शोहरत का घमंड - 85 shama parveen द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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शोहरत का घमंड - 85

रात हो जाती हैं..........

रात हो जाती हैं। आलिया घर नही पहुंचती हैं। उसके घर वाले बहुत ही परेशान हो जाते हैं। आलिया की बहने बार बार आलिया को कॉल करती हैं, मगर उसका नंबर नही लगता है।

उधर आर्यन अरुण के साथ क्लब में जाता हैं और इंजॉय कर रहा होता है। तब अरुण बोलता है, "यार मानना पड़ेगा तेरी किस्मत सच में बहुत ही अच्छी है, तू जो चाहता है वहीं होता है"।

तब आर्यन बोलता है, "अब जल मत मुझ से"।

उसके बाद अरुण हसने लगता है।

उधर अबीर अपने कमरे मे गम सुम सा बैठा रहता है तभी ऋतु उसके कमरे मे आती हैं और बोलती है, "भाई तुम अभी तक उदास हो, तुम क्यो एक लड़की की वजह से अपने आप को देवदास बना रहे हो, देखो अब वो पहले वाली आलिया नही रह गई है, अब वो बदल चुकी है"।

तब अबीर बोलता है, "मैं आलिया से सच्चा प्यार करता हूं और उसके बिना ज़िंदगी जीने के बारे में सोच भी नही सकता हूं "।

तब तब ऋतु बोलती है, "इसे प्यार नही पागलपन कहते हैं, और तुम क्या कर लोगे उससे प्यार करके जब वो तुम से प्यार ही नही करती है "।

तब अबीर बोलता है, "मैं उससे दोबारा मिलूंगा और उसे अच्छे से समझाऊंगा, की मै उससे कितना प्यार करता हूं और उसके बिना नही रह सकता हूं "।

तब ऋतु बोलती है, "भाई इन सब का कोई फायदा नही है, क्यो उसकी वजह से तुम अपनी लाइफ खराब कर रहे हो "।

तब अबीर बोलता है, "तुम नही समझोगी, क्योंकि तुम्हे कभी किसी से प्यार नही हुआ है "।

तब ऋतु बोलती है, "मैं तो थक चुकी हूं भाई तुम्हे समझा समझा कर, अब तुम्हारी मर्ज़ी तुम जो करो "।

ये बोल कर ऋतु वहा से चली जाती है।

उधर आलिया के घर वाले परेशान रहते हैं। तभी आलिया घर पहुंचती हैं। तब आलिया के पापा बोलते हैं, "आलिया कितनी रात हो रही है, तुम कहा थी और तुम्हारा नंबर भी नहीं लग रहा था"।

तब आलिया बोलती है, "सॉरी पापा वो मै मीटिंग में थी"।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "तो ये बात तुम हमे कॉल करके भी बता सकती थी ना, और इससे पहले तो तुमने ऐसा नही किया था, जब भी लेट होता था तो पहले ही बता देती थी"।

तब आलिया बोलती है, "बोल तो रही हूं सॉरी, अब मीटिंग के बीच में से मैं आपको कॉल करने आती क्या "।

ये बोल कर आलिया अपने कमरे मे चली जाती है। तब ईशा बोलती है, "ये दी को क्या हो गया है आज ये किस तरह से बात कर रही है"।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "चलो अब जल्दी से हाथ मुंह धो लो सब में खाना लगाती हू"।

खाना खा कर सब अपने कमरे मे चले जाते हैं।

आलिया बिस्तर पर लेटे लेटे रो रही होती है और सोच रही होती है कि मैं क्या करूं, किस से अपनी तकलीफ के बारे में बात करूं, और अगर मै शादी नही करूंगी तो आर्यन मुझे नौकरी और घर दोनो से निकाल देगा तो फिर मैं उसके बाद कहा ले कर जाऊंगी सब को, और इस बार तो ऋतु भी मुझे घर में नही रहने देगी, और अगर शादी कर लेती हू तो मम्मी और पापा क्या सोचेंगे मेरे बारे में, उनका तो सर ही झुक जायेगा सबके आगे।

ये सब सोच सोच कर आलिया को नींद नही आ रही होती है। तभी आर्यन की कॉल आ जाती है..........