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साउंडलेस लव - उपन्यास
Sarvesh Saxena
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
कहते हैं इस दुनिया में प्यार ईश्वर का बनाया हुआ सबसे अनमोल जज्बात है अगर किसी रिश्ते में प्यार नहीं तो वह रिश्ता, रिश्ता नहीं बल्कि बोझ बन जाता है, ईश्वर ने प्यार करने का अधिकार सबको दिया है लेकिन उसी ईश्वर के बनाए हुए इंसान ने, इस समाज ने, अपनी झूठी सामाजिकता की दुहाई देकर, खोखले रीती रिवाज और मान मर्यादा की दुहाई देकर और इस प्यार को जाति, धर्म, लिंग, रंग और रूप मे बाँधकर कई लोगों से यह हक छीन लिया है | क्या सच में ऐसा होता है कि प्यार करने का हक भी सिर्फ कुछ लोगों को है?
कहते हैं इस दुनिया में प्यार ईश्वर का बनाया हुआ सबसे अनमोल जज्बात है अगर किसी रिश्ते में प्यार नहीं तो वह रिश्ता, रिश्ता नहीं बल्कि बोझ बन जाता है, ईश्वर ने प्यार करने का अधिकार सबको दिया है ...और पढ़ेउसी ईश्वर के बनाए हुए इंसान ने, इस समाज ने, अपनी झूठी सामाजिकता की दुहाई देकर, खोखले रीती रिवाज और मान मर्यादा की दुहाई देकर और इस प्यार को जाति, धर्म, लिंग, रंग और रूप मे बाँधकर कई लोगों से यह हक छीन लिया है क्या सच में ऐसा होता है कि प्यार करने का हक भी सिर्फ कुछ
आठ साल पहले…. एक सुबह …. जय हनुमान ज्ञान गुण सागर,जय कपीस तिहुं लोक उजागर, राम दूत अतुलित बल धामा,अंजनि पुत्र पवनसुत नामा महावीर विक्रम बजरंगीकुमति निवार सुमति के संगीकंचन बरन बिराज सुबेसाकानन कुंडल कुंचित केसा इसी कमरे ...और पढ़ेहनुमान चालीसा के मधुर शब्द सुनाई पड रहे थे, अगरबत्ती की भीनी भीनी खुशबू पूरे कमरे को सुगंधित कर रही थी कि तभी हनुमान चालीसा पूरी करके आकाश ने घड़ी पर नजर डाली तो वह खुद से ही बोल पडा “ ओ माय गॉड, नौ तो यहीं बज गये, हे भगवान..... अब ब्रेकफास्ट छोड़ो और जल्दी से यहां से निकलो वरना यह
आकाश को बड़ा गुस्सा आ रहा था, उसे बार-बार लग रहा था कि उसने उस लड़के के दो थप्पड़ क्यों नहीं मारे, इतनी बत्त्मीजी से बात कर रहा था और इसके बावजूद भी आकाश ने उसको कोई जवाब नहीं ...और पढ़ेलेकिन क्यों?? आज का तो दिन ही खराब है पता नहीं कैसे-कैसे लोग पाले पड़ जाते हैं, उसे यह बात नहीं समझ आ रही थी कि वह उसको कुछ कह क्यों नहीं पाया, वो तो बस उसकी और देखता रहा और उसकी बातें सुनता रहा आकाश यही सोचता सोचता अपने कंपटीशन के लिए चला गया, आकाश एक बहुत ही
उस लडके की बात सुनकर आकाश मुस्कुराते हुये बोला “ अच्छा ऐसी बात है? वैसे एक बात कहूं बुरा मत मानना” |ये सुनकर उस लडके ने बड़े आश्चर्य से कहा “ हां हां कहो भला बुरा क्यों मानूंगा” | ...और पढ़ेने कहा, “ तुम्हारे इंटरव्यू इसीलिए क्लियर नहीं होते हैं क्योंकि तुम इतने घबरा जाते हो और कोई भी कंपनी वाला ऐसे आदमी की जगह उस आदमी को रखेगा जो कभी भी कहीं भी किसी काम में घबराये नही इसलिए, तुम सबसे पहले ये घबराहट छोड़ो और फिर देखो क्या होता है” | यह सुनकर उसको अच्छा लगा तभी दोनों
एक दिन नमन ने आकाश को छेड़ते हुये कहा “ यार एक बात बताओ, मैं तुम्हे इतने दिनों से जानता हूं, बाहर घूमने जाता हूं, कमरे पर आता हूं लेकिन तुम मुझसे कभी किसी लड़की की बात नहीं करते... ...और पढ़ेक्या है?????भाईईई......” | आकाश शर्मा गया और हडबडाते हुये बोला “ वो....वो...यार वो ऐसा....... बस कुछ नहीं बस मुझे कहां.... इन सबमें.....” |वो बस इतना ही कह पाया | उसकी शर्माहट देखकर नमन और मजे लेते हुये बोला “ समझ गया.... बहुत शर्मीले हो, मतलब अभी कोरा कागज है यह दोस्त मेरा, किसी का नाम नहीं लिखा इसके दिल पर”