मेरी दूसरी मोहब्बत - 22 Author Pawan Singh द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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मेरी दूसरी मोहब्बत - 22

Part - 22 Awani kahan hai?

पवन और अवनी के घरवालों का आमना सामना होता है |

अवनी के चाचा (गुस्से में) पवन का कॉलर पकड़ते है |

अवनी के चाचा – कहाँ है मेरी अवनी ? क्या किया तूने उसके साथ ? कहीं दिख नही रही है |

पवन हक्का बक्का रह जाता है और इससे पहले की कुछ कह पाता पवन का दोस्त अजय और पवन के सिक्योरिटी गार्ड्स आ जाते है और अवनी के चाचा को पवन से दूर हटाते हैं | )

अजय (पवन से) – क्या हो रहा है ये सब ? पवन तू ठीक तो है न ? कौन है ये लोग, हिम्मत केसे हुई इनकी तुझे छूने की !

अजय (सिक्यूरिटी गार्ड्स से ) – निकालो इन् लोगो को यहाँ से |

अवनी के चाचा – ओये मुझे भी यहाँ रहने का कोई शौख नहीं है ! मुझे बस मेरी बच्ची चाहिए | ये आदमी एक नम्बर का फ्रॉड है |

सुरेश जी (चाचा से ) - ओये तू चुप कर मुझे बात करने दे |

सुरेश जी (पवन से) – ओए पवन पुत्तर ! तू किस जनम का बदला ले रहा है हमसे | आज एक साल हो गया अवनी से बात हुए, ऐसा पहले कभी नही हुआ की उसने हमसे इतने दिनों तक बात नही की | वो तेरे साथ ही न पुत्तर ? एक बार उससे बात करा दे हम चले जायंगे |

यह सुन कर पवन समझ जाता है कि उस दिन में अकेला नही भगा था अवनी भी भागी थी |

सिक्यूरिटी गार्ड्स और अजय चाचा जी और सुरेश जी को भगा ही रहे होते है कि पवन उन्हें रोकता है |

पवन – ये मेरे जान्ने वाले हैं, इन्हें छोड़ दो |

पवन (सुरेश जी से) – आप लोग मेरे साथ प्लीज अन्दर आइये, हम बैठ कर बात करते हैं |

पवन (अजय से) – तू बाहर मेरा वेट कर में बात कर के आता हूँ |

अजय – लेकिन ये लोग है कौन ? और ये तेरा कॉलर क्यों पकड़ रहे थे ?

पवन – ये अवनी के घरवाले हैं यार, कुछ कंफ्यूजन हो गया है, में तुझे बाद में सब बताता हूँ |

अजय –ठीक है पर कुछ भी दिक्कत हो तो में बाहर ही हूँ |

पवन चाचा जी और सुरेश जी को अन्दर ले जाता है |

पवन – पहले आप लोग शांत हो जाइये और चिंता मत कीजिये | अवनी ठीक है और सेफ है | भला उसको क्या हो सकता है ! वो तो इतनी सेफ रहती है की उसके साथ रहने वाला कोई सेफ नही रह सकता |

चाचा – ओए तैनू ये सब मजाक लगदा है ? हम इतने दूर से उससे मिलने आये है और तुझे मजाक की पड़ी है ? तू बुला उसे |वो तेरे साथ ही है हमे पता है |

पवन – वो अभी यहाँ नहीं आ सकती, वो अभी यहाँ नही है |

सुरेश जी (घबरा के) – वो तेरे साथ नही है तो कहाँ है ? तुम दोनों उस रात साथ ही तो भागे थे !

चाचा जी- अरे भाई साहब ये झूट बोल रहा है, अवनी इसी के साथ है | जरुर इसने अवनी के साथ कुछ कर दिया है तभी वो हमसे बात नही कर रही | मैं तो कहता हु पुलिस को बुलाओ |

पवन (घबरा कर) – अरे चाचा जी आप क्या बात कर रहे हो ! मैं कोई क्रिमिनल थोड़ी हूँ |

सुरेश जी (नम आँखों से) – तो कहाँ है वो ? बात क्यों नही करती हमसे ? क्या हमसे नाराज है ? क्या हमसे कोई गलती हो गयी है ? एक बार उससे बात करा दे पुत्तर, उससे मिला दे एक बार, वो जो बोलेगी हम वो करेंगे बस हमारे साथ घर वापस आ जाये | उसकी माँ का रो रो कर बुरा हाल हुआ पड़ा है | उसने खाना पीना भी छोड़ दिया है | दिन रात अवनी अवनी करती रहती है | और दादा जी की तबियत कुछ खास ठीक नहीं है | पहले ही उनको दो बार हार्ट अटैक आ चूका है और वो अभी भी इतनी टेंशन ले रहे है | अवनी के बिना सब हसना ही भूल गए है |

(ये सब सुन कर पवन सोचता है अगर इन्हें अभी सच बता दिया तो इनका भरोसा दुबारा से टूट जायेगा | इसलिए वो सच नही बताता और झूट का सहारा ले लेता है |)

पवन – अंकल जी आप घबराइए मत ! अवनी एक जॉब के सिलसिले में अमेरिका गयी है |

(यह सुन कर सुरेश जी और अवनी के चाचा जी को थोड़ी राहत मिलती है |)

सुरेश जी ( मुस्कुराते हुए ) – तो पुत्तर उसका कोई कांटेक्ट नो. हमे मिल सकता है ? हम उससे फ़ोन पर ही बात कर लेंगे |

पवन – माफ़ कीजियेगा अंकल जी अवनी थोड़े दिन पहले ही वहां गयी है, और उसने अभी तक वहां का कोई कांटेक्ट नंबर नही लिया है क्योंकि इंडिया का नंबर वहां नही चलता इसलिए में फ़ोन पर बात नही करा सकता | जेसे ही वो नया नंबर लेलेगी मैं आपकी उससे बात करा दूंगा |

चाचा जी – अरे तू हमसे झूट मत बोल ! हम तेरी बातों में नही आने वाले | एसा हो ही नही सकता क तेरे पास उसका कोई कांटेक्ट नंबर ही ना हो |

पवन – चाचा जी में सच कह रहा हूँ, आप चाहो तो मेरा फ़ोन चेक कर सकते हो | आप मेरा विश्वास करो |

सुरेश जी ( चाचा जी से ) - यार तू चुप कर ! अभी भरोसा करने के अलावा हमारे पास और कोई रास्ता ही क्या है ? क्या पता वो सच बोल रहा हो | हमारी बच्ची से सिर्फ यही मिला सकता है | कहीं एसा ना हो की ये नाराज़ हो जाए और हमारी बच्ची हमेशा के लिए हमसे दूर हो जाये |

सुरेश जी ( पवन से ) – पवन पुत्तर मुझे तुझपे भरोसा है | तू बस हमे अवनी से मिलवा दे |

पवन – हाँ अंकल जी अभी आप आराम से घर जाइये, मुझे आप ६ महीने का टाइम दीजिये, में अवनी को इंडिया वापस ले कर आउगा |

( यह सुन कर सुरेश जी और चाचा जी खुश हो जाते है |)

सुरेश जी – ठीक है पुत्तर, हमने एक साल इंतज़ार किया है, तो ६ महीने और इंतज़ार करलेंगे | पर तू अपनी जुबान का पक्का रहियो |

चाचा जी ( गुस्से में ऊँगली दिखाते हुए ) – ओए !! भाई साहब तुझ पर बहुत भरोसा कर रहे हैं, उनका भरोसा मत तोडियो | अगर 6 महीने में हमारी अवनी वापस नही आई तो मेने तेरी हड्डियाँ तोड़ देनी है |

(यह कह कर सुरेश जी और अवनी के चाचा वहां से चले जाते हैं |)

( पवन कमरे से बाहर आता है जहाँ अजय उसका इंतेज़ार कर रहा होता है )

अजय – क्या हुआ पवन, सब ठीक तो है ना, अवनी के घरवाले इस तरह बर्ताव क्यों कर रहे थे ?

पवन – क्या बताऊ यार ! मेरी तो लाइफ ही झंड हुई पड़ी है | जिस रात मैं अवनी के घर से भागा था उस रात मैं अकेला नही भागा था, अवनी भी भागी थी | और साल भर से उसका कोई अता पता नही है | और उसके घर वाले सोचते है की मैंने उसे भगाया है |

(यह सुन कर अजय जोर से हसता है )

अजय – यार ! क्या किस्मत है तेरी, मानना पड़ेगा ! लड़की भी भगाई और पता भी नही चला ! हा हा हा हा !!!

पवन – यार तुझे हसीं आ रही है और यहाँ में परेशान हो रहा हूँ क्यों कि मुझे नहीं पता की अवनी कहाँ है और मैंने अवनी के पापा से वादा कर लिया है की में 6 महीने में उसे उसके घर वापस ले जाऊंगा |

( पवन सोचने लगता है की आखिर अवनी गयी कहाँ होगी ? तभी उसे याद आता है कि ज़रूर वो आलोक के पीछे गयी होगी | उसे याद आता है की अवनी ने उसे बताया था की आलोक कैलिफ़ोर्निया मैं है | )

पवन (अजय से ) – यार मुझे लगता है की वो अपने बॉयफ्रेंड आलोक को धुंडने कैलिफ़ोर्निया चली गयी होगी | मुझे भी उसको धुन्धने कैलिफ़ोर्निया जाना होगा | पर मैं उसे वहां ढूढगा कैसे ? मैं तो कभी वहां गया ही नही हूँ | अनजान शहर में उसे कैसे ढूंढेंग  ?

अजय – यार तू भूल क्यों जाता है की तू एक राजा है | राइटर तो तू अभी ही बना है पर असल में तो तू राजा है | कभी तो अपनी पावर्स का इस्तेमाल कर ! और चिंता मत कर वहां तू अकेला नहीं होगा, मेरा कजिन भी कैलिफ़ोर्निया में ही रहता है | में उसे कॉल कर दूंगा, वो तेरी हेल्प ज़रूर करेगा |

पवन – ठीक है यार ! मैं फिर तय्यारी करता हूँ कैलिफ़ोर्निया जाने की |

अजय – पर यार दो दिन बाद तो तेरा बुक लॉन्च है | वो बहुत इम्पोर्टेन्ट है | अभी तो तेरा करियर शुरू ही हुआ है और ऐसे में तू अपनी बुक लॉन्च को छोड़ कर कैसे जा सकता है ?

यह सुन कर पवन कंफ्यूजन में पड जाता है कि क्या करे ?

क्या पवन अपना बुक लॉन्च छोड़कर अवनी को ढूढने जायेगा ?