FRIENDZONED LOVE - 3 - Phone's conversation mystifying द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
श्रेणी
शेयर करे

FRIENDZONED LOVE - 3 - Phone's conversation

अपने अपने घर पर आने के बाद, सब कही न कही busy हो गए।


उसी तरह jiya भी अपने आर्टिकल्स कंप्लीट करने की tension में कुछ सोचने लगी। साथ ही उसे परसो sir के साथ होने वाली मीटिंग की चिंता सताने लगी।पहले भी कई बार वो इसका alternative सोच चुकी थी, पर कोई solution न मिलने पर, वापस यही काम जारी रखना उसे सही लगा।


जिया अपने 2 bhk flat में अकेली ही रहा करती थी, जब वो 18 साल की हुई थी उस वक्त के आस पास ही , उसके पापा का transfer लखनऊ हुआ था, जब से ही वो यहां अकेली रहा करती थी। उसके घर को देखकर कोई भी कह दे की ये किसी राइटर का घर है। कमरे की वाल पर काफी सारे मोटीवेटिंग thoughts बड़े ही स्टाइल में पेंट किया हुआ था, उसके दरवाजे और hanging पेंटिंग्स भी उसकी स्टोरीज के कवर की डिजाइन की थी।


उसके शोकेस में काफी अवॉर्ड्स रखे हुए थे जो इसने कुछ तो ऑनलाइन स्टोरीज लिखकर और कुछ कॉलेज के टाइम जीते हुए थे।


घर पहुंचने के बाद सबसे पहले तो उसने थोड़ा रेस्ट किया फिर उठने के बाद उसने किचन में जाकर अपने लिए potatoes boil कर दिए और फिर जाकर फ्रेश हो गई, फ्रेश होने के बाद आलू के पराठे बना कर उसे टेबल पर ले आई। और उसे गोल गोल करके roll बनाकर खाने लगी और दूसरे हाथ से अपने फोन में आज की क्लिक की हुई फोटोज देखने लगी। अभी तक शाम के 5 बज चुके थे, उसे अभी भी कही न कही मीटिंग की चिंता थी, पर वो अपने मन को बहलाने की वजह busy रख रही थी।


खाना खाने के बाद उसने अपने बालो का जूड़ा बनाया, और अपने काम में लग गई। वो हमेशा अपना काम शुरू करने से पहले अपने फोन को aeroplane mode पर रखती थी, ताकि काम के बीच में उसे कोई disturbance न हो।


वो पूरी रात अपने आर्टिकल्स की एडिटिंग और करेक्शन में बिजी रही, इसी बीच उसने सोचा, " अगर इसी flow flow में आगे की 2-3 एपिसोड और लिख दू तो sir खुश हो जाएंगे। और शायद उनका गुस्सा भी उतार जाए। ये ठीक रहेगा।"


फिर smile करती है, और खुद को शाबाशी देते हुए फोन में टाइम देखकर काम में फिर लग जाती है। इस वक्त रात के 2 बज रहे थे। अब जिया को तो अपना काम निपटाने के बाद ही नींद आने वाली थी।


...


उधर aryan जब घर पहुंचा , तब भी उसके दिमाग में जिया को लेकर चिंता थी, वो सोच रहा था कि वो उसकी help कैसे कर सकता है।


aryan अपने पापा के साथ ही रहता था। पर मोस्ट ऑफ द टाइम उसके पापा कभी तो india के किसी और कोने में, तो कभी तो india में ही नही होते थे, उन्हे हमेशा कही न कही आउट ऑफ टाउन या country काम के सिलसिले में जाना पड़ता था। उनकी wife के भाग जाने के बाद उन्होंने किसी पे भी भरोसा करना छोड़ दिया था। इसलिए वो ये सब काम खुद ही देखते थे।


लेकिन जब से आर्यन इस कंपनी को संभालने लगा था तब से वो बेफिक्र होकर अपना बाहर का काम करते थे।


तो ये कह सकते हैं कि aryan एक बोहोत ही बड़े घर में अकेला ही रहा करता था। जहा काम करने के लिए servents तो आते थे पर काम करके वो इस घर के पीछे की बस्ती में चले जाते थे।


manik villa के पीछे ही उनकी ही बनाई एक बस्ती थी, जहा उनके काफी वर्कर्स और नौकर रहा करते थे।


आर्यन जब जिया की चिंता कर रहा था, तब उसे एक बार मन हुआ कि वो एक बार जिया से खुद इसके बारे में बात कर ले, पर जब उसने time देखा तो उसे लगा की शायद वो सो गई होगी। तो कल सुबह कॉल कर लेगा।


...


सुबह होने के बाद...


इस वक्त सुबह के 11:30 बज रहे हैं,,,


आर्यन अपनी कंपनी के ऑफिस रूम में अपनी chair पे बैठा अपने लैपटॉप में प्रेजेंटेशन बनाने में बिजी था।


तभी उसके फोन की रिंग बजती है, तो वो यू ही हाथ लैपटॉप पे रखा हुआ अपनी नजरे घुमाकर देखता है तो उसे राहुल नाम flash हुआ दिखाई देता है।


वो कुछ सोचते हुए फोन उठता है...


"ये राहुल का फोन इस वक्त, क्या काम होगा उसे और ये ऑफिस नही आया क्या, यही आकर बात कर लेता"


फोन की conversation::


आर्यन: हा भाई बोल। है कहा तू?


राहुल: ये छोड़ तू बता यार तेरी, जिया से कोई बात हुई क्या?(थोड़ी चिंता में)


आर्यन: नही तो क्यों?


(तभी उसे याद आया की कल देर से सोने की वजह से उसे आज उठने में लेट हो गया था, और इस चक्कर में वो जिया से बात करना भूल गया।)


राहुल: यार मैंने उसे कल ही फोन किया था, 10 बजे के आस पास, phone switch off आ रहा था उसका और अभी भी switch off ही है। वो ठीक तो ही न...


आर्यन: यार मैं आज उसे कॉल करने वाला था, कल सोचा तो था but बहुत लेट हो गया था इस लिए कॉल नही की।


करन: हा यार हो सकता ही थक गई होगी और फोन चार्ज करना भूल गई होगी, तुम लोग सच में फालतू में ही चिंता करते हो।


आर्यन: ये करन की आवाज कहा से आ रही है। करन तेरे साथ है क्या राहुल?


राहुल: अरे नही मैने इससे यही पूछने के लिए कॉल किया था तो अभी conference पर है।


आर्यन: ओह अच्छा, मीरा से पूछ क्या पता उसे कुछ पता हो।


राहुल: रुक अभी कांफ्रेंस पर लेता हु।


उधर

मीरा अपने बेड पर आराम से सो रही थी, तभी उसके पास किसी की कॉल आती है, वो जब फोन पर देखती है, तो वो राहुल की कॉल होती है। राहुल की कॉल देख कर मीरा फोन उठाती है।।।


मीरा: हा राहुल बोल।(नींद में अपनी आंखे बंद किए हुए ही बोलती है)


आर्यन:मीरा, तेरी जिया से कोई बात हुई क्या, वहा से आने के बाद?


मीरा: (राहुल के फोन से उसकी की आवाज न पाकर आर्यन की आवाज सुनकर होश में आती है और फिर आंख मलती हुई बोलती है) ....आर्यन तू भी ही क्या?


करन: तू बता न... जो पूछा है।

मीरा

: पता नही यार मेरी कोई बात नही उससे, वैसे हुआ क्या है।


राहुल: guys सुनो, बात बहुत सीरियस है, मुझे जिया के सामने वाले फ्लैट के राजेश uncle का फोन आया था उन्होंने बताया कि जिया ने न तो सुबह का newspaper उठाया और न ही दूध की थैली, अभी भी उसके घर के बाहर ही टंगी है।


उन्होंने बताया की जब उन्होंने जिया के रूम की बेल बजाई तो उसने door नहीं खोला। तो उन्हे लगा की वो अभी वापिस नही आई होगी, पर उन्हे doubt तब हुआ जब उनकी वाइफ ने उनसे कहा की जब भी ऐसा होता है, तो जिया उन्हे बता देती है ताकि वो उसकी दूध की थैली अपने fridge में रख दे।


तो उनके पास मेरा no. था, तो उन्होंने उसकी तबियत पूछने के लिए मुझे कॉल किया था।


आर्यन: यार फिर तो बहुत सीरियस मैटर लगता है, क्युकी वो इतनी देर तक और इतनी गहरी नींद में नही सोती, कि बेल की आवाज न सुनाई दी हो उसे।


करन: अच्छा तो मैं जाकर देखता हु उसे डोंट वरी, मैं इनफॉर्म कर दूंगा।


मीरा: हा यार बता दियो, अगर सच में तबियत खराब हुई, तो, लगता है ज्यादा ही होगी तभी तो उठी नही अभी तक। मैं आ जाऊंगी।


आर्यन: listen guys हम सब चलते हैं, वैसे भी मुझे उससे कुछ बात करनी है। लगता है ये सही tym है। और वो बहुत stress में भी होगी इस वक्त।


राहुल:ok then, हम अभी निकलते है आधे घंटे में पहुंच जाएंगे।


तब जल्दी से मीरा नहाने चली जाती है। और करन फौरन अपनी कार निकाल कर जिया के घर की ओर चल दिया है। आर्यन भी अपने ऑफिस से अपने असिस्टेंट को सारा काम समझा कर वहा से निकल जाता है।


राहुल जब अपनी घर से निकल रहा होता ह तो, वो निकलते वक्त जिया के फ्लैट की एक्स्ट्रा key अपने साथ ले लेता है


..............