सामाजिक कहानियां कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Moral Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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Featured Books
  • पति व अन्य लघुकथाएं

    रोज वह घर से स्टेशन पैदल जाता था।लेकिन आज उसे घर से निकलने में देर हो गयी थी।इसल...

  • रिश्तों की कहानी ( पार्ट -३ )

    "रिश्तों की कहानी"( पार्ट -३) अंतिम रितिका और प्रतीक की बातें होती हैं। रितिका प...

  • सपनों की राख

    सपनों की राख एक ऐसी मार्मिक कहानी है, जो अंजलि की टूटे सपनों और समाज की रूढ़िवाद...

उजाले की ओर –संस्मरण By Pranava Bharti

मनुष्य का स्वभाव है कि वह सोचता बहुत है। सोचना गलत नहीं है लेकिन जब चिंतन चिंता में बदल जाये तो खतरनाक है। ज्यादातर लोग चिंता में ही जीते हैं चिंतन में नही। दरअसल जो हो रहा है उसके...

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बन्धन प्यार का - 32 By Kishanlal Sharma

"सही।कश्मीर चलनाऔऱ वे स्विट्जरलैंड में हनीमून मनाकर वापस लंदन लौट आये थे।वापस उन्हें ड्यूटी पर जाना था।उनकी छुट्टी खत्म हो रही थी।सास,हिना से बोली,"बहु आज चूल्हा पूजन की रस्म पूरी...

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शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल - पार्ट 32 By Kaushik Dave

"शुभम - कहीं दीप जले कहीं दील"( पार्ट -३२)डॉक्टर शुभम और रूपा फ़ोन पर बातचीत करते हैं।रूपा युक्ति के बारे में बताती है। युक्ति की डिलीवरी के बाद युक्ति ने रूपा को बहुत परेशान किया...

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पति व अन्य लघुकथाएं By Kishanlal Sharma

रोज वह घर से स्टेशन पैदल जाता था।लेकिन आज उसे घर से निकलने में देर हो गयी थी।इसलिए घर से बाहर निकलते ही उसने रिक्शा कर लिया था।स्टेशन पहुंच कर उसने समय देखा।ट्रेन आने में अभी5 मिनट...

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मंजिले - भाग 12 By Neeraj Sharma

  मंज़िले -----  "कया यही पुण्य है " --- एक लिबास को उतार कर फेक देने को तुम बहुत बारीकी से सोच के बताना, " इसमें पाप कहा था "                   कहानी आप पर छोड़ता हुँ, चलो बता तो सक...

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यादगार रायबरेली यात्रा By Sudhir Srivastava

संस्मरण यादगार रायबरेली यात्रा (पुस्तक विमोचन, कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह)      रायबरेली काव्य रस साहित्य मंच का प्रथम भव्य राष्ट्रीय आयोजन दिनांक 5 मई को 'कलश उत्सव लान&#39...

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रिश्तों की कहानी ( पार्ट -३ ) By Kaushik Dave

"रिश्तों की कहानी"( पार्ट -३) अंतिम रितिका और प्रतीक की बातें होती हैं। रितिका प्रतीक को समझाती है।प्रतीक:-' वह मैं जानता हूं। लेकिन मैं क्या कर सकता हूं? मेरी दोस्त होने के ना...

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ड्रीम गर्ल By Kishanlal Sharma

अर्जुन को रोज रात को सपना आता।हसीन सपना।सपने में उसे एक सुंदर लडक़ी नजर आती।और दिन भर वह सोचता रहता सपने में दिखने वाली लड़की कौन है?उसका नाम क्या है?सपने में आने वाली लड़की हकीकत मे...

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नज़रिया By satish bhardwaj

“माँ किधर जा रही हो” 38 साल के युवा ने अपनी 60 वर्षीय वृद्ध माँ को पुकारते हुए कहा। सड़क किनारे खड़े होकर साइकिल पर कुछ सामान बेच रहे एक व्यक्ति के पास जाकर वो वृद्धा रुकी और बोली “य...

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गृहलक्ष्मी By DINESH KUMAR KEER

1.     गृहलक्ष्मी एक बार मुझे दोस्त के बेटे के विवाह के रिसेप्शन में जाने का मौका मिला । स्टेज पर खड़ी खुबसूरत नयी जोड़ी को आशीर्वाद देकर मैं नीचे उतर ही रहे था कि दोस्त ने आवाज दे...

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सपनों की राख By Mr Hussain

सपनों की राख एक ऐसी मार्मिक कहानी है, जो अंजलि की टूटे सपनों और समाज की रूढ़िवादी सोच के बीच के संघर्ष को उजागर करती है। यह कहानी न केवल एक लड़की की आवाज़ है, बल्कि उन लाखों बेटियो...

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खुदा मिला न बिसाल ए सनम By Sharovan

        खुदा मिला  न बिसाल-ए-सनम   कहानी / शरोवन  ***'चुल्लू भर पानी है, तेरी विदेशी जमीन पर? शर्म नहीं आती तुझे, इस तरह से अपने बाप के लिए कहते हुए? अरे, वह मेहनत नहीं करते, ख...

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अति वाचालता का दुष्परिणाम By DINESH KUMAR KEER

अति वाचालता का दुष्परिणाम  एक राजा बहुत अधिक बोलता था। उसका मन्त्री विद्वान् और हितचिन्तक था। इसलिये सोचता रहता था कि राजा को कैसे इस दोष से मुक्त करूँ और वह ज्ञान दूँ, जो कि मनुष्...

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खामोशी का रहस्य - 8 By Kishanlal Sharma

माया ने उन कागजो को पढ़ा था।फिर बोली,"तुंमने तो जिंदगी भर साथ निभाने का वादा किया था।""हैं""फिर अब क्या हो गया जो मुझसे पीछा छुड़ाना चाहते हो।""तुम्हारे साथ जो हुआ उसे लोग जान चुके ह...

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व्यवस्था By DINESH KUMAR KEER

व्यवस्था जंगल में शेर ने एक फैक्ट्री डाली... उसमें एकमात्र काम करने वाली चींटियाँ थी जो समय से आती जाती थीं और फैक्ट्री का सारा काम करती थी।शेर का व्यसाय बहुत ही व्यवस्थित ढंग से च...

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स्वच्छ पर्यावरण By Sudhir Srivastava

आलेख -स्वच्छ पर्यावरण      मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। जिस तरह से वह अपने जीवनचर्या का क्रियान्वयन और परिणाम का निर्धारण करता है, वैसा ही आगे उसके सामने आता ही है। चाहे वो निजी, प...

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संघर्ष By Varun Kumar

एक बहुत छोटा शब्द है संघर्ष लेकिन इस शब्द का मतलब केवल वह जानता है जिसमें कुछ करने की काबिलियत होव्यक्ति की कहानी मैं आपको बताने जा रहा हूं वह कुछ भी करने से बहुत डरता है छोटे-छोटे...

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दिए की रात By Rahul Narmade ¬ चमकार ¬

भगवान राम जब अयोध्या लौटे थे तब से उनके आने की खुशी मे लोगों ने दिवाली का त्योहार मनाना शुरू किया, कई युग बीत गए, सालों से लोग दिवाली पर पटाखे फोड़ते आए हैं, लेकिन आज अर्वाचीन युग...

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बेजुबान - 5 By Kishanlal Sharma

पढ़ लेती,"वह बोला ,"मा का है"किसी दूसरे के नाम की चिट्ठी नही पढ़नी चाहिए।"उसकी बात सुनकर वह बोली थी"तुम मुझे दूसरा समझती होनही तोफिर तुम यह क्यो कह रही होगलती हो गयी"शबनम कान पकड़कर म...

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सिर्फ एक रात का मौका दे दे.... By Sharovan

सिर्फ एक रात का मौका दे दे. . . कहानी / शरोवन *** चार साल और छः माह के पश्चात फिर एक बार सिविल कोर्ट का बड़ा हॉलनुमा कमरा आज काफी लोगों से भरा हुआ था. कारण था कि, तनवी और आकाश के मु...

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उजाले की ओर –संस्मरण By Pranava Bharti

मनुष्य का स्वभाव है कि वह सोचता बहुत है। सोचना गलत नहीं है लेकिन जब चिंतन चिंता में बदल जाये तो खतरनाक है। ज्यादातर लोग चिंता में ही जीते हैं चिंतन में नही। दरअसल जो हो रहा है उसके...

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बन्धन प्यार का - 32 By Kishanlal Sharma

"सही।कश्मीर चलनाऔऱ वे स्विट्जरलैंड में हनीमून मनाकर वापस लंदन लौट आये थे।वापस उन्हें ड्यूटी पर जाना था।उनकी छुट्टी खत्म हो रही थी।सास,हिना से बोली,"बहु आज चूल्हा पूजन की रस्म पूरी...

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शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल - पार्ट 32 By Kaushik Dave

"शुभम - कहीं दीप जले कहीं दील"( पार्ट -३२)डॉक्टर शुभम और रूपा फ़ोन पर बातचीत करते हैं।रूपा युक्ति के बारे में बताती है। युक्ति की डिलीवरी के बाद युक्ति ने रूपा को बहुत परेशान किया...

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पति व अन्य लघुकथाएं By Kishanlal Sharma

रोज वह घर से स्टेशन पैदल जाता था।लेकिन आज उसे घर से निकलने में देर हो गयी थी।इसलिए घर से बाहर निकलते ही उसने रिक्शा कर लिया था।स्टेशन पहुंच कर उसने समय देखा।ट्रेन आने में अभी5 मिनट...

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मंजिले - भाग 12 By Neeraj Sharma

  मंज़िले -----  "कया यही पुण्य है " --- एक लिबास को उतार कर फेक देने को तुम बहुत बारीकी से सोच के बताना, " इसमें पाप कहा था "                   कहानी आप पर छोड़ता हुँ, चलो बता तो सक...

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संस्मरण यादगार रायबरेली यात्रा (पुस्तक विमोचन, कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह)      रायबरेली काव्य रस साहित्य मंच का प्रथम भव्य राष्ट्रीय आयोजन दिनांक 5 मई को 'कलश उत्सव लान&#39...

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रिश्तों की कहानी ( पार्ट -३ ) By Kaushik Dave

"रिश्तों की कहानी"( पार्ट -३) अंतिम रितिका और प्रतीक की बातें होती हैं। रितिका प्रतीक को समझाती है।प्रतीक:-' वह मैं जानता हूं। लेकिन मैं क्या कर सकता हूं? मेरी दोस्त होने के ना...

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ड्रीम गर्ल By Kishanlal Sharma

अर्जुन को रोज रात को सपना आता।हसीन सपना।सपने में उसे एक सुंदर लडक़ी नजर आती।और दिन भर वह सोचता रहता सपने में दिखने वाली लड़की कौन है?उसका नाम क्या है?सपने में आने वाली लड़की हकीकत मे...

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गृहलक्ष्मी By DINESH KUMAR KEER

1.     गृहलक्ष्मी एक बार मुझे दोस्त के बेटे के विवाह के रिसेप्शन में जाने का मौका मिला । स्टेज पर खड़ी खुबसूरत नयी जोड़ी को आशीर्वाद देकर मैं नीचे उतर ही रहे था कि दोस्त ने आवाज दे...

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सपनों की राख एक ऐसी मार्मिक कहानी है, जो अंजलि की टूटे सपनों और समाज की रूढ़िवादी सोच के बीच के संघर्ष को उजागर करती है। यह कहानी न केवल एक लड़की की आवाज़ है, बल्कि उन लाखों बेटियो...

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सिर्फ एक रात का मौका दे दे.... By Sharovan

सिर्फ एक रात का मौका दे दे. . . कहानी / शरोवन *** चार साल और छः माह के पश्चात फिर एक बार सिविल कोर्ट का बड़ा हॉलनुमा कमरा आज काफी लोगों से भरा हुआ था. कारण था कि, तनवी और आकाश के मु...

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