Shyambabu And SeX - 27 Swati द्वारा नाटक में हिंदी पीडीएफ

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Shyambabu And SeX - 27

27

गिफ्ट

 

 

श्याम ज्योति  की सोसाइटी के बाहर रुका,  ज्योति ने उसे थैंक्स बोलते हुए अंदर आने के लिए कहा৷ “नहीं,  फिर कभी, आज बहुत  देर  हो गई  है৷” “ठीक है, जल्द  ही मिलेंगे৷”अब वह जाने  लगी  तो उसने ज्योति को रोकते हुए टोका,

 

 

क्या यहाँ तुम अकेले रहती हो??

 

“हाँ, आधा किराया कंपनी देती है৷ सातवाँ फ्लोर फ्लैट न. 211 !!!” यह कहकर वह मुस्कुरा दी৷  यह पता था या इन्वाइट? “कुछ भी समझ लो৷” वह अब हाथ हिलाते हुए अंदर चली गयी৷ उसके एक आह!!! भरी और गाड़ी अपने घर की तरफ घुमा दीं৷ रास्ते में उसे तान्या का मैसेज आया कि  ‘कल  शाम सात  बजे,   उसके फ्लैट वसुंधरा में  उसका इंतज़ार करेगी’৷ उसने भी ज़वाब में  ‘ओके जान’ लिख दिया৷

 

अगली सुबह कॉलेज की छुट्टी है,  उसने राजेश झा को सुबह ही मैसेज करके कहा कि अम्मा की तबीयत बहुत खराब है,  वह आज कहीं नहीं जा सकता৷ राजेश  झा को तो खुद  उस गोली के असर ने  थका रखा था,  उसकी हालत तो ऐसी है  कि  वह बिस्तर से  उठ नहीं पा रहा  है, उसने भी ओके कहकर बात वहीं ख़त्म कर दीं৷ “इस बुड्ढे को क्या हो गया, लगता है, सारी हवा निकल गई৷"

 

नाश्ते के बाद,  वह बबलू की बेकरी पर पहुँच गया৷ चाहे वह रात को कितनी भी देर तक जागे, सुबह 6 बजे उसने बेकरी खोलनी ही खोलनी है৷ उसने श्याम को देखा तो मुस्कुराते हुए पूछा, “और मेरे शेर ज्योति के घर में एंट्री मिली या बाहर से ही टाटा बाय बाय!!

 

श्याम ने पहले टाइम देखा दस बजे हैं, फिर खुद ही एक खांडवी लेते हुए बोला,  “अभी तो सिर्फ इन्वाइट मिला है৷”

 

तो फिर सोच क्या रहा है?  भाई यह वही ज्योति है, जिसको पढ़ाने के चक्कर में तेरे कम नंबर आये थे और तेरे बाप ने तेरी ऐसी पिटाई की कि तुझे तभी से  सेक्सोफोबिया  हो गया৷ श्याम ने उसे घूरा৷

 

बड़ी जल्दी तूने मेरी परेशानी को बीमारी बनाकर नाम दे दिया और बात सिर्फ ज्योति की नहीं है, बाप के मरने के बाद के हालात भी मेरी इस निढाल हालत के जिम्मेदार है৷

 

जो भी है, शुरुआत तो ज्योति की वजह से हुई  न?? इसलिए वही तुझे सुपरमैन बनाएगी৷

 

अब श्याम ने  हाथ में  एक समोसा ले लिया “और तान्या का क्या होगा??”

 

तान्या को आये हुए चार दिन नहीं हुए और ज्योति  तेरा प्यार है, श्याम ৷

 

मैं  वन वुमन वाला  मैन हूँ৷

 

“फ़िलहाल तो सिर्फ तू मेल है৷’ श्याम ने सुना तो समोसा खाना वहीं छोड़ दिया৷

 

क्या मैन वही होता है, जिसे सेक्सोफोबिया न हो৷

 

“यह  तो जाकर किसी औरत से पूछ ৷” उसने मुँह बना दिया৷ “देख भाई, तान्या के साथ वन नाईट स्टैंड कर लियो৷”

 

अच्छा !! अगर वो सीरियस हुई तो...... उसका दिल तोड़ दूँ৷

 

कौन सा वो दुनिया की पहली लड़की होगी,  जिसका दिल नहीं  टूटा होगा৷ पहले भी टूट  चुका है, एक बार और सही৷

 

उसने बबलू को अब खा जाने वाली नज़रों से देखा, “ दिल टूटने का दर्द क्या होता है, तुझे क्या पता৷” अब वह आधा समोसा वहीं छोड़कर बोला,  “तेरी बेकरी का स्वाद आज तीखा है৷”

 

श्याम को जा तो रहा है,  मुँह मीठा करने৷ बबलू ने भी चिढ़कर ज़वाब दिया৷

 

उसने अब बुलंद आवाज में कहा, “ मैं आज तान्या से मिल रहा हूँ और वो मेरा डर खत्म करेगी और भगवान ने चाहा तो वहीं तेरी भाभी बनेगी৷

 

ठीक है,  पर किसी नेता की तरह आगामी चुनाव जैसी सूचना पूरी जनता को क्यों दे रहा है৷ उसने अब दुकान पर खड़े अपने नौकरो की तरफ ईशारा किया तो वह  झेंप गया৷ “मैं  तान्या के लिए गिफ्ट खरीदने जा रहा हूँ৷ चलेगा?”” नहीं भाई तेरे भाभी की आज से ओपन की क्लॉस शुरू होने वाली है, उसे छोड़ने भी जाना है৷

 

अब श्याम आर्चिज से तान्या के लिए एक ब्रासलेट खरीद रहा है कि गायत्री ने भी उसे शॉपिंग करते देख लिया, लेकिन इस बार उसे गुस्सा नहीं आया,  वह धीरे से बोली, “ज्योति के लिए ले रहा होगा, चलो इसे तो इसका प्यार मिला৷”