मां कब आयेगी - (भाग -८) Dikshadixit द्वारा आध्यात्मिक कथा में हिंदी पीडीएफ

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मां कब आयेगी - (भाग -८)

रश्मि के पति के देहांत के बाद।
रश्मि के ससुराल वाले शरद के घर आते हैं, किसी को नही पता क्यू, उनको बड़े भाई साहब ने बुलाया है, घर के सभी लोग अपनी बैठक में बैठे हैं शरद के आने का इंतजार हो रहा है, क्यू की शरद की शादी की बात रश्मि से होने बाली है, शरद ऑफिस से आते हैं। उनके आते ही सब खड़े हो जाते हैं भाई साहब" आओ शरद आओ बैठो, इतनी देर कैसे हो गई। कब से इंतजार हो रहा है तुम्हारा।
शरद" कुछ नही भाई साहब बस कार की खराबी थी तो देर हो गई मैं अभी आया इतना कह कर शरद कमरे में चले जाते हैं, और अंदर से ही मीठी को आवाज देते हैं, मीठी पापा की आवाज सुनते ही अंदर जाती है और वन पिता को बोलती है आज आपकी शादी की तारीख पक्की करने आए है, वे लोग पापा ये रश्मि कोन हैं किया उनकी शादी होगी आपसे बड़े पापा बोल रहें हैं, आपकी शादी होगी जल्द ही,
शरद कुछ नही बोलते है बस कहते हैं आप खाना खा लें उदय कहां है,

मीठी" पापा उदय बड़ी मां के पास है, आप जल्दी से तैयार हो जाओ सब आपका वैट कर रहे हैं इतना कह मीठी बाहर की तरफ जाती है शरद उसे रोकते हुए,
शरद" अरे लाडो रुको हमारी कुछ मदद करेगी,

मीठी" क्यू नही पापा बोलिए।

शरद" आज आप हमे कपड़े निकाल कर दो हम बही पहनेगे।

मीठी फटाफट से अलमारी से बही कपड़े निकालती है जो उसकी माँ उसके पापा के लिए निकालती थी जब उसके पापा एक नई मीटिंग पर जाया करते थे, ये देख मीठी के पिता फिर पूनम की ख्यालों में खो जाते हैं,
मीठी अपने पिता को बोल कर चली जाती है कि जल्दी तैयार हो जाओ,
शरद पूनम के ख्यालों में खो ही जाते हैं और सोचते हुए कहते हैं माफ करना पूनम मैं शादी तो करना नही चाहता पर क्या करूं मुझसे पूछे और बताए बगैर भावी ने मेरा रिश्ता रश्मि से कर दिया मैं केसे मना करूं, मेरे अन्दर इतना साहस नही है, मैं किस से कहूं किया कहूं मेरे बच्चे कितने खुश है की पापा की शादी की तारीख पक्की हो रही है, बच्चों को केसे बोलूं कि दूसरी माँ जाने उनकी माँ कि तरह होगी या नही रश्मि पर में सक नही कर रहा वो बहुत अच्छी है इस समय वो भी किया मेरी तरह सोच रही होगी, किया बह मेरी तरह सोचती होगी जो मैं चाहता हूं वो बह कर पाएगी मेरे बच्चों को माँ की तरह प्यार देगी पूनम मैं भाई साहब को केसे बताऊं कि मैं दूसरी शादी नही करना चाहता बह अचानक से सब तय कर के मुझे बताए। तुम मुझे बताओ किया करूं मैं मुझे किया करना चाहिए , इतने में कमरे का दरवाजे पर मीठी आती है पापा आप अभी तक तैयार नही हुए बड़े पापा बुला रहे है रश्मि के घर के लोग आपको बुला रहे हैं। आप जल्दी आओ, शरद कहते हैं आता हूं चलो मीठी जाते,जाते भी शोर करती जाती है आओ जल्दी आओ ।
क्रमश: