FRIENDZONED LOVE book and story is written by anjali singh in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. FRIENDZONED LOVE is also popular in प्रेम कथाएँ in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
FRIENDZONED LOVE - उपन्यास
anjali singh
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
ऐसे ही 5 दोस्त अपनी जिंदगी के सबसे प्यारे एहसास जी रहे है, उन्हे देख कर कोई भी कह दे की दोस्ती हो तो उनके जैसी, बिना किसी स्वार्थ के, पूरे विश्वास के साथ। जहां misunderstanding, jealousy जैसी किसी चीज की जगह ही नहीं है।
बचपन के दोस्त जो 10वीं तक साथ पढ़ते हैं और अब तक जुड़े रहते हैं। क्या आप उस दोस्ती की कल्पना कर सकते हैं? जिसकी दोस्ती 5 साल की उम्र से शुरू होती है और 25 साल की उम्र में भी बनी रहे।
25 साल की उम्र एक बहुत ही कठिन उम्र है जिसमें हम अपने भविष्य में खुद को बेहतर बनाने के चरम पर होते हैं. अगर इस उम्र में भी हम अपने दोस्तों के भविष्य के बारे में सोचते हैं और अपने दोस्तों के सामने आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए कुछ भी करते हैं तो यह वास्तव में बहुत मायने रखता है। ऐसा ही कुछ रिश्ता है इन दोस्तो का...जिसे शब्दों में बयां करना बहुत मुश्किल है, लेकिन मैंने आपको यह खूबसूरत कहानी बताने के लिए एक बहुत ही जटिल रास्ता अपनाया है।
ये दोस्ती हम नहीं तोडेंगे.....very famous line of friendship in india ... शहर:- delhi ऐसे ही 5 दोस्त अपनी जिंदगी के सबसे प्यारे एहसास जी रहे है, उन्हे देख कर कोई भी कह दे की दोस्ती हो तो उनके ...और पढ़ेबिना किसी स्वार्थ के, पूरे विश्वास के साथ। जहां misunderstanding, jealousy जैसी किसी चीज की जगह ही नहीं है। बचपन के दोस्त जो 10वीं तक साथ पढ़ते हैं और अब तक जुड़े रहते हैं। क्या आप उस दोस्ती की कल्पना कर सकते हैं? जिसकी दोस्ती 5 साल की उम्र से शुरू होती है और 25 साल की उम्र में भी
1)MEERA DESHMUKH--- एक अमिर खानदान की बिगडेल लड़की जिसके boyfriends लगभग हर 2_3 महीने मे चेंज होते हैं। अब माँ नहीं हैं समझाने वाली, पापा जो खुद ऐसे हैं, ऐसे में क्या ही उम्मीद कर सकते है। ऐसे में ...और पढ़ेapni सेकंड mom का टैग अपनी दोस्त जिया को दिया है। जो इसी के उम्र की होने के बावजूद इससे कफी mature और सुलझी हुई लड़की है। अपनी जिंदगी अपने तारिके से जीने की ख्वाहिश रखने वाली मीरा, जिसे दूसरो का उसके फैसले या रास्ते में आना पसंद नहीं फिर भी अपनी जिंदगी के आधे से ज्यादा फैसले वो jiya से
अपने अपने घर पर आने के बाद, सब कही न कही busy हो गए। उसी तरह jiya भी अपने आर्टिकल्स कंप्लीट करने की tension में कुछ सोचने लगी। साथ ही उसे परसो sir के साथ होने वाली मीटिंग की ...और पढ़ेसताने लगी।पहले भी कई बार वो इसका alternative सोच चुकी थी, पर कोई solution न मिलने पर, वापस यही काम जारी रखना उसे सही लगा। जिया अपने 2 bhk flat में अकेली ही रहा करती थी, जब वो 18 साल की हुई थी उस वक्त के आस पास ही , उसके पापा का transfer लखनऊ हुआ था, जब से ही
दोपहर के 12:30 बजे तक सबसे पहले karan जिया के घर तक पहुंच चुका था। क्युकी वो जिया के घर के काफी पास रहता था बाकियों के मुकाबले। जब वो जिया के घर पहुंचा तो देखा की अभी भी ...और पढ़ेflat का door बंद है और वो दरवाजा नही खोल रही है। तो उसे याद आया की जिया के घर की दूसरी चाभी, वो लाना भूल गया है। उसने सोचा कि वो अब फोन करके किसी और को बोले की चाभी ले आए but फिर उसने सोचा कि, अब तक तो सब पहुंचने ही वाले होंगे। पर दरवाजा खोलने के
राहुल जिया के पास बैठा जिया से बात करते हुए उसकी तबियत पूछता है, "अब कैसा feel कर रही है?" जिया: "हम्म्म ठीक हु मै। ज्यादा फिक्र मत कर वरना, प्रिया को मुझसे jealousy होने लगेगी"(और ये बोल कर ...और पढ़ेलगती है) राहुल: "होने दे, वैसे... वो समझदार है, अपना खयाल कैसे रखना है , उसे पता है। लेकिन तुझे नही पता इसलिए अब उसे मेरा कॉम्प्रमाइज तो करना ही पड़ेगा। कम से कम तब तक, जब तक तू अपने लिए किसी को ढूंढ नही लेती, जो तेरा खयाल रख सके।"(आंख मारता हुआ उसे बोलता है) जिया: "अच्छा जी! वैसे