Meri Dusri Mohabbat book and story is written by Author Pawan Singh in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Meri Dusri Mohabbat is also popular in प्रेम कथाएँ in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
मेरी दूसरी मोहब्बत - उपन्यास
Author Pawan Singh
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
अगर कोई लड़की किसी पूल पर हाथ हवा में फैलाये खड़ी नदी के पानी को निहार रही हो तो जरूरी तो नही वो सुसाइड करने वाली हो? हो सकता है कि वो नजारा देख रही हो तो मुसाफिरों और आशिकों अपनी सीट की पेटी बांध लें क्योंकि हम ला रहे है आपके लिए एक अनोखी कहानी वो भी मेरी जुबानी जिसका नाम है मेरी दूसरी मोहब्बत |
अब कहानी शुरू होती है। हमारे हीरो पवन सिकरवार से जो कि एक फ्लॉप लेखक है और कुछ अच्छा लिखने के लिए अच्छी कहानी ढूंढ रहे है। अब उन्हें अच्छी कहानी मिली या नही ये तो नही पता लेकिन उन्हें उनकी पहली मोहब्बत जरूर मिल गई दूसरी तरफ है हमारी हीरोइन अवनी अवस्थी जो कि काफी अमीर और फलते फूलते दिल्ली की पंजाबी फैमिली का हिस्सा है लेकिन उनको कहानियों में कोई दिलचस्पी नही है इसलिए इन्हें कोई कहानी तो मिली नहीं लेकिन दूसरी मोहब्बत जरूर मिल गई। लेकिन कैसे?
अरे बताते है बताते सब्र रखो भइया सब बताएंगे आये है तो बता कर ही जाएंगे।
हमारी हीरोइन अवनी वजीराबाद के पुल पर खड़ी हाथ हवाओ में पसारे दुल्हन के लिबास में रात के 1 बजे खड़ी है तभी वहाँ पर एक गाड़ी रुकती है जिसमे से हमारे हीरो पवन सिकरवार उतर कर उसे आवाज लगाते है।
पवन - ओए इतनी रात को पुल पर हवा खाने का सही टाइम नहीं है। नीचे उतर जाओ
इसपर अवनी ने गुस्से में जवाब दिया।
अवनि - मै तुम्हे यहाँ दुल्हन के लिबास में हवा खाने के लिए खड़ी दिखाई देती हूँ?
Part 1 - Suicide Spot अगर कोई लड़की किसी पूल पर हाथ हवा में फैलाये खड़ी नदी के पानी को निहार रही हो तो जरूरी तो नही वो सुसाइड करने वाली हो? हो सकता है कि वो नजारा देख ...और पढ़ेहो तो मुसाफिरों और आशिकों अपनी सीट की पेटी बांध लें क्योंकि हम ला रहे है आपके लिए एक अनोखी कहानी वो भी मेरी जुबानी जिसका नाम है मेरी दूसरी मोहब्बत | अब कहानी शुरू होती है। हमारे हीरो पवन सिकरवार से जो कि एक फ्लॉप लेखक है और कुछ अच्छा लिखने के लिए अच्छी कहानी ढूंढ रहे है। अब
Part 2 - Sorry ka jhamela अवनी कार मे बैठ जाती है और पवन उसको घूरते हुए पूछता है । पवन - अरे कहाँ जाना बताओ तो सही मुझे कहानी में पूरा address नहीं बताया तुमने। अवनी - माडल ...और पढ़ेसेक्टर 16, हाउस नं - 53, गली नं -.... पवन-ओहो बस करो सारा अभी बता दोगी क्या।माडल टाउन पहुंचने पर बताना बाकी। और बताओ अपने आलोक के बारे में ताकि मैं पूरी कहानी को सही ढंग से लिख सकूँ। अवनी - तुम मेरी मदद कर रहे या अपनी। पवन- अरे यार तुम भड़क बड़ी जल्दी जाती हो। तभी तो...... तभी
Part 3- Pehli Koshish रात का समय है। पवन इधर- उधर देखता है। क्या करूँ? ओह वो रही, इसकी इस समय सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी। एक लम्बी मोटी लम्बी रस्सी.... जिसे देखकर पवन की आँखों में चमक आ जाती ...और पढ़ेअब तो आव देखा न ताव तुरन्त पवन रस्सी को उठाकर दबे पाँव कमरे की खिड़की से रस्सी को लटकाता है। अचानक से अवनि के पिताजी करवट लेते हैं, पवन तुरन्त दीवार के पीछे छिप जाता है। जैसे- तैसे करके डरते डराते रस्सी की मदद से वह खिड़की से नीचे आ ही जाता है। उसके पास कोई सामान नहीं होता
Part- 4 Dusri Koshish अवनी रात को अपने पापा के कमरे में जाती है। उसके पापा कमरे की खिड़की के पास खड़े होते है। अवनी- पापा? सुरेश जी – अरे बेटा तुम आओ मेरे पास यहां आओ, अवनी के ...और पढ़ेअवनी को सोफे पर बैठने का इशारा करते हैं, अवनी अपने पापा के साथ बैठ जाती है फिर उनके बीच में बातें शुरू होती है अवनी- पापा मुझे आपसे कुछ बात करनी हैं? सुरेश जी- हां बेटा क्या कहना है बताओ? अवनी – मैं जानती हूं मैंने आपका बहुत दिल दुखाया है मुझे वो शादी नहीं करनी थी इसलिए मुझे
Part - 5 Pawan ya anyone? पवन गार्डन मे बैठ कर planning कर रहा होता है उसके दिमाग मे एक भागने का तरीका आता है और वो घर की तरफ जाता है अवनी के पापा से कहता है....... पवन ...और पढ़ेअंकल मुझे मेरे एक दोस्त का फ़ोन आया अभी थोड़े देर पहले वो दिल्ली आया हुआ है तो मुझसे मिलने की ज़िद कर रहा है मे सोच रहा था मे मिल आता अगर आप कहे तो पवन ने हिचकिचाते हुए कहा.... सुरेश जी – बेटा रात हो रही है कल सुबह मिल लेना ???? पवन – अंकल वो क्या है