Karn Pishachini - 4 book and story is written by Rahul Haldhar in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Karn Pishachini - 4 is also popular in Horror Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. कर्ण पिशाचिनी - 4 Rahul Haldhar द्वारा हिंदी डरावनी कहानी 27 13.7k Downloads 25.5k Views Writen by Rahul Haldhar Category डरावनी कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण भाग - 4 अगले दिन शाम को यज्ञ - हवन शुरु हुआ । दीपिका एक कमरे के अंदर बंद थी । गुरुदेव ने अपना और दीपिका की देह - बंधन कर रखा है । शाम जितना बढ़ता गया चारों तरफ हवा की गति भी उतनी ही बढ़ती गई । हवा की वजह से आसपास के पेड़ों की शाखाएं टूटने लगी । इधर दीपिका भी कमरे के अंदर छटपटाने लगी । घर के चारों तरफ 3 दिया जलाया गया है । गुरुदेव अपने गंभीर आवाज में मंत्र को पढ़ते जा Novels कर्ण पिशाचिनी क्योंकि मेरी तरह आप भी हिंदी भाषी राज्य में रहते हो तो कहानी में जिस जगह का उल्लेख किया गया है वह आपको पता नही होगा । जगह का नाम बोलपुर है जो बंगाल के... More Likes This अजीब लड़की - 1 द्वारा mahendr Kachariya अनदेखा प्यार - Season 1 द्वारा Jaydeep DAS खौफनाक हकीकत द्वारा Raj द अल्टरनेट डाइमेंशन - 1 द्वारा Vaibhav Surolia अनंता - पार्ट 1 द्वारा zarna parmar महल का गुप्त रहस्य द्वारा Abhishek Chaturvedi मृत्युलोक की क़िताब - 1 द्वारा Abhishek Chaturvedi अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी