शोहरत का घमंड - 35 shama parveen द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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शोहरत का घमंड - 35

आलिया का ऑफिस आ जाता हैं तभी वो देखती है कि आर्यन भी अभी अभी ऑफिस आता है और अपनी कार से उतरता है और वो उसे बाईक पर अबीर के साथ देख लेता है। ये देख कर आलिया बहुत ही डर जाती हैं। तभी वो बाईक से उतरती हैं तब अबीर उसे बोलता है, "शाम को छुट्टी कब होती है"।

तब आलिया बोलती है, "क्यो पूछ रहे हो"।

तब अबीर बोलता है, "क्योकी मैं शाम को भी तुम्हे लेने आ जाऊंगा"।

तब आलिया बोलती है, "नही नही इसकी कोई भी जरुरत नही है, मे खुद ही आ जाऊंगी"।

उसके बाद आलिया अपने कैबिन में चली जाती हैं। तब उसके बाद आर्यन भी ऑफिस में आता है। आर्यन आलिया से कुछ भी नही बोलता है वो बस अपने काम में लग जाता हैं। आलिया भी अपना काम करती है।

अबीर आलिया को छोड़ कर घर पहुंचता है तभी रितु बोलती है, "और भाई कैसे किया आपने अपने प्यार का इज़हार मुझे भी बताओ"।

तब अबीर बोलता है, "मैने कुछ भी नही बोला "।

तब ऋतु बोलती है, "भाई आप पागल हो क्या, कितना अच्छा मौका था बोलने का "।

तब अबीर बोलता है, "मैं इस तरह से उसे परपोज नही करूंगा, इसके लिए मैं उसके साथ एक छोटी सी डेट पर जाऊंगा, और वहा पर उसे परपोज करूंगा "।

तब रीतू बोलती है, "क्या बात है भाई आओ तो बड़े ही फिल्मी हो रहे हो "।

तब अबीर बोलता है, "मेने उससे बोला था कि मैं शाम को लेने आ जाऊ, मगर उसने मना कर दिया "।

तब ऋतू बोलती है, "वो किसी के साथ कही नही जाती हैं वो तो मैने इतनी जिद करी तब जा कर वो आपके साथ गई थी "।

उधर आलिया के पापा और मम्मी बैठे रहते हैं। तभी आलिया की बुआ जी की कॉल आती है।

तब आलिया की बुआ जी बोलती है, "और केसे है आप सब "।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "जी दीदी हम सब ठीक है आप बताइए की आप कैसी है "।

तब आलिया की बुआ जी बोलती है, "हम भी ठीक है, वो एक बात बोलनी थी "।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "जी दीदी बोलिए "।

तब आलिया की बुआ जी बोलती है, "वो मेने आलिया के लिए एक लड़का देखा है "।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "आलिया के लिए लड़का, मगर अभी तो पढ़ रही है न "

तब आलिया की बुआ जी बोलती है, "क्या पढ़ाई पढाई लगा रखी है, शादी नही करनी है क्या लङकी की "।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "दीदी करनी तो है मगर अभी नही "।

तब आलिया की बुआ गुस्से से बोलती है, "क्या अभी नही, बाद मे क्या तुम्हारा बाप रिश्ता ले कर आएगा, बताओ शर्म तो है ही नहीं, एक तो खुद तीन तीन बेटियो की मां है, खुद कोई रिश्ता ढूंढ नही रही है और मे बता रही हू तो नखरे दिखा रहीं हैं, तेरी औकात भी है अपनी बेटी की शादी करने की भिखारी लोगो खाने का तो ठिकाना है ही नहीं बड़ा चले शादी करने "।

ये सुनते ही आलिया की मम्मी का कलेजा फट जाता हैं मगर वो कुछ भी नही बोलती है क्योंकि आलिया के पापा वही पर ही बैठे रहते हैं अगर उन्हे ये सब पता चल गया तो वो बहुत ही दुःखी होंगे। तब आलिया की मम्मी बोलती है, "अच्छा दीदी लड़का केसा है "।

तब आलिया की बुआ जी बोलती है, "हमारे ही गांव का है और मै जानती हूं, थोड़ा गरीब है और उसकी पहली बीवी छोड़ कर चली गई है, देखो मैं झूठ नही बोलती हू जो हो सच ही बोलती हू "।

ये सुनते ही आलिया की मम्मी के पैरो तले जमीन खिसक जाती हैं कि एक शादी शुदा आदमी का रिश्ता मेरी बेटी के लिए ...................