मेरी दूसरी मोहब्बत - 8 Author Pawan Singh द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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मेरी दूसरी मोहब्बत - 8

Part - 8 Aalok ki yaadein

आधी रात को अभी अपने कमरे में करवटें बदल रही होती है नींद ना आने की वजह से उसें बैचैनी होने लगती है। वो हवा खाने छत पर जाती है वहां पवन को पहले से ही बैठा देख चौंक जाती है,

अवनी -तुम आधी रात को यहां क्या कर रहे हो???

पवन -अगर मैं ये ही सवाल तुमसे पूछूँ तो ???

अवनी -तुम सीधे सीधे बात का जवाब नहीं दे सकते क्या?

पवन -दे सकता हूं पर उसके लिए तुम्हारा question मुझे पसंद आना चाहिए |

अवनि- गलती हो गई जो तुमसे पूछ लिया मैं बस थोड़ी हवा खाने आई थी नींद नहीं आ रही थी,

पवन -मुझे भी नींद नहीं आ रही थी तो मैं भी हवा खाने आ गया। अब बैठ भी जाऊं क्या खड़ी हो कर ही सारी रात बात करोगी ???

अवनी बैठ जाती है और थोड़ा परेशान होकर कहती है की समझ नहीं आ रहा इस मुसीबत से कैसे निकलूं रातों की नींद उड़ा रखी हैं इस मुसीबत ने मेरी !!!!

पवन अवनी को परेशान देखकर उसे थोड़ा रिलैक्स होने को कहता है अरे सब ठीक हो जाएगा तुम फालतू में परेशान हो रही हो फिर कुछ पूछने की कोशिश करता है

(पवन) - अच्छा यह बताओ जिसकी वजह से हम इस मुसीबत में फंसे हैं तुमने अभी तक उसके बारे में मुझे कुछ नहीं बताया देखो में फोर्स नहीं करूंगा बस तुम्हारी मर्जी है।

अवनी- तुम आलोक के बारे मे बात कर रहे हो ???

पवन -हां और किसके बारे में जानना चाहूंगा??

(अवनि ) - तुमने इतनी मदद कि मेरी तो चलो मैं तुम्हें सब कुछ शुरुआत से बताती हुं।

अवनी ( अपना पास्ट पवन को बताते हुए ) -

1 साल पहले अवनी शादी में जाने को तैयार हो रही होती हैं उसे अपने दोस्त की शादी में जाना था सभी घर वाले तैयार हो कर शादी के लिए निकल जाते हैं और वहाँ पहुंचते हैं

अवनी अपने दोस्त के पास जाती है तभी उससे कोई टकरा जाता है उस लड़के के हाथ में पानी का गिलास होता है जो अवनी की ड्रेस पर गिर जाता है

अवनि ( गुस्से से बोलती है) - तुम्हें देखने में कोई प्रॉब्लम है क्या?? तुमने सारी ड्रेस खराब कर दी ।।

आलोक -सॉरी सॉरी यार मैं थोड़ा जल्दी में था मुझे दिखाई नहीं दिया एम सॉरी यार मुझे माफ कर दो आलोक ने घबराते हुए जवाब दिया ।।

तुम्हारी सॉरी से मेरी ड्रेस ठीक नहीं हो जाएगी तभी अवनि की दोस्त उसे वहां से जबरदस्ती खींच कर ले आती है

आलोक (खुद से बात करते हुए) - क्या यार नाम भी नहीं पूछ पाया पता नहीं दोबारा मुलाकात होगी कि नहीं आलोक को अवनी पहली नजर में पसंद आ जाती है

(उस दिन के 10 दिन बाद )

अवनि एक शॉपिंग मॉल में होती है और वहां पर किसी से फोन पर बात करती है तभी वह आलोक से दोबारा टकरा जाती है

आलोक - क्या बात है आज आप मुझ से टकराई है अब तो हिसाब बराबर मैडम !!!!

अवनी – तुम मेरा पीछा तो नहीं कर रहे ना अच्छी तरह से जानती हूं तुम्हारे जैसे लड़के को पहले अनजान बनने की कोशिश करते हैं फिर बाद में अपनी चिकनि चुपड़ी बातों में फंसाते है और फायदा उठाते है

आलोक -excuse me देखिए मैं बहुत शरीफ घर से हूं अच्छी फैमिली से हूंँ हमारा दो बार मिलना बस एक coincidence है और कुछ भी नहीं

अवनी- देखने में तो तुम शरीफ ही लग रहे हो चलो मान लेते हैं तुम्हारी बात अब साइड हो जाओ मुझे जाना है

आलोक – जाने से पहले अपना नाम तो बता दो अगर नहीं बताना है तो कोई बात नहीं आप जा सकती है

अवनि -हॅसते हुए मेरा नाम अवनि है ।।

आलोक बहुत तेजी से जवाब देता है हाय मेरा नाम आलोक है

बस फिर वहां से दोनों की दोस्ती की शुरुआत हो जाती है दोनों आपस में ज्यादा से ज्यादा समय साथ रहने लगते हैं और यह दोस्ती प्यार में बदल जाती है दोनों को एक साथ 1 साल बीत जाता है एक दिन अवनि और आलोक रेस्टोरेंट में बैठे होते तभी आलोक अवनी को शादी के लिए प्रपोज कर देता है यह देख कर अवनी भावुक हो जाती है और हां कर देती है

आलोक -तुम अपने घर में बात कर लो मेरे घर में तो सब मान ही जाएंगे (आलोक में अवनी का हाथ पकड़ते हुए बोलता हैं)

अवनी- मैं आज पापा से बात करती हूं वह खुशी से आलोक  को गले लगा लेती हैं

अवनी घर जाती है तो उसके पापा उसे बुलाते हैं

सुरेश जी -बेटा आज एक बहुत अच्छा रिश्ता है तुम्हारे लिए आया है हमारे दोस्त के दोस्त का बेटा है बिल्कुल हमारे स्टेटस के लोग हैं और लड़का तो बहुत अच्छा लडके की फोटो अवनी को दिखाते हैं

(अवनी परेशान होकर ) - पापा मुझे भी आपसे शादी को लेकर कुछ बात करनी थी आप पहले मेरी बात सुनिये

सुरेश जी- मुझे पता था तुम्हें लड़का पसंद आएगा मैं अभी जाकर हां बोल देता हूं अवनी उनसे बात करने की कोशिश करती है पर वह अवनी से बात नहीं करते और वहां से चले जाते हैं

(रात को अवनी आलोक के बीच में बातें होती है फोन पर)

अवनी- मैंने बताना चाहा पर पहले ही वह सब कुछ तय कर चुके थे

आलोक -अवनी तुम्हें उन्हें सब बताना होगा तुम्हें उनसें बात करनी होगी वरना वो तुम्हारी शादी किसी और से करवा देंगे क्या तुम ऐसा करना चाहती हो???

अवनी- मैं कल ही उनसे बात करूंगी।।

(अगली सुबह सुरेश जी अवनी की मां से कहते हैं)

वह चाहते हैं कि शादी आने वाले 2 दिन में हो!!

अवनी की मां – देखिए आप बहुत जल्दबाजी कर रहे है अवनी उस लड़के को जानती भी नहीं है ठीक से आप ऐसे ही उसकी शादी करवा देंगे???

सुरेश जी -मैं जानता हूं यह सब जल्दबाजी हो रहा है पर मैं अपनी बेटी के लिए कोई गलत लड़का नहीं पसंद करूंगा मुझ पर भरोसा रखो लड़का सच में बहुत अच्छा है घबराने वाली कोई बात नहीं है बस तुम अवनी से बात कर लो ।

अवनी की मां अवनी के पास जाती है और बोलती है कि तुम्हारे पापा तुम्हारी शादी 2 दिन में करवाना चाहते है

देखो बेटा मै जानती हूं कि ये सब बहुत जल्दी हो रहा है पर अपने पापा के बारे में सोचो उन्होंने अपनी ज़बान दी है उनकी इज्जत अब तुम्हारे हाथ में है बेटा??

अवनी ( गुस्से से ) - पर मैं शादी नहीं कर सकती मुझे थोड़ा वक्त चाहिए मां आप समझती क्यों नहीं है पापा मेरी एक बात भी सुनने को तैयार नहीं है उनके स्टेटस के चक्कर में क्या मै अपनी लाइफ खराब करलू

(अवनी की मा अवनी को समझाती है )

ऐसी बात नहीं है बेटा तुम्हारे पापा तुमसे बहुत प्यार करते है तुम जानती हो ना तो वो कैसे कोई ग़लत फैसला ले सकते है क्या? तुम कुछ मत सोचो सब अच्छा होगा बेटा ये कह कर वह चली जाती है

अवनी को बहुत गुस्सा आता है और वो आलोक को फोन कर के सब बताती है

आलोक मै ये शादी बिल्कुल नहीं करूंगी क्या तुम मेरे साथ दोगे ???

आलोक -हां मै तुम्हरा साथ दूंगा पर तुम क्या करोगी???

अवनी – मै शादी वाले दिन यहां से भाग जाऊंगी अब और पापा की नहीं चलने दूंगी।

आलोक – क्या ??? तुम सच में ऐसा करोगी???

अवनी – हां बिल्कुल क्या तुम मेरे साथ हो???

आलोक – कोई जवाब नहीं देता ।

अवनी फिर पूछती है बोलो आलोक क्या तुम मेरे साथ हो??

आलोक -हां हां मै तुम्हारे साथ हूं ।

अवनी - मुझे पता था तुम मेरा साथ नही छोड़ोगे ।

फिर आलोक अवनी से कहता है कि मैं तुम्हरा मेरे घर पर वैट करूंगा मेरे मोम डैड घर नहीं है फिर आगे क्या करना है बाद मैं सोचेंगे ।

अवनी आलोक की बात मान लेती है

(शादी वाले दिन)

अवनी शादी का जोड़ा पहनें तयार होती है वो बाकी लड़कियों को कमरे से जाने के लिए बोलती है वो सब अवनी को अकेले छोड़ देती है अवनी गेट लॉक कर लेती है और भागने के बारे में सोचती है वो अपनी खिड़की से नीचे देखती है उसका कमरा घर के सबसे नीचे वाले फ्लोर पर ही होता जिसके की वो आराम से खिड़की से खुद सकती थी वो ऐसा ही करती है और थोड़ा दूर जा कर उसे एक ऑटो मिल जाता है वो सीधा आलोक के घर के बाहर उतरती है वो घर की ओर भड़ती है तो घर के भर लॉक लगा होता है वो आलोक को फोन करती है

आलोक (फोन पर) - अवनी मुझे माफ कर देना मैं उस टाइम सही गलत नही समझ पाया और तुमसे भागने को बोल दिया पर अवनी मुझे लगा था की तुम अपने घर वालो को समझा लोगी पर ऐसा नहीं हुआ तुम जानती होना की मुझे केलिफोनिया जाना था मैंने सब कुछ सोच लिया था की अगर तुम्हारे घर वाले मान जायेंगे तो हम सीधा केलिफोनिया जायेंगे पर मे भाग कर शादी नहीं करना चाहता था मैंने तुम्हे वाइस नोट भेजा था तुमने सुना ही नहीं मै केलियफोनिया जा रहा हूं हो सके तो मुझे माफ कर देना ।

अवनी - (रोते हुए) तुम ऐसा कैसे कर सकते हो प्लीज वापस आ जाओ देखो मैं तुम्हरा वैट कर रही हु तुम्हारे घर के बाहर प्लीज आ जाओ अवनी रोते रोते जमीन पर बैठ जाती है

आलोक फोन कट कर देता है अवनी वही बैठ कर बस फूट फूट कर रोने लगती है

तभी पवन बोलता है बस बस आगे तो सब मैंने देखा ही था

अवनी - तो यह थी मेरी अधूरी प्रेम कहानी

पवन प्रेम कहानी नही ये तो मुझे fraud कहानी लग रही है जब उससे भागना नहीं तो idea ही क्यों दिया???

अवनी - idea मेरा था उसका नही मैने ही फोर्स किया था उसे शायद तुमने स्टोरी ध्यान से नही सुनी??

पवन - हां बाबा आइडिया तुम्हरा था पर उसे तुमको रोकना चाहिए था अगर वो प्यार करता था और उसे खुद तुम्हारे पापा से बात करनी चाहिए थी।

अवनी (चिड़ते हुए) - देखो मैं तुमसे बहस नही कर सकती जो था तुमको बता दिया अब मैं जा रही हु सोने गुड नाइट ये बोल कर अवनी चली जाती है

क्या अवनी आलोक की यादों से बाहर आ पाएगी ???