Shoharat ka Ghamand book and story is written by shama parveen in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Shoharat ka Ghamand is also popular in फिक्शन कहानी in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
शोहरत का घमंड - उपन्यास
shama parveen
द्वारा
हिंदी फिक्शन कहानी
आलिया का आज कॉलेज में आखिरी दिन है। इसलिए आज वो कॉलेज में पार्टी कर रही है सभी के साथ क्योंकि अब वो कॉलेज नही आयेगी। अब वो एग्जाम देगी और उसके बाद कॉलेज से छुट्टी।
पार्टी खत्म होते ही वो घर जाती है। रास्ते में चलते चलते हुए वो सोचने लगती हैं और मन ही मन बहुत खुश होती है। वो सोचती है कि अब हमारे घर के हालात अच्छे हो जाएंगे और में अपनी दोनो बहनों को अच्छे से पढ़ाऊंगी और अपने मम्मी पापा का सारा सपना पूरा करुंगी। पापा अकेले कितनी मेहनत करते हैं। घर का सारा खर्च अकेले ही उठाते हैं। मगर अब उन्हे ज्यादा परेशानी नही होगी क्योकी अब में उनके साठ मिल कर काम करूंगी और उनका बोझ कम करुंगी।
तभी आलिया के घर आ जाता हैं, वो देखती है कि उसके घर के बाहर बहुत भीड़ होती है वो ये सब देख कर घबरा जाती है और जल्दी से आगे बढ़ती है, और अंदर जा कर देखती है कि उसकी मम्मी और बहने रो रही होती है। ये सब देख कर वो और भी घबरा जाती है। और फिर अपनी मम्मी से पूछती हैं कि "क्या हुआ मम्मी आप रो क्यों रहे हो"।
तभी उसकी मम्मी उसे पकड़ के रोने लगती हैं , और "बोलती है बेटा तेरे पापा का एक्सीडेंट हो गया है वो सड़क पार कर रहे थे तभी एक ट्रक वाले ने उन्हे टक्कर मार दी"।
आलिया का आज कॉलेज में आखिरी दिन है। इसलिए आज वो कॉलेज में पार्टी कर रही है सभी के साथ क्योंकि अब वो कॉलेज नही आयेगी। अब वो एग्जाम देगी और उसके बाद कॉलेज से छुट्टी।पार्टी खत्म होते ही ...और पढ़ेघर जाती है। रास्ते में चलते चलते हुए वो सोचने लगती हैं और मन ही मन बहुत खुश होती है। वो सोचती है कि अब हमारे घर के हालात अच्छे हो जाएंगे और में अपनी दोनो बहनों को अच्छे से पढ़ाऊंगी और अपने मम्मी पापा का सारा सपना पूरा करुंगी। पापा अकेले कितनी मेहनत करते हैं। घर का सारा खर्च
आलिया सोचती है कि हमने तो आज तक इतने पैसे देखे भी नही है जीतने की डाक्टर ने मांगे है।तभी वहा पर आलिया के नरेश अंकल आ जाते है। और वो उन्हे देख कर बोलते है कि " क्या ...और पढ़ेआप दोनो रो क्यों रही हो"।तब आलिया की मम्मी बोलती है कि " भाई साहब डाक्टर ने हमसे अभी अभी पांच लाख रुपए मांगे है हम अभी इतने सारे पैसे कहां से लाए"।ये सुनकर नरेश अंकल भी परेशान हो जाते है और सोचने है कि इनके पास तो इतने रुपए है ही नही और ये इतनी जल्दी इतने पैसे का
तभी आलिया और उसकी बहन अपनी मम्मी के ऊपर पानी छिड़कते है तब थोड़ी देर बाद उन्हे होश आता है।तब आलिया पूछती है, "क्या हुआ मम्मी आपको क्या हुआ था आप फोन पर बात करते हुए अचानक बेहोश केसे ...और पढ़ेगए"।तब आलिया की मम्मी रोने लगती हैं और बोलती है, "बेटा मकान मालिक का फोन था वो बोल रहा था कि एक दो दिन में घर खाली करना है "।तब आलिया बोलती है, "क्या...... मम्मी एक दो दिन में हमे घर कैसे मिलेगा। और इस तरह से अचानक घर खाली करने क्यो बोल रहे हैं "।तब आलिया की मम्मी बोलती
आलिया खुशी से बोलती है, "अंकल वैसे घर का बंदोबस्त कहा पर हुआ है"।तब रीतू के पापा बोलते हैं, "बेटा हमारा एक घर खाली है तुम चाहे तो आराम से उसमे रह सकती हो अपने परिवार के साथ हम ...और पढ़ेकोई किराया नही लेंगे"।तब आलिया बोलती है, "थैंक्स अंकल मैं आपका ये एहसान कभी भी नही भूलूंगी और हा जेसे ही मेरी नौकरी लगेगी मे आपके सारे पैसे दे दूंगी "।तब रीतू के पापा बोलते हैं, "बेटा तुम पेसो की टैंशन मत लो, और हा ये टेंशन भी मत लो कि अब हम घर खाली केसे करेंगे क्योंकि तुम्हारे पापा
नया घर का नाम सुनते ही आलिया के पापा चौक जाते है और बोलते हैं, "मीनू किस नए घर की बात कर रही है"।तब आलिया की बोलती हैं, "ये तो बस यू ही कुछ भी बोलती रहती हैं आप ...और पढ़ेबातो पर ध्यान मत दीजिए"।तब आलिया के पापा बोलते हैं, "यू ही तो नही ये इस तरह की बाते बोलती है कुछ तो है जो तुम मुझसे छुपा रही हो"।तब आलिया की मम्मी बोलती है, "ऐसा कुछ भी नही है आप तो बस यू ही कुछ भी सोचने लगते है आपको पता नहीं है क्या की आपकी बेटी कैसी है