हिंदी आध्यात्मिक कथा कहानियाँ मुफ्त में पढ़ेंंऔर PDF डाउनलोड करें

एक योगी की आत्मकथा - 36
द्वारा Ira

पश्चिम के प्रति बाबाजी (महाअवतारी बाबा) की अभिरुचि“गुरुदेव! क्या आपको कभी बाबाजी का दर्शन हुआ है ?”गर्मियों के मौसम की शान्त रात्रि का समय था। सिर पर आकाश में ...

कृष्ण और रुक्मिणी विवाह
द्वारा Kartik Arya

विदर्भ देश के राजा भीष्मक के पांच पुत्र और एक पुत्री थी| पुत्री का नाम रुक्मिणी था जो समकालीन राजकुमारियों में सर्वाधिक सुंदर और सुशील थी| उससे विवाह करने ...

एक योगी की आत्मकथा - 35
द्वारा Ira

लाहिड़ी महाशय का अवतार सदृश जीवन"हमें इसी प्रकार सारी धार्मिक परंपराओं का पालन करना होगा।" बैप्टिस्ट यूहन्ना को यह कहकर उनसे दीक्षा देने का अनुरोध करने में ईसा मसीह ...

देवों में श्रेष्ठ कौन...?
द्वारा Kartik Arya

ब्रह्मा, विष्णु और महेश इन तीनों में श्रेष्ठ कौन हैं...? इसका निर्णय कैसे हुआ....? ये बात आप भी जानना चाहते होंगे। आज हम इसी बात पर चर्चा करने वाले ...

द्रौपदी स्वयंवर
द्वारा Kartik Arya

स्वयंवर सभा में अनेक देशों के राजा-महाराजा एवं राजकुमार पधारे हुये थे। एक ओर श्री कृष्ण अपने बड़े भाई बलराम तथा गणमान्य यदुवंशियों के साथ विराजमान थे। वहाँ वे ...

एक योगी की आत्मकथा - 34
द्वारा Ira

हिमालय में महल का सृजन“बाबाजी (महाअवतारी बाबा) के साथ लाहिड़ी महाशय की प्रथम भेंट एक रोमांचक कहानी है और यह उन कई कहानियों में से केवल एक है जिनसे ...

एक योगी की आत्मकथा - 33
द्वारा Ira

{ आधुनिक भारत के महावतार बाबाजी }बद्रीनाथ के आसपास के उत्तरी हिमालय के पहाड़ आज भी लाहिड़ी महाशय के गुरु बाबाजी की जीवंत उपस्थिति से पावन हो रहे हैं। ...

एक योगी की आत्मकथा - 32
द्वारा Ira

{ मृतक राम को पुनः जीवन-दान }" 'अब लाज़ारस नाम का एक व्यक्ति बीमार था... जब ईसा मसीह ने यह सुना, तो उन्होंने कहा, यह बीमारी मृत्यु की नहीं ...

एक योगी की आत्मकथा - 31
द्वारा Ira

{ पुण्यशीला माता से भेंट }“पूज्य माताजी, मैं जब नन्हा-सा था, तभी आपके अवतारी पति का आशीर्वाद मुझे प्राप्त हो गया था। वे मेरे माता-पिता और मेरे गुरु श्रीयुक्तेश्वरजी ...

एक योगी की आत्मकथा - 30
द्वारा Ira

{ चमत्कारों का नियम }महान उपन्यासकार लियो टालस्टाय¹ ने एक अत्यंत रोचक कथा लिखी थी– “वैरागी।” उनके मित्र निकोलस रोरिच ने उसे संक्षेप में इस प्रकार प्रस्तुत कियाः–“एक द्वीप ...

एक योगी की आत्मकथा - 29
द्वारा Ira

{ रवीन्द्रनाथ टैगोर और मेरे विद्यालयों की तुलना }“रवीन्द्रनाथ टैगोर ने हम लोगों को आत्माभिव्यक्ति के एक स्वाभाविक रूप में, पक्षियों की भाँति सहज ढंग से गीत गाना सिखाया।”एक ...

ईश्वर सबके साथ
द्वारा Rakesh Rakesh

जिस कॉलेज में राधा ने दाखिला लेने के लिए राधा कृष्ण की दिन रात पूजा अर्चना की थी, अब राधा उस कॉलेज अपने गांव को छोड़कर शहर के कॉलेज ...

अनोखी प्रेम कहानी - 18
द्वारा Sangram Singh Rajput

भरोड़ा से दुलरा दयाल क्या गया मानो अंचल के प्राण ही चले गये । प्रकृति ने भी शोक - संतप्त हो अपनी हरीतिमा त्याग दी । पंछियों ने चहचहाना ...

एक योगी की आत्मकथा - 28
द्वारा Ira

{ काशी का पुनर्जन्म और उसका पता लगना }“कोई भी पानी में मत उतरना। सब लोग बाल्टी से पानी लेकर ही नहाएँगे।”आठ मील की दूरी पर स्थित एक पहाड़ी ...

एक योगी की आत्मकथा - 27
द्वारा Ira

{ रांची में योग-विद्यालय की स्थापना }“तुम संगठनात्मक कार्य के इतने विरुद्ध क्यों हो ?”गुरुदेव के इस प्रश्न से मैं कुछ अचम्भित हुआ। यह सच है कि उस समय ...

एक योगी की आत्मकथा - 26
द्वारा Ira

{ क्रियायोग विज्ञान }इस पुस्तक में बार-बार जिस क्रियायोग विज्ञान का उल्लेख हुआ है, उसका आधुनिक भारत में दूर-दूर तक प्रसार मेरे गुरु के गुरु लाहिड़ी महाशय के माध्यम ...

एक योगी की आत्मकथा - 25
द्वारा Ira

{ भाई अनन्त एवं बहन नलिनी }“अनन्त अब अधिक दिन जीवित नहीं रह सकता; इस जन्म के लिये उसके कर्मों का भोग पूरा हो चुका है।”एक दिन प्रातःकाल जब ...

अनोखी प्रेम कहानी - 17
द्वारा Sangram Singh Rajput

• बंदीगृह में राजमाता के आदेश से हलचल मच गई . बंदी युवराज को तत्काल राजमाता के कक्ष में उपस्थित किया गया । बेड़ियों में जकड़ा युवराज चन्द्रचूड़ शांत ...

सेवा और सहिष्णुता के उपासक संत तुकाराम - 8
द्वारा Charu Mittal

कर्मकांडी पंडितों द्वारा विघ्न-बाधाएँपूना से नौ मील दूर बाघोली में रामेश्वर भट्ट नाम का विद्वान् कर्मकांडी पंडित निवास करता था। तुकाराम जी की कीर्ति को समस्त प्रदेश में फैली ...

भगवान्‌ शंकर
द्वारा Renu

द्वादश परम भागवतोंमें श्रीशिवजीका प्रमुख स्थान है। भगवान्‌के स्वभाव, प्रभाव, गुण, शील, माहात्म्य आदिके जाननेवालोंमें भी श्रीशिवजी अग्रगण्य हैं। भगवान्‌के नामके प्रभावको जैसा श्रीशिवजी जानते हैं, वैसा कोई जाननेवाला ...

एक योगी की आत्मकथा - 24
द्वारा Ira

{ मेरा संन्यास- ग्रहणः स्वामी-संस्थान के अन्तर्गत }“गुरुदेव ! मेरे पिताजी मुझसे बंगाल-नागपुर रेलवे में एक अधिकारी का पद ग्रहण करने के लिये आग्रह करते रहे हैं। परन्तु मैंने ...

सेवा और सहिष्णुता के उपासक संत तुकाराम - 7
द्वारा Charu Mittal

सत्संग की महिमा तुकाराम महाराज ने पाखंडी, दंभी दिखावटी धर्मध्वजियों और अपने बड़प्पन के लिये शास्त्रार्थ करते-फिरने वाले 'पंडितों' की जिस प्रकार अवहेलना की है, उसी प्रकार स्थान-स्थान पर ...

अनोखी प्रेम कहानी - 16
द्वारा Sangram Singh Rajput

वर्षों पूर्व भरोड़ा के नाविकों में प्रथम नाम था माधवमल्ल का । नदियों के पथ से समस्त द्वीपों का जितना ज्ञान उसे था , भरोड़ा में और किसी को ...

संत एकनाथ
द्वारा Renu

भक्‍तश्रेष्‍ठ भानुदास जी के पुत्र चक्रपाणि, चक्रपाणि के पुत्र सूर्यनारायण और सूर्यनारायण के पुत्र भक्‍तराज एकनाथ हुए। इनका जन्‍म संवत 1590 विक्रमी (1533 ई.) के लगभग हुआ था। इनके ...

एक योगी की आत्मकथा - 23
द्वारा Ira

{ विश्वविद्यालय से उपाधि की प्राप्ति }“तुम दर्शनशास्त्र के अध्ययन कार्य की उपेक्षा कर रहे हो। इसमें सन्देह नहीं कि तुम परीक्षा में पास होने के लिये परिश्रमविहीन 'अंतः ...

सेवा और सहिष्णुता के उपासक संत तुकाराम - 6
द्वारा Charu Mittal

शुभ कर्म में बाधा डालने वालेइस प्रकार जब तुकाराम आत्म शुद्धि और आंतरिक शांति के लिए हरिकीर्तन करने लगे और जनता को भगवद्-भक्ति का उपदेश देना आरंभ किया तो ...

अनोखी प्रेम कहानी - 15
द्वारा Sangram Singh Rajput

स्थान: उत्कल का राज महल ___________________   उत्काल के युवराज्युवराज का यो अचानक लुप्त हो जाने के कारण उत्कल देश के राजा व्याकुल हो गये । चतुर्दिक गुप्तचरों को ...

गोस्वामी तुलसीदास
द्वारा Saroj Verma

भारतीय संस्कृति के अमर गायक गोस्वामी तुलसीदास जी के सम्बन्ध में ये दोहा प्रचलित है.... पन्द्रह सौ चौवन बिसे,कालिन्दी के तीर। श्रावण शुक्ला सप्तमी,तुलसी धरयो शरीर॥ इस आधार पर ...

एक योगी की आत्मकथा - 22
द्वारा Ira

{ पाषाण प्रतिमा का हृदय }“मैं एक पति-परायणा हिन्दू नारी हूँ। मेरा उद्देश्य अपने पति की शिकायत करना नहीं है, पर मेरी यह तीव्र इच्छा है कि उनके भौतिकतावादी ...

एक योगी की आत्मकथा - 21
द्वारा Ira

{ हमारी कश्मीर - यात्रा }"अब तुम यात्रा करने योग्य स्वस्थ हो गये हो। मैं भी तुम्हारे साथ कश्मीर चलूँगा,” श्रीयुक्तेश्वरजी ने एशियाटिक कॉलरा से मेरे ठीक हो जाने ...

अनोखी प्रेम कहानी - 14
द्वारा Sangram Singh Rajput

पालकी के अन्दर बैठी कामायोगिनी कुछ क्षणों तक कुँवर को निहार मुस्कुरायी , फिर गंभीर होकर बोलीं , ' चित्त को शांत कर मेरी बातें एकाग्र होकर सुनो वत्स ...

सेवा और सहिष्णुता के उपासक संत तुकाराम - 5
द्वारा Charu Mittal

मन को जीतना सबसे बड़ा पुरुषार्थतुकाराम जी ने अपने मन को वश में करने के लिए बड़ा प्रयत्न किया था और उन्होंने अन्य अध्यात्म-प्रेमियों को यही उपदेश दिया है ...