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मां कब आयेगी - उपन्यास
Dikshadixit
द्वारा
हिंदी आध्यात्मिक कथा
ये बात उस वक्त की है जब मीठी सात वर्ष की है। उसके घर में बहुत से लोग है, वो घर में सबकी लाडली है ।पर समय सबके साथ अजीबो-गरीब खेल खेलता रहता है, कुछ इसी तरह मीठी के साथ भी हुआ। मीठी अभी सात साल की है आज उसका आठ वां जन्म दिवस है बह बहुत खुश है। पापा ने बहुत बड़ी पार्टी रखी है उसका छोटा भाई और एक बड़ी दीदी भी है जो बारह वर्ष की है, घर पर बहुत से मेहमान आए है सब पार्टी में मस्त है मीठी की माँ रसोईघर में है, तभी एक जोर दार धमाके की आवाज़ होती है सब एक तक घर के अंदर देखते हैं पर अंधेरे में कुछ भी नहीं दिखता अचानक से भाग दौड़ हो जाती है । मीठी ये सब एक तक देख रही है उसकी तरह किसी का भी ध्यान नहीं गया सब आग बुझाने में लगे है । तभी मीठी की बड़ी माँ उसको और उसके बहन भाई को दूसरे पड़ोसी के यहां छोड़ आती है। मीठी उधर से भी अपने घर को देख रही होती है, तभी कुछ अजीब सा उसके मन और दिमाग को हिला देता है, एक सफेद गाड़ी जिसके ऊपर एक लाल बत्ती लगी है उसमें से दो लोग निकले और उसकी प्यारी माँ को ले जा रहे है। वो ये सब देख कर अपनी दीदी से बोलती है। दीदी ये लोग माँ को ले जा रहे है, कहां जा रहे है....?
ये बात उस वक्त की है जब मीठी सात वर्ष की है। उसके घर में बहुत से लोग है, वो घर में सबकी लाडली है ।पर समय सबके साथ अजीबो-गरीब खेल खेलता रहता है, कुछ इसी तरह मीठी के ...और पढ़ेभी हुआ। मीठी अभी सात साल की है आज उसका आठ वां जन्म दिवस है बह बहुत खुश है। पापा ने बहुत बड़ी पार्टी रखी है उसका छोटा भाई और एक बड़ी दीदी भी है जो बारह वर्ष की है, घर पर बहुत से मेहमान आए है सब पार्टी में मस्त है मीठी की माँ रसोईघर में है, तभी एक
आज से मीठी की दुनिया पलटने वाली है बह नही जानती आगे किया होगा, पर जो होगा आप लोग यहां मेरी कहानी के जरिए पड़ेंगे (भाग से भाग ) में प्लीज स्पोर्ट करें। मीठी की मां को गुजरे कुछ ...और पढ़ेवक्त हुआ था, और उसके रिश्तेदार उसकी पापा को दूसरी शादी के बारे में सोचने लगे, पिता जी की सरकारी नौकरी होने के कारण किसी को ज्यादा समय नहीं लगता था लड़की देखने में,उन्होंने बहुत सी लड़कियां देख ली पर मीठी के पिता हमेशा मना कर दिया करते, क्यों कि उनको पता था, कि कोई भआई दूसरी मां कभी भआई
सुबह हो गई मीठी के पिता सुबह उठे और अपनी घड़ी के तरफ देखा सुबह के सात बज चुके थे, उनको सुबह ऑफिस के लिए देर हो रही थी।बह अपनी बेटी को एक तरफ सुला देते हैं, और जल्दी ...और पढ़ेउठ जाते हैं, तैयार हो कर बिना नाश्ता किए ऑफिस निकल जाते है और अपनी मां से कह जाते है की मां बच्चो का ख्याल रखियेगा मैं शाम को जल्दी आऊंगा।और बह चले जाते हैं, मीठी की दादी बहुत बूढ़ी थी मगर बह उदय और मीठी का पूरा ख्याल रखा करती थी, दादी मीठी को आवाज देती हैं, मीठी बेटी
जब मीठी के पिता उदय के खो जाने की रिपोर्ट लिखा कर घर आते हैं, तब बह देखते हैं को उदय घर पर अपनी बहन के साथ खेल रहा है, उदय को देख कर मीठी के पापा चौंक जाते ...और पढ़ेऔर बोलते हैं,ये घर कैसे आया इसको कोन ले गया था कहां से आया मीठी के पिता ने एक ही सांस में कई सवाल कर दिए मीठी की दादी बोली अरे जरा रुक, बताती हूं, उदय मीठी को बाहर खेलते देख बाहर निकल गया था, और रोड पर पहुंच गया इसी बीच एक आदमी ने इसे उठा लिया बह पूरा
सुबह होती है मीठी के पिता जब जागते हैं तो देखते है आज बह फिर से ड्यूटी के लिए लेट हो गए, बह जल्दी से उठते हैं,और तैयार होते होते बह अपने दोस्त की बाते सोचते हैं,की रात उनका ...और पढ़ेबोला था कि दो तीन दिन सोच कर जबाव दें भाई साहब को बोल दें की बह अब शादी करना चाहते हैं,पर मीठी के पिता अभी भी बही अटके है की दूसरी बीबी लाना ठीक होगा या नहीं अगर ठीक भी है तो किया बच्चों के लिए दूसरी माँ ठीक होगी। ये सब बातें उनके मन को बार बार डरा