Urvi Vaghela लिखित उपन्यास यादों की अशर्फियाँ

यादों की अशर्फियाँ द्वारा  Urvi Vaghela in Hindi Novels
समर्पण में अकसर सोचती थी की अगर हम कोई अच्छा काम करे तो हमारे माता पिता एवम् परिवार वालो की कीर्ति तो बढ़ेंगी ही पर उन श...
यादों की अशर्फियाँ द्वारा  Urvi Vaghela in Hindi Novels
1. वेलकम टू किशोर विद्यालय किशोर विद्यालय, याद करते ही आंखो के सामने खड़ी हो जाती है वह खूबसूरत गुलाबी इमारत, जिसके सामन...
यादों की अशर्फियाँ द्वारा  Urvi Vaghela in Hindi Novels
2. डेमो लेक्चर्स सुबह यूं तो सबको प्यारी लगती है पर बचपन की वह सुबह को हमने सबसे ज्यादा धिक्कारा है जब छुट्टियों के बाद...
यादों की अशर्फियाँ द्वारा  Urvi Vaghela in Hindi Novels
3. मॉनिटर का चुनाव         क्लासरूम में शोर करना तो जैसे स्टूडेंट्स का जन्मसिद्ध अधिकार था। और टीचर को इसे रोकना उसका मि...
यादों की अशर्फियाँ द्वारा  Urvi Vaghela in Hindi Novels
4. गुरुपूर्णिमा आकाश में अंधकार छाया हुआ था। सब और छाता और रेनकोट दिखाई दे रहे थे। खड्डे गंदे पानी से भर गए थे और इसी गं...