शोहरत का घमंड - 63 shama parveen द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • आखेट महल - 19

    उन्नीस   यह सूचना मिलते ही सारे शहर में हर्ष की लहर दौड़...

  • अपराध ही अपराध - भाग 22

    अध्याय 22   “क्या बोल रहे हैं?” “जिसक...

  • अनोखा विवाह - 10

    सुहानी - हम अभी आते हैं,,,,,,,, सुहानी को वाशरुम में आधा घंट...

  • मंजिले - भाग 13

     -------------- एक कहानी " मंज़िले " पुस्तक की सब से श्रेष्ठ...

  • I Hate Love - 6

    फ्लैशबैक अंतअपनी सोच से बाहर आती हुई जानवी,,, अपने चेहरे पर...

श्रेणी
शेयर करे

शोहरत का घमंड - 63

आलिया अपनी बुआ जी को देख कर अचानक खड़ी हो जाती हैं उसके कदम आगे बढ़ते ही नही है और ना ही उसके मुंह से आवाज निकलती है।

तभी बुआ जी बोलती है, "वाह बिटिया रानी अब दफ्तर वाली बन गई हो तो बुआ जी को नमस्ते बोलना भी बंद कर दी हो"।

तब आलिया धीरे से बोलती है, "नमस्ते"।

तब बुआ जी बोलती है, "जब बोलने का मन नही कर रहा है तो फिर क्यों बोल रही हो"।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "ऐसी कोई बात नहीं है दीदी, वो थक कर आई है, इसलिए इतनी सुस्त है"।

तब बुआ जी बोलती है, "दफ्तर से आई है कोई पत्थर तोड़ कर नही आई है, और दफ्तर में कैसी थकान, वहा पर तो लोग कुर्सी टेबल पर बैठते हैं और वो भी ठंडी ठंडी हवा के नीचे"।

उसके बाद आलिया अपने कमरे मे चली जाती है और मीनू से बोलती है, "ये बुआ जी यहां पर केसे आई है"।

तब इशा बोलती है, "अपने पैरो से आई है"।

तब आलिया बोलती है, "इशा मुंह बंद करो अपना वरना अभी बहुत मारूंगी "।

तब मीनू बोलती है, "अभी थोड़ी देर पहले ही आई है "।

तब आलिया बोलती है, "मगर क्यो आई है??????

तभी आलिया की मम्मी अंदर आती हैं और बोलती है, "धीरे बोलो, अगर दीदी ने सुन लिया तो"।

तब आलिया बोलती है, "मम्मी ये यहां पर क्या कर रही है"।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "भाई के पास आई है उनसे मिलने"।

तब आलिया बोलती है, "सच में...... अपने भाई से मिलने आई है, वो भी इतने दिनो बाद, जब इनके भाई को इनकी जरुरत थी तब कहा थी ये, तब तो सबने हमसे रिश्ता तोड़ दिया था, कोई भी हम से बात नही करता था, की हम कही किसी से पैसे ना मांग ले "।

तब आलिया की मम्मी गुस्से में बोलती है, "आलिया मुंह बंद करो अपना"।

तब आलिया बोलती है, "मम्मी मेने ऐसा क्या गलत बोल दिया है जो आप मुझ पर चिल्ला रही है"।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "आलिया मैं घर में कोई ड्रामा नही चाहती हूं, समझी इसलिए बोल रही हूं की चुप चाप रहो और अपनी जबान पर काबू रखो"।

उसके बाद आलिया की मम्मी कमरे से चली जाती है और आलिया गुस्से में बैठ जाती है।

उधर आर्यन की मॉम आर्यन के डैड से बोलती है, "कितनी प्यारी बच्ची है आलिया मुझे तो वो बहुत ही अच्छी लगी, काश मैं उसकी शादी अपने बेटे से कर सकती"।

तब आर्यन के डैड बोलते हैं, "आप ये क्या बोल रही है, आप जानती नही है कि आलिया कितनी सीधी सादी और मासूम सी लड़की है और आपका बेटा कितना बिगड़ा हुआ है"।

तब आर्यन की मॉम बोलती है, "मगर शादी तो करनी है ना आर्यन की"।

तब आर्यन के डैड बोलते हैं, "आप अपने स्वार्थ की वजह से किसी की बेटी की जिन्दगी केसे बर्बाद कर सकती है, आपको क्या लगता है कि आपका बेटा आलिया से शादी के बाद सुधर जायेगा"।

तब आर्यन की मॉम बोलती है, "हा मुझे लगता है कि आलिया से शादी के बाद वो सुधर जाएगा"।

तब आर्यन के डैड बोलते हैं, "ये आपकी गलत फहमी है, क्योंकि आपका बेटा कभी भी नही सुधरने वाला है"।

तब आर्यन की मॉम बोलती है, "आप ये कैसी बात कर रहे हैं, ऐसा तो मत बोलिए"।

तब आर्यन के डैड बोलते हैं, "मैं आपकी जिद की वजह से किसी की बेटी की जिन्दगी बर्बाद नही कर सकता हूं क्योंकि मेरे पास भी एक बेटी है"।

आर्यन अपने मॉम और डैड की सारे बाते सुन रहा होता है और बोलता है, डैड आप किसी की जिंदगी बरबाद नही कर सकते हैं मगर मैं तो कर सकता हूं , और मैं इतना बुरा बेटा भी नही हू की अपनी मॉम की ख्वाहिश भी पूरी ना करे