डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 68 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 68

अब आगे,

अपनी इकलौती दोस्त खुशी की बात सुन कर कि वो उस के चेंजिंग रूम में अंदर आ जायेगी तो अब रूही ने अपने चेंजिंग रूम का थोड़ा सा दरवाजा खोल दिया तो अब उस की इकलौती दोस्त खुशी अंदर घुस गई..! 

चेंजिंग रूम में अंदर घुस जाने के बाद,

अब रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही से पूछा, "अब बता तुझे क्या हुआ है..?" 

अपनी इकलौती दोस्त खुशी की बात सुन कर अब रूही उस से कहा, "तुम हसोगी तो नही न..!" 

अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही की बात सुन कर, अब उस की इकलौती दोस्त खुशी उस से कहा, "मै क्यू हसूंगी तेरे ऊपर..!" 

अपनी इकलौती दोस्त खुशी का जबाव सुन कर, अब रूही ने उस से दुबारा पूछा, "पक्का न, तुम नही हसोगी ना..!" 

रूही का फिर से वही सवाल सुन कर, अब उस की इकलौती दोस्त खुशी ने इरिटेट होकर उस से कहा, "हां बाबा, नही हसुंगी तेरे ऊपर अब खुश हैं, तो जल्दी से बता तुझे हुआ क्या है..!" 

अपनी इकलौती दोस्त खुशी की बात सुन कर, अब रूही ने अपना सिर नीचे कर लिया और उस से कहने की कोशिश करने लगी, "वो..वो...!" 

अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही की इस हरकत पर अब उस की इकलौती दोस्त खुशी ने उस से पूछा, "क्या मै तुझे कोई लड़का नजर आ रही हु..?" 

अपनी इकलौती दोस्त खुशी के मुंह से अजीब सा सवाल सुन कर अब रूही उस को देख रही थी, जैसे उस से ये क्यू पूछ रही हो कि उस ने ऐसा क्यों बोला...! 

अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही को अपनी ओर देखता हुआ देख कर अब खुशी ने अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही से कहा, "तो फिर मुझ से अपनी बात कहने मे इतना शरमा क्यू रही हैं, सीधे सीधे बोल ना क्या हुआ है तुझे..!" 

अपनी इकलौती दोस्त खुशी की बात सुन कर अब रूही ने उस से धीरे से कहा, "वो, इस ड्रेस का बैक बहुत डीप है..!"

अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही की बात सुन कर, अब एक दम से खुशी के मुंह से निकल गया, "तो, क्या हुआ..!" 

खुशी के जवाब को सुन कर अब रूही ने अपना सिर नीचे कर के धीरे से उस से कहा, "तो मुझे इस को ऐसे पहन कर बाहर आने मे शर्म आ रही है..!" 

अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही का ये जबाव सुन कर अब खुशी को हसी आने लगी और उस से हस्ते हुए ही कहने लगी, "क्यू भई बाहर खड़े लोग तेरे को खा जायेंगे क्या...!" 

अपनी इकलौती दोस्त खुशी को ऐसे अपने ऊपर हंसता हुआ देख कर अब रूही ने उस से किसी छोटे बच्चे की तरह रोते हुए कहा, "तुम ने बोला था कि तुम नही हंसोगी और तुम फिर भी हंस रही हो, जाओ नही करती मै तुम से बात..!" 

अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही का उस से ऐसे नाराज होते हुए देख कर, खुशी को अच्छा नही लग रहा था तो अब उस ने झट से अपने कान पकड़ लिए और अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही से कहा, "अच्छा बाबा, सॉरी और ये देखो मैने अपने कान भी पकड़ लिए है, अब तो माफ कर दे..!" 

अपनी इकलौती दोस्त का उस को ऐसे मानते हुए देख कर, अब रूही उस से कहा, "अच्छा ठीक है मैने तुम्हे माफ किया, अब तुम चेंजिंग रूम से बाहर जाओ मैं इस बैक लेस ब्यूटीफुल लॉन्ग इवनिंग गाउन को उतार कर वापस अपने कपड़े पहन लू..!" 

अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही की बात सुन कर, खुशी ने उस से कहा, "नही तुम यही ड्रेस पहने रहो ना और देखो ना तुम कितनी खूबसूरत लग रही हो..!" 

अपनी इकलौती दोस्त खुशी की बात सुन कर अब रूही ने उस से कहा, "पर मैने कहा ना कि इस का बैक बहुत डीप है तो मै कैसे ये पहन कर बाहर आऊंगी..!" 

अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही की बात सुन कर, अब खुशी ने उस से कहा, "पर वर क्यू नही अगर तुम मुझे अपना दोस्त मानती हो तो तुम्हे यही पहन कर बाहर आना पड़ेगा और रही बात तुम्हारी इस बैक लेस ब्यूटीफुल लॉन्ग इवनिंग गाउन के बहुत ज्यादा डीप होने की तो उस के लिए मै तुम्हारे लिए कुछ अरेंज कर वा देती हु जिसे कोई शॉर्ट जैकेट या फिर नेट अपर या फिर कुछ भी इस ड्रेस से मिलता जुलता जो अच्छा भी लगे और ड्रेस का लुक भी खराब न करे..!" 

अपनी बात कह कर अब खुशी ने अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही से दुबारा से कहा, "अब तो ठीक है ना, तू रुक मै अभी आई...!" 

अपनी बात कह कर अब खुशी, रूही के चेंजिंग रूम का थोड़ा सा दरवाजा खोल कर उस मे से बाहर निकल गई..!.

और रूही उस को जाते हुए देखती रह गई और साथ में अपनी पहनी हुई ड्रेस को देख कर बहुत ज्यादा खुश हो रही थी क्योंकि रूही ने बहुत सालो बाद कोई बिलकुल नई और इतनी महंगी ड्रेस पहन कर देखी थी जो बिलकुल न्यू पीस ही था..! 

To be Continued......❤️✍️

हेलो रीडर्स, यह मेरी पहली नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी पहली नोवेल "डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।