अगले भाग मे हमने देखा की कैसे अनुज का परिवार निसहाय हो जाता है |
पर जब पूरे परिवार को घर छोड़कर प्रेम ओर राकेश जि अस्पताल जाते है तो |
रास्ते मे उन्हे मायावती जि मिलती है ओर सब कुछ बताती है |
ओर काले जादू से बचने के लिए अपने बेटे की सहायता लेने के लिए कहेती है |
अब आगे |
मायावती जी की बाते सुनकर |
आज बहोत समय बाद उनलोगों को उम्मीद जागी थी |
जिन्हे वो हर हाल मे खोना नहीं चाहते थे |
इसलिए उन्होंने मायावती जी से एड्रैस लिया ओर अभिमन्यु को ढूँढने निकल पड़े |
सुबह मंगल मेंसन मे रीना जि ओर सोनल भाभी एवं प्रिया पूरी रात नहीं सोये |
सिर्फ भगवान का ही नाम -स्मरण करते रहे |
ओर सायद उसी के चलते उन्हे ये भ्रमास्त्र मिल गया |
सुबह होते ही रीना जी को राकेश जि का कॉल आया |
ओर उन्हे मायावती जि की सारी बाते बताई ओर ये भी कहा की वो लोग अभिमन्यु को लेने जा रहे है |
तो ये सब सुनकर सब खुस हो गए |
राकेश जि ओर प्रेम अभिमन्यु को ढूँढने निकाल पड़े |
वो नीलगिरी पर्वत को पूरा देख आए पर कही कोई ठिकाना नहीं था |
वो लोग अब नीलगिरी से काफी दूर निकाल गए थे |
थक कर वो लोग बैठ गए |
पर जैसे ही सूर्यास्त हुआ दो पहाड़ आपस मे दरवाजे की तरह खुल गए |
अंदर एक तीस साल का युवक अपनी आंखे बंध करके ध्यान कर रहा था |
जैसे ही राकेश जि ओर प्रेम अंदर गए वैसे ही उन्हों ने बिना देखे कह दिया |
क्यू बेटे के लिए आए हो |
जि गुरु जी राकेश जि ने कहा |
पर आने मे देर कर दी |
उसे दुशरी दुनिया मे पहोचे आज तीसरा दिन हो गया |
बाबा हम बड़ी आशा लेकर आपके पास आए है |
ऐसा मत बोलीए |
ठीक है मैं चलुगा तुम्हारे साथ |
दुशरी दुनिया मे कैद अनुज को पता नहीं चल रहा था की |
आखिर हो क्या रहा है |
मानो जैसे की वो एक भूल - भुलैये मे फस गया हो |
पहले दिन तो उसे एक काल - कोटरी जैसा लग रहा था |
क्योंकि वो सरीर मे था ओर उसकी आत्मा पूरी तरह से इस दुनिया मे नहीं आई थी |
पर जैसे ही वो कोमा मे चला गया वो पूरी तरह से इस दुनिया मे आ गया |
या तो ये कहो की वो पूरी तरह से इस दुनिया मे आ गया इस लिए कोमा मे चला गया |
शाम ढलते ही इस दुनिया मे अजीब सा कोला हल मच जाता है |
सेकड़ों लासे एक साथ जमीन से निकल कर एक साथ रोती है |
फिर कुछ लोग आते है ओर अपने मे से ही कुछ लोगों को पकाकर खाते है |
उसकी खोपरियों को निकाल कर उसमे लोही पीते है |
पूरी रात वो रोते है -ओर चीलाते है ओर सुबह होते ही |
सब गायब एक खतरनाक मंजर रोज इसी वारदात से गुजरना |
मानो की अब आँखों पर भरोसा करना मुस्किल था |
उसने पूरी तरह से उम्मीद छोड़ दी थी की अब वो यहा से निकल पाएगा |
क्या अनुज उस दुनिया से निकल पाएगा |
क्या अभिमन्यु उसे इस चुंगल से छुड़ा पाएगा |
जानने के लिए पढे |
एक कहानी ऐसी भी भाग - ७