Jinnjadi book and story is written by M BOSS मुस्ताक अली शायर in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Jinnjadi is also popular in डरावनी कहानी in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
जिन्नजादी - उपन्यास
M BOSS मुस्ताक अली शायर
द्वारा
हिंदी डरावनी कहानी
नमस्कार दोस्तों मैं मुस्ताक अली शायर आप सभी का स्वागत करता हूं।
सन 1940 में कोलकाता के रहने वाले
नवाज हुसैन के घर एक लड़का पैदा होता है।
नवाज हुसैन की यह तीसरी संतान थी।
नवाज हुसैन को पहले दो लड़कियां थी।
फरजाना और यास्मीन उनके नाम थे।
लड़का पैदा होने से नवाज हुसैन और उसका सारा परिवार बहुत कुछ होता है।
नवाज हुसैन एक साधारण परिवार से होता है।
वह खेती कर कर अपना और अपने परिवार का गुजारा करता है।
नवाज हुसैन की बीवी बसेरा
दूसरों के घर पर बर्तन मांजने का काम करती थी
जैसे तैसे दोनों मिल मिलकर अपने पूरे परिवार का गुजारा करते
लड़का पैदा होना उनके लिए एक राहत की बात थी।
जिन्नजादी 1नमस्कार दोस्तों मैं मुस्ताक अली शायर आप सभी का स्वागत करता हूं।सन 1940 में कोलकाता के रहने वालेनवाज हुसैन के घर एक लड़का पैदा होता है।नवाज हुसैन की यह तीसरी संतान थी।नवाज हुसैन को पहले दो लड़कियां थी।फरजाना ...और पढ़ेयास्मीन उनके नाम थे।लड़का पैदा होने से नवाज हुसैन और उसका सारा परिवार बहुत कुछ होता है।नवाज हुसैन एक साधारण परिवार से होता है।वह खेती कर कर अपना और अपने परिवार का गुजारा करता है।नवाज हुसैन की बीवी बसेरादूसरों के घर पर बर्तन मांजने का काम करती थीजैसे तैसे दोनों मिल मिलकर अपने पूरे परिवार का गुजारा करतेलड़का पैदा होना
नवाज हुसैन की दोनों बेटियां अब शादी के काबिल हो चुकी थी।नवाज उसे अपने बेटे युसूफ अली कोदोनों बहनों की शादी की बात कहता है।नवाज हुसैन और युसूफ अलीफरजाना और यास्मीन के लिएरिश्ते तलाश करने लगते है।थोड़े दिनों में ...और पढ़ेऔर यास्मीन के लिए अच्छे रिश्ते मिल जाते हैं।युसूफ अली बड़े धूमधाम से अपने दोनों बहनों की शादी करवाता है।दोनों बहने विदा ले कर चली जाती है।युसूफ अली की बहुत बड़ी जिम्मेदारी खत्म हो जाती है।युसूफ अली अपना पूरा ध्यान अब तंत्र सीखने में लगाता है।युसूफ अली तंत्र के बहुत सारे विद्या में माहिर हो जाता है।उसका सिर्फ एक ही
बिलाल सोच में पड़ जाता है ।उसे पूरा यकीन हो जाता हैसायरा के जिस्म में बहुत ही खतरनाक शैतान रह रहा है।उसे सामना करना इतना आसान नहीं होगा।अगर उसका सामना करने की कोशिश करेगातो उसमें उसकी जान जाने का ...और पढ़ेखतरा था।बिलाल को कुछ समझ नहीं आता कि आगे क्या करें।बिलाल सारा से पूछता है।तुम और क्या जानती हो इसके बारे में ?सारा कहती हैजितना पता था आपको बता दियाइससे ज्यादा मैं कुछ नहीं जानती।बिलाल कहता है।यह बताओ वह भूतिया गांव कहां है ?सारा कहती हैवह भूतिया गांव यहां से 600 किलोमीटर दूर है।उस भूतिया गांव के पास के गांव
युसूफ अली बिलाल से कहता हैचाचू हो अगर आप साथ हो तो मुझे किसी बात का डर नहीं।आप मेरी बिल्कुल फिक्र मत करोमैं बिना डरे साधना सफल करूंगा।मुझे इस मुश्किल वक्त में आपका साथ देना है।मैं आज जो कुछ ...और पढ़ेहूं सिर्फ आपकी वजह सेइस खतरनाक वक्त में मैं आपको अकेला कैसे छोड़ सकता हूं।बिलाल बहुत भावनिक हो जाता हैउसकी आंखें नम हो जाती है।वो युसूफ अली से कहता हैमुझे बहुत फक्र है बेटा तुम परतुम बहुत ही अच्छे इंसान हो।इस मुश्किल घड़ी में अपनी जान की फिक्र ना करते हुएतुम मेरा साथ दे रहे हो।युसूफ अली कहता हैयह तो
युसूफ अली लगातार मंत्रों का जाप करने लगता है।युसूफ अली बहुत ही हिम्मत से परिस्थिति का सामना करता है।साधना का पहला चरण पूरा होता है।बिलाल साधना का दूसरा चरण आरंभ करता है।जैसे ही साधना का दूसरा चरण आरंभ होता ...और पढ़ेहालत है और ज्यादा भयानक हो जाते हैं।हर तरफ डर ही डर छा जाता है।दूसरे चरण की साधना बहुत लंबी थी।रात के 3:00 बज गए।युसूफ अली ने अपना हौसला बनाए रखा था।युसूफ अली मंत्रों का जाप करता ही रहता है।जैसे जैसे समय बीतता जा रहा था।युसूफ अली को डरावनी आवाजों के साथकुछ भयानक चेहरे दिखाई देने लगती है।उसके दिल में