जिन्नजादी - भाग 7 M BOSS मुस्ताक अली शायर द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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जिन्नजादी - भाग 7

युसूफ अली ने ऐसी करामत जिंदगी में कभी नहीं देखी होती।
वह बहुत डर जाता ।
डर के मारे उस की बोलती बंद हो जाती है।
हिना उसके करीब आने लगती है।
हिना को करीब आती देख कर।
युसूफ अली और भी ज्यादा डर जाता है।
वह धीरे-धीरे पीछे होने लगता है।

हिना उसका डर समझ जाती है।
हिना उसे कहते हैं
आप डरो मत मैं कोई भूत नहीं हूं।
मैं भी आप ही की तरह के इंसान हूं।
युसूफ अली कहता है
एक जगह से दूसरी जगह जिसमें मिलो का फैसला है वहां एक ही पल में कैसे पहुंच जाते हैं ?
यह नामुमकिन बात है ?
यह करामत आपने कैसे की ?
आखिर आप हो कौन
इस सवाल का जवाब मुझे अभी चाहिए ?

हिना कहती है
ठीक है मैं सब कुछ बता देती हूं
आप थोड़ा शांत हो जाओ।
मैं भी आप ही की तरह एक इंसान हूं।
तंत्र सीखने की मुझे बहुत चाहत है ।
बचपन में ही मैंने अपना घर त्याग दिया था।
बचपन से ही मैं इस गुफा में रहती हूं।

मुझसे पहली यहां एक तांत्रिक बाबा रहते थे।
उन्होंने ही मुझे इस गुफा में लाया था।
ऐसी ही मैंने तंत्र विद्या जी की।
वह तंत्र विद्या में बहुत माहिर थे।
उन्होंने मरते समय
सारी शक्तियां मुझे दीक्षा में दी।

जमाने से दूर जिन रात में इस गुफा में साधना करती हूं।
तभी मेरी शक्तियां इतनी बढ़ गई है।
बहुत सारी सिद्धियां मैंने प्राप्त की है।
दुनिया का बड़ा से बड़ा तांत्रिक
बड़े से बड़े शैतान
मुझ पर विजय प्राप्त नहीं कर सकती।
कोई भी शैतान मेरी क्रोधाग्नि से बच नहीं सकता।
उस खूंखार शैतान का भी अंत मेरी ही क्रोधाग्नि से हुआ है।

मैंने बचपन से लेकर अभी तक
कभी किसी इंसान से बात नहीं की
मैं इंसानों से बहुत दूर रहती हूं।
आप पहले इंसान हो जिससे मैंने बात की है।
युसूफ अली कहता है
आप मुझसे ही क्यों बात की है ?
हिना कहती है
आप मुझे बहुत अच्छे लगे
मेरे दिल में आपसे बात करना चाहा
मतलब कि आप की मदद करना
हिना बात को संभालते हुए कहती है ।
देखिए इश्क छुपाए कहां छुपता है।
यह तो बिल्कुल साफ था
की हिना युसूफ अली से मोहब्बत करती है।

हिना कहती है
अगर आपके दिल में और कोई सवाल हो
आप बेझिझक पूछ सकते हो।
युसूफ अली कहता है
मुझे आप भी यह बात समझ नहीं आ रही है।
आप कहती हो कि आप इस गुफा में रहती हो।
तो मेरी जान बचाने के लिए और भूतिया गांव में कैसे पहुंच गई।
आप तो मेरे बारे में कुछ जानते ही नहीं।

हिना कहती है
आपके सवाल का जवाब मैं बिल्कुल दूंगी
लेकिन सही समय आने पर।
तब तक आप मुझसे इस बारे में कुछ नहीं पूछेंगे।
अभी हमें सायरा की भी जान बचानी है।
युसूफ अली कहता है
उस खूंखार शैतान का तो खात्मा हो चुका है।
अब सायरा की जान को क्या खतरा।

हिना कहती है
बिल्कुल खतरा है सायरा की जान को
उस खूंखार शैतानी सायरा के पूरे जिस्म को अंदर से खोखला कर दिया है
अब हो बेहोशी की हालत में है।
अगर समय रहते उसका इलाज ना किया जाए
तो दम तोड़ भी सकती है।
हमें अभी सायरा के पास जाना होगा।

युसूफ अली कहता है
ठीक है हम अभी चलते हैं सायरा के पास
इतना कहकर वह अपने हाथों को आगे करता है।
यह देखकर हिना को हंसी आ जाती है।
हिना युसूफ अली से कहती है
आप एक जगह से दूसरे जगह पर जाने का तरीका सीख गए।
युसूफ अली मुस्कुरा कर कहता है
आपके साथ रहकर सीख रहा हूं।

हिना युसूफ अली के हाथों को पकड़ लेती है।
एक ही पल में दोनों सायरा के गांव में जा पहुंचते हैं।
वहां से सीधा सायरा के घर जाते हैं।

क्रमशः