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Shyambabu And SeX - उपन्यास
Swati
द्वारा
हिंदी नाटक
श्यामबाबू ने रात के आठ बजे दिल्ली के रेडलाइट एरिया में सड़क के किनारे, कोई कोना देखकर अपनी गाड़ी पार्क की और दस मिनट तक गाड़ी मेंही बैठा रहा और बैठे-बैठे यही सोचता रहा कि उसके जिस्म की हवस, उसकी ज़रूरत या फिर दूसरों पर ख़ुद को उजागर करने का डर उसे यहाँ लेकर आया है। अब उसने अपना चश्मा नाक से थोड़ा ऊँचा किया, एक बार खुद को शीशे में देखा, फिर धीरे से गाड़ी का दरवाजा खोला और सड़क पर चलने लगा।
उसने चारों और देखा तो उसे रंग बिरंगी लड़कियाँ नज़र आने लगी। किसी के कपड़े चमकीले है तो किसी का मेकअप। कोई उसे ईशारा करकर अपनी तरफ बुला रही है तो कोई उसे आवाज़ लगा रही है। अब उसके दिल की धड़कने बढ़ने लगी, उसका मन किया कि ज़ोर से कहे कि” कोई है जो मुझे लूट सकता है।“ मगर तभी उसके कंधे पर एक हाथ आया। उसने अपने दाई और देखा तो एक आदमी, मुँह में गुटका दबाए अपनी बत्तीसी दिखा रहा है। श्याम ने उसका हाथ हटाया और सख्ती से पूछा,
1 रेडलाइट एरिया श्यामबाबू ने रात के आठ बजे दिल्ली के रेडलाइट एरिया में सड़क के किनारे, कोई कोना देखकर अपनी गाड़ी पार्क की और दस मिनट तक गाड़ी मेंही बैठा रहा और बैठे-बैठे यही सोचता रहा कि ...और पढ़ेजिस्म की हवस, उसकी ज़रूरत या फिर दूसरों पर ख़ुद को उजागर करने का डर उसे यहाँ लेकर आया है। अब उसने अपना चश्मा नाक से थोड़ा ऊँचा किया, एक बार खुद को शीशे में देखा, फिर धीरे से गाड़ी का दरवाजा खोला और सड़क पर चलने लगा। उसने चारों और देखा तो उसे रंग बिरंगी लड़कियाँ नज़र आने
2 पुलिस की रेड श्याम को ध्यान से देखते हुए उसने कहा, “पानी उधर रखा है। श्याम ने सामने मेज़ पर रखी पानी की बोतल को उठाया और एक ही बारी में आधी बोतल खाली कर ...और पढ़ेथैंक्स !!! अब उसने चाँदनी को गौर से देखा, साँवला रंग, स्कर्ट के साथ ब्लाउज़ पहना हुआ है, हल्का मेकअप, बालों में चोटी गूँथी हुई है। वह भी उसे गौर से देख रहीं है। अब उसने पूछा, यह आसपास के कमरे खाली क्यों है? क्यों वहाँ जाना है? उसने ज़वाब नहीं दिया तो वह ही बोल पड़ी, “जो
3 वो आ गई!!! अब श्याम ने अपनी ज़ेब से रूमाल निकाला और मुँह पर बाँधकर चुपचाप पीछे की सीढ़ियों से उतर गया । इंस्पेक्टर के जाते ही चाँदनी ने दूसरे कमरे में झाँका और हँसते हुए बोली, ...और पढ़ेनहीं, कहा कहा से आ जाते हैं, मुझे पहले ही इसके लक्षण ठीक नहीं लग रहें थें।“ वह सड़क पर दौड़ता हुआ अपनी गाड़ी तक पहुँचा और उसमे बैठते हुए जल्दी से गाड़ी वहाँ से निकाल ली। अब एक पेट्रोल पंप के पास गाड़ी रोक दी, यह पेट्रोल पंप उसके घर से ज्यादा दूर नहीं है। उसने गहरी सांस ली
4 डर श्याम माधुरी को लेकर धीरे कदमों से अपने कमरे में गयाI “आवाज़ मत करना, अम्मा सो रही है,” “तुम्हारी अम्मा तो हमेशा सोती रहती है I” माधुरी ने धीरे से ज़वाब दियाI अंदर जाते ही ...और पढ़ेधम्म से उसके पलंग पर गिर गईI वह उसके सामने रखी कुर्सी पर बैठते हुए पूछने लगा, पिंकी चली गई, मनीष के साथ? हम्म !! दोनों बहुत ख़ुश थेंI उसने लेटे-लेटे ही ज़वाब दियाI तुम्हें यहाँ देखकर मैं भी बहुत ख़ुश हूँ I उसके चेहरे पर मुस्कान हैI तुम्हारे पैसे, मैं कल लौटा दूँगीI अपने
5 भाग गई अम्मा लगतार दरवाजा बजाती जा रहीं हैं। मगर वह माधुरी को ही देखे जा रहा है। “अरे !!! खोलता है या पुलिस को बुलाओ ।“ अब उसे होश आया, उसने देखा कि वह सिरहाने को ...और पढ़ेपकड़कर लेटा हुआ है और कमरे में दूर-दूर तक माधुरी का नमो निशान नहीं है। फिर उसने घड़ी देखी, सुबह के सात बजे हैं। इसका मतलब मैं, सपना देख रहा था। अब वह मन मसोसता हुआ उठा और दरवाजा खोलने लगा। दरवाजा खुलते ही वह चिल्ला पड़ी, क्या !! कुम्भकरण की तरह सोया हुआ था, माधुरी के पापा आए