लारा - (एक प्रेम कहानी ) - उपन्यास
रामानुज दरिया
द्वारा
हिंदी उपन्यास प्रकरण
सोमा एक छोटे से गाँव में रहने वाली एक सिम्पल सी लड़की है..... उसने बाहर की दुनिया नहीं देखी है वो घर पर ही रहती है गाँव में कोई सुविधा ना मिल पाने की वजह से उसकी पढ़ाई ...और पढ़ेरह गई वह पढ़ना चाहती थी आगे बढ़ना चाहती थी अपने सपनों की ऊंचाईयों को छूना चाहती थी लेकिन कुछ मजबूरियों की वजह से वो कुछ भी नहीं कर सकी.....
वो घर पर रहकर कामकाज करती सिलाई कढ़ाई बुनाई यही सब करने लगी, सिलाई को उसने अपना रोजगार बना लिया वो पैसे कमाने लगी, और उन्हीं पैसों से अपनी छोटी छोटी जरूरतें पूरी करने लगी, क्योंकि वह अपने मां-बाप पर बोझ बनकर नहीं रहना चाहती थी वो यही सोचती कि वो किसी लायक बन जाये और अगर परिवार का बोझा नहीं उठा सकती तो कम से कम अपने खर्चो का बोझ तो अपने मां बाप के ऊपर ना डालें, अपनी खुद की छोटी-छोटी जरूरतें तो पूरी कर सके उसका एक छोटा सा सपना था, कि एक प्यारा सा इस्मार्ट फोन उसके पास हो और वह कैसे भी करके अपना सपना पूरा करना चाहती थी, क्योंकि वो देश दुनियाँ से जुड़ना चाहती थी.
सोमा एक छोटे से गाँव में रहने वाली एक सिम्पल सी लड़की है..... उसने बाहर की दुनिया नहीं देखी है वो घर पर ही रहती है गाँव में कोई सुविधा ना मिल पाने की वजह से उसकी पढ़ाई ...और पढ़ेरह गई वह पढ़ना चाहती थी आगे बढ़ना चाहती थी अपने सपनों की ऊंचाईयों को छूना चाहती थी लेकिन कुछ मजबूरियों की वजह से वो कुछ भी नहीं कर सकी.....वो घर पर रहकर कामकाज करती सिलाई कढ़ाई बुनाई यही सब करने लगी, सिलाई को उसने अपना रोजगार बना लिया वो पैसे कमाने लगी, और उन्हीं पैसों से अपनी छोटी छोटी जरूरतें
Behind the scenes love story (Part 2) पहले पार्ट में दिखाया गया कि सोमा किस तरह गलत फहमी का ...और पढ़ेहो गयी और अपने रिश्ते को खत्म कर देना चाहती थी।राम के दिल का दर्द सिर्फ सोमा समझ सकती थी आज तक दुनिया को सिर्फ राम का हंसता हुआ चेहरा दिखाई दिया, लेकिन उस मुस्कान के पीछे का दर्द किसी को नहीं दिखा, कोई देख ही नहीं सका उसके दर्द को।राम को अगर कोई समझ सकता था तो वो सोमा थी।राम के खुशी के पीछे का दर्द, राम के दर्द के पीछे
Behind the scenes love story {Part 3]जब राम जी खुद को बेकसूर होना सिद्ध नही कर पाए सोमा की अदालत में तो ...और पढ़ेभी ठान लिया कि अब सोमा को उसकी गलती का अहसास कराएंगे और उसकी गलत फहमी जरूर दूर करेंगे। सोमा और राम जी के बीच कॉल और मैसेज बंद हो गया था फिर भी अहसास जो जहां जैसे थे वैसे ही पड़े रह गए।ओ कहीं नही जा सके। कभी कभी रिस्ते खत्म होने की कगार पर होते हैं पर अहसास उन्हें जीने की एक मोहलत दे देता है। कुछ
Behind the scenes love story❤ (Part 4)वह तड़प रही थी राम से बात करने के लिए। अब सोमा को राम की ...और पढ़ेऔर भी जादा परेसान करने लगी, राम की वो बातें जो राम जी ने शुरुआत में ही कहा था कि सोमा ये जो तुमनें अपने चारों तरफ ऊँची ऊँची इमारतें खड़ी कर रखी हैं ना, जिस दिन प्यार का सैलाब आयेगा ना ये तुम्हारी सारी इमारतें ढह जायेंगी फिर चाहे वह इमारतें अंबुजा सीमेंट से बनी हों या फिर एसीसी से कोई फर्क नहीं पड़ता प्यार का सैलाब उनकी मजबूती
Behind the scenes love story (Part 5)सोमा जब तक राम के साथ थी उसे अपने प्यार का एहसास नहीं ...और पढ़ेउसे यह नहीं मालूम था कि वह राम से इतनी मोहब्बत करती है। प्यार को उसने खेल समझ रखा था लेकिन प्यार क्या है यह तो उसे राम से अलग होने के बाद पता चला, जब वह पल पल राम की याद में तड़पने लगी। और कहते हैं ना कि अगर किसी को सच्चे दिल से याद करो तो उसे एहसास हो जाता है जिसे हम याद कर रहे होते हैं।
Behind the scenes love story (Part 6) सोमा आधी रात को अकेले ही जोर जोर से हंसने लगी, बोली मुझे लगा आपकी मैगी में कुछ हो गया ...और पढ़ेकोई प्रॉब्लम हो गई थी। आप भी ना राम जी कैसे मजाक करते हैं, आप तो डरा ही देते हैं ऐसे बोला जाता है भला, हमें तो लगा कहीं आप ही तो नहीं जल गए हैं। राम बोले अरे नहीं सोमा कोई बात नहीं थी,बस हम थोड़ा सा आपको परेशान करना चाहते थे, और कुछ नहीं मेरी मैगी को कुछ भी नहीं हुआ था ।ऐसे ही हंसते-हंसाते दोनों की
Behind the scenes love Story (Part 7)राम जी बोले की सोमा ऐसी क्या मजबूरी ...और पढ़ेजो तुम मेरे साथ ऐसा कर रही हो ? सोमा बोली मेरे ऐसा करने के पीछे कई कारण हैं। एक तो यह कि मैं आपसे प्यार करके उन लोगों को धोखा नहीं दे सकती जिनकी गोद में मैं पली-बढ़ी हूं, जिनकी उंगली पकड़कर मैंने चलना सीखा है। मैं उन्हें कैसे धोखा दे सकती हूं, मैं किसी के पीठ पीछे वार नहीं कर सकती। और खासकर आपकी उस फैमिली को जिसे मैं इतना प्यार करती
Behind the scenes love Story (Part 8)जय के लिए मेरे दिल में सच्ची ...और पढ़ेआने लगी थी....जिसे सच्चा वाला प्यार कहते हैं वही होने लगा था । लेकिन मुझे नहीं मालूम था कि जय मेरे साथ टाइम पास कर रहे हैं, वो किसी और की यादों से बाहर निकलने के लिए मुझे इस्तेमाल कर रहे हैं। मुश्किल से 15 से 20 दिन में ही मुझसे वो बोर हो चुके थे।वो कैसे भी करके मुझ से अपना पीछा छुड़ाना चाहते थे, और इस बात से मैं बिल्कुल अनजान थी
( भाग 8 में आपको बताया गया कि किस तरह से जय ने सोमा (नैंसी) को धोखा दिया था, अब नैन्सी क्या करेगी, आगे की कहानी इस भाग 9 में) मैंने जय को अनफ्रेंड तो कर दिया लेकिन उसकी ...और पढ़ेको डिलीट नहीं किया। क्योंकि मैं उसके प्रति अपने नफरत को हमेशा जिंदा रखना चाहती थी, मैं उसके दिए हुए जख्म को बार-बार महसूस करना चाहती थी, ताकि उसके लिए मेरी नफरत कभी मेरे दिल से कम ना हो। उस चैट को जितनी बार मैं पढूं उतनी ही ज्यादा मुझे उससे नफरत हो। आज मैं जय का नाम भी नहीं सुनना