एक तरफ है बनारस की 22 वर्षीय "रूही शर्मा" जो अपनी ही जिंदगी से बेहद परेशान हो चुकी है और अब उसकी जिंदगी में कोई नही बचा जिसको वो अपना कह सके और वही दूसरी तरफ है दिल्ली के 28 वर्षीय "राजवीर सिंघानिया" और अपने बिजनेस के साथ साथ अंडरवर्ड के भी बादशाह कहलाते है और राजवीर बहुत ही गुस्सैल स्वभाव का है पर जब उसने रूही को पहली बार देखा तो बस देखता ही रह गया और उस पर अपना दिल हार बैठा पर अगले ही पल उस से बेहद नफरत करने लगा तो क्या रूही, राजवीर की नफरत से बच पाएगी या उसकी जिंदगी बन जायेगी..!
Full Novel
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 1
ये कहानी है बनारस की रूही की जो अपनी जिंदगी से परेशान हो चुकी है आप उस की जिंदगी कोई नही बचा जिसे वो अपना कह सके। और दूसरी तरफ है राजवीर सिंघानिया जो है सिंघानिया ग्रुप कंपनी के सीईओ और अंडर वर्ड की दुनिया उन्हे डेविल के नाम से जानती है। राजवीर बहुत ही गुस्सैल स्वभाव का है पर जब राजवीर रूही को देखता है तो देखता ही रह जाता हैं और उस पर अपना दिल हार बैठता है पर अगले ही पल उस से बेहद नफरत करने लगता हैं तो क्या रूही, राजवीर की नफरत से बच पाएगी या फिर रूही, राजवीर की ज़िंदगी बन जायेगी.... ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 2
अमर ने गुस्से में चिल्लाते हुए, रूही से कहा, "तूने एक बार भी मेरी इज्जत की नही सोची, आज साबित कर ही दिया कि तू मेरी औलाद है ही नही।" बचपन से ही रूही अपनी सौतेली मां, बहन और भाई के जुल्म सहती आई है पर उस को लगता था कि उस के पिता उस से बहुत प्यार करते हैं पर आज उन्होंने भी साबित कर दिया कि रूही, उनके लिए कोई मायेने नही रखती हैं और वो अब अपने पिता पर एक बोझ से ज्यादा कुछ नहीं है। इस छोटी सी उम्र में आज रूही को इतना बड़ा ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 3
रूही अपने कमरे मे बैठ कर रो रही होती हैं तो उस के पास उस की सौतेली बहन रीना जाती हैं और रूही के बाल पकड़ लेती है और उस से गुस्से से कहती हैं, " अगर पापा को कुछ भी बताया ना तो तुझे घर के बाहर फिकवा दूंगी और मेरे पर्सनल लाइफ से दूर रहेगी तभी इस घर में जिंदा रह पाएगी...!" अपनी सौतेली बहन रीना की बात सुन, रूही रोते हुए कहती हैं, "मै तो तुम्हारी छोटी बहन हूं ना, तो मेरे साथ ऐसा मत करो और वो जो लड़का है ना जो तुम्हारा ब्वॉयफ्रेंड है ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 4
रूही को अपने लिए आवाज उठानी नही आती थी वो तो बस अपने ऊपर होने वाले सारे जुल्म सह भी चुप ही रह जाती थी। कोई भी उस के भोलेपन और मासूमियत का फायदा उठा सकता था। और क्योंकि उस की सौतेली मां कुसुम और सौतेली बहन रीना उस को मिले महीने के खर्च के रुपए जो रूही के पिता अमर अपने तीनो बच्चो को देकर जाते थे। वो भी उस से छीन लेते थे इसलिए वो कॉलेज की कैंटीन में पार्ट टाइम जॉब कर के अपना खर्चा निकाला करती थी, और इसी पैसों की कमी की वजह से ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 5
रूही की बात सुन, उस की सौतेली बहन रीना उस से कहती हैं, "जब तू घर के काम कर थी तो मैं तेरे पर कुछ तरस खाकर तेरे कमरे मे अपने खराब हो चुके कपड़े तुझे देने के लिए आई थी..!" रीना आगे कहती हैं, "तेरी अलमीरा में मुझे, तेरा ये सफेद लिफाफा मिल गया और जब मैंने इससे खोला तो उस मे से मुझे रुपए मिले और जब मैंने उन सब को गिना तो पता चला ये तो पूरे दो हजार रुपए है...!" रीना की बात सुन, रूही उस से कहती है, "तो अब ये मुझे दे दो, ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 6
अब रीना, रूही के द्वारा बचाए हुए रुपए लेकर रूही के कमरे से बाहर जाने लगती है तो रूही सिर पर लगी चोट और दर्द को सहन करके भी रीना को अपने कमरे से जाने से रोकने के लिए पीछे जाती हैं। तो रूही, रीना के हाथ को पकड़ लेती है जिस से रूही के हाथ पर लगा खून अब रीना के हाथ पर भी लग जाता हैं। रूही बार बार रीना से अपने द्वारा जुड़े हुए रुपए को लेने की कोशिश करती है। और जैसे तैसे कर के रूही अपने रुपए रीना से ले ही लेती है और ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 7
रीना, रूही को जब एक दम से छोड़ देती है तो रूही बहुत जोर से जमीन पर गिर जाती फिर रूही की सौतेली मां कुसुम अपनी बेटी रीना से पूछती हैं, "तू ठीक तो है न, इतना खून बह रहा है तेरा और इस करमजली (रूही की सौतेली मां कुसुम, रूही को इसी नाम से पुकारा करती है) ने तुझे इतनी चोट पहुंच दी और तूने कुछ करा क्यू नही....?" अपनी मां की बात सुन, रीना उन से कहती हैं, "क्या आप को लगता हैं ये मुझे चोट तो क्या हाथ भी लगा देगी न तो इसके उस हाथ ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 8
अपनी मां कुसुम के चले जाने के बाद, रूही की सौतेली बहन रीना रूही के कमरे से निकल जाती और अपने कमरे मे आकर कुछ रुपए ढूंढ रही होती हैं पर उस को कुछ मिलता ही नही है तो वो अपने आप से कहती हैं, "यार मैने कभी कुछ रुपए जोड़ के क्यू नही रखे...!" तभी रीना के कमरे की तरफ से कोई लड़का निकल रहा होता है तो वो रीना की बात सुन कर उस का मजाक उड़ाते हुए कहता है, "तू, रुपए तो तब जोड़ के रखेगी जब तू कुछ अपने पास रहने भी देगी, तुझे तो ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 9
अपनी बहन रीना की बात सुन, राजीव का पारा चढ़ जाता हैं और वो रीना के गाल पर एक रसीद देता हैं, अचानक हुए ये सब से रीना जमीन पर गिर जाती हैं और रोने लगती हैं। वही राजीव, रीना के बाल पकड़ के कहता है, "आज के बाद अगर तूने मुझसे इस तरीके से बात भी की न तो तेरे हाथ पैर तोड़ के रख दूंगा और हां, अपनी औकात में रह और अगर रूही मेरे बाप की पहली पत्नी की औलाद है ना तो तू भी मेरी मां के पहले पति की औलाद है तो तू भी ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 10
अपनी बेटी रीना की बात सुन, उस की मां कुसुम उस से कहती हैं, "क्या जरूरत पड़ गई थी उस (राजीव) के मुंह लगने की, जबकि तुझे पता तो है, उस को लड़कियों का ज्यादा बोलना पसंद नहीं है फिर क्यू बोली तू...!" अपनी मां कुसुम की बात सुन, रीना उन से कहती हैं, "एक तो आप के उस लाडले ने मुझे चाटा मार दिया और ऊपर से मुझे सौतेली बोल रहा था और साथ उस बदनसीब रूही से मेरी तुलना कर रहा था और तुम कह रही हो मैं उस के मुंह लग रही हु...!" अपनी बेटी रीना ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 11
दूसरी तरफ, दिल्ली में, रात का समय, रात के 11 बजे रॉयल गाड़ियों का एक काफिला किसी आलीशान बंगले आगे रुकता है, उन रॉयल गाड़ियों में से एक गाड़ी को छोड़ बाकी सभी गाड़ियों में से बहुत सारे ब्लैक यूनिफॉर्म पहने बॉडीगार्ड्स बाहर आते हैं। उन सभी बॉडीगार्डस का हेड बॉडीगार्ड, जो कि उस शक्श का पर्सनल बॉडीगार्ड भी है, उस शक्श की गाड़ी से निकल कर बाहर आता है और उस शख्स के पी ए को इशारा करता है जो अभी अपने बॉस यानी उस शक्श के बगल में बैठा होता है। उस शक्श के पर्सनल बॉडीगार्ड का ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 12
राजवीर अपनी सिंघानिया विला में अंदर आ जाता है तो उस का पी ए दीप उस से पूछता है, आप के लिए डिनर लगवा दे क्या...?" अपने पी ए दीप की बात सुन, राजवीर उस से कहता है, "हां, लगाओ मै फ्रेश होकर आता हु....!" और राजवीर अपने कमरे मे चला जाता है। राजवीर की बात सुन, उस का पी ए दीप उस से कहता है, "ठीक है बॉस..!" और वो सिंघानिया विला के माड्यूलर किचेन में जाकर वहा मौजूद शेफ से कह देता है और वहा से वापस सिंघानिया हॉल में आकर खड़ा हो जाता है। राजवीर अपने ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 13
सुबह का समय, बनारस में, रूही का घर, सुबह के चार बजे चुके थे, रूही की सौतेली मां कुसुम, के कमरे मे आती हैं और उस के ऊपर गरम पानी से भरी बाल्टी फेक देती हैं जब रूही को अपने शरीर पर दर्द महसूस होता है तो वह जल्दी से हड़बड़ाते हुए उठ जाती हैं और अपने बेड से बिलकुल चिपक के खड़ी हो जाती हैं। उस को बहुत ज्यादा दर्द हो रहा होता है उस के आंखो से अंशु बहे जा रहे होते है और उस का दर्द अनदेखा कर उस की सौतेली मां कुसुम उस के पास ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 14
रूही ने सारे कपड़े धो दिए होते है और अब वो कपड़ो से भरी बाल्टी को घर की छत सुखाने के लिए लेकर जाती हैं। वो एक एक कपड़े को अच्छे से निचोड़ कर सुखा ही रही होती हैं कि भूख की वजह से उस को चक्कर आ जाते है और वो छत पर ही बेहोश होकर गिर जाती हैं। वही दूसरी तरफ, दिल्ली में, सिंघानिया विला में, सुबह के चार बज रहे होते हैं और हमारा राजवीर उठ चुका होता है क्योंकि राजवीर को इंसोम्निया नामक बीमारी है ये एक स्लीपिंग डिसऑर्डर है और इसी बीमारी की वजह ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 15
अपने पी ए दीप की बात सुनने के बाद, राजवीर अब आराम से अपनी ब्लैक कॉफी विद आउट शुगर लगता है और साथ में अपने आई पैड में बिजनेस के कुछ आर्टिकल्स पढ रहा होता है। करीब 9 बजे, राजवीर अपने सिंघानिया कंपनी जाने के लिए ऑलमोस्ट रेडी हो जाता है और अपने सिंघानिया विला से बाहर आ जाता है जहा करीब सात ब्लैक कलर की बुलेट प्रूफ लग्ज़री कार खड़ी हुई होती है। और साथ में बहुत सारे ब्लैक ड्रेस पहने हुए बॉडीब्यूल्डर बॉडीगार्ड्स भी खड़े हुए होते है। और राजवीर के पीछे पीछे उस का पी ए ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 16
अब आगे, राजवीर के पी ए दीप के जाने के बाद, राजवीर कुछ देर तक अपने इटली वाले क्लाइंट फाइल देखता है और उस के बाद उस फाइल को वही डेक्स पर छोड़ देता है। और अब अपने केबिन में बनी शीशे के दीवार के सामने खड़े होकर कुछ सोच रहा होता है, राजवीर का केबिन उन की सिंघानिया कम्पनी के 25 वे फ्लोर पर होता है और उस के केबिन में 3 तरफ से शीशे की दीवार होती हैं। उन शीशो की दीवार के अंदर से बाहर का पूरा व्यू देखा जा सकता है पर कोई भी बाहर ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 17
अब आगे, राजवीर की बात सुन, अभिमान और तनवी, राजवीर के केबिन से निकल जाते है और बाहर आकर अभिमान से कहती है, "भाई, मुझे लगता है आप राजवीर भैया के लिए कोई लड़की ढूंढनी पड़ेगी, नही तो वो ऐसे ही काम करते करते अपनी पूरी जिंदगी निकल देंगे...!" तनवी की बात सुन, अभिमान उस से कहता है, "हां, और पर भाई की शादी नही हुई तो फिर मेरा नंबर केसे आएगा...!" अभिमान की बात सुन, तनवी उस को टोंट मारते हुए कहती है, "घर बसा नही और लुटेरे पहले ही आ गए...!" अभिमान को तनवी के कहने का ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 18
अब आगे, रूही के पिता अमर अब छत की सीढ़ियों से ऊपर की ओर बढ़ जाते है और जैसे वो ऊपर पहुंचते है तो उनके मुंह एक ही शब्द निकलता है, "रूही.....!" और वो चिल्लाते हुए रूही के पास पहुंच जाते है और उस को उठाने की कोशिश कर रहे होते है मगर रूही तो भूख से बेहाल होकर गिरी थी इसलिए उस को होश नही आ रहा होता है। और जब रूही के पिता अमर देखते हैं कि रूही को होश ही नही आ रहा है तो वो छत पर से ही अपनी दूसरी पत्नी कुसुम का नाम ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 19
अब आगे, जब रूही के पिता अमर देखते हैं कि रूही की सौतेली मां कुसुम जमीन पर गिर गई तो उस से कहते है, "तुम ठीक तो हो ना और आज तुम ने साबित कर दिया कि तुम रूही को उस की सगी मां से बड़कर प्यार करती हो तभी तो खुद गिर गईं पर रूही को कुछ नही होने दिया...!" रूही के पिता अमर की बात सुन, रूही की सौतेली मां कुसुम को न चाहते हुए भी कहना पड़ता है, "हां, अब मैं अपनी फूल सी बच्ची को तो चोट नही लगने दे सकती थी ना..!" साथ में ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 20
अब आगे, अपनी मां की बात सुन, रीना उन से कहती हैं, "तो क्या हुआ वो बदनसीब रूही की औकात है तो वही पहनेगी न और अगर कुछ कहे तो कह देना की घर के काम करने के लिए ये पहन लिए थे और बाद में अच्छे वाले कपड़े पहने लेगी...!" अपनी बेटी रीना की बात सुन, कुसुम उस से कहती है, "ये सही कहा तूने..!" और रीना की अलमारी से एक अच्छा सा सूट निकल लेती है और उस से कमरे से जाने लगती हैं। जब रीना ये देखती है तो अपनी मां कुसुम से कहती हैं, "अरे ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 21
अब आगे, रूही की सौतेली मां कुसुम की बात सुन, रूही के पिता कुछ सोचते हुए अपनी दूसरी पत्नी से पूछते हैं, " तुमने रूही के कपड़े, रीना के कमरे में क्यू रखे हुए है...?" रूही के पिता अमर की बात सुन, पहले तो रूही की सौतेली मां कुसुम कुछ समझ नही आता है कि वो अपने पति को क्या बोले पर फिर वो कुछ देर बाद कहती हैं, " वो मैने इन कपड़ो को प्रेस होने के लिए दिया था और फिर गलती से ये कपड़े रीना के अलमारी में रख दिए थे...!" रूही की सौतेली मां कुसुम ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 22
अब आगे, रूही के पिता अमर के रसोई घर से चले जाने के बाद, रूही की सौतेली मां कुसुम पैर पटकते हुए अपने आप से कहती है, " अब वो करमजली मटर पनीर की सब्जी खायेगी और मै और मेरी बेटी रीना ये करेले खायेंगे, एक बार जाने को इस करमजली के बाप को इस से सारा बदला ले लूंगी, कर के जितने मजे करने है अपने बाप के आने पर, फिर बताऊंगी तुझे तो...!" रूही के पिता अमर, रूही के कमरे में आ जाते हैं तो देखते हैं कि रूही के नया सा सूट पहन लिया है और ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 23
अब आगे, दूसरी तरफ, दिल्ली में, सिंघानिया कंपनी में, राजवीर अभी अपने केबिन में ही बैठा होता है तभी का पी ए दीप वहा आ जाता हैं और उस के केबिन के डोर पर नोक करता है तो राजवीर उस को अंदर आने की परमिशन दे देता है और फिर राजवीर का पी ए दीप अंदर आ जाता हैं। दीप के अंदर आने के बाद, राजवीर उस से पूछता है, " सारी तैयारी हो गई है ना कोई कमी तो नहीं रही है क्योंकि...!" राजवीर अपनी बात आधी ही छोड़ देता है और दीप को देखने लगता है। राजवीर ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 24
अब आगे, शिवानी मेहरा बार बार राजवीर के पास जा रही थी पर राजवीर उस की हरकतों को इग्नोर रहा होता है। शिवानी मेहरा अब प्रोजेक्टर पर अपने डील के बारे मे बता रही होती हैं और राजवीर का सारा ध्यान सिर्फ और सिर्फ प्रोजेक्टर पर ही होता है। फिर शिवानी जानबूझ कर राजवीर की गोद में गिरने की कोशिश करती हैं और शायद से राजवीर उस के इरादों को समझ गया था इसलिए एक टेढ़ी नजर से शिवानी को देखता है। अब शिवानी, राजवीर पर गिर पाती उस से पहले ही राजवीर अपनी किंग साइज कुर्सी को पीछे ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 25
अब आगे, शिवानी का राजवीर को ऐसे छूने से उस का गुस्सा अब अपनी लिमिट क्रॉस कर चुका होता और वही शिवानी का पति राहुल शर्म से पानी पानी हो रहा होता है वो उस मीटिंग हॉल से बाहर जाना चाहता है वही राजवीर का पर्सनल बॉडीगार्ड देव उस को पकड़े हुए होता है। वही शिवानी, राजवीर से कहती है, " मै तो तुम्हारी दीवानी हु, ये राहुल तो तुम तक पहुंचने का एक जरिया मात्र है बस, और मै आप बस तुम्हारी होना चाहती हू, वो भी पूरी तरह से...!" अब राजवीर, राहुल से कहता है, "लगता है ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 26
अब आगे, और रूही की सौतेली बहन रीना से इतने से कपड़ो को बस छत पर सुखाने मे ही आ रही होती हैं। फिर वो उन कपड़ो को उठाते हुए अपने आप से ही गुस्से से कहती हैं, " एक बार उस बुढ़ाऊ (रूही के पिता अमर) को जाने दे रूही फिर मैने तुझे तेरी औकात नही दिखा दी ना तो....!" रीना ने इतना बोला ही था कि रूही के पिता अमर अपने घर की दहलीज पर ही खड़े होते हुए, रीना से कहते है, " अरे रीना, जल्दी से कपड़े सुखा दे नही तो धूप तेज हो जायेगी ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 27
अब आगे, रूही के पिता अमर जल्दी से तैयार होकर फोन पर बताई हुई जगह पर पहुंचने के लिए जाते है और रूही की सौतेली मां कुसुम उन्हे शर्मा निवास के दरवाजे तक छोड़ने के लिए आती हैं। और रूही के पिता अमर के जाने के बाद, रूही की सौतेली मां कुसुम दनदनाते हुए रूही के कमरे में पहुंच जाती है और उस के बाल पकड़ते हुए उस से कहती हैं, " क्यू री करमजली बाप के आते ही पर निकल आए हैं तेरे जो हमारे लिए बनी मटर पनीर की सब्जी और परांठे चटकारे लेते हुए खा रही ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 28
अब आगे, रूही रोते हुए अपने कमरे मे चली जाती हैं और वहा अपना मुंह धोकर अपने कपड़ो को कर के बाहर आ जाती है उस की सौतेली मां कुसुम उस को कुछ रुपए देते हुए कहती है, " ये ले 500 रुपए और इस मे से तुम्हे 5 किलो आटा और 5 किलो चावल लाने है और बाकी बचे रुपए से आते हुए सब्जी और फल बगेरा भी लेती आना और शाम होने से पहले पहले घर आ जाना नही तो तेरी टांगे ही तोड़ के रख दूंगी, समझ में आया तुझे...!" अपनी सौतेली मां कुसुम की बात ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 29
अब आगे, करीब आधा घंटे बाद, रूही और वो दादा जी हाइवे वाली किराने की दुकान तक पहुंच जाते और उस दुकान को खुला हुआ देख, रूही अपने आप से कहती है, " हे बाके बिहारी आप का बहुत बहुत आभार...!" रूही की बात सुन, दादा जी उस से कहते है, " क्या बेटा इतनी सी बात के लिए भी कोई भगवान को परेशान करता है भला...!" दादा जी की बात सुन, रूही बस मुस्करा देती हैं क्योंकि उस की सौतेली मां कुसुम उस के साथ जो व्यवहार करा करती हैं उस की वजह से उस का राशन के ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 30
अब आगे, रूही की बात जब उस आदमी ने सुनी तो वो रूही को ऐसी देखने लगा जैसे वो पागल हो, पर जल्द ही उस के होटों पर एक टेढ़ी मुस्कान आ गई, उस ने रूही को ऊपर से नीचे तक देखते हुए कहा, "ऐ लड़की तुम्हे पता भी है ना कि तुम किस से बात कर रही हो...!" तभी किसी ने फुसफुसाते हुए कहा, ये आदमी तो..."मिस्टर राजवीर सिंघानिया है ना...!" तभी उस दूसरे ने उस से कहा, " ये लड़की तो आज काम से गई समझो...!" सभी रूही और राजवीर को घेर के खड़े हुए थे, तभी ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 31
अब आगे, रूही, राजवीर के हाथो से अपनी कलाई छुड़वाने की कोशिश कर ही रही होती हैं कि तभी रूही को अपनी कार के दरवाजे से सटा कर खड़ा कर देता है। अब राजवीर, रूही के बहुत करीब खड़ा होकर उस की आंखो मे देख रहा होता है और उस से गुस्से से कहता है, " तुम्हे माफी चाहिए थी ना तो वही दे रहा हु..!" रूही, राजवीर की बातो का मतलब समझ पाती उस से पहले ही राजवीर, रूही के होटों पर अपने होंठ रख कर उस को जबरदस्ती किस करने लगता है..! जिसे देख रूही के होश ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 32
अब आगे, रूही बस चुप चाप अपनी जगह पर खड़ी हुई थी, उस को कुछ समझ में नहीं आ होता है, कि उस को क्या बोलना है। उस फल वाले बूढ़े बाबा ने रूही के सामने अपने हाथ जोड का शुक्रिया अदा करा और वहा से चले गए। उन फल वाले बूढ़े बाबा के चले जाने के बाद रूही ने अपने उलटे हाथ से अपने होटों को साफ करा और अपने चारो तरफ देखने लग गई। वहा पर खड़ी हुई भीड़ अब रूही को ही देखे जा रही होती हैं। उनकी अजीब नजरो को अपने ऊपर महसूस कर रूही ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 33
अब आगे, उस 55 वर्षीय आदमी ने सुना तो था कि उस का बॉस बहुत ही खतरनाक और गुस्से है पर इतने सालो से उस कंपनी में काम करने के बाबूजुद उस ने कभी भी राजवीर को नही देखा था क्योंकि राजवीर की एक ही कंपनी भी बहुत सारी सारी ब्रांच पूरे दुनिया में मौजूद है और उस के पास तो बहुत सी कंपनियां है। पर आज खुद अपनी आंखो से राजवीर को इतने करीब से देख कर और साथ में उस ने अपने हाथ में गन पकड़ी हुई है तो उस 55 वर्षीय आदमी की हालत खराब हो ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 34
अब आगे, राजवीर के पर्सनल बॉडीगार्ड देव ने उस कंस्ट्रक्शन साइट के मालिक के मैनेजर को अपनी कार से कर घसीटते हुए ले जा रहे होते है उस की हालत तो राजवीर और अभय के पर्सनल बॉडीगार्ड के मारने से वैसे ही खराब हो चुकी थी और अब ऐसे कार के पीछे घसीटते हुए जाने से वो लगभग आध मरी हुई हालत में लग रहा होता है। तभी राजवीर को किसी आदमी का कॉल आता है और जिस को राजवीर रिसीव कर लेता है तो वो आदमी, राजवीर से कहता है, "बॉस, उन लोगो को हम ने ढूंढ लिया ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 35
अब आगे, वो आदमी मोहित, राजवीर से कहने लगता है, " डेविल, मुझे माफ कर दो...!" मोहित अपनी बात कर पता उस से पहले ही राजवीर ने उस के माथे के बीचों बीच में एक गोली मारकर उस को वही ढेर कर देता है और साथ में कहता है, "मुझे झूठ बोलने वालो से सक्त नफरत है...!" अपनी बात कहकर राजवीर, अपने पर्सनल बॉडीगार्ड देव से कहता है, " कही फेक दो इस को और कल के हर न्यूज चैनल पर इस की ही फोटो आनी चाहिए क्योंकि मेरे दुश्मनों को भी तो पता चलना चाहिए कि मुझ से ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 36
अब आगे, रूही दीवार से चिपक कर खड़ी हुई होती हैं साथ में रात का समय होने की वजह रूही को बहुत ज्यादा डर लग रहा होता है वही रोहित उस को अपनी गंदी नजर से ऊपर से नीचे तक कही बार देखने के बाद भी अपनी नजर रूही पर से नही हटाता है जिस से रूही को बहुत ज्यादा डर लग रहा होता है क्योंकि रोहित ने बहुत सी लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर दी थी पर उस के खिलाफ कोई सबूत न मिलने पर उस को रिहा कर दिया गया था। रूही अब वहा से जाने की ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 37
अब आगे, रूही ने अब तक अपना सारा काम निपटा लिया होता है और वो जैसे ही अपने हाथ रसोई घर से निकल रही होती हैं तो उस की सौतेली मां कुसुम वहा पहुंच जाती हैं और सारे बर्तनों में अभी अभी बना हुआ खाना देखने लगती है और जैसे ही उन को लगता है कि सब तैयार हो चुका है तो वो, रूही से कहती हैं, " जा कर अपने कपड़े बदल ले और हां तेरे पास जो कपड़े है वो नही पहने है जब तक तेरा बाप वापस नही चला जाता है तो जो कपड़े मैने रखे ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 38
अब आगे, अपनी सौतेली बहन रीना की आवाज सुन, रूही रसोई घर में ही खड़ी होकर कहती है, " अभी लाती हु...!" अब रूही अपने पिता अमर के लिए खाने की प्लेट लगाने के बाद में टेबल पर ही रख देती हैं वही अब रूही की सौतेली बहन अपनी मां को आवाज लगाती हैं और उन से कहती हैं, " मां, इधर तो आप कुछ दिखाना है तुम को...!" अपनी बेटी रीना की बात सुन, रूही की सौतेली मां कुसुम उस से कहती हैं, " रुक जा चाय छान लू...!" अपनी सगी मां कुसुम की बात सुन, रूही की ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 39
अब आगे, रूही की सौतेली बहन रीना और मां कुसुम कांच के गिलास के टुकड़े उठा ही रही होती कि रीना के हाथ में कांच का एक छोटा सा टुकड़ा चुभ जाता हैं जिस पर वो रोने लगती हैं वही उस की सगी मां कुसुम उस को उठा कर उस के कमरे में ले जाती हैं और रीना को उस के बेड पर बैठ देती है..!रीना अपनी सगी मां कुसुम से रोते हुए कहती है, " आज रूही की वजह से जो कुछ भी मेरे साथ हुआ है ना उस की सजा तो उस को मिलकर ही रहेगी, चाहे ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 40
अब आगे,टीवी एंकर आगे कहती हैं," और ऐसा तो तभी होता है जब कपल्स के बीच में रोमांटिक फाइट हैं, और साथ में उन दोनो को देख वहा बहुत ही भीड़ इक्कठा हो गई थी, आप इस वीडियो में देख सकते है कि कैसे मिस्टर राजवीर सिंघानिया अपनी गर्लफ्रेंड के साथ इतने करीब होकर पूरी दुनिया को अपना प्यार दिखा रहे हैं..!वीडियो में दिखने वाली लड़की के बारे मे अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है शायद ये भी हो सकता है कि खुद मिस्टर राजवीर सिंघानिया ही नही चाहते हो कि कोई उनकी गर्लफेंड के बारे मे कुछ ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 41
अब आगे,ऐसे ही हंसी मजाक करते हुए ही रूही के पिता अमर, रूही को सुलाकर उस के कमरे से निकल आते हैं वही रूही भी आज अपने पिता अमर के साथ होने की वजह से आज सुबह उस के साथ जो कुछ भी हुआ था लगभग भूल गई थी और चेन की नींद सो जाती हैं..!दूसरी तरफ, सिघानिया विला, बनारस में,वही आज किसी की आंखो में नींद नही होती हैं वैसे तो राजवीर को बहुत कम ही सोने की आदत है क्योंकि उस को रात रात भर नींद नही आती है जिस कारण वो नींद की दवाई खा कर ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 42
अब आगे,रूही नहा कर बाथरूम से बाहर आ जाती हैं आज उस ने रोज से लाख गुना अच्छे कपड़े होते है क्योंकि उस के पिता अमर घर पर ही मौजूद है...!आज उस ने लाल रंग की कुर्ती और ब्लैक कलर पटियाला सलवार पहनी होती हैं जिस की चुनरी भी ब्लैक कलर की ही होती हैं साथ में अपने बालो को अच्छे से गूंद के चोटी बना ली होती है साथ में अपने चेहरे पर आंखो में काजल और होठों पर लिप बाम लगा लिया होता है..!पैरो में पटियाला जूती और कानो में झुमके और साथ में अपने गोरे गोरे ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 43
अब आगे,वही दूसरी तरफ, सिंघानिया विला, बनारस में,राजवीर अपने हॉल में अपनी किंग साइज कुर्सी पर किसी राजा की बैठा हुआ होता है और उस के सामने रखी शीशे की मेज पर एक फाइल रखी हुई होती हैं जो उस का पर्सनल बॉडीगार्ड देव ही लेकर आया हुआ होता है और वो भी राजवीर के साइड में ही खड़ा हुआ होता है...!राजवीर ने कुछ देर तक अपने सामने रखी फाइल पर लिखे नाम को दिखा और उस के बाद उस फाइल को उठाकर पढ़ने लगता है जिस मे रूही के बारे मे लिखा हुआ था...!साथ में वो फाइल बस ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 44
अब आगे,दूसरी तरफ, शर्मा निवास, रूही का घर,रूही को अपनी गर्दन में बहुत तेज दर्द हो रहा होता है उस की सौतेली मां कुसुम ने बहुत तेज से जो उस की गर्दन को दबा दिया था काला टीका लगाने के चक्कर मे बस इसी पहली वजह से अब रूही से नाश्ता नही किया जा रहा होता है...!रूही को नाश्ता न करते देख, रूही के पिता अमर उस पर थोड़ा गुस्सा करते हुए उस से कहते है," किया हुआ रूही अभी तक तुम ने अपना नाश्ता खतम क्यू नही करा है जबकि तुम्हे पता तो है कि मुझे तुम्हारे कॉलेज ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 45
अब आगे,अब रूही की सौतेली मां कुसुम उस का हाथ छोड़ देती हैं और जिस से रूही अब भाग रसोई घर में चली जाती हैं और एक तरफ अपने खाने से भरी प्लेट को रख देती है और अब नल के पास जाकर अपना हाथ पानी से धो लेती है..!जब को अपने हाथ को पानी से धो रही होती है तो उस को दर्द होने लगता है क्योंकि पानी अभी ठंडा आ रहा होता है अब रूही जैसे ही नल को बंद कर के खड़ी होती हैं तो अपनी सौतेली मां कुसुम से टकरा जाती हैं..!क्योंकि रूही के रसोई ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 46
अब आगे,अपने आर्ट डिपार्टमेंट के हेड सर की बात सुन कर, रूही उन से कहती हैं," सर, मेरे घर कुछ प्रोंबल हो गई थी जिस वजह से मै कॉलेज नही आ पाई थी, प्लीज मेरा एग्जामिनेशन फॉर्म भर दीजिए...!"रूही की बात सुन कर, वो हेड ऑफ डिपार्टमेंट के सर गुस्से से और उस का मजाक बनाते हुए कहते है," तुम्हारा हर बार का यही ड्रामा है, मुझे तो समझ में नही आता है कि तुम्हारी फीस का सारा खर्चा सरकार और कॉलेज दे रहा है फिर भी ये बनारस की टॉपर हमारे कॉलेज का नाम डुबाने में लगी हुई ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 47
अब आगे,जब रूही अपने आर्ट डिपार्टमेंट्स से बाहर गार्डन में आ जाती हैं तो वो, अपने पिता अमर को किसी से बात करते हुए देखती है तो वही उस गार्डन की बेंच पर बैठ जाती हैं..!रूही के पिता अमर अपने बॉस दीप से बात कर रहे होते है, दरअसल राजवीर का सारा बिजनेस का काम उस का पी ए दीप ही संभालता है और वही राजवीर की छोटी से लेकर बड़ी कंपनियों में जाकर सारी चीज़ों को चेक करता है इसलिए जिन्होंने राजवीर को नही देखा उनके लिए तो उस का पी ए दीप ही उन लोगो का बॉस ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 48
अब आगे,रूही के पिता अमर उस से पूछ रहे होते है कि उस ने अपना एग्जामिनेशन फॉर्म भर लिया रूही तो अपने ही ख्यालो में कही गुम होती हैं कि वो अपना साल बर्बाद होने से केसे बचाए..!अब जब रूही के पिता अमर को लगता है कि उन की सगी बेटी रूही उनकी बात सुन कर अनसुना कर रही है तो वो अब थोड़ी तेज आवाज में रूही का नाम पुकारते हैं जिसे सुन रूही एक दम से अपनी बेंच पर से खड़ी हो जाती हैं वही उस कॉलेज के गार्डन में बैठे हुए स्टूडेंट्स अब रूही और उस ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 49
अब आगे,रूही के पिता अमर के चले जाने के बाद, वही रूही की दोस्त खुशी उस से कहती हैं,"क्या तू तो मुझे भूल ही गई और तो और मेरे बर्थडे पर कॉलेज भी नही आई और यू मुझे अनदेखा करने का क्या मतलब है, यार तू न मेरा फोन उठा रही थी और न ही कॉलेज आ रही थी, वो तो मै तेरे घर नही आ पाई क्युकी तूने ही माना करा हुआ है नही तो, मुझे आने मे कोई परेशानी नही है...!"अपनी दोस्त खुशी की बात सुन कर, रूही को खुशी के बर्थडे वाले दिन की सारी बाते ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 50
अब आगे,रूही अपनी दोस्त खुशी की बात सुन कर कुछ नही कहती हैं क्योंकि वो अब तक इस सब को अपने बाके बिहारी (भगवान) की मर्जी मान चुकी हैं..!रूही की चुपी देख, रूही की दोस्त खुशी का गुस्सा बढ़ा रही होती है क्योंकि खुशी एक शॉर्ट टेंपेड है जिस का मतलब है कि उस को बहुत जल्दी ही गुस्सा आ जाता है और ऊपर से उस के माता पिता दोनो ही पुलिस ऑफिसर है और साथ में रूही की दोस्त खुशी उनकी इकलौती संतान है..!इसलिए उस के जो भी बस चाह उस को मिल जाता हैं इसी वजह से ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 51
अब आगे,अब राजवीर का गुस्सा बढ़ चुका होता है और वो, अपने पी ए दीप पर लगभग चिल्लाते हुए है," मैने तुम से कुछ कहा है, तुम्हे सुनाई नही दे रहा है क्या..?"राजवीर का गुस्सा देख राजवीर के विला में मौजूद सब नोकर और बॉडीगार्ड थर थर कांप रहे होते है क्योंकि राजवीर अपने गुस्से में कुछ भी कर सकता है और वो, राजवीर के साथ साथ राजवीर के गुस्से को अच्छे से जानते है कि वो, कब किसी की अच्छी खासी जिंदगी को नर्क से भी बत्तर बना देगा ये कोई नही बता सकता है..!अब राजवीर अपने गुस्से ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 52
अब आगे,अपनी बात कह कर रूही के पिता अमर बहुत खुश हो जाते हैं कि अब तो उन की को भी खतरा नही होगा और न ही उन के दोस्त सुखविंदर को और हां, वो बात अलग है कि उन्होंने अपनी खुशी अपने चेहरे पर जाहिर नही होने दी थी...!मगर लगता है हमारे राजवीर ने तो किसी के चेहरे तक को पढ़ने में पीएचडी कर रखी है वो तो तभी समझ गया था कि कुछ तो गड़बड़ जरूर से है नही तो ये यानी रूही के पिता अमर जो इतनी देर से राजवीर को उस के विला को ही ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 53
अब आगे,वही दूसरी तरफ, दिल्ली में, सिंघानिया मेंशन में,एक करीब 55 वर्षीय आदमी सिंघानिया मेंशन के हॉल में अपने साइज सोफे पर बैठ कर आराम से अखबार पढ़ रहे होते है और साथ में किसी महिला को आवाज लगाते हुए कहते है," अरे, मानसी मेरी चाय मुझे आज ही मिलेगी न..!"उस आदमी की आवाज सुन कर, एक महिला सिंघानिया मेंशन के रसोई घर से आते हुए, उस आदमी से कहती हैं," अरे चाय बनने में समय तो लगता ही है ना और मुझे सिर्फ आप के लिए ही चाय नही बनानी होती हैं घर ले बाकी लोगो के लिए ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 54
अब आगे,राजवीर के पिता विनोद जी की बात सुन कर, उन के पिता रघुवीर जी अपनी बहु मानसी जी कहते है," अच्छा तो आज मेरा छोटा पोता अभिमान और पोती तनवी घर पर ही है तो जरा मुझ से भी मिलवा दो क्योंकि पिछले एक हफ्ते से तो मै अपने दोस्त से मिलने उस के घर पर गया था तो बुलाओ उन दोनो को..!"अपने ससुर रघुनाथ जी की बात सुन कर, अब उन की बहू मानसी जी अपना सिर हां मे हिला कर वहा से जाने लगती है..!तो अब राजवीर के दादा रघुवीर जी कुछ सोचते हुए आगे कहते ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 55
अब आगे,अपनी सौतेली बहन तनवी की बात सुन कर, उस का सौतेला भाई अभिमान उस से कहता है," ठीक मैं अभी इस आईडी को डीएक्टिवट कर देता हूं जिस से घर में किसी को कुछ पता नही चलेगा..!"अपने सौतेले भाई अभिमान की बात सुन कर, अब तनवी अपना सिर हां मे हिला देती है वही अभिमान, अब तनवी को समझते हुए कहता है," और तू इस कॉपी और नोट्स को कही अच्छी सी जगह पर छुपा दे और हां दादा जी के सामने ज्यादा मत बोलना और वो जो भी पूछे उस का जबाव सोच समझ कर ही देना...!"अपने ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 56
अब आगे,अब तक राजवीर की आंखे अपने गुस्से की वजह से लाल हो चुकी होती हैं जिसे देख राजवीर विला में मौजूद सभी लोग यानी उस के नोकर, बॉडीगार्ड्स और ड्राइवर सब की हालत खराब हो रही होती हैं साथ में रूही के पिता अमर पर बहुत तरस आ रहा होता है क्योंकि आज तक कोई भी राजवीर के गुस्से से बच नहीं पाया है..!वही रूही के पिता अमर ये सोच रहे होते है कि किसी अनजान नंबर से मैसेज किस का आया होगा क्यूंकि अभी तो बस उस के दोस्त सुखविंदर सिंह का ही मैसेज आया था तो ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 57
अब आगे,राजवीर के पी ए दीप की बात सुन कर, रूही के पिता अमर को आज अपनी बेटी रूही नाज हो रहा होता है कि वो उन की बेटी हैं क्योंकि अगर आज रूही ने अपने पिता अमर को मैसेज नही किया होता तो राजवीर उस की जान लेने से पहले एक बार भी नही सोचता और साथ में रूही के ऊपर से उस की मां सरस्वती के बाद पिता अमर का साया भी उठ जाता और रूही अनाथ हो जाती..!वही जब राजवीर ने सुना कि रूही अपनी दोस्त खुशी के साथ किसी के बर्थडे पार्टी में जा रही ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 58
अब आगे,अब खुशी अपनी कार को पार्किंग में लगा कर उस को लॉक कर देती हैं और फिर रूही हाथ पकड़ कर उस को उस बड़े से मॉल के अंदर ले जाने लगती हैं..!वही रूही अपनी अब तक की जिंदगी में पहली बार किसी मॉल में जा रही होती है और साथ में कोई अनजान भी उस के चेहरे को देख कर बता सकता है कि उस को पहली बार मॉल देख कर कितनी खुशी हो रही होती हैं मानो जैसे वो आज एक अलग ही दुनिया में पहुंच गई हो..!फिर रूही की इकलौती दोस्त खुशी उस को मॉल ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 59
अब आगे,रूही कुछ देर तक वही खड़ी रहती हैं और फिर उस की नजर एक ड्रेस पर जाती है इवनिंग गाउन सेक्शन के कुछ आगे की तरफ होता है, अब रूही उस लॉन्ग इवनिंग गाउन जो पीछे से बैक लेस था और आगे की तरफ बहुत ही ज्यादा खूबसूरत डिजाइन दिया हुआ होता है रूही उस को देख ही रही होती हैं अब वो उस लॉन्ग इवनिंग गाउन के कपड़े को जैसे ही छूने वाली होती है..!तभी उस इक्पेंसिव कपड़े की दुकान में मौजूद एम्प्लॉय मे से एक लड़की रूही के हाथ को पकड़ कर झटक देती है जिस ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 60
अब आगे,रूही को लग रहा होता है कि वो दूसरी फीमेल एम्प्लॉय उस को चाटा मारने वाली है पर कुछ देर तक उस को लगता है कि कुछ हुआ ही नही होता है तो वो अपनी आंखे खोल के देखती है तो हैरान रह जाती हैं क्योंकि उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय ने तो रूही को सच में चाटा मारने के लिए ही अपना हाथ उस की तरफ उठाया होता है..!मगर जब वो दूसरी फीमेल एम्प्लॉय रूही को मारने ही वाली होती है तो वहा रूही की इकलौती दोस्त खुशी आ जाती हैं और उस ने उस का हाथ पकड़ ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 61
अब आगे,अब वो दोनो फीमेल एम्प्लॉय अपना सिर झुकाकर बैठी हुई थी तो रूही उस दोनो फीमेल एम्प्लॉय से हैं," आप मेरा हाथ पकड़ बारी बारी से पकड़ कर उठ जाइए..!"रूही की बात सुन कर, अब वो दोनो फीमेल एम्प्लॉय को बारी बारी से रूही का हाथ पकड़ कर के उठ जाती हैं तो अब रूही की इकलौती दोस्त खुशी उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय के पास जाकर उन से कहती हैं," देखा, जिस लड़की (रूही) की तुम दोनो ने बिना किसी वजह के इतनी बेज्जती करी वही लड़की अब तुम दोनो को जमीन से उठा रही हैं, और तुम ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 62
अब आगे,जब रूही की दोस्त खुशी ने उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के मैनेजर से ये पूछा होता है तुम्हारे एक्सपेंसिव शॉप की ये दोनो फीमेल एम्प्लॉय ने मेरी सबसे अच्छी दोस्त रूही की बेज्जती क्यू करी और उस के साथ बिना किसी बात के गलत व्यवहार क्यू करा तो अब वो एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के मैनेजर उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय को गुस्से घूर रहा होता है और साथ में उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय से गुस्से से कहता है,"तुम्हारी इतनी हिम्मत की तुम अब हमारी इस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप में आने वाले कस्टमर लोगो की बेज्जती करो ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 63
अब आगे,अपनी इकलौती दोस्त खुशी की इस हरकत को देख कर तो आज रूही की भी घबरा ही गई और तो और वो तो अब थर थर कांप रही थी क्यूंकि रूही ने आज पहली बार गन को जो देखा था..!वही अब रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय से कहा, "और तुझे अपने इस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के ओनर के अच्छे दोस्त जो इस बनारस शहर के पुलिस कमिश्नर है तो बुला ना किस ने रोका है और जब मेरे पापा को पता चलेगा कि तूने मेरी ही सब से अच्छी दोस्त रूही के ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 64
अब आगे,जब खुशी ने कहा था कि उस ने यानी इस बनारस शहर के पुलिस कमिश्नर के साथ अपनी अपने फोन के वॉलपेपर के रूप में लगा रखी है..!तो उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय के तो पहले ही होश उड़ चुके थे मगर अब तो उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप में खड़ा हर एक इंसान शॉक हो गया शिवाए दो लोगो के और एक है हमारी रूही और दूसरे है उस एक्सपेंसिव शॉप के मैनेजर..!मगर रूही हैरान तो थी पर इस लिए नही कि उस की इकलौती दोस्त खुशी के पिता इस बनारस शहर के पुलिस कमिश्नर है बल्कि इस ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 65
अब आगे,अब वो दोनो फीमेल एम्प्लॉय जल्दी से उठ खड़ी हुई और फिर रूही के पास जाकर अपने दोनों को जोड़ कर खड़ी हो गईं और रूही से कहने लगी, "मैम हमें माफ कर दीजिए, हम आइंदा ऐसी गलती बिलकुल भी नही करेंगे प्लीज हमें माफ कर दीजिए, नही तो हमारे परिवार वालो का क्या होगा क्योंकि हम दोनो का परिवार बहुत ज्यादा गरीब है और हम दोनो ही अपने अपने परिवार में सब से बड़ी है इसलिए ही हम दोनो यहां जॉब कर के अपने परिवार वालो की जरूरतों को पूरा करते हैं और अगर हमारी जॉब छूट ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 66
अब आगे,अब खुशी ने जब देखा कि उस की सब से अच्छी दोस्त रूही अब कुछ कह ही नही थी तो अब रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने अपने उल्टे हाथ से उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय के चेहरे पर एक चाटा मार दिया..!जिस से उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय का चेहरे दूसरी तरफ हो गया और साथ में उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय के चेहरे पर खुशी के उल्टे हाथ की पांचों उंगलियो के निशान छाप गए..!खुशी के उल्टे हाथ से इसलिए भी मारा था क्योंकि वो, एक लेफ्ट हैंड पर्सन है और वही खुशी ने उस फीमेल एम्प्लॉय को इतनी ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 67
अब आगे,अब जब रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही को वो बैक लेस लॉन्ग इवनिंग गाउन ड्रेस को लेने की बजाए पीछे हटते हुए देखा..!तो अब खुशी ने अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही से पूछा, "क्या हुआ लेना और तुझे पता तो है कि हमें फिर पार्लर जाकर तैयार भी होना है तभी तो हम दोनो मिल कर मेरी दोस्त की बर्थडे पार्टी में तहलका मचाएंगे ना..!"अपनी इकलौती दोस्त खुशी की बात सुन कर अब, रूही ने अपनी इकलौती दोस्त खुशी से कहा, "वो तो ठीक है, मगर ये बैक लेस ब्यूटीफुल ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 68
अब आगे,अपनी इकलौती दोस्त खुशी की बात सुन कर कि वो उस के चेंजिंग रूम में अंदर आ जायेगी अब रूही ने अपने चेंजिंग रूम का थोड़ा सा दरवाजा खोल दिया तो अब उस की इकलौती दोस्त खुशी अंदर घुस गई..!चेंजिंग रूम में अंदर घुस जाने के बाद,अब रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही से पूछा, "अब बता तुझे क्या हुआ है..?"अपनी इकलौती दोस्त खुशी की बात सुन कर अब रूही उस से कहा, "तुम हसोगी तो नही न..!"अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही की बात सुन कर, अब उस की इकलौती दोस्त ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 69
अब आगे,अब रूही की इकलौती दोस्त खुशी, रूही के चेंजिंग रूम से बाहर निकल गई थी और बाहर निकल ही उस ने उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के किसी एम्प्लॉय को इशारा करा..!और वहा पर जितने भी एम्प्लॉय थे सब के सब रूही की इकलौती दोस्त खुशी के पास पहुंच गए क्योंकि उन होने उस का खतरनाक रूप पहले ही देख लिया था और अब वो कुछ और नहीं देखना चाहते थे..!उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के सभी एम्प्लॉय में से ही एक मेल एम्प्लॉय ने हिम्मत कर के रूही की इकलौती दोस्त खुशी से हकलाते हुए पूछने लगा ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 70
अब आगे,रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने जैसे ही उस लड़के को देखा तो उस ने फिर से पूछा, यहां क्या कर रहे हो...?"अब वो लड़का रूही के चेंजिंग रूम का दरवाजे पर से अपना हाथ हटा कर रूही की इकलौती दोस्त खुशी को ही देख रहा था और रूही ने जैसे ही देखा कि उस लड़के ने अपना हाथ चेंजिंग रूम के दरवाजे से हटा लिया तो उस ने झट से अपने चेंजिंग रूम का दरवाजा बंद कर दिया..!चेंजिंग रूम के दरवाजा बंद होने से दोनो का ध्यान उधर गया मगर रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने फिर ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 71
अब आगे,जब रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने कहा कि चेंजिंग रूम में उस की सब से अच्छी दोस्त और उस बात को सुन कर ही वो लड़का अब खुश हो गया उस के चेहरे पर एक मुस्कान आ गई..!और जो जाने का नाम नही ले रही थी वही जब रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने उस लड़के के चेहरे पर मुस्कान देखी तो उस ने उस लड़के के कंधे पर हाथ रखा और उस से पूछा, "आप इतना क्यू मुस्करा रहे हैं जरा हमें भी बता दीजिए क्या पता हम आप की कुछ मदद कर पाए..!"रूही की इकलौती ...और पढ़े
डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 72
अब आगे,बनारस के, सिंघानिया विला मे,जब राजवीर को पता चला कि रूही अपनी इकलौती दोस्त खुशी के साथ उस किसी एक दोस्त की बर्थडे पार्टी में जा रही है तो उस के चेहरे पर एक तिरछी मुस्कान आ चुकी थी..!और अब राजवीर ने रूही के पिता अमर की तरफ इशारा करते हुए अपने पी ए दीप से कहा, "इस को उस कंट्रक्शन साइड पर ले जाओ और सारा काम अच्छे से समझा देना..!"अपनी बात कह कर अब राजवीर ने रूही के पिता अमर को देखते हुए उन से कहा, "और हां मुझे कोई भी गलती की गुंजाइश न मिले ...और पढ़े