साउंडलेस लव - 9 Sarvesh Saxena द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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साउंडलेस लव - 9

उसकी बात सुनकर नमन ने लगभग डांटते हुए कहा - "परेशानी है इसीलिए बोल रहा हूं, तुम्हें देखकर साफ साफ पता लग रहा है कि तुम अंदर से खुश नहीं हो, बस जिंदगी जी रहे हो, मेरी मानो तुम्हें प्यार की जरूरत है, कोई लड़की ढूंढ लो और शादी कर लो , मुझे देख रहे हो मैं भी कितना चिड़चिड़ा बहका सा रहता था लेकिन जब से पूजा मेरी लाइफ में आई है लाइफ एकदम बिंदास स्मूथ दौड़ रही है और पहले यह हिलती भी नहीं थी अपनी जगह से और कितना रिफ्रेश फील करता हूं मैं, हर चीज की आराम है, मन लगाकर काम करता हूं और घर जाकर आराम और रातों में बाहों मे बांहे डाल कर सो जाते हैं, जिन्दगी में है ही क्या ?



यही तो है जिन्दगी, और तू अकेला कब तक रहेगा यार, अरे मैं तो कहता हूं कोई झूठ मुठ की ही गर्लफ्रेंड बना ले कम से कम तेरा मूड तो अच्छा रहेगा और फिर तू अच्छी अच्छी पेंटिंग बनाएगा, मेरी बात मान एक अच्छी सी लड़की ढूंढ और शादी कर ले, तू कहे तो मैं ढूंढूं तेरे लिए लड़की को, तू तो जानता है मैं लड़कियों के मामले में कितना फास्ट हूं, अब मैं ही ढूंढ लूंगा तेरे लिए भी जैसे अपने लिए ढूंढ ली"|



शादी का नाम सुनते ही आकाश को गुस्सा आ गया और बोला, "क्या यार.. अपना लेक्चर बंद करो और मैं खुश हूं, मेरी टेंशन लेने की तुम्हें कोई जरूरत नहीं, मैं अपना ध्यान खुद रख सकता हूं, मैंने बोला ना मैं ऐसा ही हूं, मैं जैसा हूं मुझे वैसा ही एक्सेप्ट करो, तुम मेरे दोस्त हो यार दोस्त की तरह रहो, बात क्यों बना रहे हो, रही बात प्यार की तो मुझे किसी के प्यार की जरूरत नहीं है, मेरे पास प्यार के लिए फुर्सत ही नहीं है, मैं अपनी इन पेंटिंग्स बना कर खुश हूं तुम अपनी जिंदगी में खुश रहो बस "|



यह सुनकर नमन खामोश हो गया उसने कहा तो नहीं लेकिन उसे यह बात खराब लग गई |



आकाश की तेज आवाज सुनकर पुजा कमरे से बोली “ क्या हो रहा है?? यार तुम लोग कॉफी बना रहे हो या लड रहे हो, ये जरूर नमन अपनी बकवास कर रहा होगा आकाश से जो उससे सुनी नही जा रही होगी” |



दोनों किचन से कॉफी लेकर बाहर निकले और कॉफी मेज पर रख दी |



कॉफी पीते हुए पूजा ने कहा," क्या बात है तुम लोगों के चेहरे पर बारह क्यों बजे हैं जरूर इस नमन ने तुमसे कुछ कहा होगा, यह हमेशा ऐसा ही करता है, मुझसे भी ना जाने क्या-क्या बकवास करता रहता है, मेरा तो बड़ी जल्दी मूड ऑफ हो जाता है, आई होप तुम्हारा भी इसकी बकवास सुनकर मूड ऑफ हो गया है, कभी-कभी तो मैं सोचती हूं एक नया बॉयफ्रेंड ढूंढ लूँ” |



यह सुनकर सभी लोग ठहाके मार के हंसने लगे कि पूजा फिर बोली,



यह हुई ना बात तुम लोग ऐसे रोती हुई शक्ल के अच्छे नहीं लगते, ऐसा लगता है दो बंदर बैठे हो जिनकी रोटी छीन ली गई हो” | ये सुनकर उन दोनों को फिर हंसी आ गई |



नमन ने कहा " हां और तू बोलती हुई ऐसी लगती है जैसे कि कोई गधी रो रही हो” |

इस पर पूजा नमन को आज दिखाती हुई बोली “ हां जी बिल्कुल और गधी पर दिल तो तुम्हारा ही आया है तो इसका मतलब तुम मुझसे भी बड़े गधे हुए” |



यह सुनकर दोनों में फिर बहस होने लगी तो पूजा ने बात काटते हुए कहा “ अरे यह सब छोड़ो जो बात बताने के लिए हम लोग आए थे, वो तो भूल ही गए, कल शनिवार है और शनिवार रात पार्टी की रात होती है, आकाश तुम्हें कोई भी बहाना नहीं ढूंढना है, इस बार पार्टी में आना है, अरे पार्टी में आया करो कुछ नए दोस्त बनाओ, डांस करो ड्रिंक करो जीने का यही तो लुफ्त है और यही तो लाइफ है बाद में तो शादी करके बंध जाओ, जिम्मेदारियां निभाओ, घरवालों की सेवा, पति की सेवा फिर बच्चे पैदा करो और फिर उनके गंदे गंदे डायपर बदलो बस, यही जिंदगी रह जाती है और वैसे भी मै पूरे हफ्ते उन दवाइओं और मरीजों की बदबू से परेशान हो जाती हूं, बाई गॉड, पता नही कब लाइफ लग्जरी बनेगी, मैं तो यह नौकरी शादी के बाद बिल्कुल भी छोड़ दूंगी, मैं नहीं कर सकती उसके बाद फिर मैं कुछ नहीं जानती, मेरे सारे खर्चे नमन खुद उठाएगा” |



इस पर नमन हंसते हुए बोला “ अरे बेबी क्या बात करती हो, मैं तुम्हारी खर्चे तो क्या पूरा का पूरा तुम्हें ही उठा लूंगा” |



इस पर तीनो लोग फिर हंस पड़े तभी आकाश ने संकोच करते हुए कहा “ तुम जानती हो मुझे पार्टीज वगैरह पसंद नहीं, खासकर होटल और बार वाली पार्टी, वो रंग बिरंगी हाई बीम की लाइट कान फाड़ने वाला शोर, लोगों के झूठ मुठ के चेहरे जो अंदर से तो रोते हुए और बाहर से मुस्कुराते हुए दिखते हैं, यह हाई-फाई सोसाइटी वाली पार्टी तो मुझे बिल्कुल भी रास नहीं आती, जिनमें न जाने क्या-क्या होता है, कोई ड्रग्स ले रहा है, कोई दारू के नशे में अपने कपड़े उतार रहा है तो कोई किसी को मार रहा है कोई किसी के साथ जबरदस्ती कर रहा है, मेरे बस का नही है यार..... हां अगर कोई मिडिल क्लास वाली पार्टी होती तो मैं एक बार जाने की सोचता मगर इसमें नहीं, प्लीज यार तुम दोनों हो आओ, मैं घर पर ही सही हूं, घर पर कभी कुछ दोस्तों को बुलाकर हम पार्टी कर लेंगे वो ज्यादा सही रहेगा” |