साउंडलेस लव - 4 Sarvesh Saxena द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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साउंडलेस लव - 4

उस लडके की बात सुनकर आकाश मुस्कुराते हुये बोला “ अच्छा ऐसी बात है? वैसे एक बात कहूं बुरा मत मानना” |

ये सुनकर उस लडके ने बड़े आश्चर्य से कहा “ हां हां कहो भला बुरा क्यों मानूंगा” |



आकाश ने कहा, “ तुम्हारे इंटरव्यू इसीलिए क्लियर नहीं होते हैं क्योंकि तुम इतने घबरा जाते हो और कोई भी कंपनी वाला ऐसे आदमी की जगह उस आदमी को रखेगा जो कभी भी कहीं भी किसी काम में घबराये नही इसलिए, तुम सबसे पहले ये घबराहट छोड़ो और फिर देखो क्या होता है” |



यह सुनकर उसको अच्छा लगा तभी दोनों को ध्यान आया कि उन्हे एक दूसरे का नाम तो पता ही नही है, तब दोनों ने एक दूसरे को अपना नाम बताया और तमाम बातें करने लगे, उस लडके का नाम नमन था, बातें करते करते कब उनका नंबर आ गया उन्हें पता ही नहीं चला |



आकाश का इंटरव्यू पहले हो गया और वो रूम से निकला तो नमन इंटरव्यू देने जाने लगा | आकाश ने उसे बेस्ट ऑफ लक बोला और चला गया |



नमन इंटरव्यु के लिये अंदर चला गया | कुछ देर बाद जब नमन इंटरव्यू देकर बिल्डिंग से बाहर आया तो उसने देखा कि आकाश बाहर खड़ा था |



उसे देखकर नमन को काफी अच्छा लगा और उसने “ कहा क्या बात है? तुम अभी तक रुके हो, तुम्हारा इंटरव्यू तो कितनी देर पहले ही हो चुका था” |



इस पर आकाश ने कहा “ लेकिन तुम्हारा तो नहीं हुआ था ना... मैं सिर्फ तुम्हारे लिए खडा था, मैंने सोचा कि मुझे पता तो चले कि तुम्हारा इंटरव्यू कैसा हुआ है” |

नमन ने हंसते हुए कहा “ यार ठीक हुआ है लेकिन जब नौकरी मिल जाए तो समझो वाकई में ठीक हुआ है” |



दोनों बहुत देर तक खडे बातें करते रहे और फिर एक दूसरे से हाँथ मिलाया और अपने अपने घर चले आए | उन दोनों को एक दूसरे से मिलकर अच्छा लगा इसलिये दोनों ने ही एक दूसरे का नंबर लेने के बारे में सोचा लेकिन इतनी जल्दी किसी का नंबर मांगना ठीक होगा या नहीं या फिर जिससे नंबर मांगा, वह क्या सोचेगा यह सब बातें सोचकर उन्होंने एक दूसरे का नंबर नहीं मांगा |



दो दिन बाद आकाश को पता चला कि उसकी नौकरी नहीं लगी है इसलिए वह दूसरी जगह इंटरव्यू देने के लिए चला गया | उसका मन उसे बार-बार नौकरी के लिए रोकता था लेकिन उसे लगता था पेट पालने के लिए नौकरी तो करनी पड़ेगी, चित्रकारी करके वह आखिरकार कितने पैसे कमा लेगा या फिर वह इतना फेमस चित्रकार हो जाता कि उसे मन मांगे पैसे मिल जाते, यही सब सोचकर अगले दिन फिर वह एक इंटरव्यू के लिए चला गया, जहां उसे दोबारा नमन मिला |



दोनों ने एक दूसरे से हंसकर हाथ मिलाया और नमन ने कहा “ क्या बात है इसका मतलब तुम्हारी भी नौकरी नहीं लगी है, चलो कोई बात नहीं, हम मिलकर ट्राई करते हैं, नौकरी तो लगेगी ही” |



ये सुनकर आकाश ने कहा “ क्या बात है आज बहुत कॉनफीडेंट लग रहे हो” |

नमन ने मुस्कुराते हुये कहा “ येस ब्रो, अब तुम्हारे जैसा दोस्त मिल जाये जिसको वो तो कॉनफीडेंट हो ही जायेगा” |



इस बात पर दोनों हंसने लगे तभी आकाश ने कहा “ यार एक बात सोचो......हम दोनों का बार-बार मिलना कोई संयोग नहीं हो सकता, मुझे लगता है भगवान चाहता है, हम दोनों एक अच्छे दोस्त बने” |



नमन ने कहा “ मुझे भी ऐसा ही लगता है, और तभी तो अब हम अच्छे दोस्त बन चुके हैं” |



दोनों काफी सारी बातों में लग गए और यह सिलसिला ऐसे ही चलता रहा | दोनों ने एक दूसरे का नंबर ले लिया और जब भी कहीं इंटरव्यू देते दोनों साथ देते | वो समय दोनों के लिये संघर्ष वाला था, नौकरी ढूंढते ढूंढते वो दोनो कब अच्छे दोस्त बन गये पता ही नही चला और एक दिन दोनों की नौकरी एक ही ऑफिस में लग गई |



नमन मार्केटिंग मैनेजर बन गया और आकाश इवेंट मैनेजर | अब दोनों एक साथ एक ही ऑफिस में काम करते थे | दोनों एक दूसरे को बहुत अच्छी तरह समझते थे, फिर कुछ महीनों बाद आकाश ने नौकरी छोड दी |

नमन ने उसे नौकरी ना छोड़ने के लिए बहुत कहा लेकिन पता नहीं क्यों उसे अब नौकरी करना बहुत मुश्किल लगता था, उसे ऐसे लगता था जैसे वो तमाम बन्दिशों मे हो | उसको हमेशा लगता था जिस चीज के लिए वह बना ही नहीं उसको वह आखिर कब तक और कैसे करें और इसीलिए उसने बहुत सोच समझ कर नौकरी छोड दी और बस पेंटिंग़ बनाने लगा, पर उससे दोनों की दोस्ती में कोई कमी नही आई, दोनों अक्सर मिलाजुला करते थे |


नमन बहुत ही स्मार्ट और रोमंटिक लड़का था जो आकाश को तरह तरह की बातें करके पकाता रहता था | नमन की एक खासियत थी कि वह अगर आकाश के पास बैठकर एक घंटा बातें करता तो उस घंटे में करीब चालीस से पचास मिनट तो वो सिर्फ लड़कियों की बातें करता था | वो ऐसा उतावला सा रहता जिसे देखकर आकाश को बहुत हँसी आती |



वो अपने दिल फेंक आशिकी के झूटे किस्से भी आकाश को खूब सुनाया करता और कहता

“ काश उसे कोई अच्छी लड़की मिल जाती, ऐसी वैसी गोरी काली छोटी मोटी कैसी भी चलेगी बस वो मुझे दिन रात प्यार करे” |

उसकी आशिक वाली शायरी और बातें सुनकर आकाश को बड़ा मजा आता और दोनों खूब हँसते |