Ye Tumhari Meri Baate book and story is written by Preeti in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Ye Tumhari Meri Baate is also popular in लघुकथा in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
ये तुम्हारी मेरी बातें - उपन्यास
Preeti
द्वारा
हिंदी लघुकथा
"सुनो, कहां हो तुम"?
"सुबह घर से निकलते वक्त बता कर आया था , भूल गई "?
"सीधे सीधे जवाब देने में दिक्कत है क्या कोई "?
"आज अचानक से मेरी जासूसी क्यों की जा रही "?
"अरे! हद है भला ! पति कहां है कैसा है पूछ लिया तो जासूसी हो गई"?
"एक ही दिन में कितने झटके देने का इरादा है तुम्हारा "?
"क्या मतलब"?
"पति भी मान रही , में कहां हूं पूछ कर पत्नी का हक भी जता रही , बुखार अब तक उतरा नही या दिमाग पर चढ़ गया है"?
"अजीब इंसान हो, तब से सवाल सवाल में जवाब दिए जा रहे , बताओ हो कहां तुम ? बोलकर गए थे मीटिंग में जा रहे हो , अब तक मीटिंग खत्म न हुई तुम्हारी"?
सुनो, कहां हो तुम ? सुबह घर से निकलते वक्त बता कर आया था , भूल गई ? सीधे सीधे जवाब देने में दिक्कत है क्या कोई ? आज अचानक से मेरी जासूसी क्यों की जा रही ...और पढ़े? अरे! हद है भला ! पति कहां है कैसा है पूछ लिया तो जासूसी हो गई ? एक ही दिन में कितने झटके देने का इरादा है तुम्हारा ? क्या मतलब ? पति भी मान रही , में कहां हूं पूछ कर पत्नी का हक भी जता रही , बुखार अब तक उतरा नही या दिमाग पर चढ़ गया है ? अजीब इंसान हो, तब से सवाल सवाल में जवाब दिए जा रहे ,
"नहीं, मैं मान ही नहीं सकता!" " तुम्हारे मानने या ना मानने से मुझे फर्क नहीं पड़ता।"" वो तो मुझे क्या ,मोहल्ले वालों तक को पता है, कि मिश्राइन; मिश्रा साहब को अपने जुत्ते की नोक पर रखती हैं।" ...और पढ़ेये ज़्यादा हो गया, थोड़ा कम फेंको तो हज़म भी कर लूं, यही एक आदत तुम्हारी सबसे ख़राब है, बाकी काम चलाऊ हैं।"" अरे अरे, सबसे ख़राब बस एक ही आदत है? अभी प्यार के दो मीठे बोल बोल दूं तो उसके लिए भी यही कहोगी कि बस यही आदत सबसे ख़राब है, ऐसे कहते कहते मेरी हर आदत को
"सौ मर्तबा कहा होगा तुमसे कि कपड़े फैलाते वक्त कपड़ों की क्लिप का भी इस्तेमाल किया करो, लेकिन छत पर नज़रें और ध्यान कपड़ों पर कहां रह जाता है, है ना वकील बाबू!" "सुनो, तुम ना गाली दे दिया ...और पढ़ेये वकील बाबू ना बुलाया करो। ज़ुबान से डंडा मार देती हो कसम से! और रही बात हमारा ध्यान भटकने की तो, वो दस साल पहले भटका था, तबसे भटका ही हुआ है।" " बस, एक यही काम आता है तुम्हें, बात क्या हो रही होती है, उसे कहां लेके चले जाते हो। मैं तुम्हारी मुवक्किल नहीं हूं, जो बातों
कुंडली भाग्य -1*****************"किसका जीवन कैसा होगा , सब ऊपर वाले ने लिख रखा है , हम बस वही करते हैं जो भाग्य में लिखा हुआ है।" "माना कि उच्च कुल में जन्म लिया है तुमने, और उससे भी उच्च ...और पढ़ेमें ब्याही गई हो , लेकिन अचानक से पंडिताई करने का क्या औचित्य है?" "बिना सवाल किए बात कर लोगे , तो धरती इधर की उधर नही हो जायेगी! " "तुमसे बिना सवाल किए रहा नही जाता , वो क्या है ना, बेतुके जवाब सुनने की आदत हो गई है , इसमें मेरा क्या कसूर ?" "बातों बातों में मुझे
कुंडली भाग्य -2***************पिछले भाग में.... " कार्तिक आर्यन वाला मोनोलॉग ज्यादा अच्छा था! ज्यादा बेहतर डायलॉग थे उसके ! ज़्यादा नहीं बोल गए? मुझे चुहिया तक कह दिया तुमने?" "अब भी असली मुद्दे से कोसो दूर हैं आप मातेश्वरी, ...और पढ़ेकरें, टाइमपास में क्या ज्ञान अर्जित किया है आपने , जिसके कारण मेरा जीवन अंधकारमय प्रतीत हो रहा मुझे, बताने की कृपा कर दीजिए प्लीज़!!!"अब आगे..... "टाइम क्या हुआ है?" "यहां मेरे दिमाग के १२ बज गए हैं, देखो घड़ी में भी १२ ही बज रहे होंगे शायद!" "सीधे सवाल का सीधा जवाब दे दोगे तो छोटे हो जाओगे?" "