डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 66 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
श्रेणी
शेयर करे

डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 66

अब आगे,

अब खुशी ने जब देखा कि उस की सब से अच्छी दोस्त रूही अब कुछ कह ही नही रही थी तो अब रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने अपने उल्टे हाथ से उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय के चेहरे पर एक चाटा मार दिया..!

जिस से उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय का चेहरे दूसरी तरफ हो गया और साथ में उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय के चेहरे पर खुशी के उल्टे हाथ की पांचों उंगलियो के निशान छाप गए..! 

खुशी के उल्टे हाथ से इसलिए भी मारा था क्योंकि वो, एक लेफ्ट हैंड पर्सन है और वही खुशी ने उस फीमेल एम्प्लॉय को इतनी जोर से चाटा मारा था..!

कि उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप में उस के चाटे की आवाज गूंज गई थी और वही रूही, अपनी इकलौती दोस्त खुशी की इस हरकत पर दुबारा से शौक रह गई..! 

पर इस बार उस ने अपनी इकलौती दोस्त खुशी से कुछ नही कहा था क्योंकि वो, जिन दोनो फीमेल एम्प्लॉय को अच्छा समझ रही थी वो असल मे बहुत ही ज्यादा बुरी थी..!

और जो अपने फायदे के लिए रूही का इस्तेमाल करने का सोच कर ही उस के साथ अच्छा व्यवहार कर रही थी..! 

अब खुशी के एक इशारे पर वो दोनो गार्ड्स उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय को लगभग खसीटते हुए उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप में से ले जाने लगे..!

और उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप के दरवाजे से उस को लगभग फेकते हुए उन दोनो से सब के सामने कहने लगे, "आज के बाद इस मॉल में नजर भी आ गई न तो तुम्हारा वो हाल करेंगे कि तुम्हे जितना अपनी इस खूबसूरती पर घमंड फिर उतना ही अपनी इस खूबसूरती से नफरत करने लगोगी..!" 

वो दोनो गार्ड्स अपनी बात कह कर अब अपनी अपनी जगह पर जाकर खड़े हो गए और वही उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय को ऐसे जमीन पर पड़ा हुआ देख कर अब वहा उस मॉल के ज्यादातर लोग वहा खड़े हुए थे और उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय को देख कर तरह तरह की बाते कर रहे थे और साथ में उन का मजाक भी बना रहे थे..! 

अब जब उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय ने अपना मजाक बनते हुए देखा तो अब पहली वाली फीमेल एम्प्लॉय ने दूसरी वाली फीमेल एम्प्लॉय को अपना सहारा देकर खड़ा कर दिया..!

और साथ में वहा खड़ी भीड़ पर लगभग चिल्लाते हुए कहा, "यहां क्यू खड़े हो कोई सर्कस चल रहा है क्या या कोई काम धंधा नही है तुम लोगो के पास, जाओ जाकर अपना काम करो..!" 

अपनी बात कह कर अब वो पहली फीमेल एम्प्लॉय, अपनी दोस्त और उस दूसरी फीमेल एम्प्लॉय को लेकर वहा से जाने लगी..! 

पर वहा कोई और भी था जिस ने शुरू से लेकर आखिर तक का सब कुछ अपने फोन मे रिकॉड कर लिया था और वो ऐसा क्यों कर रहा है ये आप लोगो को जल्द ही पता चल जायेगा..! 

उन दोनो फीमेल एम्प्लॉय को उस एक्सपेंसिव कपड़ो की शॉप से निकलवा देने के बाद अब खुशी ने एक नजर वहा खड़े लोगो को देखा तो अब सब अपने अपने कामों में लग गए जैसे कोई एम्प्लॉय किसी कस्टमर को कपड़े दिखाने लगा तो कोई कस्टमर कपड़ो की वैरायटी मांगने लगा..! 

अब खुशी ने अपनी सबसे अच्छी दोस्त रूही का हाथ पकड़ लिया और उस को उसी जगह ले आई और जहा अभी कुछ देर पहले ही ये सब हुआ था..!

और अब खुशी ने रूही को उस के द्वारा पसंद बैक लेस ब्यूटीफुल लॉन्ग इवनिंग गाउन ड्रेस को उस के हैंगर से उतार कर अब रूही को देते हुए उस से कहा, "अब जल्दी से जा और इस को पहन कर आ..!" 

अभी तक रूही ने उस बैक लेस ब्यूटीफुल लॉन्ग इवनिंग गाउन ड्रेस को अच्छे से नही देखा था इसलिए वो उस बैक लेस ब्यूटीफुल लॉन्ग इवनिंग गाउन ड्रेस को अपनी इकलौती दोस्त खुशी के हाथो से लेने ही वाली थी..!

कि उस को याद आया कि उस पहली वाली फीमेल एम्प्लॉय ने कहा था कि ये वाली बैक लेस ब्यूटीफुल लॉन्ग इवनिंग गाउन ड्रेस पूरे शॉप की सब से एक्सपेंसिव ड्रेस है और अब इस लिए ही रूही ने अपनी इकलौती दोस्त खुशी से पूछा, "इस ड्रेस का प्राइस कितना है...?" 

अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही की बात सुन कर अब उस की इकलौती दोस्त खुशी ने उस बैक लेस ब्यूटीफुल लॉन्ग इवनिंग गाउन ड्रेस मे उस का प्राइस टैग देखा तो उस ने झट से उस का प्राइस टैग हटा दिया..!

और अब अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही से कहा, "तू क्या करेंगी जान कर और जा जाकर जलती से इस ड्रेस को पहन कर आ..!" 

अपनी इकलौती दोस्त खुशी की बात सुन कर अब रूही ने बच्चो जैसी जिद पकड़ते हुए अपनी इकलौती दोस्त खुशी से कहा, "नही पहले तुम बताओ कि ये ड्रेस का प्राइस कितना है उस के बाद ही मै इस को पहनने जाऊंगी..!" 

अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही की बात सुन कर अब रूही की इकलौती दोस्त खुशी ने अपने मन में कहा, "ये लड़की भी न, क्या करू मैं इस का..!" 

अपनी इकलौती दोस्त खुशी को कही खोया हुआ देख कर अब रूही ने अपनी इकलौती दोस्त खुशी को हिलाते हुए उस से पूछा, "बोलो ना और कहा खो गई तुम..?"

अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही की बात सुन कर अब उस की इकलौती दोस्त खुशी अपने होश में वापस आ गई और अब खुशी ने अपनी सब से अच्छी दोस्त रूही से कहा, "वो..वो ये 10 हजार रुपए की है..!" 

अपनी इकलौती दोस्त खुशी की बात सुन कर रूही अब एक कदम पीछे हो गई और अब वो बहुत ज्यादा हैरान रह गई थी क्योंकि उस बैक लेस ब्यूटीफुल लॉन्ग इवनिंग गाउन ड्रेस का जितना प्राइस था उतने रुपए तो रूही के पिता अमर हर महीने उस की सौतेली मां कुसुम को पूरे महीने का घर चलाने के लिए दिया करते थे..! 

To be Continued......❤️✍️

हेलो रीडर्स, यह मेरी पहली नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी पहली नोवेल "डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।