Heena katariya लिखित उपन्यास दर्द ए इश्क | हिंदी बेस्ट उपन्यास पढ़ें और पीडीएफ डाऊनलोड करें होम उपन्यास हिंदी उपन्यास दर्द ए इश्क - उपन्यास उपन्यास दर्द ए इश्क - उपन्यास Heena katariya द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ (128) 5.7k 15k 7 विकी यानी विक्रम ठाकुर अपने रहीस बाप की बिगडी हुयी ओलाद और दूसरी ओर स्तुति एक शांत लडकी पर वक्त आने पर अच्छे अच्छो को नानी याद दिला दे दोनो मे कुछ अच्छाईया हैं तो कुछ बुराईया भी है ...और पढ़ेकी शुरुआत होती है दोनों के अंत से पता है कन्फ़्युजन हो रहा है पर जब आप कहानी पठेगे तो पता चल जायेगा तो कहानी की शुरुआत करते हैं विकी फ़ार्म हाउस में चैर मे बैठे बैठे अपनी डायरी मे कुछ लिख रहा था तभी एक लड़की के चिल्लाने कि आवाज आती है विकी फ़िर भी डायरी मे लिख ही पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें नए एपिसोड्स : Every Sunday दर्द ए इश्क (22) 1.4k 3.1k विकी यानी विक्रम ठाकुर अपने रहीस बाप की बिगडी हुयी ओलाद और दूसरी ओर स्तुति एक शांत लडकी पर वक्त आने पर अच्छे अच्छो को नानी याद दिला दे दोनो मे कुछ अच्छाईया हैं तो कुछ बुराईया भी है ...और पढ़ेकी शुरुआत होती है दोनों के अंत से पता है कन्फ़्युजन हो रहा है पर जब आप कहानी पठेगे तो पता चल जायेगा तो कहानी की शुरुआत करते हैं विकी फ़ार्म हाउस में चैर मे बैठे बैठे अपनी डायरी मे कुछ लिख रहा था तभी एक लड़की के चिल्लाने कि आवाज आती है विकी फ़िर भी डायरी मे लिख ही सुनो अभी पढ़ो दर्द ए इश्क - 2 866 1.9k दो साल तक का वक्त बित जाता हैं विकी के फ़ाधर आज एयरपोर्ट पर किसीको पीक अप करने के लिए जा रहे हैं उस हादसे के बाद स्तुति के परीवार का कही भी पता नहीं चला आज तक किसी ...और पढ़ेभी नहीं पता की वे लोग अचानक बिना बताये कहाँ गायब हो गये विकी के पिताजी एयरपोर्ट पर पहुंचते है तभी वहा मीडीया की लाईन लगी हुयी थी सभी धर्मानद जी धर्मानद जी चिल्ला रहे थे विक्रम के पापा सब को ईग्नोर करते हुये देखते है तो विकी उनकी ओर आ रहा होता हैं जिससे उनके चेहरे पर बडी मुस्कान सुनो अभी पढ़ो दर्द ए इश्क - 3 564 1.3k विक्रम के पिता घर अकेले जाते है जिस वजह से विक्रम की माँ उसके पिताजी से पुछ्ती है की वह घर क्यों नहीं आया तो उनके पिताजी कहते हैं की उसे काम था इसीलिए वह बाद मे आयेगा एसा ...और पढ़ेकाम है जो घरवालो से भी बढ़कर है तभी विक्रम के पिताजी कहते हैं की जवान लडका खेलने की उम्र है तो खेलने दो उस पर विक्रम की माँ कहती हैं प्रेमा: सब जानती हूँ मैं आपका क्या मतलब है एक ही बैटा उसे भी जानवर बना दिया है आपने धर्मानद: तुम चुप ही रहो इस दुनिया मे शरीफ़ रहकर सुनो अभी पढ़ो दर्द ए इश्क - 4 495 1.1k विकी रूम में नाश्ता कर रहा था तभी एयरहोस्टेस फ्रेश होकर आती हैं जिस पर विकी उसे कॉम्प्लीमेंटस देता है तो वह थैक्यू कहकर नाश्ता करने विकी साथ ही सोफे पे बैठती है और दोनों कुछ बाते करते हैं ...और पढ़ेएयरहोस्टेस कहती है एयहोस्टेस : सो तुमने मुझसे यह क्यों नहीं पूछा कि मेरा नाम क्या है? विकी : नाम में क्या रखा है मुझे तो काम से मतलब है फिर चाहे तुम्हारा नाम पता हो या ना हो एयहोस्टेस : वेल धेटस स्ट्रेंज तुम पहले इंसान हो जो नाम नहीं जानना चाहता पर फिर भी माय नेम इज स्मृति सुनो अभी पढ़ो दर्द ए इश्क - 5 402 1.1k विक्रम घर पहूंचते ही अपनी मॉम को ढूंढ़ता है जब वह उन्हे कही नही मिली तो वह किचेन में देखता है वह बरतन साफ कर रही थी जिससे विक्रम को पता चल जाता है की वह किसी बात से ...और पढ़ेहै वह पीछे से अपनी मोम के कंधे पे सर रखते हुए मुस्कुरा रहा होता है जिससे उसकी मॉम उसकी ओर देखते हुए कहती हैं प्रेमा : (गुस्से में )आ गया तू अब याद आया कि घर पे तुम्हारी कोई मां भी है विकी : हमम.. क्या हुआ है प्रेमा : मतलब .. विकी : मतलब की आप बरतन साफ सुनो अभी पढ़ो दर्द ए इश्क - 6 (15) 438 1.1k विक्रम फ्रेश होने के बाद जैसे ही अपनी मॉम के पास जाता है तभी विक्रम की मॉम विकी को टेबल पर बैठने के लिए कहती है वह टेबल पर बैठे हुए ऐसे ही मोबाइल चेक कर रहा होता है ...और पढ़ेउसकी मां उसके लिए खाना परोसती है विकी जैस ही खाने की ओर देखता है वह खुश हो जाता है वह खाना स्टार्ट करता है तभी विकी को उसकी मॉम कहती है प्रेमा: एक और तुम्हारी पसंदीदा डीश है लेकिन वो तुम्हे खाना फीनिश करने के बाद मिलेगा विकी: अब कौन सा सरप्राइस है मा प्रेमा: पहले खाना तो फिनिश सुनो अभी पढ़ो दर्द ए इश्क - 7 (11) 294 999 वीकी खाई के पास ऐसे ही बैठा था। की तभी किसी लड़की के चिलाने की आवाज आती हैं । जिससे विकी इधर उधर देखता है । पर फिर वह सोचता है कि इस सुनसान जंगल में कोई कैसे आ ...और पढ़ेहै । लेकिन फिर से किसी लड़की के आवाज आती है। जिससे वह जिस दिशा से आवाज आ रही है । उस दिशा में आगे बढ़ता है । जब वह उस आवाज के करीब पहुंचता है तो देखता कि कुछ लड़के एक लड़की के साथ जबरदस्ती कर रहे थे। यह देखकर विकी का खून खोल उठता है। क्योंकि उसने चाहे सुनो अभी पढ़ो दर्द ए इश्क - 8 309 1k विकी मुस्कुराते हुए अपनी कार गेरेज में पार्क करता है । वह ऐसे ही सोचते सोचते घर के अंदर कब चला जाता है उसे पता ही नहीं चलता। वह बस अपने रूम की ओर जा ही रहा होता है ...और पढ़ेविकी मां उसे किचेन में से आवाज देती है। जिससे विकी जहां था वहीं खड़ा रह जाता है । विकी की मां उसे कहती हैं की - प्रेमा: विक्रम...? विकी: जी मां!! प्रेमा: इतनी देर तक कहां गए थे । तुमने थोडी देर के लिए कहां था । विकी: मां वो!! एक पुराना दोस्त मिल गया था । प्रेमा: ( सुनो अभी पढ़ो दर्द ए इश्क - 9 294 999 विकी जल्दी से रेड्डी होकर अपने घर से निकल जाता है । वह बस किसी भी तरह तान्या को दिमाग में से निकालना चाहता है। तान्या के बारे में सोचते सोचते मानो जैसे वह स्तुति के बारे में तो ...और पढ़ेही गया था । वह बस थोडी देर में ही सूझी के घर पहुंच ही गया था । जिस तरह सूझी दरवाजे पे तैयार खड़ी थी उससे तो विकी के चहेरे पे शैतानी मुस्कुराहट आ जाती हैं। करीब दो या तीन घंटे बाद विकी जब अपनी घड़ी की ओर देखता है तो उसे पता चलता है कि पार्टी में उसे सुनो अभी पढ़ो दर्द ए इश्क - 10 (11) 291 1k विकी अपने रूम में जाते हुए फिर से रेडी हो रहा था । तभी अचानक से उसकी नज़र सफेद शर्ट के साथ बलू शूट पे जाती हैं । जिस वजह से ना चाहते हुए भी उसे स्तुति की सारी ...और पढ़ेदिमाग में घूम रही थी । वह कब उन यादों में खो गया उसे पता ही नहीं चला। फ्लैशबैक विकी यूंही देख रहा था कि कोन सा शूट पहने तभी स्तुति उसके रूम के अंदर आते हुए कहती हैं । स्तुति: ओहोहो.... भई क्या बात आज तो बड़ी बॉडी दिखा रहे हो। लेकिन यहां तो लड़कियां है ही नहीं। तो सुनो अभी पढ़ो दर्द ए इश्क - 11 (14) 294 1.5k विकी तैयार होकर पार्टी मै हॉल की तरफ बढ़ रहा था। जब वह हॉल में देखता है तो लगभग सभी महेमान आ चुके थे । वह मुस्कुराते हुए अपने मोम डेड की ओर बढ़ता है । तभी विकी डेड ...और पढ़ेमुस्कुराते हुए स्वागत करते है । और बाकी गेस्ट से भी मिलवाते है । विकी सभी इंपॉर्टेंट लोगो से मिलकर ड्रिंक लेने के लिए बार पर जाता है । वह टेबल पर बैठे बैठे ऐसे ही सभी को देख रहा था । तभी उसकी नजर दरवाजे पर पड़ती है । जिस वजह से उसका खून खोल उठता है । दरवाजे सुनो अभी पढ़ो अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी કંઈપણ Heena katariya फॉलो