Intezar Pyaar ka - 15 books and stories free download online pdf in Hindi

इंतजार प्यार का - भाग - 15

आरव सबको बताता है की क्या यार तुम लोग इतने जल्दी भूल जाओगे मुझे उम्मीद नहीं थी। उसकी बात सुन ने के बाद सब सोचने लगते है। सब को सोचता हुआ देख कर आरव सबसे बोलता हे की बाइक रेसिंग। तो सबके अंकों में चमक आजाति हे। और सब लोग जल्दी से आरव को हां बोल देते है। और यह भी देख कर खुश हो जाते हैं कि उनका पुराना आरव अब फिर वापस आ रहा है। और यह देखकर उनके आंखों में आंसू भी आ जाता है फिर सब लोग खुद को संभालते हुए और सूरज सबसे बोलता है कि चलो हम रोड ट्रिप इस बार आगरा के लिए करते हे। वहां पर मजे करेंगे और आज शाम तक भी हम यहां पर आ जाएंगे बाइक में जाएंगे तो। तो फिर उसके बाद सब लोग उसके बात पर हां बोल देते हैं और फिर सब लोग वहां से आगरा के लिए निकल जाते हैं।
आरव और उसके दोस्त वही से अपने-अपने बाइक में बैठकर आगरा के लिए चले जाते हैं। वह लोग एक-दूसरे से बातचीत और मजाक भी कर रहे थे। वही सूरज उन सब से बातचीत करने के साथ-साथ मोटोवलॉग भी बना रहा था क्योंकि वो एक मोटोव्लॉगर है जो कि आपने ब्लॉक की वीडियो स्कोर यूट्यूब में डालता है। उन सब की गाड़ी 200 किलोमीटर पर आवर के स्पीड से आगे बढ़ रही थी और हवा से बात कर रही थी। और वो सब उस हाईवे में पूरी तरह से गाड़ी को भगा रहे थे। और एक दूसरे से बाइक रेस कर रहे थे। यह देखकर आगे जा रही गाड़ियों के ड्राइवर ने उनके लिए साइड में रास्ता बना दिया। क्योंकि वह नहीं चाहते थे कि उनकी कार से उनकी बाइक की एक्सीडेंट हो जाए। वो लोग एक दूसरे से कुछ बातचीत करने के लिए गाड़ी कुछ slow करते हैं। लेकिन जब वो लोग बाइक को slow करने लगते हैं। तो देखते हैं आगे एक कार खड़ी हुई है जिसके पास चार लड़कियां खड़ी हुई है जो कि दिखने में काफी अच्छी लग रही थी। उनको देखकर सूरज और आर्यन सबसे बोलते हैं उनके पास जाने के लिए लेकिन जब आरव ने वहां पर लड़कियां हैं तो उसको गुस्सा आ जाता है। और वो उन सब से गुस्से से बोलता है की,“ तुमको जाना है तो तुम लोग जा सकते हो लेकिन मैं नहीं जाऊंगा ” यह सुनकर सब लोग उसको मनाने के लिए लग जाते “अरे यार अब चलना प्लीज वहां पर जाते देखते क्या हुआ है सिर्फ यहीं देख कर आते हैं और ज्यादा कुछ नहीं करेंगे ये बोलकर उसको वह लोग वहां पर ले कर चले जाते हैं लेकिन फिर भी आरव मानता नहीं है तो इस बार सूरज और आर्यन ने रिक्वेस्ट किया तो इस बार आरव मान जाता है। और उनके साथ वहां पर चला जाता है। वहां जाने के बाद वह लोग देखते हैं कि चारों लड़कियां कार के साइड में खड़े हुए लिफ्ट मांगने की कोशिश कर रही है। लेकिन कोई भी कार नहीं रोक रहा है नही उनकी कोई मदद कर रहा है। वह लोग वहां पर जाते हैं जाने के बाद सूरज आपने हेलमेट को उठाकर उन लोगों से पूछता है की ,“ क्या आप लोगों को कोई हेल्प चाहिए अगर चाहिए तो हम बता शक्ति है हम लोग आपकी मदद कर सकते है।” तो उन लड़कियों में से एक लड़की आगे आती है वो कुछ बोलने बाली होती है लेकिन सूरज को देख कर बस देखती हीं रह गई। वो अब बस आरव की आंखों में देख रहा होता है। वहीं सूरज भी उस लडकी की आंखों में देखने लगे वो लोग एक दूसरे को ऐसे देख रहे थे जैसे की वो दोनो एक दूसरे के आंखों में डूब जाना चाहते हो। लेकिन तभी उस लड़की की दोस्त अपने दोस्त को आगे जाकर कुछ न बोलते हुए देखती हे। और फिर उनसे बोलती है की,“ हमारा कार खराब हो गया है और हमें आगरा जाना है। ” उस लड़की की बात सुनने के बाद सूरज और उस लड़की दोनों ही अपने होश में आते हैं और होश में आने के बाद और दोनों एक-दूसरे से नजरें चुराने लगते हैं। उनको ऐसे नजरें चुराते हुए देखकर सब को हंसी आ जाते लेकिन फिर भी कुछ कोई कुछ नहीं कहता। तभी सूरज उन सब से पूछता है अगर आप लोग चाहे तो हम लोग आपको वहां छोड़ सकते यह सुनकर उन सब लड़कियों के आंखों में चमक आ जाती है। और फिर सूरज सबको एक-एक बाइक के पीछे बैठने को बोलता है। तो वह लड़की जो कि सूरज की आंखों में देख रही थी वह सीधे जाकर सूरज के पीछे वाली सीट पर बैठ जाती है। उसको आपने पीछे बैठे हुए देखकर सूरज बहुत खुशी होती है। वही सब लड़कियां एक-एक करके सब के पीछे वाली सीट पे बैठ जाती है। लेकिन जब एक लड़की आरव के पीछे बैठने के लिए जाती है। तो आरव उसे गुस्से से घूरता है और बोलता है मेरे सीट के पीछे नहीं मत बैठो किसी और के शीट में बैठ जाओ। यह बोलकर वह गाड़ी स्टार्ट करता है और आगे चला जाता है उसका ऐसा रवैया देखकर और लड़की भी शॉक और आरव के ऊपर गुस्सा दोनो हीं हो जाती है। लेकिन आरव के दोस्तों के लिए ये कोई नई बात नहीं थी। तो वो लोग उसको आर्यन की पीछे वाली सीट पे बैठा देते हैं। और उनको लेकर चले जाते हैं। वह लोग वहां से गाड़ी भगाते हुए आगरा की ओर चले जाते हे।और वो लोग गाड़ी को भगाते हुए हीं एक-दूसरे से बातचीत भी कर रहे थे।
वही सूरज उस लड़की को अपना नाम पूछता है तो वह लड़की बताती है की उसका नाम मेघा है। और वह इंपिरियल कॉलेज के फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट है और वह और उसके दोस्त आज आगरा जाने का प्लान बनाए थे। लेकिन उसकी कार बीच रास्ते में ही खराब हो गई जिस वजह से उनको बीच रास्ते में ही रुकना पड़ गया। यह सुनकर सूरज एकदम शॉक हो जाता है। और उससे पूछता है की इसका मतलब तुम भी इंपीरियल कॉलेज की स्टूडेंट हो। ये सुन ने के बाद लड़की सूरज से पूछती है की क्या आप भी वहां पढ़ते हे तो सूरज उसको बताता है की वो सेकंड ईयर का स्टूडेंट है। वही वह लोग एक दूसरे से बातचीत और हंसी मजाक करते हो जा रहे थे लेकिन आरव एकदम गुस्से से आगे बाइक चला रहा था। क्योंकि वह लोग उसको बोले थे कि वह लोग से बातचीत करेंगे लेकिन उसको कतई भी उन लोगों से इतना उम्मीद नहीं थी कि वह लोग उस लड़कियों को अपने बाइक में बैठा कर ले कर आएंगे। यह सोच सोच कर उसको अपने दोस्तों के ऊपर और भी ज्यादा गुस्सा आने लगा। फिर भी वह अपने बाइक को तेजी से भगाकर आगरा की ओर चले गया तकरीबन 10:30 बजे वह लोग आगरा में पहुंच चुके थे। आगरा में पहुंचने के बाद ओ लोग एक जगह पर रुकते हैं और कुछ नाश्ता करते हैं। और उन लड़कियां को अभी तक उनके साथ ही यह देखकर आरव को और भी ज्यादा गुस्सा आ रहा था। तभी सूरज और आर्यन उन लड़कियों से पूछते हैं कि अगर तुम लोगों को कोई तकलीफ ना हो तो क्या वो लोग उनके साथ घूम सकती है। इस बात को सुन ने के बाद आरव का तो गुस्से का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। लेकिन फिर भी वह अपने आप को कंट्रोल करता है किसी को कुछ नहीं बोला। यह सब वहां पर बैठी हुई लड़कियां जान चुकी थी कि आरव को उनके साथ रहना बिलकुल भी अच्छा नहीं लग रहा है। लेकिन वह लोग उसको मना करने ही वाले थे कि तभी मेघा बोल देती है की हम कोई भी प्रॉब्लम नहीं। ये सुन ने के बाद सूरज के फेस में चमक आजाती और फिर सब अपना अपना नाश्ता करके आगरा घूमने चले जाते हे।
वहीं सनाया आज क्लास रूम में आने के बाद आरव को न देख कर शॉक हो जाती है क्यूं की उसको आरव के दोस्तों ने बताया की आरव बहुत कम हीं क्लास मिस करता है। तो उसको लगता है की जरूर आज आरव का तबियत खराब होगा ये सोच कर उसको अच्छा नहीं लगता है। तो वो अपना फोन निकाल कर बिक्रम को कॉल करती है। और कॉल करने के बाद उसको पूछती है कि आरव आज कॉलेज क्यों नहीं आया क्या उसकी तबीयत खराब हुई है क्या। तो विक्रम उसे बताता है कि वह और आरव और उसके दोस्त सब मिलकर आज यहां आगरा घूमने आए हैं और अब वह लोग आगरा में ही है जिस वजह से आरव आज कॉलेज नहीं आया है। तो सनाया विक्रम से बोलती है ठीक है मैं फोन रखती हूं इसके बाद वह फोन रख देती है।
तो क्या होता है आगे सनाया क्या सोचती है जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरा ये कहानी इंतजार प्यार का...........
To be continued...........
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