Sapno ka Shubh ashubh fal book and story is written by Captain Dharnidhar in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Sapno ka Shubh ashubh fal is also popular in ज्योतिष शास्त्र in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
सपनो का शुभ अशुभ फल - उपन्यास
Captain Dharnidhar
द्वारा
हिंदी ज्योतिष शास्त्र
आदिकाल से मनुष्य द्वारा स्वप्न देखा जाता रहा है । इस बात का उल्लेख ऋग्वेद व उपनिषदादि धार्मिक ग्रंथों में मिलता है। स्वप्न सिद्धि के मंत्रों उल्लेख इस बात को पुष्ट करता है किअ कालान्तर से मनुष्य स्वप्न देखता आया है। और स्वप्न के रहस्यों को जाना भी है।
तीन अवस्थायेें होती है। जाग्रत अवस्था,सुसुप्त अवस्था,स्वप्न अवस्था। इसी तरह हमारे मन के दो स्वरूप होते हैं। अन्तर्मन,बाह्य मन (चेतन मन अवचेतन मन ) जब दोनो मन सुुुुसुप्त होते है,तो सुसुप्त अवस्था कहलाती है। इस अवस्था में मनुष्य को कोई ज्ञान का आभास नही होता। मनुष्य निश्चेष्ट रहता है।
आदिकाल से मनुष्य द्वारा स्वप्न देखा जाता रहा है । इस बात का उल्लेख ऋग्वेद व उपनिषदादि धार्मिक ग्रंथों में मिलता है। स्वप्न सिद्धि के मंत्रों उल्लेख इस बात को पुष्ट करता है किअ कालान्तर से मनुष्य स्वप्न ...और पढ़ेआया है। और स्वप्न के रहस्यों को जाना भी है। तीन अवस्थायेें होती है। जाग्रत अवस्था,सुसुप्त अवस्था,स्वप्न अवस्था। इसी तरह हमारे मन के दो स्वरूप होते हैं। अन्तर्मन,बाह्य मन (चेतन मन अवचेतन मन ) जब दोनो मन सुुुुसुप्त होते है,तो सुसुप्त अवस्था कहलाती है। इस अवस्था में मनुष्य को कोई ज्ञान का आभास नही होता। मनुष्य निश्चेष्ट रहता है। जब बाह्य मन व
21-अस्त्र शस्त्र देखना- दुःख से निपटारा 22-अर्थी देखना - रोग से मुक्त हो 23 - अपने आप बंधी होना - शुभ सूचक 24 - आम का वृक्ष देखना - संतान सुख 25 - आम खाना - लाभ मिले 26 ...और पढ़ेआंधी देखना - कष्ट,फिकर 27 - आकाश देखना - तरक्की हो 28 - आकाश से गिरना - मान हानि 29 - आकाश मे उड़ना - पदोन्नति,लंबी यात्रा30 - ऑवला खाना - स्वास्थ्य लाभ 31 - आग जलाकर पकड़ना - व्यर्थ का व्यय 32 - आग देखना (ज्वाला रहित) - धन प्राप्ति 33 - आग खाना - लक्ष्मी मिले 34 - आग उठाना - कष्ट मिले 35 - आत्म हत्या करना - दीर्घायु हो 36
पिछली 2 अध्यायो मे #अ से लेकर #ख तक के सपनो के बारे मे लिखा था, उनके शुभ-अशुभ फल आपने जाने, अब आगे ---#ग से लेकर #त तक के सपनो के शुभ-अशुभ फल लिख रहा हूँ। 101 - गड्ढे ...और पढ़ेन निकल पाना = स्वास्थ्य खराब हो 102 - गधे पर बैठना = मृत्यु 103 - गीत गाना = अनिष्ट हो 104 - गीत सुनना = शुभप्रद 105 - गुरू को देखना = कार्य मे सफलता 106 - गोबर देखना = पशु से लाभ हो 107 - गाय देखना = शुभ फलप्रद 108 - गंगा देखना = शेष जीवन सुखी 109 - ग्रहण देखना = रोग व चिन्ता,मुसीबत आये 110
पिछले तीसरे भाग मे #त वर्ग तक सपनो के बारे मे आपने जाना अब आगे इस भाग 4 मे #थ वर्ग से #प वर्ग तक के अक्षरो से शुरू होने वाले सपनो के बारे मे जानेंगे 224 - थूंक ...और पढ़े- खर्चा बढे 225 - थप्पड मारना - कलह क्लेश हो 226 - थन स्पर्श करना - धन प्राप्ति हो227 - दूध पीना - खुशी की प्राप्ति हो 228 - दूध (झाग वाला) पीना - सम्मान मिले 229 - दरवाजा देखना - नया काम शुरू हो, बड़े से मित्रता हो 230 - दरवाजा बंद देखना - परेशानी आये 231 - दूसरे की निंदा करना - सुख मे
पिछले भागो मे आपने सपनो के शुभ-अशुभ फल जाने अब आगे कुछ सपनो के फल लिख रहा हूँ । मैने प्रयास किया है सपनो का भी कोई संकेत होता है या कोई कोरी कल्पना है । एक बात और ...और पढ़ेकरता चलू, वे लोग जो साधना करते है गायत्री या अन्य इष्ट का उन्हे जो भी सपने आते है वे सत्य होते है । क्योकि वे अपनी साधना के प्रभाव से घटित होने वाली घटना को पहले ही देख लेते है ।294 - परीक्षा देते हुए देखना - असफलता 295 - पहलवान देखना - स्वास्थ्य लाभ 296 - पिता को देखना -