डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 77 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट भाग - 77

अब आगे,

रमेश की बात सुनकर कि रूही के साथ किसी मॉल की किसी शॉप की दो फीमेल एम्प्लॉय ने बातामीज़ी करी है उसको सुनकर ही राजवीर का गुस्सा बढ़ने लगा और अब उसने अपने गुस्से में ही दीप के हाथ से रमेश का फोन छीन लिया और उस वीडियो को प्ले करके देखने लगा..! 


अब जैसे ही राजवीर ने रमेश के फोन मे रूही का वीडियो देखा जो बनारस के उस हाई फाई मॉल के एक शॉप का था और जहां खुशी उसको वहा लेकर गई थी तो अब राजवीर की आंखे एकदम लाल हो चुकी थी जैसे उसकी आंखो में खून उतर आया हो..!

अब जब राजवीर ने अपनी लाल आंखो से देव को देखा तो एक पल के लिए तो वो भी डर गया और सोचने लगा कि आखिर उसके बॉस को हुआ क्या है..!

अब राजवीर ने अपने गुस्से में देव से कहा, "मुझे अगले एक घंटे में ये दोनो मॉल वाली लड़किया और उनका पूरा परिवार मुझे मेरी जंगल वाली हवेली पर चाहिए, समझ में आया तुम्हे..!" 

राजवीर की बात सुनकर और उसका गुस्सा देखकर देव की हालत खराब कर रहा था और साथ में राजवीर का बहुत समय बाद "डेविल" रूप देखकर ही सबकी हालत खराब हो रही थी..!

सिवाए एक के और वो था अभय, क्योंकि अभय को अच्छे से पता था कि राजवीर को ये बिलकुल भी बर्दाश नही था कि कोई भी उससे जुड़ चुके इंसान के साथ कुछ भी गलत करने की कोशिश भी करे और यहां तो रूही के साथ बिना किसी गलती के गलत व्यवहार और बातामीजी की जा चुकी थी..!

हां वो बात भी अलग है कि रूही, राजवीर का हिस्सा बनी नही है पर फिर भी वो अब उसके लिए प्रोसेसिव होता जा रहा था और अब राजवीर, रूही के लिए किस हद तक चला जायेगा ये आपको जल्द ही पता चल जायेगा..! 

राजवीर की बात सुनकर अब झट से देव ने राजवीर से कहा, "जी बॉस, काम हो जाएगा..!" 

अब राजवीर ने दीप से पूछा, "उस कंट्रक्शन साइड वाली मीटिंग का क्या हुआ..?" 

राजवीर की बात सुनकर अब दीप से उससे कहा, "सर अगले आधा घंटे बाद वो लोग यहां आपके विला में पहुंच जायेंगे..!" 

दीप की बात सुनकर, अब राजवीर ने उससे कहा, "ठीक है, सारी अरेजमेंट करलो और कोई कमी नहीं रहनी चाहिए..!" 

राजवीर की बात सुनकर, अब दीप ने राजवीर से कहा, "जी बॉस..!" 

दीप की बात सुनकर अब राजवीर ने उससे कहा, "और अब मै अपने कमरे मे तैयार होने के लिए जा रहा हूं और मेरे कमरे मे उस कंट्रक्शन साइड वाली मीटिंग की फाइल रख जाना..!" 

राजवीर की बात सुनकर अब दीप ने उससे कहा, "ओके बॉस..!" 

राजवीर की बात सुनकर, अब अभय ने अपने मन में कहा, "इसका गुस्सा और इसका "डेविल" रूप देखकर तो लगा था कि अब ये इतनी जल्दी शांत नहीं होगा और ये है कि अब मीटिंग अटेंड करने के लिए तैयार होने अपने कमरे मे चला गया और कभी कभी समझ में नही आता है कि आखिर ये करना क्या चाहता है..!" 

वही दूसरी तरफ, बनारस के हाई फाई मॉल में,

खुशी की बात सुनकर अब रेहान को ना चाहते हुए भी वहा से अपने बॉयज सेक्शन में चेजिंग रूम की तरफ जाना पड़ रहा था और इसी वजह से रेहान बहुत ही धीरे धीरे चलकर जा रहे थे और वही जब खुशी ने रेहान को ऐसे जाते हुए देखा तो पहले तो खुशी के चेहरे पर मुस्कान ही आ गई..!

और फिर रेहान के पास पहुंचकर अब खुशी ने रेहान की टांग खींचते हुए कहा, "आप आज बॉयज सेक्शन तक पहुंच जाओगे न..!" 

और अपनी बात कहकर अब खुशी, रेहान को देखकर हसने लगी और खुशी को अपने ऊपर हंसता हुआ देखकर अब रेहान ने मुंह बनाते हुए खुशी से कहा, "शर्म नही आ रही है अपने बड़े भाई पर हंसते हुए..!" 

रेहान की बात सुनकर अब खुशी समझ तो गई थी मगर आज उसको रेहान को पहली बार सताने का मौका जो मिला उसको वो कैसे हाथ से जाने देती और बस इसलिए अब खुशी ने रेहान से पूछा, "अरे वही मैने क्या किया है जो मुझे शर्म आयेगी..?" 

खुशी की बात सुनकर अब रेहान उसको घूरने लगा और वही जब खुशी ने देखा कि उसका बड़ा भाई उसको ही घूरे जा रहा है तो अब खुशी ने रेहान से कहा, "अच्छा अच्छा, ठीक है अब घूरना बंद करो..!" 

खुशी की बात सुनकर अब रेहान ने अपनी नजर उस पर से हटा ली तो अब खुशी ने फिर से टोंट मारते हुए अपने बड़े भाई से कहा, "पर आप भी कुछ कम नही हो, इतने धीरे तो लड़किया भी नही चलती होंगी, जितना आप चलकर मुझे डेमो दिखा रहे हो..!" 

खुशी की बात सुनकर अब रेहान ने उसको एक नजर देखा और खुशी से कहा, "कैसी बहन है तू जो तुझसे अपने भाई की खुशी बरदाश नही हो रही है..!" 

अपनी बात कहकर अब रेहान गुस्से से वहा से अपने बॉयज सेक्शन में चले गए..! 

और रेहान की बात सुनकर, खुशी हसने लगी और फिर अपने आपसे बड़बड़ाते हुए कहा, "भई एक बार मिलकर ही मेरे रेहान भाई का ये हाल है तो सोचो अगर मेरी दोस्त मेरी भाभी बन जाए तो फिर मै अपने इस बड़े भाई को अपने इशारों पर नचा सकती हु..!" 

अपनी बात कहकर अब खुशी के चेहरे पर एक रहस्यमय में मुस्कान आ गई और खुशी मुस्करा ही रही थी कि किसी ने उसको पीछे से उसके कंधे पर एकदम धीरे से छुआ तो खुशी ने जैसे ही मुस्कराते हुए पीछे देखा तो..!

वहा खड़ा मेल एम्प्लॉय का हेड उस को देखकर शॉक ही रह गया क्योंकि खुशी मुस्कराते हुए बहुत अच्छी लग रही थी और अब उस मेल एम्प्लॉय के हेड ने अपने मन में कहा, "क्या ये वही लड़की है जो अभी अपने गुस्से और अपनी गन से सबको डरा रही थी और अभी तो इतनी प्यारी लग रही है मानो मैं इसको घंटो तक देख सकता हु कर वो भी बिना थके..!" 

जब खुशी ने उस मेल एम्प्लॉय के हेड को अपनी ओर मुस्कराते हुए देखा तो पहले तो खुशी ने अपने आपको शांत किया और फिर उस मेल एम्प्लॉय के हेड को घूरने लगी..!

और अब उस मेल एम्प्लॉय के हेड के चेहरे के आगे अपना हाथ हिला रही थी तो खुशी के ऐसे करने से अब उस मेल एम्प्लॉय के हेड अपने होश में वापस आ गया..!

और खुशी को अपनी ओर घूरता हुआ देखकर बेचारा फिर से घबरा गया और अब वो मेल एम्प्लॉय के हेड अपनी सफाई में कुछ कह पता उससे पहले ही खुशी ने अपनी तेज आवाज में उससे पूछा, "यहां क्या कर रहे हो और जो काम मैने तुम्हे करने के लिए कहा था वो हो गया..?" 

खुशी की बात सुनकर अब उस मेल एम्प्लॉय के हेड ने थोड़ा हकलाते हुए खुशी से कहा, "जी..जी मैम हो गया..!"

और अपने हाथ में पकड़ा हुआ नेट डिजाइन अपर, खुशी के आगे कर दिया और जिसकी लेंथ अच्छी थी और उस वो दिखने में बहुत ही सुन्दर लग रहा था..!

खुशी ने जैसे ही उस नेट डिजाइन अपर को देखा तो उसके चेहरे पर हल्की सी मुस्कान आ गई और उसने अब उस मेल एम्प्लॉय के हेड से कहा, "चलो कोई काम तो अच्छा किया तुमने..!" 

अब खुशी की बात सुनकर, उस मेल एम्प्लॉय के हेड ने खुशी से तो कुछ कहने की हिम्मत नही करी मगर अपने मन में अपने आपसे कहा, "सही मे ये लड़की जितनी सुंदर है उसके कही ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है अगर मैने इसको कुछ कह दिया तो..!" 

अब खुशी ने उस मेल एंप्लॉय के हेड को कही खोया हुआ देखा तो उसने अब उस मेल एम्प्लॉय के हेड से कहा, "अब यहां क्यों खड़े हो और कोई काम नही बचा है क्या तुम्हारे पास..!"

खुशी की तेज तर्रार आवाज सुनकर अब वो मेल एंप्लॉय का हेड अपने होश में वापस आ गया और वहा से जल्दी ही नौ दो ग्यारह हो गया और अब खुशी अपने हाथ में उस नेट डिजाइन से बना हुआ लॉन्ग अपर लेकर अब रूही के पास जाने लगी..! 

और फिर रूही के चेंजिंग रूम के पास पहुंचकर उसके दरवाजे को नोक करा तो रूही ने कोई जवाब ही नहीं दिया और फिर खुशी ने रूही से कहा, "यार, मै खुशी हु अब तो दरवाजा खोल दे यार..!" 

खुशी की बात सुनकर भी रूही ने उसको कोई जवाब नही दिया तो अब खुशी ने अपने आप मे बड़बड़ाते हुए कहा, "कितनी जिद्दी है ये लड़की..!" 

अब खुशी को कुछ याद आया और उसके चेहरे पर एक मुस्कान आ गई और अब खुशी ने रूही से कहा, "तुझे इस चेजिंग रूम में ही रहना है तो शौक से रह..!" 

और अपनी बात रूही से कहकर वहा से चली गई और रूही ने खुशी की बात सुनकर अब भी कुछ नही कहा था..! 

कुछ देर बाद, 

तो अब रूही को कुसुम जी की आवाज सुनाई पड़ी और अब कुसुम जी अपने गुस्से में रूही से कह रही थी, "क्यू री करमजली अभी तक अंदर ही है क्या वही पर अपना घर बसाने का इरादा है तेरा..!"

और रूही ने जैसे ही कुसुम जी की आवाज सुनी, उसके तो हाथ पैर ही सुन्न पड़ गए और फिर कुछ देर बाद उसने एकदम से दरवाजा खोल दिया..!

और डरते हुए अपने आस पास देखने लगी, पर जब कुसुम जी कही दिखाई नही पड़ी तो उसने डरते हुए अपने आप मे ही बड़बड़ाते हुए कहा, "मैं..मैने अभी मां की आवाज तो सुनी थी पर वो कही दिखाई क्यू नही दे रही है..!" 

रूही की बात सुनकर अब खुशी ने उससे कहा, "दिखाई तो तब देगी न जब वो यहां पर होंगी..!" 

अब अपनी बात कहकर खुशी हसने लगी और जब रूही के खुशी की बात सुनी तो उसको हैरानी से देख रही थी और खुशी ने देखा कि रूही उसको ही देखे जा रही है तो अब खुशी ने रूही से कहा, "अरे मेरी भोली भाली सी रूही, यहां तुझको कही तेरी वो सौतेली मां नजर आ रही है..!" 

खुशी की बात सुनकर अब रूही ने अपनी नादानी में अपना सिर ना मे हिला दिया तो अब रूही का इशारा पाकर अब खुशी ने अब रूही से कहा, "तो फिर तू इतना परेशान क्यू हो रही हैं और वैसे भी अगर तू चाहे तो आज जो रूप तूने देखा है वो मै तेरी उस सौतेली मां और सौतेली बहन दोनो को दिखा सकती हु जिससे वो दोनो फिर कभी भी तेरे साथ बुरा व्यवहार करने की कोशिश तो क्या कभी सोचेंगी भी नही..!" 

अब अपनी बात रूही से कहने के बाद खुशी ने अपने मन में अपने आपसे कहा, "यार मै तुझे डराना नही चाहती थी मगर तू इतनी जिद्दी है न कि अपने चेजिंग रूम का दरवाजा ही नही खोल रही थी बस इसलिए ही मैंने अपने फोन की रिकॉर्डिंग तुझे सुना दी पर ये बात मैं तुझे बता नही सकती हु नही तो तू मुझसे नाराज हो गई और अगर तू मुझसे नाराज हो गई तो फिर मेरे बड़े भाई मेरी जान ही ले लेंगे क्योंकि तूने जाने अनजाने में उनसे उनका इकलौता दिल जो ले लिया है..!" 

To be Continued......❤️✍️

तो क्या सच में खुशी, रूही को अपनी भाभी बना लेगी या फिर रूही की किस्मत में कुछ और ही लिखा हुआ है और क्यों राजवीर को रूही की पल पल की खबर चाहिए और अब राजवीर उन दोनों फीमेल एम्प्लॉय के साथ क्या करने का सोच रहा होगा..?

हेलो रीडर्स, यह मेरी पहली नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी पहली नोवेल "डेविल सीईओ की स्वीटहार्ट" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।