Karn Pishachini book and story is written by Rahul Haldhar in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Karn Pishachini is also popular in डरावनी कहानी in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. कर्ण पिशाचिनी - उपन्यास Rahul Haldhar द्वारा हिंदी डरावनी कहानी 277 183.6k Downloads 338.6k Views 45 Likes Writen by Rahul Haldhar पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें उपन्यास विवरण क्योंकि मेरी तरह आप भी हिंदी भाषी राज्य में रहते हो तो कहानी में जिस जगह का उल्लेख किया गया है वह आपको पता नही होगा । जगह का नाम बोलपुर है जो बंगाल के बीरभूम जिले में उपस्थित हैं । यह जगह ठाकुर रवीन्द्रनाथ टैगोर के शांतिनिकेतन विश्वविद्यालय और 51 शक्तिपीठों में से एक देवी कंकालेश्वरी /कंकालीतला देवी के लिए प्रसिद्ध है जो कोपाई नदी के किनारे कंकालीतला नामक गाँव में उपस्थित है । यह मंदिर तांत्रिक व कापालिकों का बहुत प्रिय स्थान है क्योंकि यहाँ देवी काली की मूर्ति जागृत बताई जाती है । More Interesting Options लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी Load More Best Novels of 2025 Best Novels of 2025 Best Novels of January 2025 Best Novels of February 2025 Best Novels of 2024 Best Novels of 2024 Best Novels of January 2024 Best Novels of February 2024 Best Novels of March 2024 Best Novels of April 2024 Best Novels of May 2024 Best Novels of June 2024 Best Novels of July 2024 Best Novels of August 2024 Best Novels of September 2024 Best Novels of October 2024 Best Novels of November 2024 Best Novels of December 2024 //= $best_novels_two_yr_ago_links; ?> पूर्ण उपन्यास Episodes Novels कर्ण पिशाचिनी - 1 New क्योंकि मेरी तरह आप भी हिंदी भाषी राज्य में रहते हो तो कहानी में जिस जगह का उल्लेख किया गया है वह आपको पता नही होगा । जग... Read Free Novels कर्ण पिशाचिनी - 2 New भाग - 2विजयकांत को जब होश आया तब उसने देखा कि वो एक घर के आँगन में लेटा हुआ है । चारों तरफ बह... Read Free Novels कर्ण पिशाचिनी - 3 New भाग - 3गोपालेश्वर की बात बाद में करते हैं । पहले एक और कहानी को पढ़ लेते हैं ।वर्धमान का सोनपुर... Read Free Novels कर्ण पिशाचिनी - 4 New भाग - 4 अगले दिन शाम को यज्ञ - हवन शुरु हुआ । दीपिका एक कमरे के अंदर बंद थी । गुरुदेव ने अपना और... Read Free Novels कर्ण पिशाचिनी - 5 New भाग - अंतिमदेखते ही देखते शनिवार आ गया । उधर शुक्रवार से ही गोपालेश्वर अपने काम में व्यस्त है ।... Read Free Read all episodes on App //= $best_novels_links; ?> //= $best_novels_prev_links; ?> //= $best_novels_two_yr_ago_links; ?>