले सिरसा की ओर देखता है जो कि अब भी मुंह बनाए हुए उन दोनों को देख रही थी तो अरब हां बोलता है। वहीं सब लोग काफी ज्यादा शॉक थे क्यूं की आरव उन लोगों के अलावा किसी और के साथ कभी भी इस तरह से बात नहीं करता है। और फिर वो लोग सिसिर की और देखते हुए सोचते हे की ये लड़का कोन हे। क्यूं की वो लोग शिशिर से पहले कभी मिले थे यह उनको याद नहीं आ रहा था और उसके साथ आरव इतने अच्छे से बात कर रहा था। क्योंकि वह लोग जानते थे यार आरव किसी के साथ भी इतना अच्छे से बात नहीं करता और वही शिशिर भी वहां से चला गया। तो अरब बाकी लोगों के पास गया तो तभी सूरज आरव से पूछता है यार तू उसको कैसे जानता है। और वो कौन हे। तो आरव उसको बताता है कि वह और शिशिर दोनों रूम मेट है जिस वजह से उसने मुझे पहचानता है। तो सब लोग भी कुछ नहीं बोलते बस अपना सर हां में हिला देते हे। और तभी सिरसा थोड़ा शर्मिंदगी के साथ और संकोच करते हुए उससे बोलती है तो क्या सुबह आपने कॉल उठाया था तो आरव भी उसे अपने वही पुराना अंदाज में हां बोलता है। फिर सिरीसा उसको फिर एक बार सॉरी बोलती हे। तो आरव उससे बोलता हे। Ok चलो और वो आगे कार की और बढ़ जाता है। जब बाकी लोग आरव को अपने पुराने अंदाज में देखते हैं तो उन लोगों के फेस में स्माइल आ जाती है। और फिर वह सब वहां जाने के लिए रेडी हो जाते हैं।
सब लोग जा कर दो कारों में बैठ जाता है। आर्यन की कार में आर्यन और आरव सनाया और नैना बैठे हुए थे। वही आरव ड्राइविंग सीट पर बैठा हुआ था और उसके बगल वाली सीट पर सनाया बैठी हुई थी। यह देख कर नैना के माइंड में एक प्लान अति हे। और फिर वो सनाया की और देखती हे जो की बस आरव को घूरे जा रही थी। ये देख कर आरव को भी थोड़ी थोड़ी अनकंफर्टेबल फील हो ता हे। लेकिन वो फिर भी कुछ नहीं बोलता हे। और बस सनाया की और घूर कर देखता हे। जिस वजह से सनाया अपने होश में आ जाति हे। फिर इधर उधर देखने लगती हे। ये देख कर नैना के फेस में स्माइल आ जाती हे। फिर वो आरव से छुपाते हुए सनाया को आंख मार देती हे। जो की सनाया ने देख लिया जिस वजह से उसकी फेस पूरी तरह लाल हो गया और वो अपना फेस विंडो की और कर के बैठ गई। वही उसकी ऐसी रिएक्शन देखकर नैना मुस्कुराने लगी और उनकी यह हरकत आर्यन ने भी देख लिया था जिस वजह से वह भी स्माइल कर रहा था।
पीछे वाली कार में विक्रम मेघा सिरीशा और सूरज बैठे हुए थे। बिल्कुल कपल्स कार थी। स्कॉर्पियो विंगसूट पर विक्रम बैठा हुआ था उसके साइड पर मेघा और पीछे वाली सीट पर सूरज और सिरिसा बैठे हुए थे। जो की एक दूसरे को बस छुप छुप के प्यार भरी नजर से देख रहे थे। वहीं इन दोनो की ऐसी नाटक देख कर बिक्रम को चीड़ मच रही थी लेकिन वो किसी से कुछ नही कहता। वो उन सबको इग्नोर करते हुए बस अपने ड्राइविंग पे ध्यान देने लगता है। तभी उसको एहसास होता है की कोई उसको काफी देर से घूर रहा हे। तो वो जब मूड के देखता हे तो मेघा उसको काफी देर से घुर रही थी। लेकिन बिक्रम का ध्यान उसके ऊपर अभी गया। मेघा उसकी और बहुत ही ज्यादा प्यार भरी नजरों से देख रही हे। जिस बजह से उसे काफी अनकंफर्टेबल फील होता है। तो वो मेघा की और घूर कर देखने लगता है की इस उम्मीद में की मेघा उसको ऐसे घूरना बंद कर दे। लेकिन ऐसा कुछ होता नहीं उल्टा उसके इस तरह से घूरने से मेघा को वह और भी ज्यादा क्यूट लग रहे लगा। जिस वजह से वो उसको और भी ज्यादा प्यार भरी नजरों से देखने लगी । ये देख कर बिक्रम और भी ज्यादा चीड़ गया और गुस्से से उसकी तरफ देखा। लेकिन तभी भी मेघा को कोई भी फर्क नहीं पड़ा। लेकिन तभी मेघा ने देखा की बिक्रम आज व्हाइट कलर की t shirt पहने हुए था। जिस वजह से वो काफी अट्रैक्टिव और हैंडसम लग रहा था। मेघा ने देखा की बिक्रम ने अपने शर्ट के ऊपर वाले बटन खोला रखा हे। जिस बजा से उसकी moscular चेस्ट के कुछ हिस्से दिखाई दे रहे हे। ये देख कर उसको गुस बम आने लगे। और फिर वो उसकी चेस्ट को घूर ने लगी। जब बिक्रम ने ये देखा तो एक पल के लिए घबरा गया और जल्दी से अपने ऊपर वाले बटन बंद कर दिया। और फिर अपने मन हीं मन में सोचता हे की अरे यार सच में ऐसी भी लड़की हे इस दुनिया में जो की एक लड़के को इस भूखे भेड़िए के जैसे घूर शक्ति हे। फिर उसको काफी ज्यादा गुस्सा आने लगा मेघा के ऊपर। तो फिर वह और भी ज्यादा गुस्से में घूरने लगता है। लेकिन इस बार भी मेघा के ऊपर कुछ फर्क नहीं पड़ता। उल्टा बिक्रम के बटन बंद कर देने के वजह से वो उससे नाराज हो गई। ये नाराजगी उसकी फेस में साफ देखी जा सकती थी। और फिर वो अपने मन हीं मन में सोचती ही की ये ऐसे क्यों बंद कर दिया क्या ये किसी और को दिखाएगा। नहीं में ऐसा होने नही दे सकती। बिक्रम तुम सिर्फ मेरे हो सिर्फ मेरे यानी की सिर्फ मेघा की। इतना सोचने ने के बाद वो जब उसके गुस्से से फूले हुए मुंह को देखा मेघा को और भी ज्यादा क्यूट लग रहा था। जिस वजह से उसकी फेस से नाराजगी गायब हो गई और उसकी जगह फिर से बिक्रम के लिए उसकी प्यार ने ले लिया था। और उसकी यही क्यूटनेस को देख कर उसका मन कर रहा था कि वह अभी जाकर उसको किस कर ले।
लेकिन वह सबके सामने ऐसा नहीं कर सकती थी जिस वजह से वह खुद को संभाले हुए थी। लेकिन विक्रम ने जब देखा की मेघा उसकी बिना कुछ रिएक्ट किए उसकी और उतनी हीं प्यार से देखते हुए देखा तो वो और भी ज्यादा चीड़ गया। और वह और भी गुस्से से घूरने लगा जिस वजह से उसके मुंह हल्का हल्का लाल हो गया था। और वह काफी क्यूट लग रहा था। जिस वजह से इस बार मेघा को और भी ज्यादा इच्छा हुए उसको किस करने को लेकिन फिर वो खुद को कंट्रोल करते हुए अपने मन हीं मन में बोली की अरे यार तुम गुस्से में इतने ज्यादा क्यूट क्यों लग रहे हो। मेरा मन कर रहा हे तुम्हे किस करने का लेकिन अब हम लोग के सामने और भी दो लोग हे। जिस वजह से में अपने ऊपर कंट्रोल कर के रखी हूं। अगर हम अकेले में होते तो अब तक ना जाने कितनी बार तुम्हारी इज्जत लूट लेती। लेकिंजब बिक्रम ने उसको उसी फेस के साथ देखा तो मेघा ने अपना कंट्रोल खो दिया और सीधे जाकर धीरे से उसके गाल पर किस करती है। ये किस वो इस तरह से किया था की पीछे बैठे दोनो ने हीं उसको नहीं देखा वो लोग तो अपने हीं दुनिया में मस्त खोए हुए थे।
वहीं मेघा की किस के वजह से विक्रम इतना ज्यादा शौक हो गया। की उसने गाड़ी से अपना कंट्रोल पूरी तरह से हरा लिया। और अपना हाथ को स्टीयरिंग से हटा कर अपने गाल में रख दिया और फिर मेघा की और देखने लगा। ड्राइविंग से पूरी तरह से ध्यान हटा दिया। जिस वजह से कार इंबैलेंस हो कर साप की तरह रोड में जाने लगी। ये देख कर सब लोग काफी घबरा गए। थोड़ी देर तक ऐसे चल ने के बाद कार जाकर रोड साइड वाले डिवाइडर से टकराने वाला था। की मेघा ने जल्दी से स्टीयरिंग संभाल लिया फिर कार को रोड में लाकर जोर से ब्रेक मारा जिस वजह से कार थोड़ी देर तक घूमने के बाद रुक जाती हे। कर रुक ने के तुरंत बाद सूरज कार से उतरता है। उतार ने के बाद जल्दी से वो पानी का बोतल निकाल ता हे। और उसने से कुछ पानी पीता हे। और कुछ पानी सीधे अपने सर में डालता है। और फिर जल्दी से बिक्रम के साइड जाकर कार का डोर खोलता है। और उसमे से बिक्रम को बाहर निकालता है फिर उसके ऊपर चिल्लाते हुए बोलता हे की अबे यार अगर गाड़ी चलाना नहीं आता तो गाड़ी मत चला फालतू में गाड़ी चला रहा था। हैं एक और बात तू मुझे बता गाड़ी चलाते हुए किस के खयालों में खोया हुआ था। जो की तू गाड़ी चलाना छोड़ कर उसके खयालों में खोया होता था। अच्छा हुआ जो मेघा ने गाड़ी को संभाल लिया वरना हमारा बहुत बुरे वाला एक्सीडेंट होता। और इतना बुरा होता की हमसे कुछ मर भी सकता है। लेकिन बिक्रम अभी भी वैसे हीं खड़ा हो कर ये सब सुन हीं रहा था। ये देख कर सूरज को काफी गुस्सा आता हे। और वो chilate हुए बोलता हे अबे सुन रहा है में जो बोल रहा हूं या फिर नहीं सुन रहा है। हम यहां ट्रिप के लिए आए हे नाकि मरने के लिए।
सूरज को चिल्लाते हुए देखकर विक्रम भी अपने होश में वापस आ जाता है। और होश में वापस आने के बाद उसको सब कुछ याद आने लगता है कि कैसे मेघा ने उसको किस किया और वह केसे अपने ड्राइविंग पर से अपना पूरा का पूरा ध्यान और कंट्रोल खो दिया जिस वजह से कार जाकर डिवाइडर से टकराने ही वाला था कि मेघा ने अपने प्रेजेंस of mind के चलते कार को मोड़ के बचा लिया। यह सब याद आते ही विक्रम घूर कर मेघा की ओर देखने लगा वही मेघा इस चीज के लिए अपने आप में काफी ज्यादा गिल्ट में थी। और उसी गिल्ट के चलते वह विक्रम से नजर भी नहीं मिला पा रही थी। और वह कार से बाहर आने के बाद साइड में ही अपने सर को नीचे किए हुए खड़ी होकर यह सब देखरही थी। वहीं बिक्रम को अपने किसी भी बात का कोई भी जवाब न देते हुए देख कर और फिर खुद को इग्नोर करते हुए देख कर सूरज का गुस्सा और भी ज्यादा हाई हो गया। अब वो और कुछ कहने वाला था की तभी मेघा वहां पर अति हे। और जल्दी से सूरज के पास जाती हे। और फिर सूरज को रोकते हुए बोलती हे की सूरज भैया रुक जाओ उसने गलती कर दी प्लीज माफ कर दो। गलती तो इंसान से ही होती है और वह तो आपका बहुत ही ज्यादा अच्छा दोस्त है उसको माफ कर दो ना प्लीज। यह बात सुनने के बाद सूरज विक्रम की ओर गुस्से से घूरता है और कुछ नहीं बोलता नहीं। वहीं मेघा की बात सुन ने के बाद विक्रम भी अब मेघा को और भी ज्यादा गुस्से से घूरने लगा था। मेघा ने उसकी गुस्से को इग्नोर करते हुए बात को आगे बढ़ाते हुए सूरज से बोलती है भैया प्लीज माफ कर दो उससे गलती हो गई और कुछ गलत तो नहीं हुआ ना हमारे साथ। मैंने तो सब संभाल लिया प्लीज मेरे लिए ही सही उसको माफ कर दो। यह सब सुनने के बाद सूरज मेघा की और देखने लगता है जो कि उसकी और काफी आस भरी नजरों से देख रही थी। ताकि वह विक्रम को माफ कर दे तो सूरज विक्रम की ओर घूरने लगा। वही विक्रम भी मेघा को घूरता हे फिर मेघा को छोड़ कर सूरज की ओर देखता है। और उससे बोलता हे की सॉरी यार गलती हो गई में कुछ सोच रहा था। जिस bajah अपना control हरा दिया प्लीज आगे से ऐसा कुछ नही होगा प्लीज मुझे माफ कर दे। सूरज बिक्रम के मुंह से माफी मांगना सुन कर उसको कुछ नहीं कहता हे। और सीधे जाकर कार में बैठ जाता है। वहीं ये चीज जब बिक्रम ने देखा तो उसने एक राहत की सांस लेता हे। और फिर घूर घूर कर मेघा की और देखने लगता हे। थोड़ी देर बार वो भी कार में जाकर बैठ जाता हे। फिर मेघा भी जाकर कार में बैठ जाती हे। कार को बिक्रम आगे बढ़ाने लगता है। थोड़ी देर आगे जाने के बाद बिक्रम मेघा की और देखने लगता हे। जो की अभी भी अपना सर नीचे किए हुए बैठी हुई थी। और उसके आंखों से आंसू मोती के जैसे एक एक कर के टपकते रहते हे। ये देख कर बिक्रम को बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता। लेकिन फिर भी वो कुछ नही कहता। बस उसको एक नजर देखता हे। और फिर गाड़ी चलाने लगता है। वहीं पूरी की पूरी गाड़ी में काफी शांति थी। थोड़ी देर तक संत रहने के बाद सूरज बिक्रम से पूछता है की तू क्या सोच रहा था। जिस वजह से कार का एक्सीडेंट होने वाला था। ये सुन ने के बाद बिक्रम को फिर से वो किस याद आ जाती हे। फिर वो थोड़ा sak paka जाता हे और कार के ऊपर से वो अपना ध्यान खोता है। और कार फिर से रोड में लहराने लगती हे। ये देख कर सूरज चिलाता हे। जिस वजह से बिक्रम जल्दी से होश में आ जाता हे। और कार को संभाल लेता हे। और फिर सूरज से बोलता हे की अरे यार ये सब छोड़ चल कुछ सुना। लेकिन सूरज कुछ नही कहता। बिक्रम भी सूरज को ज्यादा फोर्स नहीं करता। और बस एक नजर मेघा की और देखता हे फिर अपने ड्राइविंग पे ध्यान देने लगता है।
क्या होता है आगे ट्रिप में और क्या क्या होना है बाकी क्या विक्रम मेघा को माफ करेगा जानने के लिए पढ़ते रहिए मरा यह कहानी इंतजार प्यार का........
To be continued...........
Written by
Unknown writer

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