Hasy ka Tadka book and story is written by Devaki Ďěvjěěţ Singh in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Hasy ka Tadka is also popular in हास्य कथाएं in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
हास्य का तड़का - उपन्यास
Devaki Ďěvjěěţ Singh
द्वारा
हिंदी हास्य कथाएं
??घंटी ??
छबिली लैला से, " ये बात बात में तू घंटी क्यों बजाती रहती है ?"
लैला, "क्या करूँ यार तुझे तो पता ही है तेरे जीजाजी स्कूल मास्टर हैं , चिल्ला चिल्ला के मर जाती हूँ फिर भी उन्हें मेरी आवाज़ सुनाई नहीं देती है l"
"एक दिन गलती से घंटी बज गयी तो देखा ये दौड़े चले आए l तब से उन्हें बुलाने या कुछ कहने के लिए घंटी बजा देती हूँ "
????????
✍️?देवकी सिंह?
??मास्टर साब ??
मास्टर साब की नई नई शादी हुई थी
उनकी धर्म पत्नी उनके साथ थी l
तभी उन्हें घंटी की आवाज सुनाई देती हैं l
मास्टर साब अपनी पत्नी से , "चलो तुम्हारी क्लास का टाइम खत्म हो गया अब मुझे दूसरी क्लास के लिए जाने हैं l "
फिर क्या था उसके बाद
मास्टर साब ही घंटी की तरह बजने लगे l
घंटी छबिली लैला से, ये बात बात में तू घंटी क्यों बजाती रहती है ? लैला, क्या करूँ यार तुझे तो पता ही है तेरे जीजाजी स्कूल मास्टर हैं , चिल्ला चिल्ला के मर जाती हूँ फिर भी उन्हें ...और पढ़ेआवाज़ सुनाई नहीं देती है l एक दिन गलती से घंटी बज गयी तो देखा ये दौड़े चले आए l तब से उन्हें बुलाने या कुछ कहने के लिए घंटी बजा देती हूँ ️देवकी सिंहमास्टर साब मास्टर साब की नई नई शादी हुई थी उनकी धर्म पत्नी उनके साथ थी lतभी उन्हें घंटी की आवाज सुनाई देती हैं lमास्टर साब अपनी
मुंह चुलबुल अपनी बीमार दादी को मोहल्ले के डॉक्टर के पास दिखाने के लिए ले गयी डॉक्टर - मुह खोलो , दादी दादी - तुम्हारी बेटी, अपने मुहल्ले के बंटी के साथ पिक्चर देखने जाती है lबस इससे ज्यादा ...और पढ़ेमुंह मत खुलवाना नहीं तो तुम्हें हार्ट अटैक आ जायगा ️देवकी सिंह फैसला एक वकील का बेटा रोते हुए उसके पापा के पास गयाऔर बोला- पापा पापा मम्मी ने आज मुझे मारावकील ने उसे एक और थप्पड़ मारा और कहा -वकील का बेटा होकर इतना भी नहीं जानता की सुप्रीम कोर्ट के फैसलों की अपील हाई कोर्ट में नहीं
चुलबुल चुलबुल की मम्मी - चिल्ला चिल्ला कर मेरा मुह दर्द हो गया पर मेरी तो कोई सुनता ही नहीं है lचुलबुल- कैसी बातें करती हो मम्मी मैं सुनूँ या ना सुनूँ पापा तो आपकी हर बात सुनते हैंतभी ...और पढ़ेदादी उनको जोरु का गुलाम कहतीं हैं ️देवकी सिंहतूफ़ान मौसम विभाग अगले कई दिन तक आँधी तूफ़ान और बारिश की चेतावनी दे रहा हैं इसलिए अगर छत पर कोई काम होतो पत्नी को भेजें क्योंकि तूफान का मुकाबला तूफ़ान ही कर सकता हैमहिला हवलदार स्कूटी चलाती हुई महिला से -मैडम आपने बोर्ड नहीं देखा 40 में चलाना मना हैं महिला
# परफेक्ट मैच (विडंबना) #जो कभी कानून को अपने पैरों तले रौंदा करते थे जो कभी कानून को अपनी जेब में लेकर घुमा करते थे जो कभी कानून को अपनी जायदाद समझते थे वो आज उसी कानून को ...और पढ़ेफर्ज याद दिला रहे हैं वो आज उसी कानून से इंसाफ की भीख मांग रहे हैं वो आज उसी कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं दूसरों के जीवन को मक्खी मच्छर समझने वाले आज खुद के जीवन की भीख मांग रहे हैं जो कभी कानून को पांव की जूती समझ कर परफेक्ट मैच बताते थे वो
मम्मी : बेटा , मोबाइल छोड कभी किताबों को भी देख लिया करो सोनू : मम्मी , किताबों को जब भी देखता हूं तो मुझे नींद आने लगती हैं पता नहीं कौन सा भूत छिपा है इसमें मम्मी : ...और पढ़े, ला मेरी चप्पल पहले तेरा मोबाइल का भूत उतारू बाकी के भूत ख़ुद ब खुद उतर जाएगें बंटी था गबरू जवान तो हमारी बबली थीलाल गुलाब एक दिन अचानक हुई दोनों की अंखियां चारअंखियों ही अंखियों में बज गया दोनों के दिल का गिटार यहीं से हुई उनकी प्रेम प्रसंग की शुरुआत कभी पार्क में तो कभी एकांत