एहसास प्यार का खूबसूरत सा - उपन्यास
ARUANDHATEE GARG मीठी
द्वारा
हिंदी फिक्शन कहानी
अरनव ( खुशी को संभालते हुए ) - आराम से बैठो आप यहां पर ....., और खुद का खयाल रखा करो ।
खुशी - मुझे क्या जरूरत खुद का खयाल रखने की , आप तो हैं न मेरा ...और पढ़ेरखने के लिए ।
अरनव ( हल्के गुस्से से ) - हां...., इसी लिए तुम खुद का ध्यान नहीं रखती । अब बताने का आप कष्ट करेंगी, कि आप ऐसा क्यों करती हैं....?????
खुशी (शरमाते हुए ) - ह ..... हां ..... आ..... आप .. म .... मु....मुझे ..... द ..... डा ..... डांटते ..... ह...हो।
एहसास प्यार का खूबसूरत सा❤️ ( भाग - 1 )अरनव ( खुशी को संभालते हुए ) - आराम से बैठो आप यहां पर ....., और खुद का खयाल रखा करो । खुशी - मुझे क्या जरूरत खुद ...और पढ़ेखयाल रखने की , आप तो हैं न मेरा खयाल रखने के लिए । अरनव ( हल्के गुस्से से ) - हां...., इसी लिए तुम खुद का ध्यान नहीं रखती । अब बताने का आप कष्ट करेंगी, कि आप ऐसा क्यों करती हैं....????? खुशी (शरमाते हुए ) - ह ..... हां ..... आ..... आप .. म .... मु....मुझे ..... द ..... डा
एहसास प्यार का खूबसूरत सा ( भाग - 2 ) आरव अपने कॉलेज में कोई स्पेशल ट्रीटमेंट कभी नहीं चाहता था इसीलिए प्रिंसिपल सर ने कभी आरव की असली पहचान नहीं बताई। मतलब के आरव द ग्रेट बिजनेस मेन ...और पढ़ेराजेश शर्मा का बेटा और उभरते हुए बिजनेस टाइकाॕन्न साथ ही युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत मिस्टर अरनव शर्मा का भाई है । ये बात सिर्फ कॉलेज के प्रिंसिपल और आरव के दोस्तो को जो कि बेस्ट फ्रेंड्स हैं उन्हें ही पता है जो हमेशा आरव के साथ रहते हैं । आरव जब कायरा को इस तरह खुद को घूरते देखता
एहसास प्यार का खूबसूरत सा ( भाग - 3) आदित्या - डेट्स ग्रेट आरव । ये तो बहुत अच्छी बात है । नील - या आदि , इट्स अ वेरी गुड न्यूज फॉर यू , आरव । आरव - ...और पढ़ेमेरी सांसे ऊपर नीचे हो रही है , के मैं इस बिजनेस को अच्छे से हैंडल कर पाऊंगा के नहीं और तुम लोग गुड न्यूज और ग्रेट बोल रहे हो । यार मुझे कितनी टेंशन हो रही है ये तुम लोग नहीं समझ रहे हो । राहुल - आरव , इसमें बुरा क्या है ? और ये तो कितनी अच्छी
एहसास प्यार का खूबसूरत सा ( भाग - 4 ) कायरा के घर सभी साथ में बैठ कर नाश्ता कर रहे थे तभी कायरा अपने पापा से कहती है । कायरा - पापा मैं जॉब करना चाहती हूं । ...और पढ़ेके इतना कहने पर ही सभी उसे आश्चर्य से देखने लगते हैं। और दादी तुरंत ही बोलती है । राधा जी - क्या जरूरत है नौकरी करने की ? शादी करने की उम्र में पढ़ाई कर रही है और अब नया भूत सवार हो गया नौकरी का । देवेश जी - मां , एक बार सुन तो
एहसास प्यार का खूबसूरत सा ( भाग - 5 )कायरा वैसे भी परेशान थी क्योंकि रास्ते भर उसे एक चुभने जैसी नज़र का पहरा परेशानी जैसे लग रहा था जो उसे बहुत ही ज्यादा इरिटेट कर रहा था ऊपर ...और पढ़ेअब आरव भी उसे घूरे जा रहा था कायरा मन में बोलती है। कायरा - एक तो कल रात में और आज रास्ते भर मैं उस नज़र का पहरा अपने ऊपर महसूस कर चुकी हूं और अब ये आरव । कहीं आरव ही तो नहीं था जो मुझे रास्ते में और रात में कहीं से
एहसास प्यार का खूबसूरत सा ( भाग - 6 )कायरा ( खुद से ) - यार आरव इतना भी बुरा नहीं है जितना के मैं उसे समझती हूं पर वो मुझे जब देखो तब घूरता क्यों रहता है ? ...और पढ़ेएक बात है उसके करीब आने से पता नहीं क्यू पर एक सुकून सा मिलता है । आखिर ऐसा क्यों होता है ? ( ऊपर आसमान की ओर देखते हुए ) भगवान आपको क्या लगता है ? ऐसा क्यों होता है ? एक चीज और भगवान , आप मुझे ये बताओ के मुझे आरव से
एहसास प्यार का खूबसूरत सा ( भाग - 7 )पहले कायरा आरव को थोड़ी देर तक शांति से देखती रही फिर जब आरव चुप हो गया और थोड़ी देर तक कुछ नहीं बोला तो कायरा बहुत जोर से हंसने ...और पढ़े। उसको हंसते हुए देख कर आरव ने अपनी गाड़ी साइड पर लगा दी और बड़ी - बड़ी आंखे कर कायरा को आश्चर्य से देखने लगा और फिर जब कायरा का हंसना बंद नहीं हुआ तो उसने कहा । आरव - मैंने कोई जोक्स मारे हैं? जो तुम इस तरह से हंस रही हो? उसके
एहसास प्यार का खूबसूरत सा ( भाग - 8 )कायरा आरव के केबिन में पहुंचती है और बाहर से ही नोक करती है और कहती है । कायरा - मे आई कम इन ! आरव अपने काम में इतना ...और पढ़ेरहता है के उसे कुछ सुनाई ही नहीं देता है । क्योंकि वो हर हाल में जल्दी से जल्दी अपना ऑफिस का काम ख़तम करना चाहता था । जब आरव कायरा के पूछने पर कोई रिप्लाई नहीं करता तो कायर तेज़ आवाज़ में वहीं दरवाज़े पर खड़ी हो कर कहती है । कायरा - में आई
एहसास प्यार का खूबसूरत सा ( भाग - 9 ) शिवानी ( झल्लाते हुए ) - अरे यार जल्दी करो ना , एक घंटे से सबके - सब सॉन्ग्स ही सेलेक्ट कर रहे हैं लेकिन अभी तक एक भी ...और पढ़ेसेलेक्ट नहीं हुआ है किसी के लिए भी । सौम्या ( उसे समझाते हुए ) - हो जायेगा यार पर तू इतना ज्यादा पैनिक मत कर । राहुल ( शिवानी का साथ देते हुए ) - सही तो कह रही है शिवानी , इतनी देर से एक सॉन्ग भी सेलेक्ट नहीं कर पा रहे हैं हम
एहसास प्यार का खूबसूरत सा ( भाग - 10 ) राजवीर रूम से निकल कर विनय के साथ बाहर आता है और कहता है । राजवीर ( गुस्से से ) - विनय जल्दी चल, कार निकाल मुझे अपने अड्डे ...और पढ़ेजाना है। विनय - पर भाई अभी तो पूरा दिन बचा है कॉलेज का। राजवीर - मुझे नहीं पता , मुझे अभी पीना है। ( थोड़ी देर पहले हुए इंसिडेंट के बारे में सोचते हुए ) ये सब पक्का उस आरव का किया धरा है, अच्छा - खासा डांस कर रहा था । पता
एहसास प्यार का खूबसूरत सा ( भाग - 11 )कायरा थोड़ी देर पहले के आरव के गुस्से को ले कर सोच रही थी । कायरा ( मन में सोचते हुए ) - आखिर बात इतनी कैसे बिगड़ गई के ...और पढ़ेमेरी तरफ एक बार भी देख तक नहीं रहे हैं । कॉलेज से आने के बाद से तो उन्होंने मुझसे मिलना तक जरूरी नहीं समझा । पर क्यों ? ऐसा क्या कर दिया है मैंने ? ( कुछ पल अपनी चेयर पर बैठ अपने चेहरे को अपने हाथों से ढंकते हुए ) उससे भी ज्यादा हैरान
एहसास प्यार का खूबसूरत सा ( भाग - 12 )आखिर कार थोड़ी लम्बी रात के बाद या ये कहें सभी की कल की थकान के बाद एक मीठी सी, गुनगुनाती सी, हल्की सी ठंडक और हल्की सी धूप के ...और पढ़ेसुबह हो ही जाती है । जिससे सभी की नींद खुल जाती है और सभी लोग अपने - अपने कामों में व्यस्त हो जाते हैं । इधर तब तक आरव भी उठ जाता है और रात भर बिना डिस्टर्बेंस के सोने के कारण उसकी नींद भी रोज से थोड़ा जल्दी ही खुल जाती है । उठते ही साथ आरव
सौम्या आदित्य के साथ फिर से डांस करने लगती है । थोड़ी देर बाद डांस करते हुए ही सौम्या की नज़र रूही और राहुल पर जाती है जो एक - दूसरे के हाथ में हाथ डाले, एक - दूसरे ...और पढ़ेआंखों में देख रहे थे और साथ ही साथ अपने कदम भी थिरका रहे थे शायद किसी गाने के बोल उनके जहन में चल रहे थे और वो उसी को महसूस करते हुए एक दूसरे के आंखों में खो गए थे , मानों एक - दूसरे की आंखों में खुद को ढूढ़ने की कोशिश कर रहे हों। तो वही हाल
राजवीर का कायरा से इस तरह से बात करना , उसे गंदी नज़रों से देखना और उसके करीब आना, आरव के लिए बर्दास्त के बाहर था । राजवीर की हरकतें आरव और आदित्य बहुत ही ध्यान से देख रहे ...और पढ़े। जब राजवीर कायरा से अपनी बात कह कर ख़तम करता है तो आरव बहुत ज्यादा गुस्से में आ जाता है । आरव गुस्से में अपने हाथों की मुट्ठी को टाइटली बांध लेता है और राजवीर की ओर उसे मारने के लिए कदम बढ़ाता ही है के आदित्य उसका हाथ पकड़ लेता है । आरव का हाथ आदित्य के पकड़ने
आज आरव जल्दी ही कॉलेज पहुंच गया था या ये कहूं के पहुंचाया गया था। अब ये तो होना ही था। आखिर राहुल साहब को अपने प्यार का एहसास जो हो गया था। तो बस , अब राहुल को ...और पढ़ेहुआ है, तो इतना तो तय था के उसके प्यार को उससे मिलाने के लिए पापड़ तो सभी दोस्तों को ही बेलने थे। इसी कारण आज सारे दोस्त कैंटीन में बैठ कर अपनी - अपनी वाली का इंतजार कर रहे थे । अब इन सब में बेचारा रेहान , गेहूं के साथ घुन की तरह पिस रहा था☹️??? या ये
आरव के चेहरे पर कायरा को ले कर परेशानी साफ झलक रही थी । वो कॉलेज से निकल कर रोड पर तेज़ रफ्तार में गाड़ी चलाए जा रहा था। रूही पीछे की सीट पर कायरा का हाथ पकड़े बैठी ...और पढ़ेऔर उसका सिर अपने हाथ से सहला रही थी। कायरा अब तक कमजोरी की वजह से बेहोश हो चुकी थी , उसका सिर रूही के गोद में था। रूही उसे बार - बार होश में लाने की कोशिश कर थी । रूही ने कायर के सिर छुआ तो वह तप रहा था । रूही ने परेशानी और साथ में नम
सुबह - सुबह देवेश जी बाहर टहलने के बाद बालकनी में आकर अपनी फेवरेट चेयर पर बैठे न्यूज पेपर पढ़ रहे थे । तभी मालती जी उनके लिए चाए लेकर आयीं और देवेश जी को चाए देकर बोली । ...और पढ़ेजी - जी....!!! लीजिए आपकी सुबह की चाए । देवेश जी न्यूज पेपर को साइड में रखी टेबल में रखते हैं, और मालती जी के हाथ से चाए का कप ले लेते हैं । मालती जी चाए देने के बाद वापस जाने के लिए कुछ कदम बढ़ाने लगती है, तो देवेश जी पीछे से उनका हाथ पकड़ लेते है और
शाम को सभी दोस्त अपने फेवरेट रेस्टोरेंट में डिनर करते है , जहां सभी रेहान को भी बुला लेते हैं और आज की अंशिका की बातों को याद कर सभी हंस रहे होते हैं , और रेहान कुछ ज्यादा ...और पढ़ेखुश हो रहा होता है । अब रेहान क्यों इतना ज्यादा खुश क्यों हो रहा था, ये तो वक्त ही बताएगा । पर उसके साथ - साथ ही सभी खुश थे । कायरा का भी दिन आज अपनी फैमली के साथ ही बीत जाता है , बचे हुए समय में वह अपनी सब्जेक्ट्स की बुक्स पढ़ कर अपना समय निकाल
तीनों ही ऑडिटोरियम के अंदर आए । आरव दरवाज़े की ओर ही देख रहा था । जब उसने तीनों को आते देखा तो फटाक से उनके सामने हाज़िर हो सीधे कायरा से प्रश्न किया । आरव ( कायरा को ...और पढ़ेकी नज़रों से देख कर कहता है ) - कायरा !!! तुम ठीक तो हो ना???? इतना लेट कैसे हो गई ??? तुम्हारी ......., तुम्हारी तबियत तो ठीक है ना । जबसे मैंने तुम्हें तुम्हारे घर छोड़ा है, तब से तुमने मुझे एक बार भी अपनी खबर नहीं दी । कायरा कुछ बोलो ना , सब ठीक तो है ना
दूसरे दिन सूरज निकल चुका था और सभी कॉलेज पहुंच चुके थे ।आज सभी कॉलेज टाइम पर आ गए थे । पर मीशा नहीं आई थी । शायद कल की बेज्जती का सदमा , मीशा को कुछ ज्यादा ही ...और पढ़ेगया था । आते ही सभी ने अपनी - अपनी डांस प्रैक्टिस स्टार्ट कर दी सिर्फ रेहान को छोड़ कर क्योंकि मीशा आई नहीं थी । और कहीं न कहीं मीशा के कल के बिहवियर के बाद, वह उसके साथ डांस करना भी नहीं चाहता था । तभी वहां पर अंशिका आ गई अपने दोस्तों के साथ । उसने आरव
आरव ऑडिटोरियम से निकल कर कैंटीन पहुंचा । वहां उसने पानी की बॉटल ली , और छोटू को पैसे देकर , वापस आने लगा । वह जैसे ही वापस मुड़ा उसे कैंटीन के कोने की टेबल पर अकेले बैठी ...और पढ़ेमीशा , आंसू बहाते हुए दिखी । आरव को उसे देख हैरानी हुईं , क्योंकि उसने मीशा का ये रूप पहले कभी नहीं देखा था , इवन मीशा ने शायद कभी किसी के सामने आंसू बहाए ही नहीं थे । आरव को मीशा के ऊपर थोड़ा सा तरस आया , वह उसकी ओर बढ़ा । पर दो - चार कदम
अंशिका रेहान की बताई हुई बातें बड़े ध्यान से सुन रही थी । जब रेहान ने अपनी बात ख़तम की तो अंशिका ने मुस्कुराते हुए उससे कहा । अंशिका - ओह....! तो ये बात है । एक प्रकार से ...और पढ़ेही हुआ , कि आपकी लाइफ में बहन की कमी पूरी हो गई और कायरा और रूही दीदी को एक बड़ा भाई मिल गया । रेहान ( कायरा और रूही को देखते हुए ) - हम्ममम , बात तो सही है । अंशिका ( भी रूही और कायरा को देखते हुए ) - वैसे कितनी अच्छी है ना दोनों ,
यहां सभी ऑफिस पहुंचते है । सभी अपने - अपने केबिन में चले जाते हैं । पर आदित्य वहीं धीमे - धीमे कदमों से अपने केबिन की ओर बढ़ रहा होता है । वह मन ही मन मीशा के ...और पढ़ेमें सोच रहा होता है । आदित्य ( मन में ) - मीशा माफी कैसे मांग सकती है , वो भी इस तरह , सभी के सामने रोते - बिलखते हुए । ( अपने गले पर हाथ रख कर पीछे से अपने बालों पर हाथ फेरते हुए ) मुझे मीशा का माफी मांगना हजम क्यों नहीं हो रहा ??? (
अगली सुबह सभी ऑडिटोरियम में थे । सभी अपनी डांस प्रैक्टिस कर रहे थे और कायरा स्टेज से नीचे बैठी , चेयर पर कुछ सोच रही थी । जबकि आरव आज जब से कॉलेज आया था , तब से ...और पढ़ेको लेकर लगातार किसी से बात कर रहा था । रेहान और मीशा का डांस आज भी नहीं जम रहा था । आरव ने बात खत्म करके कॉल कट किया और आदि को अपने पास बुलाया । आदि, सौम्या को आता हूं कह कर भागते हुए उसके पास आया । दोनों ने कुछ बातें की और आदित्य फिर से सौम्या
कायरा का उतरा हुआ चेहरा देख कर , सभी को हैरानी हो रही थी । सभी एक दूसरे का चेहरा देख रहे थे । रूही ने सभी की तरफ देखा , तो सारे दोस्तों ने इशारों में उसे, कायरा ...और पढ़ेबात करने के लिए कहा। रूही ने इशारों में ही हामी भरी , और उसने एक नजर आरव की ओर देखा । पर आरव एक टक , कायरा के मायूस चेहरे को देखकर , उसकी परेशानी का अनुमान लगा रहा था । रूही आरव से नजरें हटा कर , कायरा को देखकर उसके गालों पर हाथ रखा , और कहा
अगली सुबह कायरा रेडी होकर अपने घर से बाहर निकली , तो उसे अपने गेट के बाहर अपनी स्कूटी खड़ी मिली । वह अपनी स्कूटी को देखकर बहुत खुश हुई । कायरा अपनी स्कूटी के पास आयी और ...और पढ़ेचैक करने लगी । स्कूटी में पेट्रोल वगेरह सब था । वह समझ गई कि उसकी स्कूटी, आरव ने ही उसके घर पहुंचाई है । वह खुश होकर मन ही मन बोली । कायरा ( मुस्कुराकर खुद से ) - कितने अच्छे हैं ना आरव आप । ना ही मैंने स्कूटी लाने की लिए आपसे कहा , और ना ही कल
आज का दिन शायद सभी के लिए बहुत बड़ा होने वाला था । कुछ राज़ खुलने वाले थे , कुछ लोग अपनी कोशिशों को अंजाम देने वाले थे , कुछ अपनी दिल की बातों का इज़हार करने वाले थे ...और पढ़ेकुछ के ज़ख्म कुरेदे जाने वाले थे , तो कुछ के लिए मुश्किलें खड़ी होने वाली थी । कुलमिलाकर आज का दिन शायद , सभी की ज़िन्दगी का यादगार दिन बनने वाला था । बहुत कुछ होने वाला था, आज के इस पूरे दिन में, जिससे शायद सभी अंजान थे । कायरा और अनय ऑडिटोरियम के अंदर आए । उसी
कायरा परेशान सी रेडी होने के लिए जा ही रही थी , कि कहीं से घूमते - घामते अनय आ गया । उसने कायरा का उतरा हुआ सा चेहरा देखा तो कहा । अनय - क्या हुआ तुम्हारे चेहरे ...और पढ़ेबारह क्यों बजे हुए हैं ???? टेंशन हो रही है क्या ??? इतने हैंडसम बंदे के साथ अच्छे से परफॉर्मेंस दे भी पाऊंगी कि नहीं , सोच कर!!??? कायरा ने अनय की बात सुनी तो घूरकर उसे देखा और गुस्से से कहा । कायरा - आप कभी नॉर्मली बात नहीं कर सकते ??? जरूरी है इन्सान के खराब दिमाग को
आरव ने हैरानी से कायरा को देखा और उसके थोड़ा करीब आकर कहा । आरव - तुम रो क्यों रही हो ??? अभी भी कोई प्रॉब्लम बाकी है क्या??? बताओ मैं ठीक कर देता हूं । कायरा ( आरव ...और पढ़ेकहने से अपने खयालों से बाहर आती है , और अपने आसूं पोछते हुए , और आंखें चुराते हुए कहती है ) - नहीं ...., नहीं ...., वो मेरी आंखों में कुछ चला गाया था । शायद मेरी आंखों की पलकों के हेयर होंगे । इसी वजह से आंखों से आसूं निकलने लगे । आरव - ओह....., ( कायरा के
जब रूही ने राहुल की बात का कोई जवाब नहीं दिया , और उसने राहुल के सीने पर अपना सिर छुपाए रखा , तो राहुल को रूही पर प्यार के साथ - साथ, गुस्सा भी बेहद आया । पर ...और पढ़ेके इस गुस्से की वजह , रूही के फ़िक्र थी । उसने एक झटके से रूही को अलग किया और कहा । राहुल - बताओ रूही !!!! मैं कुछ ग़लत कह रहा हूं क्या?? रूही ( सिसकते हुए ) - गलत आप नहीं कह रहे......!!!!!! बल्कि गलत मेरी किस्मत, मेरे साथ कर रही है । लेकिन तब भी, जो भी
आरव ने अपनी सीट से खड़े होकर, अपने आस पास सभी जगह देखा , पर उसे आदित्य और सौम्या कही नहीं दिखे । उसे लगा , कि हो सकता है दोनों चेंज करने गए हो । यही सोच कर ...और पढ़ेवापस अपनी सीट पर बैठ गया । और फंक्शन इंजॉय करने लगा । इधर आदित्य सभी से छुप कर , सौम्या को खींचकर, वहीं ऑडिटोरियम के एक रूम में लाया , और रूम में आकर उसने दरवाज़ा अंदर से लॉक कर दिया । सौम्या हैरानी और घबराहट से उसे देख कर, तेज़ आवाज़ में बोली । सौम्या - आदि.......। व्हाट
रेहान और अंशिका स्टेज से नीचे आए , और उनके नीचे आते ही सारे दोस्तों ने उन्हें घेर लिया और एक - एक कर तारीफों के पुल बांधने लगे । दोनों में से सबसे ज्यादा अगर तारीफ किसी की ...और पढ़ेरही थी , तो वो थी अंशिका की । क्योंकि उसने समय रहते, बहुत ही बढ़िया आइडिया दिया था । जबकि रेहान का ध्यान सिर्फ और सिर्फ अंशिका के चेहरे पर, चमक रही स्माइल पर था । और मिशा को ये सब देखकर गुस्सा आ रहा था , क्योंकि ना ही वह आज डांस कर पाई और ना ही आज
राजवीर के लगातार कायरा को देख कर डांस करने से आरव का खून खौल रहा था । उसे लग रहा था , कि वह अभी स्टेज पर जाकर , वहीं पर राजवीर का मुंह तोड़ दे । पर अफसोस, ...और पढ़ेवह इतने सारे लोगों के सामने , ऐसा कुछ भी कर नहीं सकता था । वह तुरंत अपनी चेयर से उठा और सभी से कहा । आरव - तुम लोगों को भूक नहीं लगी है??? नील ( अपने पेट पर हाथ फिराते हुए ) - बहुत जोरों की लगी है भाई ....। सुबह घर से नाश्ता करके निकले थे और
रात के दस बज चुके थे। मालती जी , देवेश जी और अंश लिविंग रूम में बैठे, बार - बार दरवाज़े की ओर देख रहे थे । राधा जी अब तक अपने कमरे में सो चुकी थी ........., ...और पढ़ेबातें कायरा के बारे में सभी को सुना कर । अंश बार - बार कायरा को फोन कर रहा था , पर कायरा फोन नहीं उठा रही थी । उठाती भी कैसे ??? फोन बैग में रखा हुआ तब, और वो भी साइलेंट मोड पर । और कायरा का दिमाग , बस आरव और राजवीर की लड़ाई में अटका हुआ था
कायरा ने जब आरव की बात सुनी , तो उसका गुस्सा भी फट पड़ा । उसने आरव को गुस्से से देख कर कहा । कायरा - गलती आपकी नहीं थी, तो किसकी थी ???? मैंने कहा था क्या आपसे.... ...और पढ़ेकि राजवीर को मारिए , और उसे मार - मार कर अधमरा बना दीजिए ???? आरव ( गुस्से में कायरा को देख कर ) - वो इन्सान तुम्हारे साथ बत्तमीजी करे । तुम्हें गंदी नजरों से देखे । तुम्हें गलत इरादे से टच करे । और तुम मुझसे ये एक्सपेक्ट कर रही हो , कि मैं शांति से बस उसे
इधर नील ने रेहान को उसके घर से पिक किया और फिर रेहान के बैठते ही उसने अपनी कार, दोबारा ऑफिस की ओर बढ़ा दी , जिससे वह उसी रोड से आदित्य और राहुल का पीछा कर सके , ...और पढ़ेओर से उसने उन दोनों को जाते हुए देखा था। रेहान ने नील से कहा । रेहान - हम कहां जा रहे हैं और तूने इतनी हड़बड़ाहाट में मुझे क्यों रेडी रहने के लिए कहा ??? नील ( स्टेयरिंग घुमाते हुए ) - नहीं पता यार ....., राहुल ने मुझे हड़बड़ी में कुछ कहा ....., और मुझे उसकी इस बात
आरव ने कायरा के सवाल के जवाब में कुछ भी नहीं कहा , कायरा ने भी दोबारा सवाल नहीं किया । और बॉटल आरव की कार की बोनट पर रख कर , अपनी स्कूटी की ओर जाने लगी । ...और पढ़ेने सारे दोस्तों से घर जाने के लिया कहा, पर उसकी नज़र कायरा पर थी । मन में उसके उथल - पुथल मची थी , ये सोचकर कि कायरा जा कहां रही है ??? आदित्य ने आरव से कहा । आदित्य - पर भाई कायरा ??? आरव ( धीरे से कहा ) - उसे मैं घर छोड़ने जाऊंगा । डोंट
अगली सुबह सभी क्लास अटैंड करने के बाद , कैंटीन में बैठे थे । कैंटीन इन लोगों की फेवरेट जगह थी , जिसके लिए ये सारे दोस्त बाकी के काम छोड़ कर , यहां बैठना पसंद करते थे । ...और पढ़ेसच्ची बात बताऊं......., दोस्तों के साथ जो मस्ती कैंटीन में बैठ कर होती है , बाय गॉड ......., वो मस्ती किसी रेस्टोरेंट में बैठ कर हाई - फाई फूड खाने से , या फिर दारू पी के तेज़ आवाज़ के डीजे के गानों पर डांस करने से नहीं होती । दोस्त ना खुशियों की वो चाभी होते हैं , जिनके
मिशा की कॉफी ख़तम हो चुकी थी । उसने अपना कप , सामने रखी टेबल पर रखा और रामू को आवाज़ दी । मिशा - रामू......., रामू........, कहां मर गए ....????? रामू ( हड़बड़ाते हुए दौड़ कर आया और ...और पढ़े) - जी ......, जी मेमसाब ..........। मिशा - कहां चले गए थे तुम ? कब से तुम्हें आवाज़ दे रही हूं ....!!!! रामू - सॉरी मेमसाब, आपके लिए लंच तैयार करवा रहा था । इस लिए आने में थोड़ी देर हो गई । मिशा - अच्छा ठीक है । ये कॉफी का कप ले जाओ । और मेरे रूम
राजवीर कायरा की बात सुनकर हैरान था । तो उसे ऐसे हैरान होकर खुद को देखते हुए , कायरा ने जब देखा । तो गुस्से से उसे घूरकर, मुस्कुराते हुए कहा। कायरा ( राजवीर से ) - क्यों ....??? ...और पढ़ेऐसा नहीं किया था ? उस आदमी के इयर पिन में कैमरा फिट नहीं किया था तुमने, जिससे तुम लाइव, हमारे और तुम्हारे गुंडों के बीच हो रही हाथापाई, देख रहे थे ????? अब जब तुमने देखा ही था , तो बताओ , कैसा लगा तुम्हें लाइव शो ???? अच्छा लगा ........!!!!! तुमने जो एक्सपेक्ट किया था , वो तुम्हें
दोनों एक दूसरे की बाहों में खोए हुए थे और साथ में बहुत खुश भी थे । आंखों में बेतहाशा आंसू और खुशी के साथ - साथ चमक भी थी । तभी उनके कानों में नैन्सी की आवाज़ पड़ी ...और पढ़ेनैन्सी ( अपनी चेयर से उठकर , आखें फाड़े उन दोनों को देखते हुए ) - व्हाट अ फिल्मी पोज यार......। उसकी आवाज़ सुनकर कायर और आरव को होश आया और उनकी नज़र सीधे नैन्सी पर गई , जो वहीं अपने छोटे से केबिन में खड़ी उन्हें ही देख रही थी । उसके साथ जान्हवी , मनीष और राकेश भी
ऑफिस में आरव के केबिन में आदित्य आया और उसे छेड़ते हुए बोला । आदित्य ( चेयर पर बैठते हुए ) - क्या बात है , आज कल हवाओं में भी इश्क नज़र आ रहा है । आरव ( ...और पढ़ेसा आदित्य को देखकर कहता है ) - मतलब??? कहना क्या चाहते हो तुम???? आदित्य ( मुस्कुराते हुए ) - कहना क्या है ???? आज कल लोग कई - कई मिनटों के लिए , एक दूसरे की बाहों में खोए रहते हैं । इतना ही नहीं , उन्हें ये भी होश नहीं रहता कि लोग जाने कब से उन्हें ही
आरव उन सभी को देख कर मुस्कुरा रहा था और कायरा उसे देख कर । लड़कियों का ना यही होता है , जब उनके सामने दिल से अजीज कोई हो , तो वे सब कुछ भूल जाती हैं । ...और पढ़ेही कुछ इस वक्त कायरा के साथ हो रहा था । आरव की मुस्कान देख कर , वह खुद को सबसे बड़ा खुशनसीब समझ रही थी , कि वो अपने इश्क को कम से कम अपने सामने मुस्कुराते हुए तो देख पा रही है । इसी लिए कायरा इस वक्त ये भूल चुकी थी , कि उसे आरव से दूरी
आरव के ये कहते ही , कि वह ये बात जानता है कि उसके बिजनेस को किसने बर्बाद करने की कोशिश की है , ये बात जानकर सभी उसे हैरानी से देखने लगते हैं । आदित्य उससे कहता है ...और पढ़ेआदित्य - किसने किया है ये सब ???? बता आरव......, हम अभी उसकी पुलिस कंप्लेन करेंगे और उसे उसकी इस हरकत की , सज़ा भी देंगे । आरव - आदि.....!!!! वक्त नहीं है अभी ये सब बताने का । राहुल तू जाकर रूही को उसके घर ड्रॉप करने के बाद सीधे ऑफिस आ । रेहान, तू अंशिका शिवानी और सौम्या
यहां आरव , कायरा और जय के जाने के बाद , मिशा के एक आदमी को होश आया, जिसने मिशा से थोड़ी देर पहले बात की थी और वह मिशा का खास आदमी भी था । होश आते ही ...और पढ़ेसबसे पहले अपना मोबाइल फोन ढूंढा । उसे अपने आस - पास मोबाइल नहीं मिला , तो वह किसी तरह लंगड़ा कर चलते हुए , अपनी कार के पास आया । उसने कार का डोर ओपन किया और वह कार के अंदर जाकर बैठ गया । उसने अपने आस - पास नज़र दौड़ाई, तो उसे अपनी सीट के नीचे अपना
जय सभी को लेकर , महज दस मिनट में ही ऑफिस पहुंच चुका था । आरव उसके इस कृत्य से काफी प्रभावित हुआ , पर उसने राजवीर के सामने होने की वजह से उससे कुछ नहीं कहा। आरव ...और पढ़ेजय को कुछ इशारा किया और फिर वह राजवीर को लेकर ऑफिस के अंदर चला गया , उसके पीछे - पीछे कायर भी ऑफिस में आयी तब राजवीर को पता चला कि आरव के साथ कायरा भी थी । उन तीनो के जाने के बाद , जय ने कार के सारे शीशे लगाए और तुरंत अपना मास्क निकाल कर , कार
राजवीर ने विनय की हां सुनते ही तुरंत कहा । राजवीर - ये झूठ बोल रहा है । ( विनय से ) तुम झूठ क्यों बोल रहे हो विनय । मेरी तो तुमसे बात ही नहीं हुई है कल ...और पढ़ेविनय - नहीं राजवीर । मैं झूठ नहीं बोल रहा हूं । कल तुमने ही मेरे पास अपने आदमी को भेजा था । और उसके थ्रू तुमने मुझे बताया , कि मुझे मॉल जाकर कल क्या करना है । तुम्हारे कहने पर मैं कल जान बूझकर रेहान से टकराया था । उसके बाद तुम्हारे ही कहने पर मैं इन लोगों
विनय को छोड़ने के बाद आदित्य और रेहान, नील और राहुल के पास आ गए । यहां सभी के जाने के बाद मिस्टर शर्मा ने आरव की तरफ रुख किया और गुस्से से भर कर उससे सीधी तरह से ...और पढ़ेकिया । मिस्टर शर्मा - तुम जानते हो कि मुझे सीधी तरह से बात करने की आदत है , इसलिए जवाब भी मुझे सीधा सादा और तुरंत चाहिए ।( आरव ने उनकी बात पर सिर हां में हिला दिया , तो मिस्टर शर्मा ने कहा ) मुझे सिर्फ इतना बताओ आरव , कि जब तुमने कल तक राजवीर की सारी
इधर राजवीर को बार - बार आरव के द्वारा की गई अपनी बेज्जती और कायरा से माफी मांगना याद आ रहा था । उसने गुस्से से उबल कर , अपने पूरे कमरे के सामानों को तोड़ दिया था । ...और पढ़ेमिनट में ही उसने अपने कमरे का नक्शा ही बदल डाला था । रह - रह कर उसे आज की घटनाएं याद आ रही थीं । वहीं सब याद कर, गुस्से से उबलते हुए उसने खुद से कहा । राजवीर - ये तुमने ठीक नहीं किया आरव....। मेरे ही पिता के सामने तुमने मेरी बेज्जती की । मुझे तुम्हारी वजह
कायरा रास्ते पर अपनी स्कूटी दौड़ाए जा रही थी , और उसके पीछे जय के आदमी उसकी सेफ्टी को ध्यान में रखकर , उसके पीछे - पीछे चल रहे थे । एक से दो किलोमीटर चलने के बाद कायरा ...और पढ़ेमहसूस हुआ , कि कोई उसका पीछा कर रहा है । उसने तुरंत पीछे मुड़ कर देखा । लेकिन जय के आदमियों ने कायरा की हरकतों को भांप लिया और कायरा के पीछे मुड़कर देखते ही, उन्होंने अपनी कार की स्पीड एक दम मध्यम कर ली, जिससे वो लोग कायरा से काफी दूर हो गए । कायरा ने उन्हें देखा
गाना गुनगुनाते हुए कब कॉलेज आ गया , आरव को पता ही नहीं चला । जब उसे अपनी कार के सामने स्टूडेंट्स की भीड़ दिखी, तो उसे होश आया, कि वो कॉलेज पहुंच चुका है । उसने तुरंत अपनी ...और पढ़ेपार्किंग में लगाई और मिडिल सीट से अपनी कुछ बुक्स और नोट्स उठा कर , कार से नीचे उतरा और कॉलेज बिल्डिंग की ओर बढ़ गया । जाते - जाते वो पार्किंग में टू - विलर गाड़ी की लाइन्स में, कायर की स्कूटी ढूंढ रहा था । उसे उम्मीद थी, कि अब तक कायरा कॉलेज आ चुकी होगी । लेकिन
अनय से जब अपने दोस्तों के द्वारा , कायरा के लिए कहे हुए अपशब्द बर्दास्त नही हुए , तो उसने अपने दोस्तों में से एक की कॉलर पकड़ ली और उसकी आखों में गुस्से से देखते हुए बोला । ...और पढ़े- दोस्त है वो मेरी , तमीज से बात कर उससे...। और अगर दोस्ती का मतलब नही जानता , तो शांत रह । अपना ये घटिया मुंह और घटिया शब्द कहीं और जाकर इस्तेमाल कर , समझा......। कायरा अनय से उस लड़के को छुड़ाने के लिए , उसका हाथ कस कर पकड़ते हुए बोली । कायरा - प्लीज अनय, लीव
अनय आरव को देखकर मुस्कुरा रहा था , इसका कारण क्या था , ये तो सिर्फ अनय ही जनता था । इसके विपरित कायरा ने एक बार फिर अपना दुपट्टा कसा और खेलने के लिए वो एक बार फिर ...और पढ़ेहो गई । इस बार भी बॉयज ने ही बास्केट बॉल अपने हाथों में ली और उसे कायरा को देखते हुए जोर - जोर से जमीन पर मारने लगे । ये रोहन था , जो बॉल जमीन में बहुत जोर - जोर से अप एंड डाउन कर रहा था और उसका गुस्सा बॉल पर निकल रहा था , जिसे कायरा
कायरा ने डर के कारण अपनी आखें बंद कर ली थी , लेकिन जब उसे एहसास हुआ कि वह सही सलामत है , तो उसने अपनी आंखें खोली और अपने हाथ पर देखा , जिसमें उसे आरव की जगह ...और पढ़ेऔर की छुअन महसूस होने लगी थी । कायरा ने नज़र उठा कर सामने वाले इंसान की तरफ देखा , तो वह अनय था । ये देख कायरा को झटका लगा, फिर उसने उस तरफ देखा जहां से आरव आ रहा था , तो उसे आरव खुद से थोड़ी दूर में दिखा । कायरा का ये देखकर दिमाग खराब हो
कायरा को पंखे की हवा के नीचे बैठने के और ठंडी हवा के मिलने के बाद काफी अच्छा महसूस हो रहा था । उसकी नज़र अब वॉल घड़ी पर गई , तो उसे पता चला कि वो लगभग पंद्रह ...और पढ़ेसे वहीं बैठी हुई है । समय का आभास होते ही कायरा झट से उठ गई । साथ ही एसी और पंखे को बंद कर , अपने बैग को कंधे पर टांगते हुए , रूम से बाहर निकलकर, चलते हुए खुद से बोली । कायरा - चल कायरा , जल्दी से दोस्तों के पास जा । क्योंकि आज सुबह से
कायरा के चेहरे पर परेशानी के भाव आरव बहुत देर से भांप रहा था । वह उसके चेहरे से वजह पढ़ने की कोशिश कर ही रहा था , कि कायरा ने एक बार उम्मीद भरी नजरों से उसे देखा ...और पढ़ेआरव को उसे देखकर हल्का गुस्सा आ गया । और उसने उससे कहा । आरव - नो......। कायरा - प्लीज.....!!!!! आरव - नहीं...., बिल्कुल भी नहीं । पिछले बार मुंबई से बाहर जाना था , तो मैं समझ सकता था , लेकिन इस बार यहीं रहना है । और अगर इतनी ही पाबंदियां हैं तुम्हारे घर में , तो तुम
मिशा अपने घर के लॉन में बैठी मोबाइल चला रही थी , तभी उसे अपने घर में कार के रुकने की आवाज़ आती है । वो खुश हो जाती है , ये सोचकर कि उसके मॉम डैड आ चुके ...और पढ़े। वह उठ कर तुरंत उस तरफ बढ़ती ही है , कि तभी सामने देखते ही उसके कदम ठिठक जाते हैं । सामने से राजवीर चला आ रहा था , जो कि गुस्से से मिशा को घूर रहा था। उसे देखकर मिशा का मुंह बन जाता है और साथ ही उसे चिढ़ भी होती है , कि ये यहां क्या
मिशा के घर से आने के बाद , राजवीर ने अपनी गाड़ी घर के गेट पर बीच में ही खड़ी कर दी और जोर से कार के दरवाजे को बंद कर वह घर के अंदर की ओर चल दिया ...और पढ़ेराजवीर को इतने गुस्से में आया देख जहां एक ओर सारे नौकर डर गए वहीं राजवीर की मां , मिसेज तिवारी परेशान हो गईं । राजवीर अपने कमरे में बड़े कदमों से जाने लगा , तो नौकर को कुछ काम समझा रही मिसेज तिवारी उसकी ओर बढ़ गई । राजवीर दरवाजे तक ही पहुंचा कि मिसेज तिवारी बोलीं । मिसेज
इधर आरव ने कायरा को अपने केबिन में बुलवाया , लेकिज पियून ने उसे बताया कि वो इस वक्त ऑफिस में नहीं है , कहीं बाहर गई है । आरव - किसी को उसने बताया कि वह कहां जा ...और पढ़ेहै ...??? पियून - नो सर....., किसी को नहीं पता । पियून को ये बात पता नहीं थी , कि आदित्य और रेहान इस बारे में जानते हैं । आरव ने उसका जवाब सुनकर उसे जाने के लिए कहा और तुरंत जय को कॉल किया । जय ( फोन रिसीव करते हुए ) - गुड आफ्टर नून सर....। आरव -
आरव कायरा के हाथ से गिलास लेकर सामने रखी टेबल पर रख चुका था और कायरा अभी भी कहीं खोई सी अपने हाथ को देख रही थी । असल में आरव ने आज कायरा के हाथ को पकड़ कर ...और पढ़ेपानी पिलाया और दोबारा उसके हाथ से लेकर गिलास रखा, तो उसे हाथों में आरव के स्पर्श की एक मीठी छुअन का एहसास हुआ , जिसमें कायरा कुछ पल को खो चुकी थी । तभी उसके कानों में आरव की जोरदार आवाज आई। आरव - कायरा.......!!!!! आर यू हियर मी...??? ( कायरा अपने खोए पन से बाहर आई और आरव
रूही उन लोगों को घबराकर , लेकिन खुद में पूरी हिम्मत भरकर उन्हें देखती हैं और फिर कहती है । रूही - देखिए...., आप लोग हमारे रास्ते से हट जाइए..., वरना आप लोगों के लिए ठीक नहीं होगा । ...और पढ़ेलड़का - हमारे लिए...., या फिर तुम्हारे लिए..???? ( अपने दोस्तों से ) वैसे कुछ भी कहो, लगती तो कमाल हो तुम , बिल्कुल राजकुमारी की तरह....। दूसरा लड़का - हां ब्रो....., और अपनी इस खूबसूरती का मज़ा जरा हमें भी लेने दो राजकुमारी जी । ओह..., सॉरी .... सॉरी ...., क्या नाम है तुम्हारा..!!!! तीसरा लड़का - रूही....। दूसरा
कायरा ( हैरान होकर आरव से ) - आपने बिना मुझे बताए , या फिर बिना मुझसे पूछे उन्हें हां कह दी, कि मैं उनके यहां पार्टी अटेंड करने आऊंगी....!!!! इतना कहते हुए कायरा आरव को गुस्से से घूरने ...और पढ़े। तो आरव ने बेपरवाही से कहा । आरव - ओह प्लीज कायरा....!!!! डोंट टेक अनदर । मैं खुद पसंद नहीं करता ये बिजनेस पार्टीस वगेरह । लेकिन उन्होंने इतना ज्यादा इंसिस्ट किया , कि मुझे भी मजबूरन हां बोलना पड़ा । ( कायरा की तरफ देखकर ) और रही बात पार्टीस की , तो तुम्हें इसके लिए प्रेपर होना
मेहरा मेंशन के सामने मीडिया का तांता लगा था । बर्थडे पार्टी तो थी ही, लेकिन उससे ज्यादा बड़ी बात मीडिया वालों के लिए थी , शर्मा कंपनी ( आरव की कंपनी ) के साथ डील । जिसके पिक्चर्स ...और पढ़ेकरने , छोटे से छोटे और बड़े से बड़े न्यूज चैनल्स के रिपोर्टर्स इकट्ठा हुए थे । आरव ने जब मीडिया वालों को देखा , तो कार रोक दी और मीडिया की तरफ ही देखते हुए कायरा से बोला। आरव - यहां मीडिया वालों ने डेरा जमा रखा है। हमें इनकी नजरों में आए बिना ही अंदर जाना होगा ,
कांच की आवाज़ सुनकर सभी हड़बड़ा गए और सभी का ध्यान कायरा पर चला गया । गनीमत ये थी , कि म्यूजिक थोड़ा लाउड था , इस लिए उसकी आवाज सिर्फ वहां खड़े लोगों के कानो तक ही पहुंची ...और पढ़ेदूर डांस कर रहे लोगों , मिस्टर मेहरा और मिसेज मेहरा तक ये आवाज़ नहीं पहुंच पाई । आरव और कायरा अपनी सीट से उठ गए और आरव गुस्से से सौम्या की तरफ बढ़ा और उसने कहा । आरव - व्हाट इज दिस सौम्या...???? मुझे तुमसे ऐसी उम्मीद बिल्कुल भी नहीं थी । लग जाती अभी कायरा या किसी और
आखिर अब तक जो बातें ख्वाबों के दीदार में होती थीं उस सच ने आज हकीकत की ...और पढ़े तब्दीलियों का समा बांध ही लिया था ❤️ आखिर सच ही तो है , अब तक कायरा और आरव दोनों ख्वाबों में जीते थे और आज उन्होंने ये सब महसूस किया था , वो भी हकीकत में । अब देखना ये था , ये हकीकत और किन - किन हकीकत के राजों से पर्दा फाश करती है । राहुल घर पहुंच चुका था । वह अपने रूम का डोर ओपन कर अंदर आया ही था
पंडित जी की , सुनयना जी से कही बात , अब सच हो चुकी थी । कायरा आरव के जीवन में , अब पूर्णतः शामिल हो चुकी थी , एक अहम हिस्सा बनकर । ऐसा नहीं है , कि ...और पढ़ेदोनों एक दूसरे के जीवन में , पहले शामिल नहीं थे । थे...., दोनों ही शामिल थे...., पर न के बराबर । क्योंकि अभी से पहले तक , दोनों ही साथ होकर भी दूर थे , दोस्त होकर भी अजनबी से थे । निगाहों में उमड़ते प्यार के बाद भी , दोनों मुक्कमल प्यार से कोषों दूर थे । पर