EK KAHANI AISI BHI book and story is written by Abhishek Joshi in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. EK KAHANI AISI BHI is also popular in डरावनी कहानी in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
एक कहानी ऐसी भी - उपन्यास
Abhishek Joshi
द्वारा
हिंदी डरावनी कहानी
आज बहुत देर से उठा था |
सायद रात की दारू उतरी नहीं थी |
ओर सर भी भारी लग रहा था
पिछले कुछ दिनों से उसकी मुसकेलिया थम ने का नाम नहीं ले रही थी |
वो कितना भी कुछ करले हालत बद से बदतर होते जा रहे थे |
इसी के चलते उसने दारू ओर सिगरेट की लत भी लगा ली थी |
आज जब वो उठा तो बस यही दोहराता रहा वो मुजे मार डालेगी |
खैर ये बात अनुज की अनुज मिश्रा |
जैसा उसका नाम था वैसा ही उसका रिश्ता |
वो घर मे सबसे छोटा था |
आज बहुत देर से उठा था | सायद रात की दारू उतरी नहीं थी | ओर सर भी भारी लग रहा था पिछले कुछ दिनों से उसकी मुसकेलिया थम ने का नाम नहीं ले रही थी | वो कितना ...और पढ़ेकुछ करले हालत बद से बदतर होते जा रहे थे | इसी के चलते उसने दारू ओर सिगरेट की लत भी लगा ली थी | आज जब वो उठा तो बस यही दोहराता रहा वो मुजे मार डालेगी | खैर ये बात अनुज की अनुज मिश्रा | जैसा उसका नाम था वैसा ही उसका रिश्ता | वो घर
अगले भागमे हमने देखा की | एक खुस- खुशाल अनुज का परिवार किसी अनजानी शक्ति की चपेट मे आ जाता है | आए दिन उसके घर पे जघड़े होते रहते है | पर हद तो तब होती है | ...और पढ़ेवो कहता है की वो मुजे मार डालेगी | सब के समजाने पर सब ठीक हो जाता है | अब आगे | इन सबकी नजर से दूर कोई मंगल मेंसन पे अपनी नजर टिकाए खड़ा है | आखिर है कोन वो ओरत या मर्द | ये थी सुनैना | अनुज की जिसके साथ सादी होने वाली थी |
आगे अपने देखा की किस तरह अनुज को काले जादू के जाल मे फसाया जाता है | जब वो घर पहुचता है तब सब को लगता है की सब कुछ ठीक हो गया | पर ये उनकी गलतफहमी थी ...और पढ़ेजैसे ही अनुज डिनर करके खड़ा होता है , वो धम से गिर जाता है | ओर उसे काले खून की उलटी होती है | सब उसे अस्पताल ले जाते है | अब आगे | अस्पताल के बाहर कोई फोन पे बात कर रहा है | जीतने भी पैसे हो सब के सब लगा दूंगा पर मेरे बच्चे को
जैसे की आपने देखा की अनुज के माता - पिता अंदर से टूट चुके थे | ठीक उसी तरह जिस तरह सालों पहले सुनैना के माता - पिता की हालत थी | समय आज वही पे आके खड़ा था ...और पढ़ेमात्र व्यक्ति का परिवर्तन हुआ है | सब लोगों ने पूरी रात यही चिंता मे बितादी की | सुबह क्या होगा | सुबह होते ही राकेश जि अस्पताल को निकल गए | वहा जाके प्रेम से सब कुछ पूछताछ की | पूछताछ करने पर पता चला की | पूरी रात अनुज सोया ही हुआ था | उसने अपना
अगले भाग मे हमने देखा की | किस तरह अनुज का परिवार काले जादू से लड़ रहा है | ओर हर बार रात मे ही कुछ घटना ए घटती है | क्या अनुज का परिवार ऐसे ही सब सहेता ...और पढ़े| या कोई आएगा इन्हे बचाने | अब आगे | अनुज को इमर्जनसी अस्पताल ले जाया गया | सब हेरान थे की | आखिर ये क्या हो रहा है | तब ही डॉक्टर आए ओर बोले | सॉरी मी . राकेश आपका लड़का कोमा मे चला गया है | अब हमारी कोई ट्रीटमेंट का उनपे कोई असर नहीं