Khamosh Pyar book and story is written by prashant sharma ashk in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Khamosh Pyar is also popular in प्रेम कथाएँ in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. खामोश प्यार - उपन्यास prashant sharma ashk द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 93 88k Downloads 153.9k Views 11 Likes Writen by prashant sharma ashk पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें उपन्यास विवरण ब्लैक शर्ट, ब्लू जींस, आंखों पर काला चश्मा, स्टालिश बाल, कंधे पर बैग और हीरो साइकिल पर सवार होकर मानव अपने कॉलेज के लिए चल पड़ा था। यह उसके कॉलेज का पहला दिन था। हाल ही में स्कूल में टॉप करने के बाद शहर के टॉप कॉलेज में मानव का एडमिशन हो गया था। वह इस बात से काफी खुश था। हालांकि यह खुशी इस बात से कम से थी कि अब वो कॉलेज लाइफ को जीने वाला है। कॉलेज लाइफ को लेकर उसके कई सपने थे। वो हमेशा अपनी कॉलेज लाइफ के बारे में सोचता था कि जब वो कॉलेज में पढ़ाई करने के लिए जाएगा तो वो कैसा होगा। आज का उसका पूरा लुक उसके उसी सपने का एक अंश था। कॉलेज के गेट में प्रवेश करने के साथ ही उसके चेहरे पर एक अलग ही मुस्कान थी। कॉलेज की बिल्डिंग उसके सपनों को साकार करने का एक माध्यम उसे नजर आ रही थी। कॉलेज के यहां-वहां कई लड़के-लड़कियों के ग्रुप बने हुए थे। उसने अपनी साइकिल स्टैंड पर लगाई और झूमता हुआ अपनी क्लास की ओर जाने लगा। साइकिल स्टैंड से लेकर क्लास में पहुंचने तक उसकी नजर पूरे कॉलेज को ऐसे निहार रही थी जैसे कि कोई पिंजरे में बंद पक्षी आजाद होने के बाद अपने आसपास के पेड़-पौधे, फूल, पत्ते, मौसम को निहारता है। मानव भी आजाद हवा में उड़ जाने को आतुर था। उसे ऐसा लग रहा था कि मानों वो आजाद है, स्कूल की उन बंदिशों से जहां उसे पीरियड के अनुसार अपनी किताबों को बदलना पड़ता था। रोज एक ही यूनिफार्म में स्कूल जाना, फिर प्रे करना, फिर 6 घंटे तक क्लास में रहकर अलग-अलग विषयों में उलझे रहना। फिर घर जाना, फिर ट्यूशन, शाम को कुछ वक्त ग्राउंड में अपने दोस्तों के साथ गुजारना और फिर घर आकर अपना बैग उठाकर पढ़ाई में लग जाना। रात 11 बजे बिस्तर पर सो जाना और फिर अगले दिन का शुरूआत होती और वही रोज का रूटीन चलता रहता। More Interesting Options लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी Load More Best Novels of 2024 Best Novels of 2024 Best Novels of January 2024 Best Novels of February 2024 Best Novels of March 2024 Best Novels of April 2024 Best Novels of May 2024 Best Novels of June 2024 Best Novels of July 2024 Best Novels of August 2024 Best Novels of September 2024 Best Novels of October 2024 Best Novels of November 2024 Best Novels of 2023 Best Novels of 2023 Best Novels of January 2023 Best Novels of February 2023 Best Novels of March 2023 Best Novels of April 2023 Best Novels of May 2023 Best Novels of June 2023 Best Novels of July 2023 Best Novels of August 2023 Best Novels of September 2023 Best Novels of October 2023 Best Novels of November 2023 Best Novels of December 2023 //= $best_novels_two_yr_ago_links; ?> पूर्ण उपन्यास Episodes Novels खामोश प्यार- भाग 1 New ब्लैक शर्ट, ब्लू जींस, आंखों पर काला चश्मा, स्टालिश बाल, कंधे पर बैग और हीरो साइकिल पर सवार होकर मानव अपने कॉलेज के लिए... Read Free Novels खामोश प्यार- भाग 2 New तीन महीने के समय में भी दोनों की बात होने के बाद भी दोनों ही एक-दूसरे के लिए अपने दिल में एक सॉफ्ट कॉर्नर रखते थे। मानव... Read Free Novels खामोश प्यार- भाग 3 New कुछ देर तक कायरा ऐसे ही मानव के सीने से लिपटी रही, क्योंकि वो काफी डर गई थी। उसे लगा था कि आज वो बचने वाली नहीं है, परंत... Read Free Novels खामोश प्यार- भाग 4 New रात होने पर सभी अपने-अपने टेंट में चले गए थे। लगभग सभी सो चुके थे, परंतु मानव और कायरा की आंखों में नींद नहीं थी। दोनों... Read Free Novels खामोश प्यार- भाग 5 New कॉलेज में हुई इन प्रतियोगिताओं में गर्ल्स इंवेट में जहां कायरा नंबर वन बनी हुई थी, वहीं बॉयज इवेंट में मानव बाजी मार रहा... Read Free Read all episodes on App //= $best_novels_links; ?> //= $best_novels_prev_links; ?> //= $best_novels_two_yr_ago_links; ?>