Anjali Vashisht लिखित उपन्यास बैरी पिया....

बैरी पिया.... द्वारा  Anjali Vashisht in Hindi Novels
राजस्थान : रात का वक्त : मंदिर में एक लड़की दुल्हन के जोड़े में खड़ी थी । उमर करीब 19 साल । तीखे नैन नक्श , पतला सा चेहर...
बैरी पिया.... द्वारा  Anjali Vashisht in Hindi Novels
दक्ष ने संयम को बताया कि उस लड़की ने राठी को भगाने में मदद की थी तो संयम के मोबाइल स्क्रीन पर चलते हाथ रुक गए । और चेहरे...
बैरी पिया.... द्वारा  Anjali Vashisht in Hindi Novels
सीढ़ियों पर लड़खड़ाने की वजह से शिविका के पैर में मोच आ गई थी । शिविका ने अपने पेट पर रखे उस सख्त हाथ पर अपने दोनों हाथो...
बैरी पिया.... द्वारा  Anjali Vashisht in Hindi Novels
शिविका ने पंडित जी को प्रणाम किया और गठबंधन का कपड़ा और अपना लहंगा उठाए लंगड़ाते हुए मंदिर से नीचे उतर गई । शिविका गाड़ी...
बैरी पिया.... द्वारा  Anjali Vashisht in Hindi Novels
संयम शिविका के नजदीक बढ़ने लगा तो शिविका पीछे की ओर जाने लगी । उसका सीना बोहोत तेज़ी से अंदर बाहर जाने लगा । संयम ने उसक...