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पागल - उपन्यास
Kamini Trivedi
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
पागल,, हां सही नाम से पुकारा करता था वो मुझे। (हंसते हुए) पागल ही तो हूं मैं उसके लिए , उसके पीछे , उसके प्यार में।"
रात के 1 बज चुके थे । आंखों से नींद कोसों दूर । आज उसे पहली बार जो देखा था। ना जाने क्या कशिश थी उसकी आंखों में दिल काबू में ना रहा । शायद इसे पहली नजर का प्यार कहते है । लेकिन क्या हो सकता है।
ना मैं उसे जानती हूं ना वो मुझे । बस एक पार्सल लेने वो मेरे घर आया था । कुछ जरूरी सामान मम्मी को एक परिचित के यहां भेजना था ।
ये शायद उससे मिलवाने के लिए ही भगवान ने लीला रची थी। मैं कभी भी अपने घर का दरवाजा नहीं खोलती थी। चाहे कोई भी हो । लेकिन आज मम्मी को बाजार जाना था और मुझे बोल कर गई थी कि अगर मैंने दरवाजा ना खोला और पार्सल ना दिया तो अगले एक सप्ताह तक वो मुझे बाहर नहीं जाने देंगी । मरती क्या ना करती ।
"पागल,, हां सही नाम से पुकारा करता था वो मुझे। (हंसते हुए) पागल ही तो हूं मैं उसके लिए , उसके पीछे , उसके प्यार में।" ये कहानी है एक ऐसी लड़की की जो एक लड़के के प्यार में ...और पढ़ेथी। लेकिन उसकी किस्मत ने उसका साथ ना दिया उसे उसका प्यार तो मिला लेकिन एक कॉन्ट्रैक्ट पेपर पर, आखिर में कॉन्ट्रैक्ट पूरा होने के समय से पहले ही कुछ ऐसा घटित होता है कि कॉन्ट्रैक्ट से पहले ही वो लड़की कहीं गायब हो जाती है। क्या है इस कहानी का सच जानने के लिए अभी पढ़िए मेरी ये कहानी "पागल"
भाग –२ हेलो, फ्रैंड्स कैसे है आप लोग , उम्मीद करती हूं अच्छे होंगे । मैं आपको मेरी कहानी बता रही थी । मैने उसे कॉलेज में देखा वह बाइक पर था चेहरे पर मास्क और हेलमेट पहने , ...और पढ़ेदिल किया दौड़कर उसका मास्क हटाकर बात कर लूं लेकिन , मैं धीरे से उठी और उसके पीछे जाने लगी । उसने खिड़की पर कुछ पूछताछ की और चला गया। मैं फिर कसमसाती रह गई । "क्या यार सबसे इतनी बातें कर लेती है उससे क्यों नहीं कर पाती?" मेरी अंतरात्मा ने मुझे कोसा। अब दिल और बेचैन हो उठा।
भाग–३ हेलो फ्रेंड्स ,, मैं आपको लास्ट एपिसोड में बताया कि कैसे अचानक वो मेरे सामने आ गया उसने मुझे बचाया , वरना मैं ट्रक के नीचे चपटी हो जाती और आपको यहां कहानी न सुना पाती, मेरी फोटो ...और पढ़ेमाला टंगी होती । तो जब उसने मुझे मोबाइल दिया तो मैने उसे पूछा, "मेरा मोबाइल तुम्हारे पास कैसे ?" "खींचने में जमीन पर गिर गया था मैडम जी" "ओह, अच्छा" मैने मोबाइल को ध्यान से देखा कहीं से टूटा तो नही न, लेकिन वो ठीक था । पर मेरे अंदर कुछ टूट रहा था । आज फिर मैं उसे
भाग –४ इससे पहले के भाग में मैने बताया कि कैसे मेरे इंस्टाग्राम पर उसका फॉलो रिक्वेस्ट आया , मैने उसे फॉलो बैक किया और अगले दिन कॉलेज गई लेकिन वो नहीं आया था । मैं उदास हो चुकी ...और पढ़े। अब आगे , कॉलेज खत्म होने के बाद घर पर गई और बैग को जोर से बेड पर पटक कर बैठ गई । "क्या हो गया है तुझे आजकल बहुत जल्दी मूड स्विंग होता है तेरा ।" मम्मी की आवाज से पानी पीने उठी । "एक पल में खुश और अगले ही पल दुखी, किसी के प्यार में तो
भाग–५ हैलो दोस्तों,, तो कल उसके मेसेज ने मुझे खुश कर दिया । और आज मैं उससे कॉलेज में मिलने को लेकर बहुत उत्सुक थी । "सुबह इतनी देर से क्यों उठाया मम्मी" । मैं आज लेट उठी थी ...और पढ़ेऔर मम्मी से बोली । अक्सर ऐसा होता है जब हमें कहीं जाने की जल्दी होती है तो हम वहां लेट पहुंचते है । मैं जल्दी से तैयार हुई , आज मैं रोज से थोड़ा ज्यादा तैयार हुई थी । आज मैने ब्लू डेनिम पर गुलाबी कुर्ता पहना था , और खुले बाल रखे थे , आंखों में काजल लगाया