Vishwash book and story is written by सीमा बी. in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Vishwash is also popular in मानवीय विज्ञान in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
विश्वास - कहानी दो दोस्तों की - उपन्यास
सीमा बी.
द्वारा
हिंदी मानवीय विज्ञान
मेरी ये कहानी आप सब के समक्ष प्रस्तुत है।ये कहानी दो दोस्तों की अटूट दोस्ती की कहानी है। हमारा समाज आज भी एक लड़के और एक लड़की की दोस्ती को खुले दिल से स्वीकार नहीं कर पाता। ये कहानी दो दोस्तों के साथ साथ उनके परिवारों के बीच में एक प्यारे से रिश्ते की कहानी है। अभी तक जितनी कहानियाँ मैंने इस प्लेटफॉर्म पर लिखी हैॆ उनको आपसे प्यार मिला है जिससे मैं अभिभूत हूँ। आशा है कि आप सबको मेरी ये कहानी भी पसंद आएगी। प्लीज अपनी राय कमेंट के जरिए जरूर दीजिएगा। आपका लाइक और कमेंट हमें लिखने के लिए प्रोत्साहित करता है।
मेरी ये कहानी आप सब के समक्ष प्रस्तुत है।ये कहानी दो दोस्तों की अटूट दोस्ती की कहानी है। हमारा समाज आज भी एक लड़के और एक लड़की की दोस्ती को खुले दिल से स्वीकार नहीं कर पाता। ये कहानी ...और पढ़ेदोस्तों के साथ साथ उनके परिवारों के बीच में एक प्यारे से रिश्ते की कहानी है। अभी तक जितनी कहानियाँ मैंने इस प्लेटफॉर्म पर लिखी हैॆ उनको आपसे प्यार मिला है जिससे मैं अभिभूत हूँ। आशा है कि आप सबको मेरी ये कहानी भी पसंद आएगी। प्लीज अपनी राय कमेंट के जरिए जरूर दीजिएगा। आपका लाइक और कमेंट हमें लिखने
विश्वास (भाग -3)उमा जी के अंदर आते ही टीना की आँखों में सवाल थे जिन्हें पढ़ कर उनको जितना पता चला था, कह सुनाया। पोती के चेहरे पर दुख की लकीरें दादी देख पा रही थी।रात भर साथ वाले ...और पढ़ेसे कराहने की आवाज़े आती रहीं। सुबह नर्स टीना का चेकअप करने आयी तो टीना ने साथ वाले कमरे के पेशेंट के बारे में अपनी डायरी में लिख पूछा। "उनके पैर की हडडी टूट गयी है इसलिए वो दर्द में हैं, उनका ऑपरेशन हो रहा है"। नर्स बता कर और उसको सुबह की दवाई खिला कर चली गयी।नर्स के जाने
विश्वास (भाग --4)अब जब से टीना का एक्सीडेंट हुआ है वो बस टीना के पास ही रहती हैं। उमेश और मीनल सुबह उनका नाश्ता और दोपहर का खाना ले आते हैं। डॉक्टर के राउंड पर आने के बाद उनसे ...और पढ़ेकरके ऑफिस चले जाते हैं और मीनल बच्चों के स्कूल से वापिस आने तक घर फिर शाम को टीना के चाचा चाची दोनो से मिलने और उमा जी के लिए खाना लेकर। परिवार में सभी कह कह कर थक गये कि, "माँ हम सब हैं, टीना के पास बारी बारी रूक सकते हैं"। उनका बस यही कहना कि "मैं घर
विश्वास (भाग -6)"जी जरूर माँजी", कह मीनल ने उनके हाथ से मोबाइल ले कर चार्जिंग पर लगा दिया।धन्यवाद, मैं थोड़ी देर में आ कर ले जाऊँगीं।"बहन जी आपने कुछ खाया"? उमा जी ने पूछा तो वो बोली," एक बार ...और पढ़ेहोश आ जाए तभी कुछ खा पाऊँगीं"।"आपके पति बिल्कुल ठीक हो जाँएगे, चिंता मत कीजिए"। उमा जी ने दिलासा दी, तब तक मीनल ने एक प्लेट में सेब काट उनकी ओर बढाया, "माँजी आप थोड़ी बहुत खा लीजिए"। "धन्यवाद बेटा", कह सेब की एक फाँक प्लेट से ली।उमा जी--- "बहन जी आप के साथ जो आए थे, भाई साहब को
विश्वास (भाग --8)सरला जी के जाने के बाद दादी पोती की खामोशी से एक दूसरे से बातें करने लगी।अक्सर ऐसा ही होता था, जब टीना दुखी होती तो दादी चुप हो जाती थी क्योंकि वो जानती थी, अभी उसको ...और पढ़ेकहना मतलब दुखी करना है।रोज की तरह ठीक समय पर नर्स टीना को सैशन के लिए लेने आ गयी। 45 मिनट का सैशन होता है पर आज टाइम ज्यादा लग रहा था। आज डॉ. साहब ने टीना को कुछ कसरत करने का तरीका बताया जो उसको अपने आप बैठे -बैठे करने की कोशिश करनी है, दिन में 2-3 बार।उसके बाद